- Home
- मुख्य समाचार
-
बिजली दफ्तर जाने की जरूरत नहीं, 90 फीसद समस्याओं के त्वरित निदान में मददगार बनेगा मोर बिजली मोबाइल एप
मुख्यमंत्री ने ‘‘मोर बिजली एप’’ के नये फीचर्स का किया शुभारंभ
एप के जरिए अब हर मोबाइल बन जाएगा बिजली दफ्तर
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल यहां अपने निवास कार्यालय मंे छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्टीब्यूशन कंपनी के ‘‘मोर बिजली एप’’ के नये फीचर्स का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा उपभोक्ताओं को विद्युत सेवाओं का घर बैठे लाभ मुहैया कराने के लिए मोर बिजली मोबाइल एप लॉन्च किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इसके लिए सीएसपीडीसीएल के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को इससे बड़ी सहूलियत मिलेगी। विद्युत उपभोक्ता इस एप के जरिए विद्युत वितरण कम्पनी की 90 फीसद से अधिक सेवाओं का घर बैठे लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह एप विद्युत संबंधित किसी भी समस्या का भी मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि अब उपभोक्ताओं को बिजली दफ्तर पर चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। इससे श्रम, समय और पैसे की बचत होगी। उन्होंने विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस एप के जरिए विद्युत कम्पनी की मैदानी टीम को काम करने में आसानी होगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा बिजली उत्पादन, पारेषण एवं वितरण को उन्नत बनाने के लिए पॉवर कंपनी द्वारा नवीनतम तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका एक आदर्श उदाहरण ‘‘मोर बिजली एप’’ भी है। इस निःशुल्क सुविधा का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को इसे अपने मोबाईल पर डाउनलोड करना चाहिए। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्यमंत्री के अपर सचिव एवं पावर कम्पनीज के चेयरमैन श्री सुब्रत साहू, एम.डी. सर्वश्री हर्ष गौतम, राजेश वर्मा, एम. के. बिजौरा, श्रीमती उज्जवला बघेल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में पॉवर कम्पनीज के चेयरमेन श्री सुब्रत साहू ने कहा कि उर्जा से उन्नति की ओर प्रदेशवासियों को अग्रसर करने अनेक योजनायें और सुविधायें पहली बार आरंभ की गई है। जिनमें हाफ रेट पर बिजली योजना और मोर बिजली एप से उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। भविष्य में भी छत्तीसगढ़ विद्युत विकास का गढ़ बना रहेगा। इसके लिए प्रदेश में विद्युत अधोसंरचना का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में भी विद्युत उत्पादन के मामलें में छत्तीसगढ़ अग्रणी बना हुआ है और ‘‘सबको बिजली, सस्ता दाम-सबको राहत, सबको काम’’ की अवधारणा को पूर्ण कर रहा है।उन्होंने बताया कि इस एप को गूगल प्ले स्टोर से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप के जारिए लोग घर बैठे 16 से अधिक प्रकार के विद्युत संबंधी कार्यों का निपटारा कभी भी किसी भी समय कर सकते हैं। इस एप में शामिल नया फीचर ‘‘आपातकालीन शिकायत’’ विद्युत दुर्घटना की घड़ी में उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। कहीं टूटे बिजली के तार या अन्य क्षतिग्रस्त विद्युत प्रणाली की फोटो खींचकर अपातकालीन शिकायत के अपलोड बटन को दबाने पर एसएमएस के द्वारा संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी को लोकेशन की सूचना मिल जाएगी और बिजली तार या क्षतिग्रस्त उपकरण दुरूस्त कर लिए जाएंगे। शिकायत दाता को इसकी सूचना भी मिल जाएगी। इसके अलावा मीटर, नाम परिवर्तन, शिफ्टिंग, नया कनेक्शन, भार वृद्धि, टेरिफ परिवर्तन, बिल भुगतान, बिजली बिल हाफ योजना से प्राप्त छूट, बिजली बिल की गणना आदि कार्य घर बैठे ही की जा सकेगी।
