सूरजपुर मध्यान्ह भोजन के जगह दिया जा रहा सूखा राशन व सोयामिल्क, शालाओं में भीड़ को देखकर प्रशासन ने लिया निर्णय
{सुभाष गुप्ता}
क्षकों द्वारा घर-घर पहुंचा कर समाग्री वितरण के साथ जागरूकता अभियान का कर रहे विस्तार {
अबतक प्राथमिक व मिडिल के 74946 को किया जा चुका है लाभांवित
सूरजपुर 04 अपै्रल 2020/ राज्य सरकार के निर्देश पर प्रदेश भर में आज स्कूली छात्रों को सूखा राशनवितरित किया जा रहा है। इस दौरान शिक्षकों और अभिभावकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के गाइड लाइन का सख्ती से पालन किया जा रहा है। इसके लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देशन में लॉकडाउन के अवधि में 03 अप्रैल सेंजिलें में कक्षा पहली सें आठवीं तक के छात्रों को मध्याह्न भोजन की सूखीसामिग्रीडोर टू टोर पहुंचाने की मुश्किल चुनौती की शीर्ष अधिकारी डीएमसी शशिकांत सिंह जिला शिक्षा अधिकारी विनोद राय सहित अन्य अधिकारी लगातार मानिटरिंग कर रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य लाकडाउन के अवधि में नौनिहालों के शारीरक विकास में सबसे अहम भूमिका निभाने वाला मिड डे मिल का सूखा अनाज सोयामिल्कपिलाया जा रहा है। उक्त संबंध में डीएमसी शशिकांत सिंह ने बताया है कि जिले के ओड़गी, भैयाथान, प्रेमनगर, प्रतापपुर, सूरजपुर, रामानुजनगर ब्लॉक के शिक्षको द्वारा सूखे मध्यान्ह भोजन का पैकेट बनाया और मास्क लगा कर ठेला,मोटरसायकल,चार पहियावाहनो में खाद्यान रखकर पंचायतों के हर मोहल्ले, पारा व बस्ती में वितरण के लिए रवाना किया गया है। खाद्यान्न वितरण के दौरान शिक्षको द्वारा घर-घर जाकर सुरक्षित तरीके से समाग्रीयां उपलब्ध कराने के साथ बच्चों को सुगंधित पौष्टिक सोया दूध भी पिलाया जा रहा है। इसके साथ साथ छात्रों व परिवार के सदस्यों कोरोना वायरस के खतरे और उससे बचाव के तरीकों से अवगत कराया जा रहा है। यह घर पहुंच सुविधा को तब तक जारी रखा जाएगा जबतक हर बच्चे तक राशन ना पहुंच जाये।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री श्री भूपेशबघेल जी के निर्देश पर 30 अप्रैल तक कुल 40 दिन की अवधि तक का मिड डे मील के तहत मध्यान्ह भोजन की सामिग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। यह मध्यान्ह भोजन 40 दिन का सूखा दाल और चावल बच्चों के पालकों को स्कूल से प्रदाय के साथ प्रति दिवस 100 मिली. सोयामिल्क षिक्षकों की उपस्थिति में पिलायें जाने के निर्देष दिये गये हैं। प्राथमिक शाला के प्रत्येक बच्चे को 4 किलोग्राम चावल और 800 ग्राम दाल तथा उच्चतर माध्यमिक शाला के प्रत्येक बच्चे को 6 किलोग्राम चावल और 1200 ग्राम दाल दिया जाना है। उन्होंने बताया की जिले में प्राथमिक स्कूलों की सँख्या 1412 है, जिनमें 65743 छात्र पढ़ रहे हैं। उसी तरह मिडिल स्कूल में 564 हैं, जिनमें 35895 छात्र पढ़ रहे हैं। प्राथमिक और मिडिल स्कूलों को मिलाकर कुल 97638 छात्र हैं। इनमें से आज शाम तक प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों के कुल 74946 छात्रों को घर-घर में जाकर राशन प्रदान किया जा चुका है। शेष छात्रों को आने वाले दिनों में शत् प्रतिशत वितरण का लक्ष्य रखा गया हैं।
समाचार क्रमांक 09/अजीत/2020/फोटो 01, 02
Leave A Comment