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 दुर्ग : जल जनित बीमारी पीलिया से बचाव के लिए निगम ने 308384 नग क्लोरीन टेबलेट का किया वितरण, प्रतिदिन हो रही पानी सैंपल की जांच
दुर्ग : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 308384 नग क्लोरीन टेबलेट का वितरण किया जा चुका है इसके साथ ही प्रतिदिन पानी की शुद्धता की जांच की जा रही है। विभिन्न जल स्रोत जैसे कुआं, बोर, टंकी, हस्त पंप आदि के पानी का सैंपल जोन द्वारा लेकर 77 एमएलडी जल शोधन संयंत्र के लैब में भेजकर परीक्षण किया जा रहा है परीक्षण उपरांत दूसरे दिन ही परीक्षण की रिपोर्ट जोन को प्रेषित की जा रही है ताकि इसके अनुसार पानी शुद्धिकरण के उपाय अपनाया जा सके। जोन क्रमांक 2 के वार्ड क्रमांक 19 क्षेत्र के एक महिला की पीलिया रिपोर्ट पॉजिटिव आने की खबर प्राप्त हुई है, इस महिला के घर में 5 सदस्य इनके साथ रहते हैं, इनके अन्य सदस्यों की स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा परीक्षण करने उपरांत पीलिया के लक्षण नहीं पाए गए । वार्ड क्रमांक 19 में महिला जहां से पानी का उपयोग करती है वही लगभग 50 परिवार भी इसी पानी का उपयोग पेयजल के लिए करते हैं इसके अतिरिक्त भागीरथी नल जल योजना से प्राप्त नल कनेक्शन भी घरों में लगा हुआ है। परंतु केवल इसी महिला में पीलिया पॉजिटिव पाया गया है जोन 2 के कार्यपालन अभियंता बीके देवांगन ने बताया कि आसपास के अन्य 40-50 परिवारों से भी जानकारी प्राप्त की गई है जिसमें पीलिया से संबंधित लक्षण की किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने की जानकारी मिली है। दिनांक 10 अप्रैल को महिला के यहां क्लोरीन टेबलेट का वितरण किया गया था और आज भी किया गया, इस क्षेत्र में पानी के शुद्धिकरण के लिए क्लोरीन टेबलेट का वितरण भी घर-घर किया जा चुका है। यह परिवार जहां से पानी लेता है उस पानी की सैंपल की जांच 10 अप्रैल को की गई थी और रिपोर्ट में पीने योग्य पानी प्राप्त हुई थी, यहां के आसपास के क्षेत्रों के 20 से अधिक जल स्रोतों के पानी के सैंपल लेकर परीक्षण किए जा रहे हैं। प्रत्येक 15 दिवस में पानी की दोबारा जांच लैब में एवं कीट के माध्यम से की जा रही है और प्राप्त परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर शुद्धीकरण का कार्य किया जा रहा है। पानी टंकियों का भी सैंपल लिया जा रहा है इसके साथ ही जल शोधन संयंत्र के पानी की तीन बार जांच की जाती है। पाइपलाइन लीकेज का निरीक्षण कर संधारण किया जा रहा है। शुद्ध पेयजल प्रदाय करने के लिए निगम भिलाई द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और यह भी बताया जा रहा है कि जल जनित बीमारी पीलिया से बचाव के लिए पानी को छानकर एवं उबालकर उपयोग में लावे, पीलिया से बचाव के लिए जागरूकता संबंधी पंपलेट भी चस्पा किया जा रहा है।

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