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कल दस हजार 564 लोगों को लगा टीका, आज भी पाली, पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्डों में टीकाकरण जारी
कोरबा : कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उसे फैलने से रोकने के लिए 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकारण तेजी से जारी है। जिले में अब तक एक लाख 30 हजार 010 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में इस टीकाकरण का सघन अभियान से आने वाले दिनों में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने रखा है। टीकाकरण केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने आज भी वैक्सीनेशन वैन रायपुर भण्डार गृह भेजी गई है। रायपुर से आज लगभग 20 हजार से अधिक टीके की डोज जिले को मिलने की संभावना है। वहीं आज भी जिले के पोड़ी-उपरोड़ा और पाली विकासखण्डों में एक हजार से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। कोविड टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों को टीका लगाने के बाद काउंसिलिंग भी की जा रही है।
शहरी क्षेत्रों में लगी अब तक सबसे अधिक वैक्सीन, ग्रामीण क्षेत्रोें में पाली पहले स्थान पर - कोरोना टीकाकरण सघन अभियान के दौरान अभी तक कटघोरा और कोरबा के शहरी इलाकों में सबसे अधिक वैक्सीेनेशन हुआ है। इन इलाकों में अब तक 27 हजार 275 लोगों को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के मामलें में पाली विकासखण्ड पहले स्थान पर है जहां अब तक 25 हजार 367 लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। दूसरे स्थान पर कटघोरा विकासखण्ड है जहां 20 हजार 574 लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। करतला विकासखण्ड में 19 हजार 238 लोगों को, कोरबा विकासखण्ड के ग्रामीण इलाकों में 18 हजार 996 लोगों को और पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में 18 हजार 560 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाया जा चुका है।
कल की वैक्सीनेशन रिपोर्ट - कल छह अप्रैल को टीकाकरण अभियान के तहत 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को कोरोना का टीका लगाने में शहरी क्षेत्र के रहवासियों ने खासी तत्परता दिखाई है। कोरबा और कटघोरा विकासखण्ड के शहरी इलाकों में कल सबसे अधिक दो हजार 149 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। दूसरे स्थान पर कटघोरा विकासखण्ड का ग्रामीण इलाका रहा जहां दो हजार 102 लोगों ने टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। कोरबा विकाखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में दो हजार 020, करतला विकासखण्ड में एक हजार 996, पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में 600, पाली विकासखण्ड में एक हजार 697 लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण करा लिया है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा प्रतिदिन जिले में कोरोना वैक्सीनेशन और वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर लगातार समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर ने वैक्सीन खत्म होने से पहले अगले दिनों के लिए वैक्सीन की डिमांड राज्य कार्यालय को भेजने और आबंटित वैक्सीन को सुरक्षित तथा सभी मानकों का पालन करते हुए जिले के टीकाकरण केन्द्रों तक समय पर पहुंचाने के निर्देश भी सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे को दिए हैं। कोविड टीकाकरण के लिए 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को किसी भी प्रकार की बीमारी संबंधी दस्तावेज या सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य नहीं है। कोई भी व्यक्ति शासकीय या निजी टीकाकरण केन्द्र में पंजीयन आधार कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, पासबुक, ड्राईविंग लायसेंस जैसे फोटो आईडी या शासकीय अभिलेख और अन्य दस्तावेजों के आधार पर अपना टीकाकरण करा सकता है। इसके साथ ही टीकाकरण कराने वाले व्यक्ति को टीकाकरण केन्द्र में अपना मोबाईल नम्बर भी बताना होगा। जिले के सभी टीकाकरण केन्द्रों में प्रशिक्षित स्वास्थ कर्मियो द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण के दौरान सामाजिक दूरी, सेनेटाईजर एवं मास्क का उपयोग जैसे निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य है। टीकाकरण के पश्चात् आधा घंटा हितग्राही को निगरानी कक्ष मेें बैठाया जाता है। भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविशील्ड टीके के पहले डोज से छह से आठ सप्ताह के अंतराल में कोवि शील्ड का दूसरा डोज लगाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला स्तरीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों को दिए गए हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाटेस्टिंग और काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तेज करने और वैक्सीनेशन से कम होगी कोरोना की रफ्तार
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में दिए निर्देश
कोविड प्रोटोकाॅल और जारी निर्देशों का सख्ती से कराया जाए पालन
कोरबा : कोरबा जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रफ्तार थामने के लिए अब टीसीटीवी रणनीति पर अमल किया जाएगा। कोरोना की जल्द पहचान के लिए टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी। पाॅजिटिव केसेस की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तेज की जाएगी और 45 साल से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना का वैक्सीनेशन कराकर जिले में संक्रमण की रोकथाम की रणनीति तय कर ली गई है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में कोरोना पर नियंत्रण को ही फोकस में रखा तथा अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में लागू सभी प्रतिबंधात्मक आदेशों-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर के सख्त निर्देशों के बाद अब प्रशासन ने भी कोविड से संबंधित प्रतिबंधात्मक निर्देशों और प्रोटोकाॅलों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है। ऐसे सभी लोगों के विरूद्ध जुर्माना लगाने से लेकर वैधानिक कार्रवाई तक की तैयारी की जा रही है।
कलेक्टर ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए किए गए प्रयासों और कार्रवाईयों की समीक्षा की। इस बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त एवं प्रभारी एडीएम श्री एस. जयवर्धन, डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष देवांगन सहित सभी अनुभागों के एसडीएम और मैदानी अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद रहे।एंटीजन टेस्टिंग के बाद पाॅजिटिव पाए गए लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए केन्द्र पर हो व्यवस्था - समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने सभी कोरोना टेस्टिंग स्थलों पर एंटीजन टेस्टिंग के बाद पाॅजिटिव पाए गए लोगोें केे संपर्क में आए व्यक्तियों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने कहा कि काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए नगरीय निकायों एवं अनुभाग स्तर पर अलग सेल का गठन किया जाए।
उन्होंने कहा कि एंटीजन टेस्ट में पाॅजिटिव आने वाले लोग तत्काल अपना मोबाइल आदि ऑफ करके अन्यत्र चले जाते हैं और उन्हें खोजने में प्रशासन को बहुत परेशानी होती है। ऐसे में उनका ईलाज भी ठीक ढंग से नहीं हो पाता और उनसे दूसरे लोगों को संक्रमण की संभावना भी बढ़ जाती है। कलेक्टर ने एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट जल्द आने के कारण ऐसे लोगों को तत्काल पहचान कर उनका ईलाज शुरू करने और उनके संपर्क में आए लोगों की जानकारी तत्काल एकत्रित करने के लिए टैस्टिंग सेंटरों पर ही टीम लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए सभी लोगों की जल्द से जल्द जानकारी एकत्रित कर सभी की जांच प्राथमिकता से कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
होम आइसोलेशन में घूमते पाये जाने पर सीधे एफआईआर - बैठक में कलेक्टर ने कोरोना पाॅजिटिव होम आइसोलेशन में रहकर उपचार लेने वाले सभी मरीजों व उनके परिजनों से पूर्ण रूप से होम आईसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करने की भी अपील की है। होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज कराने वाले मरीज और उनके परिजनों को किसी भी स्थिति में अपने घरों से बाहर नहीं निकलने, घर के परिजनो के बीच भी प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह कलेक्टर ने दी है। बैठक में उन्होंने अधिकारियों तथा डाॅक्टरों को भी ऐेसे सभी होम आईसोलेटेड लोगों द्वारा आईसोलेशन के नियमों और कोविड प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। होम आईसोलेशन का पालन नहीं करने वाले कोरोना मरीजों और उनके परिजनों पर महामारी एक्ट के प्रावधानों के तहत पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज किया जायेगा।
कलेक्टर ने ऐसे सभी मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर दवाईयों का सेवन करने, नियमित रूप से तापमान व ऑक्सीजन सेचूरेशन की जांच करने तथा किसी भी विपरित परिस्थिति में समय पर होम आइसोलेशन कालिंग टीम को अवगत कराये को भी कहा है। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी प्रकार से होम आईसोलेशन और कोविड प्रोटोकाॅल के नियमों का उल्लंघन करने पर हम अपने व अपने परिवार के साथ-साथ दूसरे लोगों की जान को भी खतरे में डालते हैं। कोरोना बीमारी से डरना नहीं है, बल्कि नियमों का पालन कर हम पूरी तरह से बच सकते हैं।
जिससे हम अपने व अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति को 17 दिवस पूर्ण रूप से नियमों का पालन करते हुए घर पर रहना है एवं उसके परिवार का कोई भी सदस्य न तो घर से बाहर जायेगा और न ही बाहर का कोई भी सदस्य घर में प्रवेश करेगा। होम आईसोलेटेड कोरोना मरीज व उसके पारिवारिक सदस्य ना ही दुकान खोलेंगे और ना ही घर से बाहर कहीं काम पर जायेगें।गलत मोबाईल नंबर या जानकारी देने वालों पर भी होगी सख्त कार्रवाई - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोरोना की जांच के लिए सेम्पल देने वाले समस्त नागरिकों से सैम्पलिंग के समय अपना सही नाम, सही और चालू मोबाईल नंबर एवं सही वर्तमान पता दर्ज कराने की अपील की है। जिससे रिपोर्ट प्रदाय करने में सरलता तथा कांटेक्ट ट्रेसिंग, दवाई वितरण, होम आइसोलेशन में गंभीर स्थिति में रिफरल ट्रांसपोर्ट के पहुंचने में आसानी होगी। कुछ लोगों द्वारा टेस्ट में कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट होने के बाद भी लगातार घरों से बाहर निकलकर घूमने की शिकायतें भी मिल रही हैं। इसकी जांच कराने के बाद पुष्टि होने पर ऐसे लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
