पाचन क्रिया को कमजोर करती हैं नकारात्मक विचार
हेल्थ न्यूज़
जब भी हम कोई नकारात्मक विचार करते हैं या उग्र, तनाव में रहता है तब हमारे शरीर के मस्तिष्क में स्थित न्यूरोकेमिकल्स सही तरह से काम नहीं करते लिहाजा पाचन क्रिया सहित शरीर की अन्य क्रिया में भी गड़बड़ी शूरू हो जाती है। इस पीरियड में आंतों में खून की आपूर्ति घट जाती है और एसिड का तनाव बढ़ जाता है। जिससे एसिडीटी, पेट में दर्द, गैस बनना, अपच, कब्ज आदि की समस्या पैदा होती है। अधिक्तर लोग किसी मुसिबत के बारे में सोचकर या फिर किसी जिम्मेदारी से घबराकर नकारात्मक विचारों से घिर जाते हैं तो ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जिसमें पेट में गैस बनना, भोजन का न पचना, कब्ज बनना, भूख न लगना, कमजोरी लगना आदि कई समस्या उत्पन्न होती हैं। हो जाता है। कुछ लोग अपने विचारों को नियत्रित न कर पाने और बार-बार एक ही विचार करने जैसी समस्या से ग्रसित हो जाते है और इस समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए हमेशा डॉक्टर, बैद्य से परामर्श करते रहते है। और काई न कोई दवा का सेवन करते रहना है। फिर भी कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है। दिनों दिन उनकी बीमारी और भी गंभीर हो जाती है। आपको ज्ञात होना चाहिए कि आज मेडिकल साइंस भी मानती है ज्यादा तनाव की स्थिति में पेट में उल तक होने की अधिक संभवना बनी रहती है।


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