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कोरिया  जिला प्रशासन जी-जान से जुटा है जिले में लॉकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों व प्रदेश के अन्य जिलों के फंसे लोगों को घर जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए

 

  कोरिया 15 अप्रैल 2020/ लॉकडाउन अवधि के दौरान देश के विभिन्न राज्यों व प्रदेश के अन्य जिलों के श्रमिक एवं नागरिक कोरिया जिले में फंसे हुए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न इस संकट की स्थिति में सभी लोगों को मूलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराने हेतु कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा समुचित उपाय किये जा रहे हैं। जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ़, खड़गवां एवं भरतपुर में राहत शिविर बनाये गये हैं। जहां सभी लोगों को घर जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पूरा जिला प्रशासन जी-जान से जुटा हुआ है। भोजन एवं रहने की व्यवस्था के साथ ही समय-समय पर मेडिकल टीम के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। राहत शिविरों में नियमित रूप से साफ-सफाई, सैनीटाईजेशन, मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।          

       जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ़, खड़गवां एवं भरतपुर में स्थित इन राहत शिविरों में 250 से भी अधिक श्रमिक एवं नागरिक ठहरे हुए हैं। विकासखंड बैकुण्ठपुर में स्थित मानस भवन के राजस्व शिविर में 10 लोग एवं उप तहसील पटना में स्थित सामुदायिक भवन राहत शिविर में 36 लोग ठहरे हुए हैं। इसके साथ ही एसईसीएल द्वारा पंडोपारा स्थित सामुदायिक भवन में 51 लोग एवं बुढ़ार स्थित हाई स्कूल भवन को राहत शिविर में तब्दील किया है जहां 10 लोग ठहरे हैं। विकासखंड मनेन्द्रगढ़ में भी चार राहत शिविर बनाये गये हैं जिनमें सामुदायिक भवन खोंगापानी में 08 लोग, सामुदायिक भवन लाई में 39 लोग, माध्यमिक शाला कठौतिया में 14 लोग एवं उप तहसील केल्हारी में स्थित राहत शिविर में 08 लोग शामिल हैं।
      विकासखंड खड़गवां के अंतर्गत दुबछोला स्थित ग्राम पंचायत भवन राहत शिविर में 45 लोग एवं खड़गवां के सामुदायिक भवन राहत शिविर में 22 लोग रह रहे हैं। इसी तरह विकासखंड भरतपुर के देवगढ़ स्थित सामुदायिक भवन को राहत शिविर के रूप में तैयार किया गया है जहां 21 लोग ठहरे हैं। राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। शिविर में रहने वाले लोगों से बात करने पर उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तत्परता एवं सहयोग से वे यहां घर जैसा महसूस कर रहे हैं।
      कलेक्टर श्री सिंह स्वयं शिविर में रह रहे लोगों से मुलाकात कर उनके हाल-चाल का जायजा लेते हैं एवं मूलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं। भोजन एवं रहने की व्यवस्था के साथ ही राहत शिविरों में निवासरत लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु जिले के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा सुरक्षात्मक उपायों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
 

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