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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बारनवापारा अभ्यारण्य फिर बनेगा बाघों का रहवास, अभ्यारण्य में छोड़े जाएंगे टायगर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में किया गया प्रस्तावों का अनुमोदन
वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए वनों की 10 किलोमीटर की परिधि के गांवों में आजीविका मूलक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा
वन्य प्राणियों की सुरक्षा की दृष्टि से वन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क को मजबूत बनाने के प्रस्तावों को मिली मंजूरी
हाथी मानव द्वंद रोकने जागरूकता अभियान को गति देने के निर्देश
वन्य प्राणियों के लिए पानी और चारागाह विकसित करने पर बल
रायपुर : छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश से बाघ लाए जाएंगे। जिन्हें अचानकमार टायगर रिजर्व में छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही साथ बारनवापारा अभ्यारण्य में भी बाघों के लिए अनुकूल परिस्थितियों के चलते टायगर छोड़े जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में प्रस्तुत किए गए इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही साथ वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण, वन्य प्राणी मानव द्वंद रोकने के अनेक प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा और डॉ. लक्ष्मी धु्रव बैठक में उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए वनों की 10 किलोमीटर की परिधि के गांवों में आजीविका मूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने, वन्य प्राणियों की सुरक्षा की दृष्टि से वन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क को मजबूत बनाने, हाथी मानव द्वंद रोकने जागरूकता अभियान को गति देने और वन्य प्राणियों के लिए पानी और चारागाह विकसित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में इनसे संबंधित प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या चार गुना करने के लिए ग्लोबल टायगर फोरम (जीटीएफ) द्वारा प्रस्ताव दिया गया था, जिसके क्रियान्वयन की अनुमति बैठक में दी गई। जिसके तहत अचानकमार टायगर रिजर्व में बाघ मध्यप्रदेश से लाकर छोड़े जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि अचानकमार टायगर रिजर्व में वन्यप्राणियों के लिए जल स्त्रोतों, चारागाह को विकसित किया गया है, जिससे शाकाहारी वन्यप्राणियों की संख्या में वृद्धि हो सके। छत्तीसगढ़ राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में बलौदाबाजार जिले के बारनवापारा अभ्यारण्य में फिर से टायगरों को पुनर्स्थापित करने के लिए टायगर छोड़ने के प्रस्ताव को भी सैद्धांतिक सहमति दी गई। अधिकारियों ने बताया कि बारनवापारा अभ्यारण्य में वर्ष 2010 तक टायगर पाए जाते थे। टायगर रि-इंट्रोडक्शन एवं टायगर रिकव्हरी प्लान के तहत ख्याति प्राप्त वन्यप्राणी संस्थान से हैबिटेट सुटेबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी, जिसकी स्वीकृति राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली से प्राप्त होने के बाद इस अभ्यारण्य में बाघ पुनर्स्थापना का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।अधिकारियों ने बैठक में बताया कि शाकाहारी वन्य प्राणियों को विभिन्न प्रजनन केन्द्रों एवं अन्य स्थानों से लाकर प्रदेश के संरक्षित क्षेत्रों के प्राकृतिक रहवास में छोड़ा गया है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में 49 चीतल, बारनवापारा अभ्यारण्य में 39 काला हिरण, गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 113 चीतल, अचानकमार टायगर रिजर्व में 20 चीतल, तमोर पिंगला अभ्यारण्य में 14 चीतल विभिन्न संरक्षित क्षेत्रों के नैसर्गिक रहवास में शाकाहारी वन्यप्राणियों को छोड़ा गया है। बैठक में यह जानकारी भी दी गई कि छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्रों में हाथियों के लिए चारागाह, पानी आदि की व्यवस्था करने से हाथी मानव द्वंद की घटनाओं में काफी कमी हुई है। लगभग 11 हजार 314 हेक्टेयर चारागाह विकसित किए गए हैं। लगभग 80 हजार हेक्टेयर में खाद्य घास की प्रजातियां लगाई गई हैं। वन्यप्राणियों के पेयजल के लिए 12 स्टॉप डेम, 40 तालाब, 65 अर्दनडेम, 98 तालाबों का गहरीकरण किया गया है, इसी तरह 52 नालों में भू-जल संवर्धन और भू-जल संरक्षण के लिए संरचनाएं निर्मित की गई हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में भारत माला परियोजना अंतर्गत प्रस्तावित रायपुर-विशाखापटनम इकोनॉमिक कॉरिडोर निर्माण के लिए उदन्ती-सीतानदी टायगर रिजर्व में केशकाल एवं कांकेर वनमंडल के लगभग 64 वन क्षेत्र तथा भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून द्वारा चिन्हांकित इन्द्रावती-उदन्ती-सीतानदी-सुनाबेड़ा टायगर कॉरिडोर के 7 वन कक्षों से गुजरने वाले लगभग 3.5 किलोमीटर राजमार्ग में प्रस्तावित इकानॉमिक कॉरिडोर निर्माण के लिए अनुमति दी गई। इस प्रस्ताव को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को भेजा जाएगा। इस तरह भोपालपटनम से जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में चिंतावागु नदी पर नवीन पुल निर्माण की अनुमति दी गई। यह प्रस्ताव भी राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को अनुमति के लिए भेजा जाएगा। इस नवीन पुल एवं पहुंच मार्ग का निर्माण इन्द्रावती टायगर रिजर्व के बफर जोन के 1.177 हेक्टेयर रकबे के अंतर्गत आता है।
बैठक में सूरजपुर के ग्राम नेवारी पारा से ग्राम खोड़ में विद्युतीरकण हेतु 0.35 हेक्टेयर वन भूमि और सूरजपुर के ग्राम टमकी से कोटवारीपारा तक 5.148 कि.मी. विद्युतीकरण करने हेतु 0.88 हेक्टेयर के व्यपवर्तन, लहपीपारा ग्राम पंचायत शोभा में 11 केव्ही विद्युत लाईन विस्तारीकरण, राजापड़ाव क्षेत्र के शुक्लाभाठा से झोलाराव तक तथा केरापारा से भाठापानी में 11 केव्ही विद्युत लाईन विस्तारीकरण, ग्राम लिलांज में विद्युतीकरण कार्य हेतु एनओसी, फरसेगढ़-पिल्लूर-सेण्ड्रा-चेरपल्ली मार्ग का डी.जी.पी.एस सर्वे कार्य की अनुमति दी गई। इस मार्ग पर छत्तीसगढ़ की सीमा पर इन्द्रावती नदी पर एक सेतु तथा छत्तीसगढ़ की ओर आने वाले पहुंच मार्ग का निर्माण किया जाना है।
वन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क मजबूत होगा
बैठक में वन क्षेत्रों में बेहतर संचार की सुविधा के लिए ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने और मोबाइल टॉवर लगाने के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। इससे जहां वन प्राणी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। वहीं वन क्षेत्रों के गांवों में पीडीएस सिस्टम, धान खरीदी, वृद्धावस्था पेंशन, बैंकिंग और ऑनलाइन पढ़ाई में आसानी होगी। बैठक में वनभैंसों में कृत्रिम गर्भाधान करने की अनुमति भी प्रदान की गई। इस प्रस्ताव के अनुसार वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया तथा LaCONES, CCMB हैदराबाद के विशेषज्ञों एवं वन विभाग में पदस्थ पशु चिकित्सकों के देख-रेख में वीर्य निकालने का कार्य किया जाएगा तथा इस उपयोग मादा वनभैंसों के कृत्रिम गर्भाधान हेतु किया जाएगा।
बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन श्री मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री संजय शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) श्री पी.व्ही. नरसिंहराव सहित छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे। -
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दो वर्षो में हितग्राहियों को किया गया लगभग 380 करोड़ रूपए का भुगतान
