कोरोना पीड़ितों के नाम पर 'आयुष्मान योजना' की फर्जी वेबसाइट से हो रही ठगी
दिल्ली : सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों को अक्सर ठगी का शिकार बनाया जाता रहा है। साइबर ठग सरकारी योजनाओं के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाते हैं और इसके जरिए लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। ये फर्जी वेबसाइट कुछ इस तरह से डिजाइन की जाती है मानो जैसे ऑरिजनल ही हो। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वेबसाइट को आयुष्मान योजना की असली साइट बताकर फॉर्म भराए जा रहे हैं। इस वेबसाइट का लिंक ayushman-yojana.org है। सरकारी फैक्ट चेकर पीआईबी फैक्ट चेक ने एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी है। @PIBFactCheck नाम के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया है कि यह वेबसाइठ फर्जी है।वेबसाइट के जरिए कोरोना वायरस के नाम पर धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा रहा है।
दरअसल इस वेबसाइट के जरिए लोगों से ये कहकर पैसा लिया जा रहा है कि जमा रकम का इस्तेमाल कोरोना महामारी के चलते परेशान लोगों की मदद के लिए किया जा रहा है। लोगों से यह कहकर पैसे मांगे जा रहे हैं कि वह जरूरतमंद परिवारों को इस रकम से खाना खिला रहे हैं।
यही नहीं वेबसाइट के जरिए आयुष्मान योजना के तहत नौकरी के लिए आवेदन भी मांगे जा रहे हैं। आवेदन फीस के रूप में 300 से 400 रुपये की ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए कहा जा रहा है। वेबसाइट में फॉर्मासिस्ट, नर्स, लैब असिस्टेंट, वार्ड ब्वॉय और आयुष मित्र डॉक्टर, एएनएम, जीएनएम आदि पदों पर वैकेंसी का दावा किया जा रहा है।
सच्चाई तो यह है कि आयुष्मान भारत योजना की ऑफिशियल साइट pmjay.gov.in है। ऐसे में साइबर ठगो इस योजना के नाम से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इस तरह की ठगी से बचने के लिए यूजर्स को हमेशा ऑरिजलन सोर्स पर जाकर जानकारी को चेक करना चाहिए। इसके अलावा बेसाइट के यूआरएल पर भी ध्यान देना चाहिए। वहीं यूजर्स तमाम योजनाओं के लिए जारी किए गए फोन नंबर और ई-मेल आईडी के जरिए भी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
साभार : जनसत्ता से
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