गलत मोबाईल नंबर दर्ज कराने पर महामारी एक्ट का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने कहा कि प्रायः देखा गया है कि परिवार के सभी सदस्य एक ही मोबाईल नंबर दर्ज कराते हैं। जिससे रिपोर्ट प्राप्त करने में कठिनाई होती है।यदि परिवार के सदस्यों के पास अलग मोबाईल नंबर हो तो वे सभी स्वयं का मोबाईल नंबर दर्ज कराएं। जिससे कांटेक्ट ट्रेसिंग में सही जानकारी प्राप्त कर संक्रमित मरीजों के संपर्क में आये लोगों के सैम्पल लेकर कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। -
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एक ही खसरे के प्लाॅटों की बार-बार रजिस्ट्री की सूची भी तलब
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश
कोरबा : जिले के नगरीय क्षेत्रों में अवैध प्लाॅटिंग को लेकर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सख्त रूख दिखाया है। समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में आज श्रीमती कौशल ने जिले के सभी नगरीय निकायों में अवैध प्लाॅटिंग से संबंधित मामलों की रिपोर्ट सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों से आने वाले शुक्रवार तक मांगी है। कलेक्टर ने एक ही खसरे की भूमि की बार-बार रजिस्ट्री कराये जाने के प्रकरणों की सूची भी उप पंजीयकों से शुक्रवार तक तलब की है। श्रीमती कौशल ने आज समय सीमा की बैठक में अवैध प्लाॅटिंग को लेकर की गई कार्रवाईयों की गहन समीक्षा की। उन्होंने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में अवैध प्लाॅटिंग के प्रकरणों पर स्वयं ही संज्ञान लेकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार सहित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुभागों के एसडीएम और अन्य राजस्व अधिकारी भी शामिल हुए।
समय सीमा की बैठक में श्रीमती कौशल ने बरसात शुरू होने के पहले सभी सार्वजनिक और शासकीय भवनों में रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का काम पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कटघोरा, पाली और करतला में शुरू होने वाले तीन नए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों का काम भी अगले डेढ़ महीने में पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने तीनों स्कूलों में किए जा रहे कामों की प्रगति से संबंधित फोटोग्राफ और प्रतिवेदन हर तीन दिन में भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी खरीफ मौसम में जिले की उच्चाहन भूमि में धान के बदले अन्य दलहनी-तिलहनी और उद्यानिकी फसलों की खेती के लिए कार्ययोजना, रकबा और जरूरी आदान सामग्रीयों का प्रतिवेदन भी अगले तीन दिनों में कृषि विभाग के अधिकारियों से मांगा है।
छह बजे बंद होंगी शराब दुकानें, मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करने और बैरिकेंटिंग आदि सुनिश्चित कराने आबकारी अधिकारी करेंगे शराब दुकानों की जांच - कोरोना की बढ़ती संक्रमण चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रकार की अस्थाई-स्थाई दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों का समय सुबह से शाम छह बजे तक निर्धारित किया गया है। जिले की सभी शराब दुकानें भी शाम छह बजे बंद होंगी। बार शाम सात बजे बंद होंगे। शराब दुकानों में भीड़ से कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दुकानों के बाहर एवं भीतर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश जिला आबकारी अधिकारी को दिए हैं। कलेक्टर ने जिले के सभी आबकारी निरीक्षकों को समय-सारणी तय कर सभी शराब दुकानों की जांच करने को कहा है। उन्होंने सभी शासकीय मदिरा दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बैरिकेटिंग करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने दुकानों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को अनिवार्यतः मास्क पहनना सुनिश्चित कराने और मास्क पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही ग्राहकों को मदिरा का विक्रय करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने सख्त निर्देशित किया कि मदिरा दुकानो में किसी भी कारण से जरूरत से ज्यादा भीड़ इकट्ठी होने और ग्राहकों तथा कर्मचारियों द्वारा कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन पाए जाने पर महामारी एक्ट सहित आपदा प्रबंधन अधिनियम और भारतीय दण्ड संहित 1860 की धारा 188 के प्रावधानों के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाकोरबा : कोरबा जिले में मंगलवार को जारी मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक 294 संक्रमित मिले हैं। कोरबा शहर क्षेत्र से सर्वाधिक 119 संक्रमित मिले हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में मात्र 15 है। करतला ब्लाक से कुल 19, कटघोरा ग्रामीण से 36 व शहर से 89, पाली ब्लाक से 14 व पोड़ी- उपरोड़ा ब्लाक से 2 संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में 172 पुरुष व 122 महिलाएं शामिल हैं।
सूची के अनुसार करतला ब्लाक के ग्राम कर्री बरटोला, बरपाली, चिकनीपाली, रिसदीहापारा, सरगबुंदिया, वार्ड-11 कटघोरा ब्लॉक के कृष्णा विहार, यमुना विहार, आदर्श नगर कुसमुण्डा, अयोध्यापुरी, परममित्र नगर, बतारी, एचटीपीएस टाउनशिप, बांकीमोंगरा, बरपाली गेवरा, बेलटिकरी वार्ड-5 प्रगति नगर, सीएसईबी पश्चिम कालोनी, दर्री बस्ती, दीपका, गरुण नगर, गेवरा प्रोजेक्ट, गोबरघोड़ा, सिंचाई कालोनी दर्री, जंगल साइड, जैलगांव सीएसईबी कालोनी, झाबर, ज्योति नगर, कटघोरा वार्ड 12, 15, 2, 3, 4 व 6 ग्राम कुदरीपारा, साडा कालोनी, नागिनभाठा सुमेधा, पुष्पपल्लव लाटा, सुराकछार, विजयनगर बिंझरा, विश्राम नगर झाबर से सक्रमित मिले हैं। इसी प्रकार कोरबा ब्लाक में 100 बेड कालोनी, बालको, आजाद नगर, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, बेलाकछार, भदरापारा, सिविक सेंटर, आरपी नगर, अग्रोहा मार्ग, सीएसईबी कालोनी, डीडीएम रोड, ग्राम दादर, साडा कालोनी, गांधी चौक कोरबा, ग्राम गिरारी कुदमुरा, हाउसिंग बोर्ड कोरबा, आईडीबीआई बैंक, इंडस्ट्रियल एरिया, आइसोलेशन वार्ड जिला अस्पताल, इतवारी बाजार, खरमोरा वार्ड 31, कोरबा, एमपी नगर, न्यू हाउसिंग बोर्ड, महावीर नगर, मानिकपुर, मेन रोड कोरबा, न्यू रेलवे कालोनी, निहारिका, पुराना बस स्टैंड, ग्राम पताढ़ी दर्राभाठा, पताढ़ी नर्सरी मोहल्ला, पथर्रीपारा, पोड़ीबहार, पावरहाउस रोड, आदिले चौक, देवांगन मोहल्ला, पुरानी बस्ती, आरएसएस नगर, दुरपा रोड, रामपुर, राताखार गौरा चौक, रिसदी रिसदीहा पारा, एसएस प्लाजा, सलिहाभाठा, सर्वमंगला रोड, शारदाविहार, शिवाजी नगर, सीतामणी चौक, टीपी नगर, ग्राम तिलकेजा, पाली ब्लॉक के अण्डीकछार, हरदीबाजार, केराझरिया, लिटियाखार, नरईबोध वार्ड-62, पाली वार्ड-8, 17, सिरकी व पोड़ीउपरोड़ा ब्लाक के लैंगा, बासिनटिकरा व तानाखार से संक्रमितों को दर्ज किया गया है। -
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कोरबा : नगर निगम कोरबा के महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद ने पूरे जिले वासियों से निर्भय होकर कोरोना के टीकाकरण अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की है। श्री प्रसाद ने 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों से बिना किसी शंका और डर के कोरोना की वैक्सीन लगवाने का आग्रह किया है।
कोरोना टीकाकरण को लेकर जारी अपने संदेश में महापौर ने कहा है कि कोरोना का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। गहन वैज्ञानिक परीक्षणों के बाद डाॅक्टरों और जैव-वैज्ञानिकों ने टीकों को पूरी तरह सुरक्षित बताया है।यदि वैक्सीन के संबंध में कोई नकारात्मक और भ्रमूपर्ण बातें करता है तो उनकी बातों पर ध्यान न दें। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए टीकाकरण अवश्य कराएं।
महापौर ने यह भी अपील की है कि कोरोना का संक्रमण कोरबा में भी फिर से तेजी से फैल रहा है। ऐसी स्थितियों में अतिआवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें। घर से बाहर निकलने पर नाक और मुंह को मास्क से अच्छी तरह ढंके। सार्वजनिक स्थानों, दुकानों, कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
समय-समय पर अपने हाथ साबुन-पानी या सेनेटाईजर से साफ करते रहें। श्री प्रसाद ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी कोविड प्रोटोकाॅल और दिशा-निर्देशों का भी पूरी तरह पालन करने का आग्रह कोरबा वासियों से किया है। -
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खुद को और अपनों को महामारी से बचाएं
कोरबा : 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को कोविड-19 का टीका लगाने की शुरूआत एक अप्रैल से हो चुकी है। इसी कड़ी में जिले के लोकप्रिय कवि श्री प्रभाकर शुक्ला और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती ममता शुक्ला ने भी कोरोना का टीका लगवाया है।
कवि श्री प्रभाकर शुक्ला ने कोविड संक्रमण से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों को अपनाने तथा आसपास के लोगों को जागरूक करने और 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों से कोविड वैक्सीन लगवाने की अपील की है। खुद को सपत्नीक टीका लगवाने के बाद कवि श्री प्रभाकर ने कहा कि कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित है।
मैनें लगवा लिया है, अब सभी 45 साल से अधिक के कोरबा वासी टीका लगवाएं, खुद कोरोना से सुरक्षित रहें, अपने परिजनों को भी कोरोना से बचाएं और अपने आसपास के लोगों को भी टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें।उन्होंने कहा है कि वैक्सीनेशन के लिए प्रशासन द्वारा पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है तथा लोग नजदीकी टीकाकरण केन्द्र में जाकर टीका लगवा सकते हैं।
वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है इसलिए बिना डर-भय के टीका लगवाएं, साथ ही साथ टीकाकरण के पश्चात भी कोरोना से बचाव उपायों को पूर्ववत अपनाने को कहा है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिए पंजीयन की प्रक्रिया बड़ी सरल है, मोबाईल के माध्यम से अथवा स्वयं केन्द्र में उपस्थित होकर पंजीयन किया जा सकता है।
कवि प्रभाकर ने कोरोना से बदले हालातों पर कई समसामयिक कविताएं रची है। कवि श्री प्रभाकर की ‘‘बचे कोरोना के कारवां से‘‘ ‘‘सारा समर्पण सब कुछ फोन‘‘ ‘‘सरपंच हमर गांव के‘‘ ‘‘हर ओर बस कोरोना-कोरोना‘‘ ‘‘मैं ही हुं वो कोरोना-पास आओगे तो पड़ेगा रोना‘‘ जैसी कविताएं इस महामारी के प्रति लोगों को जागरूक और सचेत करती हैं। हाथ धोना, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करने का संदेश कवि प्रभाकर की कविताओं में विशेष रूप से उल्लेखित है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाजिले में अब तक 17 हजार 898 पाॅजिटिव मिले, 578 सक्रिय, 17 हजार 115 मरीज हुये स्वस्थ