खेतों से गौठानों तक पैरा लाने का प्रबंध करें, स्वावलंबी गौठानों की संख्या बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने आज हितग्राहियों के खातों में 5 करोड़ 99 लाख रूपए का किया ऑनलाईन अंतरण
गोबर विक्रेताओं को अब तक 192.86 करोड़ रूपए का भुगतान
गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 169.41 करोड़ रूपए का भुगतान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गोधन न्याय योजना पशुपालकों, ग्रामीणों, किसानों और मजदूरों की अतिरिक्त आय का जरिया बन गई है। गोधन न्याय योजना के प्रारंभ होने के बाद से अब तक दो वर्षो में योजना के हितग्राहियों, गौठान समितियों और महिला स्व सहायता समूहों को लगभग 380 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया गया है। यह राशि इन लोगों के लिए काफी बड़ी राशि है। ग्रामीण गोबर बेचने से मिलने वाली राशि से अपने छोटे-छोटे सपने पूरे कर रहे हैं। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि के अंतरण के लिए आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में हितग्राहियों के खातों में 5 करोड़ 99 लाख रूपए का ऑनलाईन अंतरण किया। इस राशि में 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक के पखवाड़े में गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए 2.2 क्विंटल गोबर के एवज में उनके खाते में 4 करोड़ 41 लाख रूपए, गौठान समितियों को 94 लाख रुपए, महिला समूहों के खाते में लाभांश की राशि के रूप में 64 लाख रूपए की राशि अंतरित की गई। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा और डॉ. लक्ष्मी धु्रव भी कार्यक्रम में उपस्थित थीं।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गोबर बेचने से मिली राशि का उपयोग वे बच्चों की पढ़ाई, गहने, मोटरसायकल, स्कूटी खरीदने और खेती की जमीन को विकसित करने में कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों ने राज्य सरकार द्वारा पैरादान की अपील पर गौठानों में 5 लाख क्ंिवटल से अधिक पैरादान किया है। प्रदेश में धान की कटाई का काम लगभग समाप्त हो गया है। अभी भी बहुत से किसानों के खेतों में काफी मात्रा में पैरा इकठ्ठा कर रखा गया है। इस पैरे को खेतों से गौठानों तक लाने का इंतजाम किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे स्वावलंबी गौठानों की समितियां अपनी स्वयं की राशि से गोबर खरीदी कर रही हैं। पिछले तीन पखवाड़ों से गोबर खरीदी के लिए दी जाने वाली राशि में से गौठान समितियों द्वारा राज्य शासन की तुलना में अधिक राशि दी जा रही है, 1 से 15 दिसम्बर तक पखवाड़े में गोबर खरीदी के लिए प्रदेश के स्वावलंबी गौठानों ने कृषि विभाग की तुलना में अधिक राशि का भुगतान किया है। गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई 4.41 करोड़ रुपए की राशि में से 2.75 करोड़ रुपए का भुगतान 4372 स्वावलंबी गौठानों ने अपने संसाधनों से और 1.66 करोड़ रूपए का भुगतान कृषि विभाग द्वारा किया गया है। यह एक बड़ा बदलाव है। उन्होंने स्वावलंबी गौठानों की संख्या बढ़ाने और इन गौठानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो गौठान समितियां गौठानों में शेड निर्माण की अनुमति मांग रही हैं, उन्हंे अनुमति दी जानी चाहिए। स्वावलंबी गौठनों द्वारा अब तक 32.36 करोड़ रुपए के गोबर की खरीदी की गई है।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे गौठान गांवों में आजीविका मूलक गतिविधियों के केन्द्र बन गए हैं। गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। आने वाले समय में इनकी गतिविधियां और भी बढ़ेगी। हमारे गौठान आने वाले समय में गांवों के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि गोबर विक्रेताओं को अब तक गोबर खरीदी के एवज में 192.86 करोड़ रूपए और गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 169.41 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना में अब तक 96.43 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। योजना से 3 लाख 9 हजार 806 से ज्यादा पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11 हजार 288 गौठानों को स्वीकृति दी गई है, इनमें से 9,631 गौठान निर्मित हैं। इनमें 8,452 ग्रामीण, 234 शहरी और 1,201 आवर्ती चराई के निर्मित गौठान हैं। गौठानों में 20.27 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया जिसमें से 16.41लाख क्विंटल का विक्रय हो चुका है। गौठानों में 11 हजार 187 स्वसहायता समूहों में 83 हजार 509 महिलाएं सदस्य हैं, जिन्होंने अब तक 86.96 करोड़ की आय अर्जित की है। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, पशुपालन विभाग की संचालक श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी, उपसचिव कृषि सुश्री तुलिका प्रजापति उपस्थित थीं। -
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गौठानों में अब तक 1 लाख 5 हजार 180 लीटर गौमूत्र क्रय
ब्रम्हास्त्र और जीवामृत की बिक्री से 19.63 लाख की आय
गौठानों को किसानों ने अब तक 5 लाख 13 हजार क्विंटल पैरादान किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 19 दिसम्बर को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के राशि अंतरण के लिए आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 5 करोड़ 99 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी करेंगे, जिसमें 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.2 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 4 करोड़ 41 लाख रूपए, गौठान समितियों को 94 लाख और महिला समूहों को 64 लाख रूपए की लाभांश राशि शामिल हैं।
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 380.27 करोड़ का भुगतान
गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में हितग्राहियों को 374 करोड़ 28 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है, जिसमें 18 करोड़ रूपए की बोनस राशि भी शामिल है। 19 दिसम्बर को 5.99 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 380 करोड़ 27 लाख रूपए हो जाएगा।
गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ के गौठानों में 2 रूपए किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठानों में 15 दिसम्बर तक 94.23 लाख क्विंटल गोबर खरीदी के एवज में गोबर विक्रेताओं को 188.45 करोड़ रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है। 19 दिसम्बर को गोबर विक्रेताओं को 4.41 करोड़ रूपए का भुगतान होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 192.96 करोड़ रूपए हो जाएगा।
गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 167.83 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों तथा स्व-सहायता समूह को 19 दिसम्बर को 1.58 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 169.41करोड़ रूपए हो जाएगा।
गौठानों में 1 लाख 5 हजार 180 लीटर गोमूत्र की खरीदी
19.63 लाख रूपए का बिक चुका ब्रम्हास्त्र और जीवामृत
राज्य के गौठानों में 4 रूपए लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी की जा रही है। गौठानों में अब तक एक लाख 5 हजार 180 लीटर गौमूत्र क्रय किया जा चुका है। इससे गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 36,913 लीटर कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और 19,765 लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत तैयार किया गया है। ब्रम्हास्त्र और जीवामृत की बिक्री से कब तक कुल 19 लाख 63 हजार 235 रूपए की आय हुई है।
गोबर से 25.87 लाख कम्पोस्ट खाद का उत्पादन-समूहों को 86 करोड़ 96 लाख की आय
