कोरिया : (सफलता की कहानी) बिहान योजना के तहत आजीविका संवर्धन गतिविधि में साक्षर महिला स्व-सहायता समूह को वर्मी एवं खाद उत्पादन से हुई 45 हजार तक की आय
कोरिया : धीरे-धीरे कदम आगे बढ़ाते हुए शासकीय सहयोग एवं प्रोत्साहन के जरिए कोरिया जिले में स्व-सहायता समूह की महिलाएं अपनी सफलता की कहानी लिख रही हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में सक्षम हो रही है।

ऐसी ही कहानी है जनपद पंचायत सोनहत के अंतर्गत ग्राम पंचायत पोंड़ी के साक्षर महिला स्व-सहायता समूह की, जिनके द्वारा वर्मी यानि केंचुआ एवं वर्मी खाद उत्पादन का कार्य किया जा रहा है।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ’’बिहान’’ योजनांतर्गत ग्राम पंचायत पोंड़ी में साक्षर महिला स्व-सहायता समूह द्वारा आजीविका गतिविधियों के रूप में वर्मी खाद उत्पादन किया जा रहा है। वर्मी एवं वर्मी खाद उत्पादन से समूह को अब तक कुल 45 हजार रूपए की आमदनी हुई है।

एनआरएलएम बिहान के जिला मिशन प्रबंधक श्री रामेन्द्र गुर्जर बताते हैं कि ’’बिहान’’ योजना के तहत समूह के सदस्यों द्वारा खाद उत्पादन गतिविधि का कार्य का जा रहा है, जो वर्ष 2019-20 में शुरू किया गया। इसमें लागत राशि 30 हजार रूपए थी।
अथक मेहनत और टीम वर्क करते हुए साक्षर समूह द्वारा विकासखण्ड के अन्य समूहों की तुलना में सबसे ज्यादा खाद उत्पादन के काम किया है। इसके साथ ही समूह द्वारा वर्मी (केंचुआ) का भी उत्पादन किया जा रहा है। जहां समूह के द्वारा अब तक कुल 25 क्विंटल वर्मी खाद तैयार किया गया है।
जिसमें 17 क्विंटल खाद के विक्रय से 13 हजार रूपए से अधिक की राशि प्राप्त हुई है। वहीं वर्मी (केचुआ) का भी 250 किलो लगभग उत्पादन किया गया है। जिसमें 60 किलो वर्मी के विक्रय से 18 हजार रूपए तक की आमदनी हुई है।
साक्षर महिला स्व-सहायता समूह द्वारा विकासखण्ड के अन्य गोठानों में वर्मी की सप्लाई भी शुरू की गई है, जिससे उन्हें अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही वर्मी खाद निर्माण से उत्पादित जैविक कीटनाशक की पैकिंग कर एनपीएम शॉप के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
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