कोरिया : पंचायत को मिला नया आर्थिक स्त्रोत
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया : ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती विपुनलता सिंह बताती हैं कि साल 2015 में जब गर्मियों में पानी की किल्लत हुई थी, तब पंचायत ने तालाब के गहरीकरण का कार्य प्रस्तावित किया था। तब महात्मा गांधी नरेगा से चार लाख 40 हजार की लागत से इसके गहरीकरण का कार्य स्वीकृत किया गया।
इस कार्य से गांव में मनरेगा श्रमिकों को फरवरी से जून 2016 तक रोजगार मिला और गांव के पुराने जलस्रोत का पुनरूद्धार भी हो गया। तालाब के गहरीकरण के बाद वर्षा ऋतु में यह पानी से लबालब भर गया। इसके बाद पंचायत ने अपने आय के स्रोत बढ़ाने के लिए इसे ठेके पर देने का निर्णय लिया।
इस तालाब के किनारे रहने वाले गांव के ही आदिवासी किसान श्री अमीर सिंह ने इसके लिए सर्वाधिक बोली लगाई और तालाब को 23 हजार रूपए की राशि में 10 सालों की लीज में पंचायत से प्राप्त किया।
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