गौठानों में महिला समूहों द्वारा 20.27 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तथा 5.40 लाख क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट एवं 18,924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद का निर्माण किया जा चुका है, जिसे सोसायटियों के माध्यम से क्रमशः 10 रूपए, 6 रूपए तथा 6.50 रूपए प्रतिकिलो की दर पर विक्रय किया जा रहा है। महिला समूह गोबर से खाद के अलावा गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियां एवं अन्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय कर लाभ अर्जित कर रही हैं। गौठानों में महिला समूहों द्वारा इसके अलावा सब्जी एवं मशरूम का उत्पादन, मुर्गी, बकरी, मछली पालन एवं पशुपालन के साथ-साथ अन्य आय मूलक विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिससे महिला समूहों को अब तक 86 करोड़ 96 लाख रूपए की आय हो चुकी हैं। राज्य में गौठानों से 11,187 महिला स्व-सहायता समूह सीधे जुड़े हैं, जिनकी सदस्य संख्या 83,874 है। गौठानों में क्रय गोबर से विद्युत एवं प्राकृतिक पेंट सहित अन्य सामग्री का भी उत्पादन किया जा रहा है।
गोधन न्याय से 3 लाख 9 हजार से अधिक ग्रामीण पशुपालक लाभान्वित
राज्य में गोधन के संरक्षण और संर्वधन के लिए गांवों में गौठानों का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। गौठानों में पशुधन देख-रेख, उपचार एवं चारे-पानी का निःशुल्क प्रबंध है। राज्य में अब तक 11,288 गांवों में गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 9631 गौठान निर्मित एवं शेष गौठान निर्माणाधीन है। गोधन न्याय योजना से 3 लाख 9 हजार 806 ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
गौठानों के लिए पैरादान का सिलसिला जारी
गौठानों में 5.13 लाख क्विंटल धानपैरा एकत्र
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर राज्य के किसानों द्वारा अपने गांवों के गौठानों को पैरादान किए जाने का सिलसिल अनवरत रूप से जारी है। राज्य के किसान भाई पैरा को खेतों में जलाने के बजाय उसे गौमाता के चारे के प्रबंध के लिए गौठान समितियों को दे रहे हैं। ऐसे किसान भाई जिनके पास पैरा परिवहन के लिए ट्रेक्टर या अन्य साधन उपलब्ध है, वह स्वयं धान कटाई के बाद पैरा गौठानों में पहुंचाकर इस पुनीत कार्य में सहभागिता निभा रहे हैं। गौठान समितियों द्वारा भी किसानों से दान में मिले पैरा का एकत्रीकरण कराकर गौठानों में लाया जा रहा है। गौठानों में अब तक 5 लाख 13 हजार क्विंटलपैरा गौमाता के चारे के लिए उपलब्ध है। -
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राजधानी के पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास पेंशन बाड़ा में 50 लाख रूपए की लागत से तैयार की जायएगी ई-लाईब्रेरी
बाबा घासीदास जयंती पर मुख्यमंत्री ने कहा - मानव-मानव एक समान का संदेश आज भी प्रासंगिक
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गुरू बाबा घासीदास की जयंती पर अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने राजधानी रायपुर आयोजित कार्यक्रम में सभी संभागीय मुख्यालयों में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रयास विद्यालय प्रारंभ करने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने इन वर्गों के लिए पृथक-पृथक छात्रावास तथा नगर निगम रायपुर द्वारा पेंशन बाड़ा स्थित अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास में 50 लाख रूपए की लागत से ई-लाईब्रेरी प्रारंभ करने की घोषणा की ।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शासकीय आदर्श पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास पेंशनबाड़ा में आयोजित बाबा गुरू घासीदास जंयती समारोह में कहा कि गुरुघासीदास जी एक ऐसे संत थे जिन्होंने मानवता को बचाने के लिए मानव-मानव एक समान का संदेश दिया। साथ ही उन्होंने समाज में फैली कुरूतियों को दूर करने के लिए समानता, भाईचारा, प्रेम और सद्भाव का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरू घासीदास जी एकमात्र संत हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ी में उपदेश दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा बोली को आगे बढ़ाने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कौन व्यक्ति, कहां, किस धर्म में, किस स्थान में जन्म लेगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हम अच्छी शिक्षा से व्यक्तित्व को निखार सकते है और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते है। छत्तीसगढ़ सरकार भी बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बस्तर में बंद 260 स्कूल हमने पुनः शुरू किया है। बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके इसलिए 279 स्वामी आत्मानंद उत्कृट अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले। हमारी सरकार ने बड़ी संख्या में 1998 के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की भर्ती की है। उन्होंने कहा प्रदेश के शाला भवनों, आश्रमों एवं छात्रावासों के कायाकल्प के लिए एक हजार करोड़ रूपए स्वीकृत किया है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए भी छत्तीसगढ़ सरकार राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत् प्रति वर्ष 7 हजार रूपए की राशि दे रही है।
नगरीय निकाय एवं श्रम मंत्री डॉ. शिव डहरिया और संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव राय ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर महापौर नगर निगम रायपुर श्री एजाज ढेबर, सभापति श्री प्रमोद दुबे और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। -
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नवा रायपुर में 4.86 करोड़रूपए की लागत से बनने वाले संत शिरोमणी गुरू घासीदास बाबा स्मारक एवं संग्रहालय का भूमिपूजन
अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अनेक कन्या एवं बालक छात्रावास-आश्रमों का भूमिपूजन-लोकार्पणरायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में 33 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत के 14 कार्यो का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। उन्होंने इनमें से 30 करोड़ 13 लाख रूपए की लागत के 12 कार्यो का भूमिपूजन और 3.83 करोड़ रूपए की लागत के दो कार्यो का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी, छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जिन कार्यो का भूमिपूजन किया उनमें नवा रायपुर में 4 करोड़ 86 लाख रूपए की लागत से बनने वाले संत शिरोमणी गुरू घासीदास बाबा स्मारक एवं संग्रहालय, दुर्ग जिले के ग्राम परसदा में 9.39 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले अनुसूचित जाति(प्रयास) वर्ग के विद्यार्थियों के लिए स्कूल सह कोचिंग केन्द्र भवन, बेमेतरा जिले के साजा में 1.52 करोड़ रूपए की लागत से 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, मुंगेली जिले के बरमपुर में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, मझगांव में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, लोरमी में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, लोरमी में ही 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या आश्रम, लागत 1.62 करोड़ रूपए, फास्टरपुर में 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, लागत 1.91 करोड़ रूपए, लोरमी में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, रायपुर के मंदिर हसौद में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए, रायपुर जिले के भिलाई में 50 सीटर प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.52 करोड़ रूपए और कबीरधाम जिले के ग्राम डबराभांठ में 1.62 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 50 सीटर अनुसूचित जाति कन्या आश्रम का भूमिपूजन किया।मुख्यमंत्री ने बेमेतरा के साजा में 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, लागत 1.91 करोड़ रूपए और राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव में 1.91 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास का लोकार्पण किया। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ’मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा’ की घोषणा करते हुए इस योजना के लिए 100 करोड़ रूपए,सभी शालाओं, छात्रावासों, आश्रमों, शासकीय भवनों के रख रखाव और उन्नयन के लिए एक हजार करोड़ रूपए,तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं के उन्नयन के लिए ’स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट आईटीआई योजना’ की घोषणा करते हुए इस योजना के लिए 1200 करोड़ रूपए देने की घोषणा की ।मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। -
