दिल में दूरी नहीं, रखें सामाजिक दूरी
रायपुर. 26 मार्च 2020। कोरोनावायरस (कोविड-19) संक्रमण फैलाव के इस संकट भरे
माहौल में देश के नागरिकों को सजग और सतर्क होना जरुरी है। कोरोना वायरस के फैलाव
को रोकने के लिए हमें अपने रहन-सहन में कुछ बदलाव लाने की जरूरत है विशेषकर
कालोनी, बस्ती और सोसाइटी के रहवासियों को I थोड़ा सा बदलाव करके खुद को और
दूसरों को इस वायरस के संक्रमण से बचाने में सक्रियता दिखानी होगी। दूसरे शब्दों में कहें
तो इस समय हमें दिलों में दूरी नहीं बल्कि सामाजिक दूरी बनाने पर गंभीर होना चाहिए।
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पूरे देश में ल़ॉकडाउन कर दिया गया
है। ऐसे समय में लोगों को घर में रहने और दूसरों से ज्यादा मेल-मिलाप नहीं करने की
हिदायत दी गई है, इसलिए वर्तमान समय की मांग घर पर रहना है। कोरोना वायरस के
प्रसार को रोकने अथवा कम करने की यह अचूक रणनीति है। यह सभी पर लागू होता है,
चाहे उसमें किसी तरह का लक्षण हो या नहीं हो। सकारात्मक नतीजे के लिए इस पर अमल
करने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों जिला अस्पताल के डॉ. निलय मोझरकर और
विभागाध्यक्ष कॉर्डियोलॉजी अम्बेडकर अस्पताल डॉ. स्मित श्रीवास्तव का कहना है 21 दिन
तक भीड़भाड़ वाली सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचने के साथ-साथ जिन चीजों को घर के
सदस्य बार-बार छू रहे हैं, उन्हें भी नियमित रूप से सेनेटाइज करने की जरूरत है। अपने
आस-पास कालोनी, बस्ती या सोसाइटी में विशेष सतर्कता रखना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी
भी है।
4 बातों का रखकर ध्यान, कर सकते हैं सावधान- स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार यदि चार
बातें हर कॉलोनी और सोसाइटी के रहवासी ध्यान में रखें तो कोरोनावायरस संक्रमण का
फैलाव नहीं होगा। 1. घरों में काम करने वाले, खाना बनाने वाले, ड्राइवर और गार्ड आदि को
हाथों को धोने के लिए प्रेरित करें। बिना हाथ धोए कालोनी में किसी को प्रवेश नहीं करने दें।
2. अत्यावश्यक कागजातों या चीजों को रिसीव ( जो कूरियर के द्वारा आते है) करने के बाद
भी हाथों को साबुन से अच्छी तरह साफ करें। मिले कागजों को भी रूई पर सेनेटाइजर
लगाकर पोछें। 3. चौकीदार या वॉचमैन को अनाधिकृत लोगों को कॉलोनी या सोसाइटी में
प्रवेश नहीं करने देने निर्देशित करें और उन्हें हर तीन से चार घंटे में हाथ धोनें के लिए कहें।
4. सोशल गैदरिंग या सामाजिक जमावड़ा कालोनी, सोसाइटी में कुछ समय के लिए टाल दें
तो अपने आसपास के क्षेत्र को संक्रमण मुक्त कर सकते हैं।
इस तरह बरतें सावधानियां - जिला अस्पताल के डॉ. निलय के अनुसार हवा के प्रसार से यह
वायरस नहीं फैलता है बल्कि लोगों के खांसने या छींकने पर आंख, नाक और मुंह से
निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। इसलिए सोसाइटी, कॉलोनी, बस्ती के लोगों को
चाहिए की इससे बचें। पड़ोसियों और आसपास के लोगों से फोन के जरिए बातचीत कर
हालचाल लेते रहें परंतु उनसे मिलने-जुलने से परहेज करें। उनके आसपास कोई विदेश से
आया है और उसने किसी को जानकारी नहीं दी है तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक
पहुंचाएं या फिर उस व्यक्ति को 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दें I
आसपास के लोगों को भी उस व्यक्ति और उसके घर से भी कुछ दिनों के लिए दूरी बनाने
के लिए कहें, एक दूसरे से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर ही बातचीत करें, 20-30
सेकंड तक लगातार हाथों को धोएं खासकर हथेली, नाखून और कलाइयों को धोना चाहिए,
घर के सामानों जिन्हें सभी उपयोग करते हैं उन्हें बार-बार या तो साबुन पानी से या फिर
सेनेटाइजर से पोछकर साफ करें, पूरी तरह पका हुआ भोजन करें और खाना खाने से पहले
साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोएं।
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