कोरबा : देश भर सहित छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से कोरबा जिले में भी नए संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन मंे जिला प्रशासन द्वारा लोगों को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करने और 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड टीका लगवाने की अपील की जा रही है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क और गंभीर हो गया है। कोरोना से बचने क लिए लोगों से बार-बार मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं हाथों को लगातार सेनेटाइज करते रहने को कहा जा रहा है। जिला प्रशासन की सजगता और गंभीरता के कारण जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए बेहतर सुविधा प्रदान की जा रही है। कोरबा जिले में इलाज की बेहतर सुविधा, जांच की अच्छी व्यवस्था और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध है। जिले में अब तक 17 हजार 898 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें से पांच हजार 145 ग्रामीण क्षेत्र से और 12 हजार 753 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं। जिले में कुल 17 हजार 115 मरीज कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में 578 संक्रमित मरीजों का ईलाज कोविड अस्पतालों और होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। अब तक जिले के 205 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई है जिनमें से अधिकांश जिले से बाहर के कोविड अस्पतालांे में ईलाज के लिये भर्ती थे। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये अन्य जिलों से बेहतर व्यवस्थाएं की गयी हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विकासखण्ड करतला में अब तक एक हजार 519 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है जिनमें से एक हजार 487 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं तथा 18 सक्रिय मरीज है। विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा में बीते दिन तक 534 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से अभी तक इलाज के बाद 518 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं तथा केवल 11 सक्रिय मरीज हैं। कोरबा विकासखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक एक हजार 127 कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं जिनमें से एक हजार 095 ठीक हो गये हैं तथा 18 सक्रिय मरीज हैं। कटघोरा विकासखण्ड में अब तक मिले पांच हजार 595 कोरोना मरीजों में से अब तक पांच हजार 322 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गये हैं तथा 215 मरीजों का ईलाज जारी है। विकासखण्ड पाली में अब तक एक हजार 154 कोरोना मरीजों में से एक हजार 118 मरीज इलाज के बाद ठीक हुये हैं और 29 मरीजों का ईलाज जारी है। कोरबा के शहरी क्षेत्रों में अब तक सात हजार 969 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से सात हजार 575 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं तथा 287 सक्रिय मरीज हैं।
जिले मंे कोरोना की जांच आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट और ट्रु-नाॅट तीन पद्धतियों से की जा रही है। जिले में अभी तक कुल तीन लाख 27 हजार 989 कोरोना जांच सैम्पल लिये जा चुके हैं जिनमें से तीन लाख आठ हजार 289 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। केवल 17 हजार 898 सैम्पलों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है तथा 973 सैम्पलों की रिपोर्ट आना बाकी है एवं 829 सैम्पल विभिन्न तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। अभी तक आरटीपीसीआर पद्धति से जांच के लिये जिले से कुल 90 हजार 685 सैम्पल प्रयोगशालाओं में भेजे जा चुके हैं जिनमें से पांच हजार 622 सैम्पल की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है तथा 83 हजार 479 सैम्पलांे की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। भेजे गये सैम्पल में से 973 सैम्पलों की रिपोर्ट आनी बाकी है तथा 611 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। जिले से अब तक रैपिड एंटीजन विधि से जांच करने के लिये दो लाख 21 हजार 239 सैम्पल लिये जा चुके हंै। दो लाख नौ हजार 623 की जांच नेगेटिव और 11 हजार 476 सैम्पलों की जांच पाॅजिटिव आई है तथा 140 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। ट्रु-नाॅट पद्धति से जिला अस्पताल में अभी तक 16 हजार 065 सैम्पल लिये जा चुके हैं। इनमें से 15 हजार 187 कोरोना नेगेटिव और केवल 800 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं तथा 78 सैम्पल रिजेक्ट हुए हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर श्रीमती कौशल के निर्देश पर निगम आयुक्त ने प्रतिनिधियों के साथ की बैठक, सभी ने दिया भरपूर सहयोग का आश्वासन
कोरबा: कोरबा जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लगवाने के लिए जिला प्रशासन स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग लेगा। अपने-अपने क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले जनप्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन ने कलेक्टोरेट सभा कक्ष में बैठक ली और वैक्सीनेशन को तेज करने के लिए स्थानीय रणनीति पर चर्चा की। निगम आयुक्त ने कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए वर्तमान स्थिति में टीकाकरण को ही सबसे प्रभावी ईलाज बताया और सभी प्रतिनिधियों से मतदान के लिए लोगों को केन्द्रोे तक पहुंचाने वाले तरीकों से प्रोत्साहित कर टीकाकरण केन्द्रों तक लाने की अपील की। निगम आयुक्त ने बैठक में कहा कि जिस तरह से किसी चुनाव के समय मतदाताओं को मतदान के लिए मतदान केन्द्रों तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, मतदाताओं को वोटिंग के लिए मतदान केन्द्रों तक पहुंचाया जाता है, उसी मोड पर कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए भी 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को टीकाकरण केन्द्रों तक पहुंचाने की जरूरत है। निगम आयुक्त ने सभी प्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की पहचान करके उन्हें टीका लगवाने के लिए लाने का आग्रह किया। इस बैठक में एसडीएम श्री सुनील नायक, निगम के अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा भी मौजूद रहे। बैठक में निगम आयुक्त ने सभी व्यापारियों से उनके संस्थानों में काम करने वाले 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी कर्मचारियों का टीकाकरण कराने का आग्रह किया। श्री जयवर्धन ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी अपने-अपने संगठनों के 45 वर्ष से अधिक उम्र के पदाधिकारियों और परिजनों को भी कोरोना का टीका लगवाने के लिए कहा।
सक्षम लोग निजी टीकाकरण केन्द्रों में लगवाएं कोरोना वैक्सीन ताकि जरूरतमंदो को शासकीय केन्द्रों पर मिल सके सुविधा - बैठक में स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने निजी टीकाकरण केन्द्रों में दस लोगों के पहुंचने पर ही टीकाकरण किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निजी टीकाकरण केन्द्रों में एक साथ दस लोगों के पहुंचने का इंतजार करने से लोगों का समय खराब होता है। कई बार अलग-अलग टीकाकरण केन्द्रों में दो, चार, पांच लोग पहुंचे होते हैं। जनप्रतिनिधियों ने यह मांग की कि ऐसी स्थिति मेें निजी टीकाकरण केन्द्रों से लोगों को एकत्र कर एक केन्द्र पर लाकर टीकाकरण की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। नगर निगम आयुक्त ने इस सुझाव पर सहमति जताते हुए सीएमएचओं डाॅ. बोडे के साथ चर्चा कर व्यवस्था बनाने का आश्वासन बैठक में दिया। उन्होंने कहा कि जिले के सक्षम लोग निर्धारित निजी टीकाकरण केन्द्रों पर जाकर कोरोना का टीका लगवाएं। इससे शासकीय केन्द्रों पर सबसे ज्यादा जरूरतमंद और गरीब लोगों को कोरोना का टीका लगाने की ज्यादा सुविधा मिलेगी और एक ही समय में निजी एवं शासकीय दोनों केन्द्रों पर ज्यादा से ज्यादा लोग टीकाकरण करा सकेंगे।
सोशल मीडिया में कोरोना और वैक्सीनेशन संबंधी खबरें वायरल करने में बरतें सावधानी - बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने जिले में कोरोना और कोविड वैक्सीनेशन से जुड़ी खबरों को सोशल मीडिया और वेब पोर्टल्स में वायरल करने में विशेष सावधानी बरतने का आग्रह संचालकों से किया। सभी प्रतिनिधियों ने एक स्वर में इस बात का समर्थन किया कि भ्रामक एवं गलत खबरों के वायरल होने से कोरोना टीकाकरण और कोरोना के नियंत्रण के लिए प्रशासन के प्रयासों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे जनमानस के बीच उपापोह की स्थिति बन जाती है और जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ सकती है। जिला प्रशासन के अधिकारियों और सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बैठक के माध्यम से सोशल मीडिया में चलने वाले न्यूज चैनलों और वेब पोर्टल संचालकों से ऐसी खबरों को वायरल करने से बचने और कोरोना से जुड़ी अधिक से अधिक सकारात्मक खबरों को प्रकाशित करने का आग्रह भी किया ताकि कोरोना से लड़ाई में लोगों के बीच दहशत का माहौल ना बने। लोग बिना किसी भय के कोरोना की इस जंग में शासन-प्रशासन को बढ़-चढ़ कर सहयोग कर सकें।
बैठक में ये रहे मौजूद - कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर हुई इस बैठक में जिला कुर्मी समाज, पूज्य सिंधी पंचायत, जिला व्यवसाय संघ, सेलून संघ, चेम्बर ऑफ काॅमर्स, मिष्ठान संघ, मेडिकल एसोसिएशन, नागरिक संघर्ष समिति, बालको सेवा निवृत्त संघ, कोरबा संघर्ष समिति, जिला ऑप्टीकल एसोसिएशन, उद्योग संघ, सर्व ब्राम्हण समाज, विश्वकर्मा जनकल्याण समिति, अग्रवाल सभा, इतवारी बाजार व्यापारी संघ, अधिवक्ता एवं पार्षदगण भी मौजूद रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर ने बिना मास्क- सोशल डिस्टेनसिंग के घूम रहे लोगो को दी सख्त हिदायत, दो हज़ार रुपए का जुर्माना भी लगाया
कोरबा : जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन सख्त और गंभीर हो गया है। कोविड की रोकथाम को घ्यान में रखते हुए आज देर शाम दस बजे कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल नगर निरीक्षण के लिए निकली।कलेक्टर ने शहर में बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेनसिंग के घूम रहे लोगो को रोककर सख्त हिदायत दी। उन्होंने ऐसे लोगों पर लगभग दो हज़ार रुपए का जुर्माना भी लगाया ।
शहर में संचालित हो रहे होटल रेस्टोरेंटों में निर्धारित समय के बाद भी लोगों के बैठकर खाना खाने और नाश्ता करते पाए जाने पर कलेक्टर ने गहरी नाराज़गी व्यक्त की। श्रीमती कौशल ने ऐसे होटल - कैफ़े संचालको को कोविड प्रोटोकॉल का पालन न करने और बेतरतीब भीड़ इकठ्ठा करने के लिए कड़ी फटकार भी लगाई।
कलेक्टर ने सीतामणी स्थित होटल नटराज एवं कृष्णा डेयरी संचालक निर्धारित समय पश्चात होटल में लोगों को बैठा कर खाना खिलाने तथा ग्राहकों को मास्क न लगाए पाए जाने पर जुर्माना वसूल करने के निर्देश एसडीएम को दिए। कलेक्टर ने सुनालिया चौक स्थित