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33 करोड़ 96 लाख रूपए से अधिक के विकास कार्यों का होगा भूमिपूजन-लोकार्पण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 17 दिसम्बर को सुबह 11 बजे अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा छत्तीसगढ़ गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री इस अवसर पर छत्तीसगढ़ गौरव दिवस पर आधारित फिल्म लॉन्च करेंगे, इसके साथ ही 3396.75 लाख रूपए लागत के आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के 14 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण भी करेंगे। इसमें 30 करोड़ 13 लाख 73 हजार रूपए की लागत के 12 कार्यों का भूमिपूजन और 3 करोड़ 83 लाख 2 हजार रूपए के दो विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री द्वारा जिन कार्यों का भूमिपूजन किया जाएगा उनमें रायपुर में संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा स्मारक एवं संग्रहालय भवन निर्माण लागत 4 करोड़ 86 लाख 76 हजार रूपए, दुर्ग जिले ग्राम परसदा (कुम्हारी) में अनुसूचित जाति (प्रयास) वर्ग के विद्यार्थियों के लिए स्कूल सह कोचिंग के भवन निर्माण लागत 9 करोड़ 41 लाख 15 हजार रूपए का भूमिपूजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा 152.97-152.97 लाख रूपए की लागत से बेमेतरा जिले के साजा, मुंगेली जिले के मझगांव, लोरमी में अनुसूचित जाति प्री-मैट्रिक कन्या छात्रावास, मुंगेली जिले में ही बालक छात्रावास बरमपुर और अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास लोरमी, रायपुर जिले के मंदिर हसौद और दुर्ग के भिलाई में अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, 162.76 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाले प्री-मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या आश्रम लोरमी, 191.51 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाले 50 सीटर प्री-मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास फास्टरपुर जिला मुंगेली और कबीरधाम जिले में 162.76 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाले 50 सीटर अनुसूचित जाति कन्या आश्रम डबराभांठ का भी भूमिपूजन किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बेमेतरा जिले के साजा और राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव में 191.51-191.51 लाख रूपए की लागत से निर्मित 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास का लोकार्पण करेंगे। -
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महासमुन्द : उनके साथ में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू और संसदीय सचिव श्री विनोद सेवनलाल चंद्राकर उपस्थिति हैं। प्रेसवार्ता : महासमुन्द आज जिले की चारों विधानसभा में भेंट-मुलाकात संपन्न हो गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनता से योजनाओं की जानकारी लेना है। शासन की योजनाओं के फीडबैक के लिए भी भेंट-मुलाकात किया जा रहा है।
आधे से अधिक लगभग 50 विधानसभा में भेंट-मुलाकात संपन्न हो चुका है। सभी योजनाएं धरातल पर दिखाई दे रही हैं। प्रेसवार्ता : महासमुन्द सार्वजनिक वितरण प्रणाली का क्रियान्वयन अच्छी तरह हो रहा है। योजनाओं से आय में वृद्धि हो रही है। हाट बाजार क्लीनिक योजना का संचालन भी बेहतर हो रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य में बेहतर काम देखने को मिला है।यहाँ देखे विडियो :-
50 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी अब तक हो चुकी है। धान खरीदी सुव्यवस्थित चल रही है। अभी तक कोई शिकायत नहीं प्राप्त हुई है। हमारी सरकार ने 110 मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है पुराने प्रकरण का निराकरण हो रहा है। खासकर जमीन संबंधी निर्देश दिए हैं। बंदोबस्त त्रुटि के लिए कलेक्टर को निर्देशित किया है। महासमुंद जिले में मेडिकल कॉलेज बड़ी उपलब्धि है। घोषणाएं भी जिले के लिए की गई है, ओवरब्रिज भी उपलब्धि है।प्रेसवार्ता : महासमुन्द इस दौरान बायपास रोड और नगर निगम बनाने की मांग रखी गई। करनी पावर प्लांट के विरोध में लोग बैठे हैं। उसके निराकरण के लिए कलेक्टर को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में साइबर थाने खोलने की योजना है, अभी तीन जगह में शुरू हो गया है।वो दिन भी आएगा, जब आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल में छत्तीसगढ़ी बोली में सिलेबस बनेगा। -
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महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज देर शाम महासमुंद क्षेत्र में 136 करोड़ 19 लाख 65 हजार रुपए के विकासकार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। महासमुंद सर्किट हाऊस में आयोजि इस कार्यक्रम में 30 करोड़ 7 लाख 37 हजार रुपए के 26 विकास कार्यों का भूमिपूजन-शिलान्यास और 106 करोड़ 12 लाख 28 हजार रुपए के 22 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय सचिव श्री विनोद चंद्राकर भी उपस्थित थे।
भूमिपूजन में नवीन सड़क निर्माण, पुल-पुलिया, और नवीन कार्य शामिल हैं। लोकार्पण कार्यों में स्विंगपूल, प्रवेश द्वार सिरपुर, मिनी स्टेडियम फ़ारेस्ट ग्राउंड, मांगलिक भवन, चौपटी एवं बाज़ार निर्माण, आदि शामिल है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने आज प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान महासमुंद विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आए थे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सिरपुर और ग्राम शेर में आम जनता से भेंट-मुलाकात की और राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। -
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महासमुंद : 1. ग्राम सिरपुर में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना की जायेगी ।
2. सिरपुर क्षेत्र के ग्राम पासिद में हाई स्कूल की स्थापना की जायेगी।
3. तुमगांव में उप तहसील की स्थापना की जायेगी।
4. तुमगांव से महासमुंद सड़क चौड़ीकरण की स्वीकृति दी जायेगी।
5. तुमगांव में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू की जायेगी।
6. महासमुंद शहर के बाहर बस स्टैण्ड बनाया जायेगा।
7. बावनकेरा से रामाडबरी तक सड़क निर्माण। भेंट-मुलाकात : महासमुन्द विधानसभा, सिरपुर
