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महासमुंद : क्वारंटीन वालों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों के साथ काम करेगा तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम

 

जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केन्द्र ने जारी किया व्हाट्सएप नंबर

पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की है कि क्वारंटीन केन्द्र में किसी कोरोना संदिग्ध व्यक्ति में नशे की लत में होने की वजह से शरीरिक या मानसिक परेशानी के लक्षण दिखें तो तत्काल सूचना दें

महासमुंद 10 जून : राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिले में संचालित तंबाकू नशा-मुक्ति केन्द्र दल, क्वारंटीन केन्द्रों में नशा उन्मूलक जागरूकता लाने के लिए लगातार प्रयासरत है। सीमित मानव संसाधन होने व समय की बचत कर अधिकाधिक संख्या में क्वारंटीन केन्द्रो तक पहुंच बनाने के उद्देश्य से पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की गई है कि वे विशेष कर बाहर से आए प्रवासी श्रमिक वर्ग के कोविड-19 संदिग्ध मरीजों को क्वारंटीन करने के पूर्व फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाकर मादक द्रव्यों की जमा-तलाशी अनिवार्य रूप से ले। ताकि क्वारंटीन केेन्द्रों में किसी भी प्रकार के मादक पदार्थों के साथ प्रवेश ना कर पाए। जिससे कि उनके मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले संक्रमण फैलाव की आशंका भी समाप्त हो जाए। नशा उन्मूलन जागरूकता प्रयासों में गति लाने के उद्देश्य से कार्यक्रम के सामाजिक कार्यकर्ता का दूरभाष क्रमांक 93996-81428 जारी कर अनुरोध किया गया है कि अगर क्वारंटीन केन्द्र में किसी भी कोरोना संदिग्ध मरीज यदिं गुटखा, तंबाकू, गुड़ाखू, बीड़ि, सिगरेट या अन्य किसी भी प्रकार के नशे का आदी होने के लक्षण दिखें, तो संबंधित क्वारंटीन केन्द्र का नाम, गांव सहित पूरा पता एवं वांछनीय जानकारी उक्त दूरभाष क्रमांक पर व्हाट्सएप करें। जैसे ही सूचना प्राप्त होने पर जिला तंबाकू नशा-मुक्ति दल के कर्मचारी यथाशीध्र मौके पर पहुंच कर उन्मूलन संबंधी अभ्यास दोहराएंगे।
इसी कड़ी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे के निर्देशानुसार मंगलवार व बुधवार  09 एवं 10 जून 2020 को जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल के सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा क्रमशः विकासखण्ड पिथौरा व बसना के ग्राम ढांक, साल्हेतराई, भठोरी, एवं पौंसरा के क्वारंटीन केंद्रों में कोरोना वायरस एवं तंबाकू नशा उन्मूलक जागरूकता परामर्श प्रदान करने के दौरान व्यवस्था सम्हाल रहे पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात कर कार्यक्रम की ओर से संदर्भित अपील की गई। बता दें कि इसके लिए सबसे जरूरी है - व्यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने की जागरूकता और नशा छोड़ने की कटिबद्धता वाली प्रबल इच्छा शक्ति होना। यद्यपि, उपचार मुख्यतः किसी नशा-मुक्ति केन्द्र या अन्य स्रोतों के द्वारा संभव है। बावजूद इसके, क्वारंटीन के दिनो में भी विनिवर्तन लक्षणों (विड्राल सिम्टम्स) को ठीक किया जा सकता है। विभिन्न जैविक एवं मनोवैज्ञानिक उपचार पद्धतियों के विकल्प आगे भी जारी रखने के लिए उपलब्ध हैं।

ऐसे सुनिश्चित करें व्यसनी की पहचान

नशीले उत्पदों का सेवन बंद होने से विनिवर्तन लक्षण (विड्राॅल सिम्टम) उत्पन्न होना, जैसेः- हाथ-पैर व शरीर में कंपन या दर्द, अनियमित रक्तचाप, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, गुस्सा, बेचैनी, भारीपन, भूख न लगना आदि। सुबह-शाम, भोजन लेने के पूर्वध्पश्चात या खाली समय में कई बार तंबाकू या निकोटिन आदि की तलब होना। क्वारंटीन की अवधि में अन्य गतिविधियों से विमुख हो कर बार-बार नशीले पदार्थ और उनके जुगाड़ की बातें करना।

शारीरिक व मानसिक दुष्प्रभाव जानते हुए भी नशा करना जारी रखना या कोशिश करने के बावजूद सेवन बंद नहीं कर पाना। मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम वाले भी दे रहे समझाईश इस दौरान राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के योग प्रशिक्षक भी मौजूद रहे, वे अब तक तकरीबन तीस क्वारंटीन केंद्रों में जाकर कोरोना वायरस के चलते महसूस किए जाने वाले तनाव के संबंध में जानकारी देते हुए प्रबंधन एवं सुरक्षा बनाए रखने जानकारी प्रदान कर चुके हैं।

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