मोर गांव मोर पानी अभियान, जनसहयोग से बना लक्ष्य से अधिक सोख्ता गड्ढ़ों का निर्माण
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पानी बचाने के मुहिम में लोगों में दिखी जागरूकता, श्रमदान से सजे 1 लाख 22 हजार 455 सोख्ता गड्ढ़े
प्रशासनिक नेतृत्व और जनसमान्य की भागीदारी से जलसंरक्षण की पहल
बलरामपुर : कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्षन एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर के नेतृत्व में जिले में मोर गांव मोर पानी अभियान का सुचारू रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जल के पुनरक्षण के लिए जिले में जनभागीदारी और श्रमदान के माध्यम से 1 लाख 22 हजार 455 सोख्ता गड्ढ़ों का निर्माण किया गया।
जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर के द्वारा मैदानी स्तर पर निगरानी ने अभियान को पंचायत स्तर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने लक्ष्य तय कर प्रतिदिन प्रगति की समीक्षा की। गांव में जिला पंचायत सीईओ स्वयं पहुंच सोख्ता गड्ढ़ा निर्माण का अवलोकन किया और ग्रामीणों से संवाद कर अन्य लोगों को भी अभियान में जोड़ने प्रेरित किया साथ ही सोख्ता गड्ढ़ा निर्माण में स्वयं भी भागीदारी दिखाई। मोर गांव मोर पानी अभियान अंतर्गत जिले में 1 लाख 20 हजार सोख्ता गड्ढ़ा निर्माण का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें से जनसहयोग से 1 लाख 22 हजार 455 सोख्ता गड्ढ़ों का निर्माण किया गया। आमजनों ने भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई। ग्राम पंचायतों में लोग सामुहिक रूप से सोख्ता गड्ढ़े बनाने में जुटे। जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में सोख्ता गड्ढ़ा निर्माण कर मोर गांव मोर पानी अभियान में शामिल होने समझाया। परिणाम स्वरूप जनसहयोग और श्रमदान के माध्यम से लक्ष्य से भी अधिक सोख्ता गड्ढ़ा का निर्माण किया गया। अभियान में किसी भी मशीनरी का सहारा न लेते हुए लोगों ने सोख्ता गड्ढ़ा बनाने स्वयं खुदाई की, गड्ढ़ों के चारों ओर स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामाग्रीयों जैसे पत्थर, टूटे ईंट, रेत का उपयोग कर सोख्ता गड्ढ़ा का निर्माण किया गया। प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों एवं समूह की महिलाओं ने भी अपने घर-आंगन में सोख्ता गड्ढ़ा निर्माण में सहभागीता दिखाई। लगातार घटते भूजल स्तर को देखते हुए यह प्रयास गांव की जल समस्या और सिंचाई व्यवस्था को सुधारने सोख्ता गड्ढ़ा दीर्घकालीन समाधान बन सकता है और इससे भूजल स्तर में सुधार की उम्मीद भी बढ़ी है।
अभियान को सफल बनाने जिला पंचायत सीईओ के नेतृत्व में ग्राम पंचायत स्तर पर दीवार लेखन जैसे अन्य गतिविधियां कर जागरूक किया गया। दीवारों पर बारिश का पानी बचाओ भूजल का स्तर बढ़ाओ जैसे स्लोगन तथा जनसंवाद के माध्यम से जलसंरक्षण के महत्व को समझाया गया। पोस्टर, बैनर के माध्यम से अभियान को जन-जन तक पहुंचाया गया। मोर गांव मोर पानी अभियान अंतर्गत सोख्ता गड्ढ़ा निर्माण न केवल जल संकट से निपटने का जरिया है बल्कि गांव में ही जल संरक्षण को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है।
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