श्री ओगरे के पिता का आकस्मिक देहांत हो गया है। इस साल वे धान नहीं बेच पा रहे हैं। वारिस के रूप पंजीयन नही हो पा रहा है।इस पर उन्हें आश्वस्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजीयन होगा, धान भी बिकेगा। भेंट-मुलाकात : महासमुन्द विधानसभा, सिरपुरवीडियो/फोटो भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को पता चला कि उमेश कुमार साहू के दिल में छेद है और इलाज के लिए आर्थिक मदद की जरूरत है, इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बेहतर इलाज करवाने के लिए कलेक्टर को निर्देश दिया।भेंट-मुलाकात : महासमुन्द विधानसभा, सिरपुरयहाँ देखे विडियो:-
(वीडियो) श्री ओगरे के पिता का आकस्मिक देहांत हो गया है। इस साल वे धान नहीं बेच पा रहे हैं। वारिस के रूप पंजीयन नही हो पा रहा है।इस पर उन्हें आश्वस्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजीयन होगा, धान भी बिकेगा। भेंट-मुलाकात : महासमुन्द विधानसभा, सिरपुर
(वीडियो) सुरेश साहू राजीव युवा मितान क्लब से हैं, उन्होंने बताया कि पच्चीस हजार रुपए आए हैं। उन्होंने योजना की तारीफ की और मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के लिए बधाई दी -
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सुबह, दोपहर और संध्याकाल शिवभक्तों को मंदिर में मिलता है अलग–अलग खुशबुओं का एहसास
महासमुंद : मुख्यमंत्री ने आज सिरपुर स्थित गंधेश्वर नाथ मंदिर में विधिवत पूजन कर प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की । मुख्यमंत्री का शंखध्वनि एवं मंत्रोच्चार के साथ मंदिर द्वार पर स्वागत किया गया। उन्होंने गंधेश्वर नाथ मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों के साथ चर्चा की और मंदिर के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने गंधेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में कदंब के पौधे का भी रोपण किया। मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रांगण से महानदी के सुंदर तट का अवलोकन भी किया। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थापित प्राचीन मूर्तियों को भी देखा। मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया।
शिव आशीर्वाद की खुशबू से परिपूर्ण गंधेश्वर नाथ मंदिर
सिरपुर स्थित गंगेश्वर नाथ मंदिर का अपने आप में ऐतिहासिक पुरातात्विक और आध्यात्मिक महत्व है। मान्यता है कि इस मंदिर में शिवभक्तों को भगवान शिव के शिवलिंग से सुबह, दोपहर और संध्याकाल में अलग-अलग खुशबुओं का एहसास मिलता है। ऐसा माना जाता है कि सुबह की पूजा के वक्त शिवलिंग से चंदन की खुशबू आती है । वहीं दोपहर में केसर की सुगंध मिलती है और संध्या पूजन के समय गुलाब की खुशबू का एहसास होता है । इसी वजह से भगवान शिव के इस मंदिर का नाम गंधेश्वर नाथ मंदिर पड़ा है। श्रावण मास में मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है दूर-दूर से लोग शिवलिंग पर जलाभिषेक करने पहुंचते हैं।
गंधेश्वर नाथ मंदिर का है ऐतिहासिक, पुरातात्विक और पौराणिक महत्व
सिरपुर को प्राचीन दक्षिण कौशल की राजधानी कहा जाता है। मंदिर की प्राचीनता का प्रत्यक्ष उदाहरण यहां की स्थापत्य कला में स्पष्ट नजर आता है। मंदिर के गर्भगृह के सामने स्थापित चार स्तंभों पर पाली भाषा व ब्राह्मी लिपि में अभिलेख अंकित है। जानकारों का कहना है की इन अभिलेखों में भगवान शिव की स्तुति व शिव पार्वती विवाह के प्रसंग उत्कीर्ण किए गए हैं। वर्तमान में मंदिर प्रांगण में सिरपुर क्षेत्र में उत्खनन द्वारा प्राप्त पुरातात्विक महत्व की प्राचीन मूर्तियों को स्थापित किया गया है। इन मूर्तियों में भगवान नटराज की नृत्य में मूर्ति विशेष है। पौराणिक मान्यता है कि बाणासुर नमक महान शिव भक्त यहां निवास करता था, जिसने यहां भगवान शिव की घोर तपस्या की। इसके फलस्वरूप भगवान शिव ने उसे यहां दर्शन दिए।
हिंदू,बौद्ध व जैन संस्कृतियों का संगम है सिरपुर
महानदी के तट पर स्थित प्राचीन गंधेश्वर नाथ मंदिर न सिर्फ भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष है बल्कि यहां पर हिंदू, बौद्ध और जैन संस्कृतियों का अद्भुत संगम दिखाई देता है। मंदिर प्रांगण में सिरपुर क्षेत्र में प्राप्त पुरातत्विक मूर्तियां रखी गई है। जिनमें त्रिदेव ब्रह्मा–विष्णु–महेश, नवग्रह, भगवान बुद्ध की भूमि स्पर्श मुद्रा में मूर्ति और साथ ही साथ जैन धर्म से मुड़ी से जुड़ी मूर्ति भी दिखाई देती है।
अद्भुत है मंदिर से महानदी तट का नजारा
गंधेश्वरनाथ मंदिर महानदी के तट पर स्थित है। मंदिर से महानदी का बहुत ही सुंदर और नयनाभिराम दृश्य दिखाई देता है। महानदी के तट का यह नजारा मंदिर को पर्यटन की दृष्टि से भी और महत्वपूर्ण बना देता है। मुख्यमंत्री ने आज मंदिर प्रांगण से महानदी तट के सुंदर दृश्य का अवलोकन किया। -
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चण्डी मंदिर बागबाहरा और खल्लारी मंदिर पर्यटन स्थल के रूप में होंगे विकसित
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा का 30 बिस्तर से 50 बिस्तर में होगा उन्नयन
आईटीआई बागबाहरा में 2 नए ट्रेड की स्वीकृति
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मरारकसीबहरा में ग्रामीणों से की सीधे बात-चीतमहासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेश व्यापी भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान आज 14 दिसम्बर को महासमुंद जिले के खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मरारकसीबहरा पहुंचे। उन्होंने वहां आम जनता से सीधे बात-चीत कर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री से चर्चा करते हुए ग्रामीणों ने भी शासकीय योजनाओं से मिल रहे भरपूर लाभ के बारे में बताया और राज्य सरकार की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने भेंट-मुलाकात अभियान में कहा कि किसानों के हित में राज्य सरकार द्वारा संचालित ”राजीव गांधी किसान न्याय योजना” की चौथी किस्त की राशि 31 मार्च के पहले किसानों को मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में सभी वर्ग के लोगों के विकास के लिए विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इनमें किसान, मजदूर, आदिवासी सहित गरीब व कमजोर आदि वर्ग के लोगों के हित को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने इस तारतम्य में ग्राम सुराजी योजना के तहत् नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी कार्यक्रम, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री हॉट बाजार क्लीनिक योजना, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल योजना, वनोपज संग्रहण तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना आदि के बारे में उल्लेख करते हुए लोगों को इनका अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात के दौरान स्थानीय जनतिनिधियों और ग्रामीणों के आग्रह पर क्षेत्र के विकास के लिए अनेक घोषणाएं की। इनमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा को 30 वितस्तर से 50 बिस्तर में उन्नयन और आई.टी.आई. बागबाहरा 2 नये ट्रेड-इलेक्ट्रिशियन तथा फिटर प्रारंभ करने की घोषणा की गई। इसी तरह चण्डी मंदिर बागबाहरा और खल्लारी मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने तथा ग्राम कुलिया में विद्युत सब स्टेशन की स्थापना की स्वीकृति दी गई। इसके अलावा ग्राम एम.के.बाहरा में हाईस्कूल तथा ग्राम मुनगासेर में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखा खोलने की घोषणा की गई। साथ ही कमरौद से चरौदा मार्ग एवं पुल-पुलिया और खोपली से सोनापुटी मार्ग एवं पुल-पुलिया के निर्माण की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्राम मरारकसीबहरा में किसानों से कहा कि किसका-किसका कर्ज माफ हुआ है। इस पर एक स्वर में सहमति जताते हुए वहां उपस्थित सभी किसानों ने ”हां” में जवाब दिया। इस दौरान ग्राम कामरौद निवासी किसान श्री जितेंद्र साहू ने बताया कि मेरा ढाई लाख रूपए का कर्ज माफ हुआ है। इसके साथ-साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना का पूरा लाभ मिल रहा है। इनसे हुई आय से डेढ़ एकड़ खेती-जमीन खरीदा है और मकान भी बनाया हूं। इसी तरह ग्राम चुरकी निवासी श्री ओमप्रकाश साहू ने बताया कि वे 2 एकड़ जमीन के मालिक है, 40 हजार का ऋण था जो माफ हो गया है। ग्राम एम.के.बाहरा निवासी श्रीमती तुमेेश्वरी साहू ने बताया कि समूह का नाम जय मां लक्ष्मी स्व-सहायता समूह है। उन्हें शासन द्वारा संचालित योजनाओं के तहत् विभिन्न आयमूलक गतिविधियों से पर्याप्त आमदनी होने लगी है, जिसका लाभ समूह के सभी सदस्यों को मिल रहा है। इसी तरह ग्राम पचेड़ा निवासी श्री चमन लाल साहू, सावित्रिपुर की सुश्री सजनी मिश्रा तथा श्रीमती प्रेमलता बघेल, श्री दयाराम चंद्राकर आदि ने भी शासन के विभिन्न योजनाओं से हो रहे लाभ के बारे में अवगत कराया।मुख्यमंत्री ने मरारकसीबहरा में किसान श्री ध्रुव के घर किया भोजन