वाह फील्स कैफ़े संचालक को निर्धारित समय के बाद कैफ़े के सामने लोगों की भीड़ इकट्ठा कर नाश्ता परोसने और बिना सोशल डिसटेंसिंग और बिना मास्क के लोगों के बड़ी संख्या में खड़े होकर नाश्ता करने को लेकर कड़ी फटकार लगाई और एक बाइक को जप्त कर कोतवाली थाना भेजने के निर्देश एसडीएम को दिए।इस दौरान नगर निगम आयुक्त श्री एस जयवर्द्धन, एसडीएम श्री सुनील नायक, तहसीलदार श्री सुरेश साहू एवं अन्य राजस्व अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर श्रीमति कौशल ने कोविड संक्रमण रोकने लोगो मे जागरूकता लाने के उद्देश्य से देर शाम 10 बजे शहर के घण्टाघर, टीपी नगर, सुनालिया चौक, सीतामणी एवं सर्वमंगला तक शहर भ्रमण किया।कलेक्टर ने लोगों से बेवजह घर से ना निकलने, ज़रूरी काम होने पर भी मास्क लगाकर ही निकलने, भीड़- भाड़ वाली जगह पर जाने से बचने, खुद भीड़ ना लगने, सोशल डिसटेंसिंग और हाथों को बार बार सेनेटाईज़ करते रहने की भी अपील की हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरबा : कोरबा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी. बी. बोडे ने 45 साल से अधिक सभी नागरिकों से कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण कराने की अपील की है।डाॅ. बोडे ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर छोटी सी लापरवाही भी खुद पर और परिवार के अन्य लोगों पर बहुत भारी पड़ सकती है। डाॅ. बोडे ने बताया कि कोरोना का नया म्यूटेंट वायरस पहले से अधिक घातक और तेजी से फैलने वाला है।
इसकी रोकथाम के लिए सामान्य सर्दी, खांसी के लक्षण होने पर भी तत्काल कोरोना की जांच कराएं। 45 वर्ष से अधिक आयु के लोग टीकाकरण कराएं और कोरोना को हराएं।डाॅ. बोडे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जिले में कॉविड के पाॅजिटिव मरीज लगातार बढ़ रहे हैं, नया वायरस इतना घातक है कि आईसीयू में आने वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि हम सभी को गंभीरतापूर्वक समझना होगा कि हम कहीं ना कहीं कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने में लापरवाही बरत रहे हैं।यह महामारी एक स्तर पहुंचकर पर नियंत्रित हो गई थी परंतु हमारे असंयमित व्यवहार और कोविड प्रोटोकाॅल का पालन पूरी तरह नहीं करने पर यह वापस से फिर बढ़ रही है।
डाॅ. बोडे ने कहा कि लोगों की सामान्य भूल हैं कि ‘मुझे कोविड हो गया होगा और मैं ठीक हो गया हूं और मेरी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ गई है’। यह समझ पूरी तरह से गलत है।इस बीमारी की शुरुआत हमेशा कम लक्षणों से ही होती है, अगर हम समय पर सचेत हो जाएं, डॉक्टर की निगरानी में अपना टेस्ट कराएं और ट्रीटमेंट लेंगे तो इस बीमारी से ठीक हो सकते हैं।
पर यदि हम खुद बिना टेस्ट कराए बिना डाॅक्टर की सलाह के होकर दवाईयां खाएंगे और टेस्ट नहीं कराएंगे तो यह बीमारी घातक रूप ले लेगी और इससे हम ही नहीं हमारे परिवार के अन्य सदस्य आस-पड़ोस के लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इसी तरह अगर लक्षण आने के बावजूद हम बिना टेस्ट कराए, सब जगह घूमेंगे तो बाकी जगह भी हम सबको इंफेक्शन फैला सकते हैं।
डाॅ. बोडे ने बताया कि जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है, हो सकता कि उनमें से 90 प्रतिशत लोगो में इस बीमारी के माइल्ड सिम्पटम्स आकर संक्रमण ठीक भी हो गया हो।परंतु ऐसे लोगों द्वारा कोविड प्रोटोकाॅल का पालन नहीं करने की लापरवाही कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों और कैंसर, किडनी, डायबिटीज के मरीजों तथा बुजुर्ग के लिए भारी पड़ेगी और इस बीमारी से संक्रमित होने की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी।
डॉ. बोडे ने जिला वासियों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह ढंकने मास्क जरूर पहने। मास्क का कोई विकल्प नहीं है। वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडी विकसित करती है और शरीर में वायरस से लड़ने की शक्ति पैदा करती है।
डाॅ. बोडे ने शरीर में वायरस का प्रवेश रोकने के लिए सभी लोगों से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, भीड़भाड़ में जाने से बचने और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहने जैसेे प्रोटोकॉल का लंबे समय तक पालन करने का आग्रह किया है ताकि इस कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं दुकान सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक खुलेंगी
रेस्टोरेंट एवं होटल-ढाबा में डायनिंग दस बजे तक, होम डिलीवरी की सुविधा रात साढ़े 11 बजे तक
सोशल मीडिया पर कोरोना संबंधी खबरों को वायरल करने में रखें विशेष सावधानी: जिला प्रशासन की अपील
कोरबा : जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं दुकानों के खुलने-बंद होने का समय तय करने के बाद आज शराब दुकानों का भी समय निर्धारित कर दिया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।जिले की 12 देशी, 18 विदेशी एवं सात प्रीमियम वाइन शाॅप अब सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक ही खुली रहेंगी। नगरीय क्षेत्र के दुकानों के खुलने-बंद होने का समय सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक निर्धारित किया गया है।दुकानों में खरीददारी के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने एवं कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करने और ग्राहकों से पालन कराने की जिम्मेदारी दुकानदारों को दी गई है।
कोविड प्रोटोकाॅल के उल्लंघन, दुकानों में भीड़ इकट्ठी होने, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन नहीं करने, मास्क के बिना खरीदी-बिक्री करने पर संबंधित व्यक्तियों के साथ-साथ दुकानदारों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।सोशल मीडिया में आज प्रकाशित भ्रामक खबर को भी जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और सोशल मीडिया संचालक सभी लोगों से कोरोना के संबंध में खबरों के प्रकाशन या उन्हें वायरल करने में ऐहतिहात और विशेष सावधानी बरतने की भी अपील की है।
जिले के शहरी क्षेत्रों में रेस्टोरेंट, होटल-ढाबा में केवल इन डोर डायनिंग के लिए सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक समय तय किया गया। रेस्टोरेंट, होटल, ढाबा से केवल टेक अवे तथा होम डिलीवरी की सुविधा के लिए रात साढ़े 11 बजे तक का समय तय किया गया।
पेट्रोल पंप एवं मेडिकल स्टोर्स इस नियंत्रण से मुक्त रहेंगे तथा अपने निर्धारित समय पर खुलेंगे। सभी व्यापारियों तथा उनके कर्मचारियों सहित ग्राहकों को भी खरीददारी के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा।समस्त व्यापारिक गतिविधियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी अनिवार्य होगा। सभी दुकानों के सामने दुकानदारों को स्वयं फ्लैक्स छपवाकर दुकानों के खुलने एवं बंद होने के समय को प्रदर्शित करना होगा।
सभी व्यापारियों को अपने दुकान में बेचने के लिए मास्क रखना अनिवार्य होगा ताकि बिना मास्क पहने खरीददारी करने आए ग्राहकों को मास्क का विक्रय किया जा सके उसके उपरांत ही वस्तुओं की खरीददारी की जाए। प्रत्येक दुकान में स्वयं तथा आगंतुकों के उपयोग के लिए सेनेटाइजर रखना अनिवार्य होगा।
किसी बाजार या किसी क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन घोषित हो जाता है तो उस क्षेत्र के समस्त व्यवसाय और दुकानें बंद कर दिए जाएंगे। उस क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन के समस्त नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।यदि किसी व्यापारी के द्वारा उपरोक्त शर्तों में से किसी शर्त का उल्लंघन किया जाता है तो उसकी दुकान को 15 दिन के लिए सील कर बंद करने और नियमानुसार निर्धारित जुर्माना या महामारी अधिनियम के तहत वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पहले दिन नौ हजार से अधिक लोगों को लगा टीका, ग्रामीण इलाकों में क्लस्टर आधारित व्यवस्था
कोरबा : कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उसे फैलने से रोकने के लिए आज 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकारण शुरू हो गया है। पहले दिन ही जिले में समाचार लिखे जाने तक नौ हजार 070 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस टीकाकरण का सघन अभियान आज से शुरू हो गया है। आने वाले 20 दिनों में 45 वर्ष या उससे अधिक के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने रखा है।ग्रामीण इलाको में गांवो के क्लस्टर बनाकर कोरोना वैक्सीनेशन का काम शुरू किया गया है। टीकाकरण केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
पहले दिन कटघोरा विकास खण्ड में लगी सबसे अधिक वैक्सीन - 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को कोरोना टीकाकरण अभियान के पहले दिन आज कटघोरा विकासखण्ड में सबसे अधिक एक हजार 731 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई।दूसरे स्थान पर पाली विकासखण्ड रहा जहां आज पहले दिन एक हजार 654 लोगों ने टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया।
करतला विकासखण्ड में एक हजार 636, पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड एक हजार 379, कोरबा शहरी क्षेत्र में एक हजार 373 और कोरबा ग्रामीण क्षेत्र मंे एक हजार 297 लोगों ने समाचार लिखे जाने तक कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण करा लिया है।
कोविड टीकाकरण के लिए 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को किसी भी प्रकार की बीमारी संबंधी दस्तावेज या सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य नहीं है। कोई भी व्यक्ति शासकीय या निजी टीकाकरण केन्द्र में पंजीयन आधार कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, पासबुक, ड्राईविंग लायसेंस जैसे फोटो आईडी या शासकीय अभिलेख और अन्य दस्तावेजों के आधार पर अपना टीकाकरण करा सकता है।
इसके साथ ही टीकाकरण कराने वाले व्यक्ति को टीकाकरण केन्द्र में अपना मोबाईल नम्बर भी बताना होगा। जिले के सभी टीकाकरण केन्द्रों में प्रशिक्षित स्वास्थ कर्मियो द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण के दौरान सामाजिक दूरी, सेनेटाईजर एवं मास्क का उपयोग जैसे निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य है। टीकाकरण के पश्चात् आधा घंटा हितग्राही को निगरानी कक्ष मेें बैठाया जाता है।
भारत सरकार के निर्देशानुसार कोवि शील्ड वैक्सीन के पहले डोज एवं दूसरे डोज के बीच छह से आठ सप्ताह का अंतराल अधिक प्रभावशाली है, किन्तु दूसरा डोज आठ सप्ताह से अधिक के अंतराल में नहीं लगाया जाना है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविशील्ड टीके के पहले डोज से छह से आठ सप्ताह के अंतराल में कोवि शील्ड का दूसरा डोज लगाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला स्तरीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों को दिए गए हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एक सप्ताह का वैक्सीनेशन रोस्टर बनाने के निर्देश, चिन्हांकित लोगों को मिलेेंगे टोकन
