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जिले की खराब हो चुकी सड़कों के निर्माण तथा मरम्मत के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने ली बैठक

 

 

 

 

कोरबा 28 अपे्रल 2020/ कोरोना संक्रमण के बाद के हालातों में भी जिले की खराब हो चुकी सड़कों के निर्माण तथा मरम्मत के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अपने प्रयास कम नहीं किये हैं। उन्होंने आज फिर एनएच पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई, स्टेट पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई सहित राज्य सड़क विकास निगम के अधिकारियों की बैठक लेकर सड़क निर्माण तथा मरम्मत के कामों को जल्द से जल्द शुरू करने पर गहन विचार विमर्श किया। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पतरापाली-कटघोरा तथा कोरबा-चांपा मार्ग सहित चार सड़कों की मरम्मत के लिए राज्य शासन द्वारा स्वीकृति मिल गई है और इन सड़कों के लिए निविदा भी खोलकर कार्यकारी एजेंसी तय कर दी गई है। कलेक्टर ने इस पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए तत्काल काम शुरू करने के लिए ठेकेदारों से सभी औपचारिकताएं एक सप्ताह के भीतर पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर की इस महत्वपूर्ण बैठक में सड़कों के निर्माण और मरम्मत का काम पाने वाले ठेकेदारों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए और उन्होंने कोरोना संक्रमण के कारण काम शुरू करने में होने वाली व्यवहारिक परेशानी से कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने इन सभी परेशानियों को दूर कर जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कराने के लिये निर्माण एजेंसियों को सभी जरूरी सहायता और समन्वय करने के निर्देश दिए।   बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सड़कों के निर्माण और मरम्मत के काम में लगने वाले टेक्निशियनों, इंजीनियरों, दक्ष एवं अनुभवी श्रमिकों सहित ठेकेदारों के अन्य स्टाफ को कार्य स्थल तक आसानी से पहुंचाने के लिए जरूरी अनुमतियां अगले दो दिनों में जारी कर दी जायें। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि सड़क निर्माण एवं मरम्मत के काम में लगे सभी कामगारों को एक ही स्थान पर शिविर बनाकर रखने की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की होगी। इस दौरान काम करने वाले सभी कामगार कोविड-19 के नियंत्रण के लिये जारी शासकीय दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करेंगे। उनके रहने, खाने-पीने आदि सभी व्यवस्थाएं निर्धारित स्थान पर ठेकेदार को ही करनी होगी। कलेक्टर को ठेकेदारों के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके अधिकांश कामगार मध्य प्रदेश या उत्तर प्रदेश से काम करने आयेंगे। कलेक्टर ने इस पर निर्देशित किया कि ऐसे सभी बाहर से आने वाले कामगारों के लिए सूची तैयार कर आगमन अनुमति प्राप्त करें। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाहर से आने वाले सभी कामगारों का सबसे पहले सूची अनुसार सत्यापन कर कोरोना संक्रमण की जांच कराई जाये। ऐसे सभी कामगारों को स्थानीय लोगों से बिलकुल अलग रखा जाये। सभी की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें सड़क निर्माण के काम में लगाया जाये। कलेक्टर ने मुनगाडीह पुल निर्माण के लिए भी चयनित ठेकेदार को जल्द से जल्द काम शुरू करने के निर्देश दिए। भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस पुल निर्माण के लिए भी बाहर के ठेकेदार को काम मिलने की जानकारी कलेक्टर को दी। कलेक्टर ने पुल निर्माण के लिए सभी जरूरी इंतजाम लेबर आदि की व्यवस्था निर्धारित प्रक्रिया के हिसाब से जल्द से जल्द करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देशित किया कि लाॅक डाउन के कारण जिले के औद्योगिक संस्थानों में सड़क निर्माण से संबंधित दक्ष एवं अनुभवी जिन कामगारों को वर्क आफ में रखा गया है, उन्हें यहां उपयोग किया जा सकता है। श्रीमती कौशल ने ऐसे सभी वर्क आफ कामगारों की जानकारी श्रम पदाधिकारी से दो दिनों में उपलब्ध कराने को कहा। संबंधित ठेकेदार अपनी जरूरत के हिसाब से इन कामगारों में से भी  श्रमिक लेकर सड़क निर्माण का काम जल्द शुरू कर सकते हैं। इन सड़कों को मिली मंजूरी- 1.कोरबा-कटघोरा मार्ग पर छुरी में लगभग ढाई किलोमीटर के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत एवं उन्नयन राशि सात करोड़ 24 लाख रूपये, 2. पतरापाली-कटघोरा मार्ग पर पाली शहर में ढाई किलोमीटर सड़क के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत और उन्नयन राशि आठ करोड़ 60 लाख, 3. पतरापाली-कटघोरा मार्ग पर किलोमीटर  46 से 48 और किलोमीटर 51 से 80 के बीच लगभग साढ़े नौ किलोमीटर क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत एवं उन्नयन राशि 16 करोड़ 97 लाख, 4. चांपा-कोरबा मार्ग पर चांपा जिले की सीमा से उरगा रिलेक्स इन होटल तक लगभग 24 किलोमीटर सड़क मरम्मत एवं उन्नयन राशि 14 करोड़ 69 लाख रूपये।

 
 
 

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