मुख्यमंत्री श्री बघेल आज भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान महासमंुद जिले के खल्लारी विधान सभा के ग्राम एम.के.बाहरा निवासी आदिवासी किसान श्री यादराम धु्रव के घर बड़े ही चाव से भोजन किया। उन्हें भोजन में गौठानों की बाड़ी की लालभाजी तथा मुनगाभाजी, तिवरा भाजी के अलावा जिमीकांदा की सब्जी और सील से पीसे टमाटर चटनी फुलकांस की थाली में परोसा गया था। -
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भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर में लोगों ने बताया कि अब रोजगार के लिए बाहर जाने की जरूरत नहींमुख्यमंत्री ने की योजनाओं से आ रहे सामाजिक परिवर्तन का अध्ययन कराने की घोषणा कीमुख्यमंत्री ने बगारपाली भेंट-मुलाकात में की अनेक घोषणाएंकोमाखान में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने और शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा स्थापना की घोषणागड़बेड़ा-सिंधुपाली-परसापाली मार्ग और पुल-पुलिया निर्माण की स्वीकृतिहनुमानडीह जलाशय और ठाकुरदिया जलाशय की होगी मरम्मतशासकीय महाविद्यालय बागबाहरा में बनेगा ओपन स्टेडियममहासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज महासमुंद जिले के खल्लारी विधानसभा के ग्राम-बगारपाली में भेंट मुलाकात में लोगों से संवाद के दौरान कहा कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर में लोगों ने उन्हें बताया है कि अब उन्हें रोजगार के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की वजह से पलायन रुका है।मुख्यमंत्री ने बताया की जांजगीर में एक मजदूर साथी ने बताया की गांव में गौठान खुलने से उन्हें रोजगार के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ी। आज बगारपाली में हेमलता ने बताया की पहले काम के लिए उसे पलायन करना पड़ता था। मगर अब गौठान में काम मिल रहा है। अभी सरायपाली में भी मुझे एक व्यक्ति ने ऐसा ही संस्मरण सुनाया था। जशपुर में भी पलायन में कमी आने की बात सामने आई थी। इससे यही समझ में आता है कि योजनाओं से लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरी है। ये बहुत अच्छा संकेत है। मुख्यमंत्री ने योजनाओं से आ रहे सामाजिक परिवर्तन का कमेटी द्वारा अध्ययन कराने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है की आज लोगों को काम के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा। भूमिहीन मजदूरों को भी हम 7 हजार रुपए दे रहे हैं। ये भी भूमिहीन श्रमिकों के लिए एक बड़ा सहारा बना है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक ब्लॉक में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना कर रही है, जिसके लिए शासकीय भूमि और दो करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में सुगमता से पहुंच के लिए अप्रोच रोड भी बनाएंगे और आधे दर बिजली की उपलब्धता भी की जाएगी ताकि गांव के बच्चों को भी स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सके। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क से पलायन रुकेगा, देश में ऐसी योजना कहीं और नहीं है। मुुख्यमंत्री ने नौजवानों को इस योजना का हिस्सा बनकर आर्थिक रूप से सशक्त होने की बात कही।पैरादान की अपीलमुख्यमंत्री ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की जानकारी लेने और क्षेत्रवासियों से मिलने आए हैं। उन्होंने नरवा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि बड़े सिंचाई प्रोजेक्ट में किसानों के खेत डूब जाते हैं, इसलिए हम छोटे-छोटे स्ट्रक्चर बना रहे हैं। जिसके जरिए पानी रोकते हैं। इससे सतह पर पानी मिल जाता है, साथ ही जल स्तर बढ़ता है। पानी रोकने से जमीन में नमी बनी रहती है। आज जरूरी है कि सभी नरवा में पानी रोका जाए ताकि किसान के साथ पशु-पक्षी को पीने के लिए पानी मिले। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गोबर के साथ गोमूत्र की भी खरीदी कर रही है। हम गौमाता की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किसानों से पैरादान करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि गौमाता की सेवा के लिए चारा की भी आवश्यकता होगी इसलिए आप सभी पैरादान जरूर करें।
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में श्रीमती हेमलता ने मुख्यमंत्री को बताया कि गौठान बनने से रोजगार के अवसर बढ़े हैं। लोगों को स्थानीय स्तर पर ही काम मिलने से गांवों से पलायन रुका है। हेमलता की मांग पर मुख्यमंत्री ने उनकी बेटी वर्षा कुमारी ठाकुर की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके इसलिए छात्रावास की व्यवस्था के निर्देश अधिकारियों को दिए।
श्रीमती नरबाई के बच्चों की पढ़ाई के लिए एक लाख रुपए देने की घोषणा
नयापारा कला की श्रीमती नरबाई बघेल ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके पति की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हो गई और उन्हें कोरोना मुआवजा नहीं मिला है, जिसे गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को तत्काल राहत देने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने श्रीमती नरबाई के बच्चों को पढ़ाने के लिए एक लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। ग्राम घोंच निवासी दिव्यांग लाभार्थी ने बताया कि गांव में हाट बाजार क्लिनिक की गाड़ी आती है। मुफ्त में इलाज होता है, दवाई भी मुफ्त मिलती है, जांच का भी पैसा नहीं लगता है। हितग्राही ठाकुर राम को साढ़े 3 एकड़ का वन अधिकार पट्टा मिला है, पट्टा मिलने से शासन की सभी महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ मिलने लगा है। श्री किशोर सोनवानी ने बताया कि उन्होंने घरेलू उपयोग के लिए लगाए गए धान में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया है। जिससे उत्पादन अच्छा हुआ और फसल में किसी भी प्रकार की बीमारी की शिकायत नहीं आयी। मुख्यमंत्री ने श्री किशोर की पहल की सराहना करते हुए कहा कि रासायनिक खाद से भूमि की उर्वरता खत्म हो रही है। हम सभी को धरती माता की सेवा करनी है इसलिए अधिक से अधिक वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करना है।
चंद्रभान साहू का 85 हजार रुपये का कर्ज हुआ माफ