कोरोना टीकाकरण पर कलेक्टर गंभीर, बैठक में दिए सख्त निर्देश, प्रशासन अलर्ट पर
कोरबा : कोरबा जिले में कोविड संक्रमण एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए पहले की तरह ही जिला प्रशासन ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के नेतृत्व में गंभीरता से काम शुरू कर दिया है।
इस बार प्रशासन का मुख्य टारगेट कोरोना टेस्टिंग को बढ़ाकर प्राथमिक स्तर पर ही मरीजों की पहचान कर उन्हंे ईलाज उपलब्ध कराना और 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण कराना है। आज इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कलेक्टोरेट सभा कक्ष में महत्वपूर्ण बैठक की।
इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारों अनुविभागों के एसडीएम और मैदानी स्तर के विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए। बैठक में कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रिंयका महोबिया, सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे, डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष देवांगन और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
कोविड वैक्सीनेशन पर फोकस - बैठक में श्रीमती कौशल ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाने की गति बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने आने वाले एक सप्ताह के लिए ग्राम वार, ग्राम पंचायतवार 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की पहचान कर टीकाकरण का दिन एवं स्थान निर्धारित करते हुए पूरा रोस्टर बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
चिन्हांकित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निर्धारित दिनवार टीकाकरण सेंटर में ले जाकर कोविड का टीका लगवाया जाएगा। ग्राम पंचायतवार इसके लिए ग्राम सचिव, सरंपचो, मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित संबंधित गांव के शिक्षकों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वैक्सीनेशन सेंटरों पर व्यवस्थाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग के अमले के साथ-साथ प्रभारी के रूप में पटवारी भी काम पर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस कर्मी भी वैक्सीनेशन सेंटरो पर तैनात होंगे।
गांव-गांव में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को उनके स्वास्थ्य की वर्तमान स्थिति के हिसाब से दिन निर्धारित कर कोविड वैक्सीनेशन के लिए टोकन दिया जाएगा। टोकन में उल्लेखित तिथि पर संबंधित व्यक्ति टीकाकरण केन्द्र पर जाकर कोविड का टीका लगवा सकेंगे।
टीकाकरण के एक दिन पहले गांव-गांव में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराई जाएगी। टीकाकरण सेंटरों तक पहुंचने में असमर्थ लोगांे को आने-जाने की सुविधा भी आवश्यकता अनुसार जनपद पंचायतों द्वारा मुहैया कराई जाएगी।
महुआ संग्रहण के सीजन को देखते हुए बढ़ेगा टीकाकरण का समय - जिले के ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में लोग इस सीजन में महुआ बीनने जंगलों की ओर जाते हैं। महुआ बीन कर लौटने में लोगों को समय लगता है।इसे ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड वैक्सीनेशन का समय शाम को पांच बजे से आगे बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
श्रीमती कौशल ने सभी वैक्सीनेशन सेंटरों पर एक-एक छोटे वाहन की चालक सहित व्यवस्था भी रखने के निर्देश दिए ताकि किसी भी विपरित परिस्थिति में तत्परता से वाहन का उपयोग किया जा सके।उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों मे मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सक्रिया महिला समूहों की सदस्यों और शिक्षकों को अधिक से अधिक लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित कर वैक्सीनेशन कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने गांव और मोहल्लों में तिथिवार कोविड वैक्सीनेशन के लिए लोगों की सूची राशन दुकानों, पंचायत भवन या सार्वजनिक सामुदायिक भवनो में भी चस्पा करने का सुझाव दिया ताकि ऐसे लोगों को टोका-टाकी करके भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जा सके।
कलेक्टर ने कोविड वैक्सीनेशन के फायदे और उसकी सुरक्षा से संबंधित तथ्यों के बारे मंे भी अधिक से अधिक लोगों को बताने, बैनर, पोस्टर, दिवार लेखन आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
श्रीमती कौशल ने जिले के 45 वर्ष से अधिक शत-प्रतिशत लोगों के कोविड वैक्सीनेशन के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं, एनसीसी, एनएसएस और लाइंस क्लब जैसी संस्थाओं की भी मदद लेने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
सैम्पलिंग, टेस्टिंग और काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के भी निर्देश - बैठक में श्रीमती कौशल ने जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक लोगों की जांच करने और संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आए दूसरे लोगों की तत्परता से पहचान करने के भी निर्देश अधिकारियो को दिए।
उन्होंने बैठक में दिन-प्रतिदिन के हिसाब से ब्लाॅकवार तय किए गए टेस्टिंग लक्ष्य की शत-प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने जिले में प्रतिदिन आरटीपीसीआर पद्धति से टेस्टिंग के लिए 500, एंटीजन पद्धति से एक हजार 100, ट्रु-नाट पद्धति से 160 सैम्पल टेस्ट के हिसाब से एक हजार 760 सैम्पल प्रतिदिन न्यूनतम उपलब्धि प्राप्त करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे इन्फ्लूएंजा लाइक लक्षणों वाले लोगों की पहचान कर उनका कोरोना टेस्ट अनिवार्यतः करने के निर्देश भी स्वास्थ्य अमले को दिए। श्रीमती कौशल ने संक्रमित पाए गए लोगों के सम्पर्क में आए दूसरे लोगों की 12 घंटे के भीतर पहचान कर उनका अनिवार्यतः कोविड टैस्ट कराने के लिए भी कहा।
ऐसे लोगों की कोविड रिपोर्ट आने तक उन्हें होम आईसोलेशन में रहने के लिए निर्देशित करने कहा गया। सम्पर्क में आए लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर स्थिति के अनुसार उन्हें कोविड अस्पताल या होम आईसोलेशन में रहकर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए ईलाज -
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी पात्र हितग्राहियों से टीका लगवाने की अपील की
कोरबा : शासन के निर्देशानुसार एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए अब डाॅक्टर के सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता नही होगी। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो को पहले की तरह वैक्सीन लगती रहेगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं कि जिले में 45 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी पात्र हितग्राहियों से टीका लगवाने की अपील की है। कलेक्टर ने कहा कि कोविड का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। कोरोना से बचाव के लिए सभी पात्र लोगों को कोविड टीके का दोनो खुराक नियत समय पर लगवाना चाहिए।
एक जनवरी 1977 से पहले पैदा हुए सभी लोग लगवा सकते हैं कोविड टीका -स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि एक जनवरी 2022 को जो लोग 45 वर्ष के हो जाएंगे या इससे अधिक उम्र के सभी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन अवश्य लगवाएं। जिले के सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे ने बताया कि एक जनवरी 1977 से पहले पैदा हुए कोई भी व्यक्ति या 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोग कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। वैक्सीन के विपरीत प्रभाव नगण्य हैं और इससे कोरोना संक्रमण से सुरक्षा मिलेगी। लेकिन वैैक्सीन लगाने के बाद भी कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करना आवश्यक है। कोविशील्ड वैक्सीन की दो खुराक के बीच का समय अंतराल वर्तमान 4-6 सप्ताह से बढ़ाकर 4-8 सप्ताह कर दिया गया है। यदि वैक्सीन 6-8 सप्ताह में लिया जाता है तो सुरक्षा अधिक होगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड टीके के पहली खुराक लगवाने के छठवें से आठवें सप्ताह तक दूसरी खुराक अवश्य लगवाने की अपील की गई है।
कोविन प्लेटाफाॅर्म से आॅटो शेड्यूलिंग हटा, टीके की पहली खुराक से आठवें सप्ताह में मनचाही तिथि में लगवा सकेंगे दूसरी खुराक -
डाॅ. बोडे ने बताया कि सरकार ने कोविन प्लेटफॉर्म से 29 वें दिन दूसरी खुराक के लिए ऑटो-शेड्यूलिंग को हटा दिया है। कोविड टीके की पहली खुराक ले चुके लाभार्थी डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट कोविन डाॅट जीओव्ही डाॅट इन पर जाकर आठवें सप्ताह के दौरान किसी भी समय अपनी मनचाही तिथि को दूसरी खुराक की तारीख चुन सकते हैं। कोविन सिस्टम एक अप्रैल 2021 से 45 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्तियों के लिए पंजीकरण और बुकिंग के लिए खुला रहेगा। टीकाकरण के बाद लोगों को टीकाकरण प्रमाणपत्र की हार्ड कॉपी या डिजिटल कॉपी दिया जाएगा। निजी अस्पतालों द्वारा लिए जाने वाले टीके के शुल्क में प्रमाणपत्र भी शामिल रहेगा। यदि अस्पताल प्रमाण पत्र प्रदान करने से इनकार करते हैं तो लोग टोल-फ्री नंबर 1075 पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कोविन प्लेटफाॅर्म पर टीकाकरण कराने के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने के बाद निजी या सार्वजनिक अस्पतालों में जाकर अलग से कोई अपाॅइंटमेंट लेने की आवश्यकता नहीं होगी। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाबचाव हमेशा इलाज से बेहतर, जांच में देरी से परिवार या अन्य लोगों के संक्रमित होने की संभावना ज्यादास्वास्थ्य विभाग ने लोगों से की अपील
कोरबा: कोरोना संक्रमण के मामले पूरी दुनिया सहित भारत में फिर बढ़ रहे हैं। इस समय सभी को सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक हो गया है। डाॅक्टरों, विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं यूनीसेफ के साथ राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा लोगों से बार -बार अपील किया जा रहा है कि कोरोना के हल्के लक्षण दिखने पर भी तुरंत कोरोना जांच कराना चाहिए। जल्दी जांच और दवाइयां समय पर मिलने से रिकवरी तेजी से होताी है। संक्रमण से बचने के लिए अभी सार्वजनिक स्थलों में मास्क पहनना, दूसरों से दो गज की सुरक्षित दूरी रखना,भीड़ से बचना और हाथों की साबुन पानी से सफाई करना जरूरी है। राज्य शासन द्वारा एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को कोविड 19 वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा प्रदेश में वैक्सीनेशन केन्द्रों और वैक्सीनेटरों की संख्या बढ़ाए जाएगी। विभाग ने सभी पात्र लोगों से वैक्सीन लगाने की अपील की है। स्वास्थ्य विभाग ने वर्तमान में 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और 45 साल से अधिक के ऐसे व्यक्तियों जिन्हे अन्य कोई गंभीर बीमारी जैसे किडनी रोग, डायबिटीज, कैंसर, सांस की तकलीफ और हृदय की बीमारी है, उन्हे खास ध्यान रखने की अपील की है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से बचाव के लिए लोगों से अपील की है कि मास्क लगाएं, लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखें तथा अपने हाथों की बार-बार सफाई करते रहे। अगर कोई भी कोरोना के लक्षण दिखते हैं या नए लक्षण जैसे अचानक कमजोरी आना या थकान लगना तो तुरंत कोरोना की जांच कराएं।