श्रीमती नंदिनी ने छत्तीसगढ़िया ओपलम्पिक को लेकर बात की, उन्होंने कबड्डी में संभाग स्तर पर जीत दर्ज की है, अपने ससुराल में जाने के बाद कबड्डी खेलना शुरू किया है। उन्होंने बताया कि एक 60 साल की महिला गेड़ी में फर्स्ट आई है महासमुंद में। उनकी बात सुनकर मुख्यमंत्री ने नंदिनी की तारीफ़ की। लेखराम दीवान ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे राजीव युवा मितान क्लब के समन्वयक हैं। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजनों के बारे में जानकारी दी। किसान चंद्रभान साहू ने बताया कि 85 हजार रुपये का कर्ज माफ हुआ है। योजना के लाभ से मिले पैसे से छोटी बेटी की शादी की और एक गाड़ी भी ले ली है। बेटा आईटीआई में पढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए अनेक घोषणाएं कीघोंच में उप स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र नर्रा का पीएचसी में उन्नयन
मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात में बगारपाली तालाब के सौंदर्यीकरण, ग्राम पंचायत बगारपाली के लिये नये भवन के निर्माण, कोमाखान में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू करने, ग्राम कोमाखान में शहीद वीर नारायण सिंह जी की प्रतिमा स्थापित करने, गड़बेड़ा-सिंधुपाली-परसापाली मार्ग और पुल-पुलिया निर्माण की स्वीकृति, हनुमानडीह जलाशय और ठाकुरदिया जलाशय के शीर्ष कार्य मरम्मत, नहरों की रिमॉडलिंग, लाइनिंग और मरम्मत कार्य की स्वीकृति की घोषणा की।
इसी प्रकार उन्होंने शासकीय महाविद्यालय बागबाहरा में ओपन स्टेडियम, उप स्वास्थ्य केन्द्र नर्रा का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन, बगारपाली से तेंदुकोना पक्की सड़क निर्माण, कौहाकूड़ा से खुसरूपाली सड़क निर्माण, बगारपाली में राजीव गांधी सेवा केंद्र भवन, खुसरूपाली में मंगल भवन, कौहाकूड़ा हाई स्कूल का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जहान सिंह के नाम पर करने और घोंच में उप स्वास्थ्य केंद्र की घोषणा की।
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महासमुंद : किसान चंद्रभान साहू ने बताया कि 85 हजार रुपये का कर्ज माफ हुआ है। योजना के लाभ से मिले पैसे से छोटी बेटी की शादी की और एक गाड़ी भी ले ली है। बेटा आईटीआई कॉलेज में पढ़ रहा है।उनकी बात सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा- चंद्रभान जी ने खेती से बेटी की शादी की है और बच्चों को पढ़ा रहे हैं, यह बहुत खुशी की बात है।यहाँ देखे विडियो :-(वीडियो) किसान जयराम वर्मा ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी 3.5 एकड़ की खेती है। उन्हें राजीव किसान न्याय योजना का लाभ मिल रहा है। भेंट-मुलाकात : खल्लारी विधानसभा, ग्राम-बगारपाली राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना से लाभान्वित हितग्राही श्री पटेल ने बताया कि वे हल्दी, मिर्ची बेचकर अपना गुजारा करते हैं। अब इस योजना के तहत राशि सीधे खाते में आ रही है।
मुख्यमंत्री ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। इसी तरह से परिवार आगे बढ़ता है। भेंट-मुलाकात : खल्लारी विधानसभा, ग्राम-बगारपाली मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े नाला प्रोजेक्ट में किसानों के खेत डूब जाते हैं। हम छोटे-छोटे स्ट्रक्चर बना रहे हैं। इसके जरिए पानी रोक-रोक कर लाते हैं। इससे सतह पर पानी मिल जाता है साथ ही जल स्तर बढ़ता है।
पानी रोकने से जमीन में नमी बनी रहती है। आज जरूरी है कि सभी नरवा में पानी रोका जाए ताकि किसान के साथ पशु-पक्षी को पीने के लिए पानी मिले। उन्होंने कहा कि हरिशंकर परसाई ने कहा है कि पूरी दुनिया में गाय दूध देने काम करती है, अकेले हिंदुस्तान में गाय वोट देने का काम करती है। हमने गाय की सेवा का कार्य किया है। हम गोमूत्र खरीद रहे हैं, गोबर खरीद रहे हैं।
गोबर और गोमूत्र खरीदने से जो तो दुधारू गाय नहीं है उन्हें भी लोग रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरवा की सेवा करना है । गोबर बेचना है तो उसे बांधकर रखना होगा, चारा खिलाना पड़ेगा, इसलिए आप सभी से निवेदन है कि पैरादान जरूर करें। ग्रामीण हेमलता ने मुख्यमंत्री को बताया कि गौठान बनने से रोजगार के अवसर बढ़े हैं, गांवों से पलायन रुका है, क्योंकि लोगों को काम मिल रहा है।
हेमलता की मांग पर मुख्यमंत्री ने बेटी वर्षा कुमारी ठाकुर की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके इसलिए छात्रावास की व्यवस्था के लिए घोषणा की। -
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महासमुंद : विधानसभा - बसना एवं जिला - महासमुंदगोपालपुर. बसना को अनुविभागीय कार्यालय का दर्जा।. शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गोपालपुर भवन का उन्नयन।. ग्राम मेमरा हाईस्कूल का हायर सेकंडरी स्कूल में उन्नयन।. ग्राम लाखागढ़ से राजा सवइय्या कला तक सड़क निर्माण।. देवगांव जलाशय नहर जिर्नोद्धार एवं नहर लाईनिंग कार्य ।. पिथौरा नगर पंचायत में गौरव पथ निर्माण।. बाघ नदी में एनीकट निर्माण।. ग्राम पंचायत भोकलूडीह में नवीन प्राथमिक स्कूल भवन की घोषणा।. ग्राम पंचायत के सरपंच को वन अधिकार पत्र के लिए अतिशीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश।. बसना में बाजार स्थल में चबूतरा शेड का निर्माण।पिरदा
. पिरदा में महाविद्यालय हेतु नया भवन निर्माण कराया जायेगा।. ग्राम पिरदा में उप तहसील खोली जायेगी।. ग्राम पंचायत सांकरा एवं पिरदा का नगर पंचायत में उन्नयन किया जायेगा।. सांकरा परस्रावानी मार्ग से रिखा दादर तक सड़क निर्माण कराया जायेगा।. कुडेकेल नाला में नवीन पुल का निर्माण कराया जायेगा।. ग्राम सांकरा और पिरदा में स्वामी आत्मानंद स्कूल खोला जायेगा ।. नगर पंचायत बसना में गौरव पथ का निर्माण किया जायेगा।बसना. अघरिया समाज को ग्राम पैता में विभिन्न विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रूपए मंजूर किए।. कलार समाज को कन्या छात्रावास के लिए जमीन होने पर 20 लाख रूपए।. फुलझर में तेली समाज के सामाजिक भवन के लिए 20 लाख रूपए।. ब्राम्हण समाज पिथौरा के लिए 20 लाख रूपए।. मसीह समाज जगदीशपुर के लिए 20 लाख रूपए।. मुस्लिम समाज बसना के लिए 15 लाख रूपए।. सरपंच ग्राम किसनपुर की मांग पर विकास कार्यों के लिए 15 लाख रूपए।. पिथौरा में मुस्लिम समाज के कब्रिस्तान में बाउंड्रीवाल हेतु फेंसिंग और जमात खाना के लिए 10 लाख रूपए।. ब्राम्हण समाज बसना के लिए 10 लाख रूपए।. कैथोलिक चर्च और मेनोनाइट चर्च के ट्रस्ट के लिए 10 लाख रूपए स्वीकृत किए। -
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राज्य सरकार के चार साल पूरे होने पर होंगे कई आयोजन
जनता के नाम संदेश देंगे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
गौठानों, प्राथमिक सहकारी सोसायटी, धान खरीदी केंन्द्रो में दी जाएगी सरकारी योजनाओं की जानकारी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार के 04 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर 17 दिसंबर को शासन द्वारा छत्तीसगढ़ गौरव दिवस का आयोजन किया जाएगा। इस दिन राज्य के सभी गौठानों, सहकारी सोसायटी परिसरों, धान खरीदी केंद्रों, तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्रों, वनोपज प्रबंधन समितियों के कार्यालय स्थलों, सभी जिलों में संचालित हाट-बाजारों, नगरीय क्षेत्रों के वार्डों में कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारियां दी जाएंगी। सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल राज्य की जनता के नाम संदेश भी देंगे।
छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के आयोजन की जो रूपरेखा तैयार की गई है, उसके अनुसार राज्य के सभी गौठानों में 17 दिसंबर 2022 को सुबह 11 बजे किसानों, गौठान समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों, पशुपालकों, भूमिहीन मजदूरों, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय निकायों के सदस्यों, राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों सहित स्थानीय निवासियों को आमंत्रित किया जाएगा एवं शासन द्वारा विगत 04 वर्षों में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हासिल की गई उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही शासन की प्रमुख योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।दोपहर 3 बजे प्राथमिक सहकारी सोसायटी परिसर, धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों को आमंत्रित करके शासन की कृषि संबंधी प्रमुख योजनाओं जैसे कि ब्याज मुक्त ऋण योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना इत्यादि की जानकारी उन्हें दी जाएगी। प्रदेश के वन क्षेत्रों में इसी दिन सुबह 11 बजे तेंदुपत्ता संग्रहण केन्द्रों एवं वनोपज प्रबंधन समिति के कार्यालय स्थलों पर भी किसानों एवं मजदूरों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। सभी जिलों में संचालित हाट बाजार स्थलों में भी लोगों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारियां दी जाएंगी।नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर सुबह 11 बजे से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इनमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वार्ड के निवासियों को आमंत्रित करते हुए शासन की 4 वर्षों की उपलब्धियों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने 17 दिसंबर 2018 को कामकाज शुरू किया था। सरकार बनने के दो घंटे के भीतर ही ढाई हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने, किसानों का कर्ज माफ करने, सिंचाई कर माफ करने जैसे वादे शासन ने पूरे कर दिए। सरकार ने उस वर्ष 2500 रुपए क्विंटल की दर से 80.37 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी की थी। इसके बाद राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत करते हुए किसानों को फसलों पर इनपुट सब्सिडी देने की व्यवस्था की गई। इस योजना के लागू होने के बाद हर साल किसानों की संख्या, खेती के रकबे और धान खरीदी की मात्रा में बढ़ोतरी होती गई। वर्ष 2019-20 में 84 लाख मीटरिक टन, 2020-21 में 92 लाख मीटरिक टन, 2021-22 में 98 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी हुई। इस साल 110 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत चार सालों में अब तक 16,401 करोड़ 45 लाख रुपए की इनपुट सब्सिडी का भुगतान किया जा चुका है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना का दायरा बढ़ाते हुए अब इसमें खरीफ की सभी फसलों, उद्यानिकी फसलों, वृक्षारोपण और कोदो-कुटकी-रागी को भी शामिल कर लिया गया है। अपने कार्यकाल की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार ने 17 लाख 82 हजार किसानों पर बकाया 9270 करोड़ रुपए का कृषि ऋण माफ कर दिया था। इसी तरह 17 लाख से अधिक किसानों पर वर्षों से बकाया 244 करोड़ 18 लाख रुपए का सिंचाई कर भी दो घंटे के भीतर माफ कर दिया। इसके बाद वर्ष 2018 से जून 2021 तक का 80 करोड़ रुपए का और बकायासिंचाई कर भी माफ कर दिया गया। इसी तरह सरकार ने अपना एक और वादा पूरा करते हुए बस्तर के लोहंडीगुड़ा में 1707 किसानों की 4200 एकड़ अधिग्रहित भूमि लौटा दी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा देते हुए सुराजी गांव योजना की शुरुआत की, इसके अंतर्गत संचालित नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का आधार बना। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार ने महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के लक्ष्य को भी हासिल किया। न्याय योजनाओं की श्रृंखला की शुरुआत करते हुए राज्य में गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना जैसी योजनाएं भी लागू की गईं। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत 2 रुपए किलो में गोबर और 4 रुपए लीटर में गौमूत्र की खरीदी करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बना। राज्य में सुराजी गांव योजना के गरवा घटक के तहत निर्मित 9 हजार 619 से अधिक गौठानों में गोधन न्याय योजना के साथ-साथ आजीविका मूलक गतिविधियों की भी शुरुआत की गई, इससे हजारों की संख्या में महिला स्व सहायता समूहों की सदस्यों को रोजगार मिला। रीपा योजना की शुरुआत करते हुए 300 गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में उन्नत किया जा रहा है। वन क्षेत्रों के निवासियों को उनके अधिकार दिलाने के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण दर 2500 रुपए मानक बोरा से बढ़ाकर 4000 रुपए मानक बोरा कर दी गई। इसी तरह समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले लघु वनोपजों की संख्या 07 से बढ़ाकर 65 कर दी गई। वनक्षेत्रों में लघु वनोपजों के संग्रहण के साथ-साथ उनके वैल्यू एडीशन और प्रसंस्करण के माध्यम से भी सैकड़ों की संख्या में रोजगार के नये अवसरों का निर्माण किया गया। -
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भेंट-मुलाकात कार्यक्रम: ग्राम पिरदा,विधानसभा-बसना जिला महासमुंद
महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाक़ात के दौरान बसना के ग्राम पिरदा निवासी आदिवासी किसान श्री राजेश सिदार के घर पहुंचकर भोजन किया। श्री सिदार के घर मुख्यमंत्री ने स्थानीय व्यंजनों से भरपूर छत्तीसगढ़ी पारंपरिक भोजन का स्वाद लिया।मुख्यमंत्री को किसान श्री सिदार के यहाँ कांसे की थाली में लाल भाजी, टमाटर चटनी, हाथ से पिसा मूंग दाल का बड़ा एवं छत्तीसगढ़िया व्यंजन परोसा गया। इस दौरान गृह मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, बसना विधायक श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह एवं उनके साथ श्री राजेश सिदार ने भी भोजन किया।
यहां मुख्यमंत्री श्री बघेल को छोटी बच्ची ने भोजन परोसा इस पर मुख्यमंत्री ने स्नेहपूर्वक उसे थैंक्यू कहा। भोजन करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने किसान श्री केदार के परिवार के सभी लोगों से मुलाकात की और उन्हें उपहार भेंट किया। -
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महासमुंद : मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत चार क़िस्त में राशि दी गई, किसानों को राशि सीधे अकाउंट में दिया गया ।17 को शपथ लिये थे, चार साल होने में तीन चार दिन बचे हैं। उन्होंने कहा कि शपथ के बाद सीधे मंत्रालय गए, बैठक लेकर कर्ज माफी और समर्थन मूल्य का निर्णय लिया।
हमने पहले निर्णय में 19 लाख किसानों के 9 हजार 50 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया। भले ही केंद्र सरकार मदद करे या न करे पर जो वादा हमने किया, उसे पूरा करने का कार्य भी कर रहे हैं।किसानों के जरूरत के अनुसार भी उन्हें राशि दे रहे हैं, जिनका उपयोग त्यौहार, शादी आदि में हो रहे हैं।
भेंट-मुलाकात : विधानसभा बसना, ग्राम गोपालपुर
यहाँ देखे विडियो :-(वीडियो) कपूरचंद यादव ग्राम गोपालपुर ने मुख्यमंत्री से कहा कि कभी नहीं सोचा था कि गोबर 2 रुपये किलो में विक्रय होगा, उसने बताया कि अब तक 50 क्विंटल से ज्यादा गोबर बेच लिया हूँ।
भेंट-मुलाकात : विधानसभा बसना, ग्राम गोपालपुर हाट बाजार क्लिनिक योजना से लाभान्वित श्री कबीर साहू खैरखूँटा ने बताया कि योजना का लाभ मिल रहा है, हर शुक्रवार को बाजार में गाड़ी आती है। ब्लड टेस्ट, दवाइयां और डॉक्टरी सलाह निःशुल्क मिल रहा है।भेंट-मुलाकात : विधानसभा बसना, ग्राम गोपालपुर घसियाराम यादव ने कहा कि राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की 2 क़िस्त मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंच रहा है, हम मजदूर को सात हजार दे रहे हैं।विधानसभा बसना, ग्राम गोपालपुर(वीडियो) मुख्यमंत्री से बात करते हुए गौठान समिति के अध्यक्ष ने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट 17 हजार क्विंटल बनाया गया है, एक लाख 70 हजार का विक्रय किया है।