कोरोना जांच कराना अपने लिए जरूरी तो है ही अपने परिवार या अन्य लोगों के लिए भी जरूरी है। अगर जांच में देरी हो रही है इसका मतलब है कि जांच में देरी से फैलाव की संभावना बढ़ जाएगी और इससे अपने परिवार के साथ साथ अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी. बी. बोडे ने कहा कि बार बार सभी लोगों से अपील किया जा रहा है कि बुजुर्ग और ऐसे व्यक्ति जिन्हे किसी भी प्रकार की अन्य कोई बीमारी है उन्हे विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। उन्होने कहा कि युवा एवं बच्चों को बुजुर्गों से दूरी रखनी चाहिए क्योंकि वे स्वयं यदि संक्रमित होंगे तो बिना लक्षण वाले हो सकते हैं और प्रतिरोधक क्षमता अधिक होने के कारण ठीक भी हो जाते हैं लेकिन बुजुर्ग उनसे आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। उन्होने कहा कि टी. बी., सांस की बीमारी, अधिक रक्त चाप, डायबिटीज, कैंसर आदि गंभीर बीमारी वाले व्यक्तियों के परिजनों को भी उनका ध्यान रखना चाहिए और हल्के लक्षण दिखने पर भी तुरंत कोरोना जांच कराना चाहिए। सीएमएचओ ने बताया कि पिछले कुछ समय में नागरिक लापरवाह हुए है, जिसमें मास्क ना लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना शामिल है। इस तरह मरीजों में अपने आप को छुपाने की प्रवृत्ति भी बढ़ी है। कई बार जांच देर से कराने या देरी से हॉस्पिटल पहुंचने के कारण गंभीर अवस्था में मरीजों को बचाया जाना संभव नहीं हो पाता बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। -
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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जारी किया आदेश
कोरेाना से बचाव के लिए मास्क लगाने, सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने और थोड़ी-थोड़ी देर में अपने हाथों को धोने की अपील
कोरबा : कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अब सार्वजनिक स्थलों में बिना मास्क या फेसकवर के पाए जाने पर 500 रूपए का अर्थदण्ड लगाने का निर्णय लिया है।राज्य सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने इसके लिए महामारी रोग अधिनियम-1897 के तहत पूर्व में जारी अधिसूचना में संशोधन का आदेश जारी कर दिया है।
अब सार्वजनिक स्थलों में बिना मास्क या फेस कवर के पाए जाने पर लोगों से पांच सौ रूपए अर्थदण्ड वसूला जाएगा, पूर्व में यह राशि एक सौ रूपए थी जिसे बढ़ाकर अब पांच सौ रूपए कर दिया गया है।
कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों से मास्क लगाकर ही अपने घरों से बाहर निकलने, सोशल और फिजिकल डिस्टेसिंग का कड़ाई से पालन करने और थोड़ी-थोड़ी देर में अपने हाथों को साबुन से धोते रहने की पुनः अपील भी की गई है। -
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स्थानीय उपजो को ब्रांड और गौठानों को मल्टीएक्टीविटी सेंटर के रूप में विकसित करें, मजबूत होगी गाँव की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री के सलाहकार शर्मा ने नरवा विकास कार्यों का किया अवलोकन, स्व सहायता समूहों की प्रशंसा भी की
कोरबा : कोरबा जिला की स्थानीय वनोपज महुआ यहां पर्याप्त मात्रा में पाया जाती है। इसका उपयोग लड्डू, चाॅकलेट औषधी तथा इससे निकलने वाले पौष्टिक खाद्य तेल के रुप में किया जाता हैं। इसे बहुपयोगी बनाकर, परिष्कृत करते हुए इसे छत्तीसगढ का ब्रांड भी बनाया जा सकता है।
यह बात मुख्यमंत्री के सलाहकार योजना निधि कृषि एवं ग्रामीण विकासश्री प्रदीप शर्मा ने कटघोरा में पंचायत एवं वन विभाग द्वारा निर्माण कराये जा रहे नरवा के कार्यो एवं मृदा संरक्षण की संरचनाओं की समीक्षा एवं निरीक्षण के दौरान कही ।
उन्होने कहा कि कोरबा में बहुतायत में मिलने वाले कोयले की डस्ट का उपयोग भी गार्डनिंग डस्ट आदि में किया जा सकता हैं । श्री शर्मा ने कहा कि गोधन न्याय योजना की पूरे देश में प्रशंसा हो रही हैं । इसे एक आदर्श योजना के रुप में जाना जा रहा हैं। इसका श्रेय सुनियोजित योजना एवं योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वयन को जाता हैं ।
उन्होने जिले में नरवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी एवं गोधन न्याय योजना के तहत किये गये कार्यो की सराहना की और कहा कि गौठानो को मल्टीएक्टीविटी सेंटर बनाया जाये जिससे ग्रामीणो की अजीविका संवर्धन हो सके तथा रुरल इंडस्ट्री पार्क बनाया जा सके ।
उन्होने कहा कि ग्रीष्म ऋतु में तालाब, डबरी का पानी सूख कर कम हो जाता हैं, जिसमें जलीय तत्व की कमी आ जाती हैं । इस पानी को पीकर मवेशियों में प्रतिरोधक क्षमता की कमी या बीमारियाँ हो जाती हैं ।इसलिए यह अति आवश्यक है कि सभी गौठानों में पशुओं के लिए शुद्ध पेय जल की समुचित व्यवस्था की जाये। वन विभाग द्वारा घने जंगलो में कराये जा रहे नरवा निर्माण कार्य के तहत वन्य क्षेत्रों में शलेम, सफेदमूसली, वच आदि औषधि लगाने की बात कही। नरवा निर्माण कार्य के तहत जनउपयोगी एवं पर्यावरण संरक्षण संबंधी संरचनाआंे का निर्माण कराया जाये ।
श्री शर्मा ने आदर्श गौठान महोरा का निरीक्षण भी किया इस दौरान उन्होने मुर्गी पालन कोषा धागा करण, अगरबत्ती निर्माण, दोना पत्तल निर्माण मशरुम उत्पादन करने वाली स्वसहयता समूह कि महिलाओं से चर्चा करके उनका उत्साहवर्धन किया।
उन्होने दूरस्थ वनआंचल क्षेत्र ग्राम पंचायत केसलपुर में नरवा निर्माण के तहत मनरेगा से बनायी गयी संरचना, स्टाप डेम, लूजबोल्डर चेक डेम आदि का निरीक्षण किया उन्होने लूजबोल्डर चेक डेम की साइड सलेक्शन एवं गुणवत्ता पूर्ण कार्य के लिए तकनीकी सहायक गंगा कंवर की प्रशंसा कर उत्साहवर्धन किया।इस अवसर पर श्री कुंदन कुमार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा, श्रीमती प्रियंका पाण्डेय, वन मंडल अधिकारी कोरबा शमा फारूखी, वनमंडल अधिकारी कटघोरा सहित सभी जिला स्तरीय विभाग प्रमुख उपस्थित थे । -
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श्री पुरूषोत्तम कंवर की अध्यक्षता में परियोजना सलाहकार मण्डल की बैठक संपन्न
आदिवासी क्षेत्रों के विकास में एकीकृत परियोजनाओं की विशेष भूमिका : श्री कंवर
कोरबा : कटघोरा के विधायक और परियोजना सलाहकार मण्डल के अध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित एकीकृत आदिवासी विकास सलाहकार मण्डल की बैठक में छह करोड़ रूपए से अधिक की विकास योजनाओं को मंजूरी दी।
जिले के आदिवासी क्षेत्रों में खेती-किसानी, शिक्षा की बेहतरी, सिंचाई सुविधाओं के विस्तार, आश्रम छात्रावासों के सुदृढ़ीकरण पर यह राशि वर्ष 2020-21 में खर्च होगी। इस अवसर पर श्री पुरूषोत्तम कंवर ने कहा कि आदिवासी और दूरस्थ वनांचलों के विकास के लिए एकीकृत परियोजनाएं विशेष रूप से सफल होती है।
खेती-किसानी के साथ दूरस्थ अंचलों में बच्चों को पढ़ने के लिए सुविधाएं विकसित करने में इन परियोजनाओं से आसानी होती है। उन्होंने इस वर्ष स्वीकृत राशि का शत-प्रतिशत उपयोग आदिवासी अंचल के क्षेत्रों में ही करने के निर्देश बैठक में अधिकारियों को दिए।
श्री कंवर ने कहा कि विशेष आदिवासी विकास परियोजनाओं से अधिक से अधिक हितग्राहियोे को जोड़ा जाए और उनकी जरूरतों के हिसाब से ही कार्य स्वीकृत किए जाएं। इस बैठक में रामपुर विधायक श्री ननकी राम कंवर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, कोरबा विधायक प्रतिनिधि के तौर पर श्री संतोष राठौर, जिला पंचायत सदस्य प्रीति कंवर, जनपद पंचायत कटघोरा की अध्यक्ष श्रीमती लता कंवर, श्री हिमांचल सिंह कंवर, श्री गणराज सिंह कंवर, श्री हर्ष कंवर, श्रीमती संतोषी पेंद्रो, पुष्पा कंवर सहित सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक में वर्ष 2020-21 के लिए विशेष केन्द्रीय सहायता आदिवासी उपयोजना के तहत 18 विकास कार्यों के लिए छह करोड़ सात लाख रूपए की कार्ययोजना के अनुमोदन किया गया। स्वीकृत की गई कार्ययोजना में आदिवासी क्षेत्रो में रेशम उत्पादन के लिए सौर उर्जा पर आधारित सिंचाई, नर्सरी निर्माण, वृक्षारोपण और अंतवर्ती खेती करने सात लाख 93 हजार रूपए की योजना को मंजूर किया गया।
405 किसानों की खेतों की मिट्टी की जांच के लिए 20 लाख रूपए और आदिवासी क्षेत्रों में 172 किसानों की खेतीहर भूमि की गहरी जुताई के लिए साढ़े छह लाख रूपए मंजूर किए गए। 30 बालिका छात्रावासों एवं आश्रमों में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने साढ़े सात लाख रूपए, शुद्ध पेयजल व्यवस्था के लिए सात लाख 24 हजार रूपए, बालिकाओं के स्वास्थ्य चेकअप के लिए नौ प्रशिक्षित एएनएम की सेवाएं लेने 16 लाख 20 हजार रूपए, सात पोस्ट एवं प्री मैट्रिक छात्रावासों में कम्प्युटर लैब के लिए 28 लाख रूपए, चार हाॅस्टल आश्रमों में वाॅटर रिसाइकलिंग प्लांट के लिए 24 लाख रूपए और 11 बालिका आश्रमों में सौर उर्जा आधारित बिजली संयंत्र स्थापना के लिए 55 लाख रूपए मंजूर किए गए।
इसी प्रकार 43 सिंचाई नलकूपों के लिए 43 लाख रूपए, 129 सिंचाई पाइप सिस्टम के लिए 12 लाख 90 हजार रूपए, आश्रम छात्रावासों में ढाई हजार से अधिक मच्छर दानियों के वितरण के लिए सात लाख 76 हजार रूपए, आठ आश्रम छात्रावासों में अधीक्षक निवास निर्माण के लिए 64 लाख रूपए, चार आश्रम छात्रावासों में शौचालय निर्माण के लिए 22 लाख रूपए, ट्रांजिट हाॅस्टल निर्माण के लिए एक करोड़ 14 लाख रूपए और चार आश्रम छात्रावासों की वार्वेट वायर फेंसिंग के लिए एक लाख 60 हजार रूपए की मंजूरी बैठक में दी गई। क्रेडा के माध्यम से 172 सोलर पैनलों की स्थापना के लिए एक करोड़ 29 लाख रूपए और चार आश्रमों में सोलर पावर प्लांट स्थापना के लिए 40 लाख रूपए भी बैठक में मंजूर किए गए। -
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कोरबा : पांच लाख रूपए तक के सालाना मुफ्त ईलाज के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने की तिथि एक महीना बढ़ा दी गई है। अब यह कार्ड 30 अप्रैल 2021 तक बनेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा पहले हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनाने की तिथि 31 मार्च निर्धारित की गई थी।
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के तहत यह कार्ड नजदीकी च्वाइस सेंटर या काॅमन सर्विस सेंटर में निःशुल्क बनाया जा रहा है। कार्ड बनाने के लिए हितग्राहियों को राशनकार्ड के साथ अपना आधार कार्ड लेकर च्वाइस सेंटर जाना होगा।
परिवार की पात्रता के आधार पर क्रियाशील अंत्योदय कार्ड, प्राथमिकता राशन कार्डधारी परिवार और सामाजिक-आर्थिक संगणना 2011 से चयनित परिवारों को पांच लाख रूपए तक ईलाज के लिए सालाना सुविधा इन कार्डों से मिलेगी।इसी प्रकार शेष राशनकार्ड धारी परिवारों को सालाना 50 हजार रूपए तक का निःशुल्क ईलाज पंजीकृत शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में आयुष्मान कार्ड के द्वारा मिलेगा।
जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी. बी. बोडे ने जिले वासियों से नजदीकी च्वाइस सेंटर जाकर 30 अप्रैल के पहले आयुष्मान कार्ड बनवाने की अपील की है ताकि आवश्यकता पड़ने पर पूरे साल उनका निःशुल्क ईलाज हो सके। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
होलिका दहन में एक बार में अधिकतम पांच लोग रह सकेंगे उपस्थित, होली मिलन या अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे आयोजित, जिले मेें धारा 144 लागू रहेगी
जिला दण्डाधिकारी श्रीमती कौशल ने जारी किया आदेश
कोरबा : कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने जरूरी कार्रवाईयां शुरू कर दीं हैं। राज्य स्तर पर हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद जारी निर्देशों के परिपालन में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती किरण कौशल ने कोरबा जिले में भी बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच आने वाले तीज-त्यौहार मनाने के लिए नई गाईड लाइन जारी की है।
जिले में आगामी आदेश तक धारा 144 लागू रहेगी। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जारी शासकीय निर्देशों और कोविड प्रोटोकाॅल के उल्लंघन पर लोगों के विरूद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई भी हो सकेगी।होली, शब-ए-बारात, पाम संडे जैसे धार्मिक त्यौहारों को देखते हुए जिला प्रशासन ने कोरोना की रोकथाम के लिए नई गाईड लाइन जारी की है जिसका पालन करना अनिवार्य किया गया है।
होलिका दहन में एक बार में अधिकतम पांच लोग रह सकेंगे उपस्थित, कोविड प्रोटोकाॅल का करना होगा पालन - होलिका दहन कार्यक्रमों में एक बार में अधिकतम पांच लोग उपस्थित रहकर पूजा-अर्चना कर सकेंगे। पांच लोगों के बाद दूसरे अन्य पांच लोगों के क्रम में होलिका दहन के दौरान पूजा-अर्चना होगी।
होली मिलन या किसी भी अन्य प्रकार का सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं होगी। होलिका दहन के दौरान सेनेटाइजर, फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग करने की शर्त का कड़ाई से पालन करना होगा। सार्वजनिक स्थलों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का उपयोग अनिवार्य होगा। कोविड प्रोटोकाॅल के उल्लंघन की दशा में राज्य शासन द्वारा निर्धारित अर्थदण्ड भी लगाया जाएगा। अर्थदण्ड देने से मना करने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
धार्मिक स्थानों पर केवल व्यक्तिगत पूजा होगी, सामूहिक कार्यक्रम पर रहेगी रोक - कोरबा जिले में सभी धार्मिक कार्यक्रम और त्यौहार, सांस्कृतिक, राजनैतिक, सामाजिक, खेल-कूद, मेला-मड़ई, समारोह और अन्य सार्वजनिक प्रकृति के सभी कार्यक्रम आयोजित किया जाना प्रतिबंधित रहेगा। जिले के सभी पर्यटन स्थलों में आम जनता के प्रवेश पर अगले आदेश तक रोक रहेगी। मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरूद्वारे और अन्य धार्मिक स्थल केवल व्यक्तिगत पूजा के लिए खुले रहेंगे। व्यक्तिगत या एकल रूप में ही धार्मिक स्थलों और संस्थानों में प्रवेश मिलेगा।किसी भी प्रकार सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा।
विवाह, अंत्येष्टि, दशगात्र जैसे कार्यक्रमों में अधिकतम 50 लोगों के शामिल होने की रहेगी अनुमति - विवाह, अंत्येष्टि, दशगात्र या इनसे संबंधित जरूरी कार्यक्रमों में फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ हैण्ड सेनेटाइजेशन और मास्क के उपयोग का कड़ाई से पालन करने की शर्त पर अधिकतम 50 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति होगी।
ऐसे कार्यक्रमों के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम से लिखित अनुमति प्राप्त करना होगा। इस दौरान सभी प्रकार के धरना, रैली, जुलुस और सार्वजनिक प्रदर्शन आगामी आदेश तक प्रतिबंधित रहेंगे। दो पहिया वाहनों में दो और चार पहिया वाहनों में केवल चार व्यक्ति ही बैठकर यात्रा कर सकेंगे। डीजे, नंगाड़ा या दूसरे ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग भी अगले आदेश तक प्रतिबंधित रहेगा।
अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को सात दिन रहना होगा होम क्वारेंटाइन - अन्य राज्यों से हवाई यात्रा, रेल मार्ग या सड़क मार्ग से जिले में प्रवेश करने वाले सभी लोगों को सात दिन तक होम क्वारेंटाइन में रहना अनिवार्य होगा।
किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, स्वाद या गंध महसूस नहीं होना, उल्टी-दस्त या शरीर में दर्द की शिकायत हो तो, तत्काल कोविड-19 की जांच करानी होगी और जांच रिपोर्ट प्राप्त होने तक भी होम क्वारेंटाइन में रहना होगा।
कोविड रिपोर्ट पाॅजिटिव आने और होम आईसोलेशन की अनुमति मिलने पर आईसोलेशन की शर्तों का कड़ाई से पालन करना होगा। होम आईसोलेशन का उल्लंघन करने वाले लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक स्थानों, सिनेमा हाॅल और माॅल में आने-जाने वालों की दैनिक जांच की जाएगी और कोविड गाईड लाइन का पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। सशर्त अनुमति को छोड़कर सार्वजनिक स्थानों पर एक बार में पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर भी आगामी आदेश तक रोक रहेगी।
सघन कोरोना पाॅजिटिव मरीजों वाले क्षेत्र बनेंगे कंटेनमेंट जोन - जिले में यदि किसी क्षेत्र में कोविड मरीजों की संख्या अधिक हो जाती है तो उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में सभी लोगों को शासन द्वारा निर्धारित मापदण्डों और निर्देशों का पालन अनिवार्य होगा।
जिले मे कोरोना वाइरस के संक्रमण को देखते हुए कोरोना वायरस निगरानी दल, जांच दल और निरीक्षण दल द्वारा भौतिक परीक्षण या ईलाज से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों को सभी लोगों को उचित सहयोग देना होगा। यदि कोई व्यक्ति इस संबंध में सहयोग देने या वांछित देने से इनकार करता है या निगरानी दल के निर्देशों का पालन नहीं करता या कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करता है तो उसके विरूद्ध भारतीय दण्ड संहित 1860 की धारा 270 और महामारी डिसीज एक्ट 1897 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानो के तहत वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। -
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कोरबा : होली के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने, आंखों में रंग-गुलाल जाने या रंगो के कारण किसी व्यक्ति की तबियत खराब होने पर तत्काल उपचार के लिए होली के दिन भी जिला चिकित्सालय के साथ-साथ सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डाॅक्टर मौजूद रहेंगे।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने इस संबंध में जरूरी निर्देश आज शांति समिति की बैठक में दिए। जिले में ऐम्बुलेंस संचालनकर्ता एजेंसी, स्टाॅफ नर्स आदि को भी त्यौहार के दौरान अप्रिय स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों में नेत्र चिकित्सकों और चर्म रोग विशेषज्ञ डाॅक्टरों की ड्युटी उपलब्धतानुसार लगाने के निर्देश बैठक में दिए गए। ऐम्बुलेंसों और 108 वाहनों के साथ-साथ 112 वाहनों को भी अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में ही मौजूद रहने के लिए निर्देशित किया गया ताकि आवश्यकता पड़ने पर लोगों को समय पर उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा सके।
नगरीय निकाय होली के दिन दोपहर में भी देंगे पानी, पिकनिक स्पाॅट और नदी-नालों पर भी रहेगी प्रशासन की नजर - होली के दिन नगरीय निकायों द्वारा सुबह और शाम के साथ-साथ दोपहर में भी रिहायशी में इलाकों में पानी की आपूर्ति की जाएगी।
इसके साथ ही होलिका दहन के दिन आग लगने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए फायर ब्रिगेड गाड़ियों की भी पूरी तैयारी रहेगी। पिकनिक स्पाॅट, नदी-नालों विशेषकर दर्री हसदेव डेम बॅराज पर होम गार्ड के गोताखोर नजर रखेंगे। इन स्थानों पर भी सुरक्षाबलों की व्यवस्था और पैट्रोलिंग होती रहेगी।
होली के त्यौहार पर लोगों के स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने वाले रंगो, कैमिकल स्प्रे, पेपर स्पे्र, हुटर साइरन और मुखौटों की बिक्री करने वालों पर भी प्रशासन की विशेष नजर रहेगी।हानिकारक रंगो और असुरक्षित मुखौटों आदि की बिक्री पर दुकानदारों के विरूद्ध कार्रवाई भी होगी। त्यौहारों के दौरान सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले संदेश पोस्ट करने या फाॅरर्वड-शेयर करने पर भी पुलिस एवं प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
होली के त्यौहार पर जीवन में लाएं खुशियों के रंग, कोरोना नहीं : कलेक्टर श्रीमती कौशल की अपील - आने वाले होली त्यौहार के साथ-साथ शब-ए-बारात और पवित्र पाम संडे पर्व पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले वासियों को अपनी शुभकामनाएं और बधाई भी प्रेषित की है।
उन्होंने जिले के नागरिकों से शांति पूर्ण ढंग से आपसी सद्भाव बनाते हुए त्यौहारोें को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए मनाने की अपील भी की है। कलेक्टर ने कहा है कि होली और अन्य पवित्र त्यौहारों पर लोग अपने घर-परिवार और जीवन में खुशियों के रंग भरें। कोरोना से बचकर रहें।
नियमित हैण्ड सेनेटाइजेशन, अच्छी तरह से मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्यतः पालन करें। उन्होंने इन सभी पर्वाें को शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से मनाने के लिए जिले वासियों से सहयोग की भी अपेक्षा की है। -
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कोरबा : शांति समिति की बैठक में सदस्यों द्वारा बताया गया कि कोरबा जिले के कुछ शहरी क्षेत्रों में होली पर्व के कुछ दिन पहले से ही होली जैसा ही माहौल हो जाता है। सर्वमंगला बाइपास रोड पर असामाजिक तत्वों द्वारा बैरियर लगाकर आने-जाने वाले लोगों से अवैध वसूली की जाती है।इसके साथ ही होली के नाम पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा लोगों से अवैध चंदा वसूली की घटनाएं भी इस दौरान होती है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने ऐसी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उप पुलिस अधीक्षक कोरबा को लगातार पैट्रोलिंग की व्यवस्था करने के निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने ऐसे चिन्हांकित स्थानों पर भी अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था करने को कहा।
कलेक्टर ने सर्वमंगला बाइपास रोड पर लगातार पैट्रोलिंग दस्ते की ड्युटी लगाने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए। त्यौहारों के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में मोबाइल नंबर 94791-93399 पर भी लोग दे सकेंगे।होली पर खुली जीप में शराब पीकर घुमने वालों एवं मोटर साईकिलों पर तीन सवारी घुमने वालों, बिना नंबर के मोटर सायकिल चलाने वालों पर भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी।
होलिका दहन वाली जगहों की जानकारी समितियों को एसडीएम कार्यालयों में देनी होगी - होलिका दहन कार्यक्रम आयोजित करने वाली सभी समितियों को होलिका दहन का समय और स्थल की पूरी जानकारी संबंधित एसडीएम कार्यालयों में देनी होगी। जानकारी प्राप्त होने पर संबंधित एसडीएम और कार्यपालिक दण्डाधिकारी पुलिस अधिकारियों के साथ ऐसे स्थानों का निरीक्षण भी करेंगे।
होलिका दहन झुग्गी-झोपड़ियों या विद्युत तार के नीचे या ट्रांसफार्मर एवं अन्य विद्युत उपकरणों के नजदीक नहीं किया जाएगा। स्ट्रीट लाईटों और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के विरूद्ध भी शासकीय संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी।
शराब दुकानें बंद रहेंगी, अवैध शराब बिक्री पर होगी कड़ी कार्रवाई - 29 मार्च होली पर्व पर जिले की सभी शासकीय शराब दुकानें और लाइसेंसी बार आदि बंद रहेंगे।इस बार सप्ताह के आखिर में पड़ने वाले त्यौहारों को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अवैध शराब की बिक्री को पूरी तरह प्रतिबंधित करने के निर्देश आबकारी विभाग के अधिकारियों को बैठक में दिए।
अवैध शराब की बिक्री करने वालों के विरूद्ध छापामार कर सख्त कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर ने आबकारी विभाग को दस्ते बनाने को कहा। उन्होंने त्यौहारों से पहले शराब दुकानों का निरीक्षण कर दुकानों में स्टाॅक का मिलान करने, सत्यापन करने और होटलों तथा ढाबों जैसे स्थानों पर अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाकोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रोटोकाॅल का पालन करने की जिला प्रशासन की अपील
सार्वजनिक मिलन समारोह या भोज आदि नहीं होंगे, खरीददारी के दौरान भी करना होगा कोविड प्रोटोकाॅल का पालन
कोरबा : इस सप्ताह के अंत में होली, शब-ए-बारात और पाम संडे के पवित्र पर्व जिला वासियों द्वारा कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए मनाये जाएंगे। जिला प्रशासन ने इन सभी पर्वों पर सभी समाज प्रमुखों से हैण्ड सेनेटाइजेशन, मास्क का अनिवार्यतः उपयोग और आपस में दो गज दूरी के प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन कराने की अपील भी की है।
आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सप्ताहांत में पड़ने वाले इन त्यौहारों को सौहार्द्रपूर्ण और कोरोना से सुरक्षा बरतते हुए मनाने के लिए जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक ली। इस बैठक में विभिन्न समाजों के प्रमुख, गणमान्य नागरिक और अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में कलेक्टर ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सभी से जनसहयोग की अपील की और इन त्यौहारों पर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी।बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, एसडीएम श्री सुनील नायक सहित छत्तीसगढ़ माइनाॅरिटी कमिटी के जनरल सेके्रटरी श्री रवि पी. सिंह, कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद, केसीडब्ल्यूकेएस के अध्यक्ष राजेश जोसेफ, सुन्नी मुस्लिम जमात के जनरल सेक्रेटरी जुम्मन खान रिजवी, अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री सुखदीप सिंह, जामा मस्जिद के प्रेसिडेंट सैय्यद शब्बीर अहमद, सुन्नी मुस्लिम जमात के अध्यक्ष एखलाख खान, शाही नूरी मस्जिद के अध्यक्ष आरिफ खान, अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार समिति कोरबा के अध्यक्ष विक्टर मेनन, कोरबा चर्चेस वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव हरिश मसीह और महासचिव रवि पी. सिंह सहित अन्य अधिकारी सीएसपी योगेश साहू, अपर आयुक्त नगर निगम अशोक शर्मा, डिस्ट्रीक्ट कमांडेंट पी. वी. सिदार भी मौजदू रहेे।
दस फीट से उंची नहीं होगी होलिका, दहन कार्यक्रम में कोविड प्रोटोकाॅल के उल्लंघन पर समिति संचालक के विरूद्ध होगी कार्रवाई- कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार होलिका दहन कार्यक्रमों में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अनिवार्य होगा। होलिका दहन कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क से अच्छी तरह मुंह को ढंकने और हाथों को सेनेटाइज करने जैसी व्यवस्थाएं समिति संचालकों की जिम्मेदारी होंगी।
कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने पर होलिका दहन समिति संचालकों और प्रबंधकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई होगी। होलिका दहन खुले स्थानो पर ही किया जा सकेगा। बिजली के ट्रांसफार्मरों और तारों के नीचे होलिका दहन नहीं किया जा सकेगा।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेसिडेंशियल सोसाइटीयों और निजी निवासों में होली मिलन के कार्यक्रम में कम से कम लोगों के शामिल होने या ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित नहीं करने की अपील जिला प्रशासन ने लोगों से की है।
ऐसे कार्यक्रमों में सम्मिलित होने वाले सभी लोगों को ठीक तरह से मास्क पहनने, समय-समय पर हाथों को सेनेटाइज करने, फिजिकल और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।होली मिलन के कार्यक्रमों में सामूहिक भोज का आयोजन नहीं होगा। टेंट, माइक या ढोल-नंगाड़े लगाकर सार्वजनिक स्थानों पर फाग गीत या होली मिलन जैसे कार्यक्रम इस बार नहीं होंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विद्यार्थी स्कूल नहीं जाएंगे पर शिक्षकों की प्रतिदिन उपस्थिति अनिवार्य होगी
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में की समीक्षा, दिए जरूरी निर्देश
कोरबा : कोरोना को बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोरबा जिले में कोविड प्रोटोकाॅल का आमजनों से सख्ती से पालन कराया जाएगा। जिले में शासकीय निर्देशों के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण लाॅकडाउन नहीं होगा लेकिन घर से बाहर निकलने वाले लोगों पर कोविड प्रोटोकाॅल के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की तैयारी प्रशासन ने कर ली है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में जिले में कोरोना संक्रमण की मौजूदा परिस्थितियों की समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।कलेक्टर ने कोरोना से बचाव के तीन महत्वपूर्ण उपायों हाथों को सेनेटाइज करने, आपस में दो गज की दूरी रखने और मास्क का उपयोग सख्ती से लागू कराने के निर्देश प्रशासन के अधिकारियों को दिए हैं।
श्रीमती कौशल ने बाजारों से लेकर कार्यालयों तक सभी जगहों पर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करने और उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश आज समय सीमा की बैठक में दिए हैं। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, कोरबा डीएफओ श्रीमती प्रियंका पाण्डेय, कटघोरा के एसडीएम श्री अभिषेक शर्मा सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी कलेक्टोरेट सभा कक्ष में शामिल हुए। वहीं वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अन्य तीन अनुभागों के एसडीएम, जनपदों के सीईओ और विभिन्न विभागों के मैदानी अधिकारी भी समय सीमा बैठक में मौजूद रहे।
विद्यार्थी नहीं जाएंगे स्कूल पर शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य - कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण राज्य शासन के निर्देशानुसार विद्यार्थी स्कूल नहीं आएंगे परंतु शिक्षकों को प्रतिदिन स्कूल में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए हैं।
प्रतिदिन स्कूल पहुंचकर शिक्षक ऑनलाइन क्लास, मोहल्ला क्लास, लाउडस्पीकर क्लास आदि के माध्यम से बच्चों को पढ़ाएंगे। शिक्षकों को प्रतिदिन स्कूल की उपस्थिति पंजी में भी हस्ताक्षर करने होंगे। उपस्थिति पंजी के सत्यापन के बाद ही शिक्षकों को वेतन आरंभ किया जा सकेगा।
कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि कक्षा 10वीं तथा 12वीं की परीक्षाएं राज्य शासन के निर्देशानुसार ऑफलाइन होंगी। विद्यार्थियों के दाखिला स्कूलों में ही परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे। इन स्कूलों में एक बेंच पर एक विद्यार्थी बैठकर परीक्षा देगा। परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों के हैण्ड सेनेटाइजेशन, मास्क लगाकर आने से लेकर आपस में सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन रखने की पूरी जिम्मेदारी स्कूल के प्राचार्य की होगी।
श्रीमती कौशल ने इन दोनों परीक्षाओं के लिए समय पर सभी जरूरी तैयारियां भी पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने काॅलेजों में सभी प्रकार के अंतिम वर्ष के पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं के लिए भी इसी तरह तैयारियां समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। -
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समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
कोरबा : प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार कोरबा जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्र और मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र आगामी आदेश तक बंद रहेंगे।केन्द्रों के बंद रहने की अवधि में सभी श्रेणी के पात्र हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं के प्रावधानों के अनुसार रेडी टु इट तथा पूरक पोषक आहार घर-घर जाकर दिया जाएगा।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और कोरोना संक्रमण को देखते हुए अधिकारियों को शासन के निर्देशानुसार जरूरी व्यवस्थाएं समय पर करने को कहा।कोरोना संक्रमण के कारण बंद आंगनबाड़ी केन्द्रों से स्वास्थ्य व पोषण को प्रभावित होने से बचाने के लिए गरम भोजन के स्थान पर तीन से छह वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं शिशुवती महिलाओं को भी रेडी टु इट का वितरण घर-घर जाकर किया जाएगा।मुख्यमंत्री पोषण अभियान के तहत भी हितग्राहियों को पोषक सामग्री के रूप में रेडी टु इट का वितरण होगा। आंगनबाड़ी केन्द्र में उपलब्ध चांवल व अन्य कच्ची सामग्री का सुरक्षित भण्डारण करने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की बैठक में दिए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने केन्द्रों की साफ-सफाई प्रतिदिन सुनिश्चित करनी होगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सामान्य परिस्थितियां अनुसार ही विभागीय ऑनलाइन प्रतिवेदन एवं अन्य जानकारियां भी प्रतिदिन भेजने होंगे।बच्चों एवं महिलाओं के टीकाकरण तथा स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समन्वय किया जाएगा। सुपोषण चैपाल, सामूहिक बैठकों जैसे सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे परंतु गृह भेंट के दौरान स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी सजगता अभियान जारी रहेंगे।