मोर बिजली एप की खासियतमोर बिजली एप के जरिए हर उपभोक्ता का मोबाईल बिजली दफ्तर बन जाएगा। इसके द्वारा बिजली बंद की शिकायत दर्ज करने पर बिजली मिस्त्री गूगल मैप के सहारे उपभोक्ता के परिसर तक पहुंच सकता है। बिजली की आपातकालीन शिकायत इस एप से करने पर जीपीआरएस लोकेशन की सूचना मिल जाती है और विद्युत दुर्घटना रोकने आपातकालीन शिकायत दूर करने सुधार दल स्थल पर जल्दी ही पहुंच जाता है। मीटर शिफ्टिंग, नाम परिवर्तन, निम्नदाब बिजली कनेक्शन, भार वृद्धि-कमी हेतु बिजली दफतर जाये बिना इस एप से ऐसे कार्य पूर्ण हो जाते हैं। उपभोक्तागण अपने सहित अन्य 04 विद्युत कनेक्शन के बिल को इस एप के माध्यम से अपने मोबाईल पर देख सकता है। बिल का भुगतान ऑनलाईन कर सकता है। उपभोक्तागण पिछले दो वर्षों में खपत किये गये बिजली की यूनिट्स तथा उसके भुगतान की भी जानकारी इस एप से ले सकते हैं। बिजली बिल में गड़बड़ी की आशंका होने पर उपभोक्तागण इस एप से वर्तमान में लागू बिजली की दर को देखकर स्वयं सही बिजली बिल की गणना कर सकते हैं। मीटर रीडिंग गड़बड़ी सुधारने हेतु उपभोक्तागण मीटर की रीडिंग की फोटो खींचकर इस एप के द्वारा बिजली दफ्तर में भेजकर आसानी से सुधार करवा सकते हैं।
-
धार : Mp के धार जिले में सोमवार रात इंदौर-अहमदाबाद मार्ग पर दर्दनाक हादसे में छह मजदूरों की मौत हो गई. दुर्घटना के वक्त खेतों से कटाई कर टांडा लौट रहे मजदूर गाड़ी पंक्चर होने के बाद टायर बदल रहे थे, तभी तेज गति से आ रहे टैंकर ने उसमें जोरदार टक्कर मार दी. इस घटना में 20 से ज्यादा मजदूर घायल भी हुए हैं, जो पिकअप के अंदर बैठे थे. मरने वालों में तीन नाबालिग भी शामिल है.
जानकारी के मुताबिक, तिरला थानाक्षेत्र के अंतर्गत रात करीब 12.30 बजे इस हादसे के वक्त मजदूर पिकअप वाहन से केसूर से सोयाबीन कटाई कर अपने क्षेत्र टांडा जा रहे थे. तभी फोरलेन पर मजदूरों से भरा पिकअप पंक्चर हो गया. ड्राइवर और कुछ मजदूर उतरकर टायर बदल रहे थे, जबकि बाकी वाहन में ही बैठे थे. इस दौरान टैंकर ने जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी तेज थी कि कुछ मजदूर कई मीटर दूर जाकर गिरे, पिकअप वाहन में महिलाएं और बच्चे भी थे.
हादसे में चार लोगों की मौके पर मौत हो गई. जबकि दो मजदूरों को जिला अस्पताल में मृत डॉक्टरों ने घोषित कर दिया. दुर्घटना के बाद दो एंबुलेंस सहित करीब छह से ज्यादा वाहनों से घायलों को जिला अस्पताल लाया गया. जबकि गंभीर हालत में वाले मरीजों को इंदौर भेजा गया. मृतकों में दो महिलाएं शामिल हैं. हादसे में मरने वाले सभी टांडा कोदी के हैं, इसमें तीन लड़के हैं.
हादसे में धार के जिला अस्पताल की लापरवाही भी सामने आई. आरोप है कि घायलों को उचित समय पर उपचार नहीं मिल पाने से दो मरीजों की मौत हो गई. अस्पताल में धार एसपी और डीएसपी सहित पुलिस के कई अधिकारी भी पहुंचे परंतु जिला प्रशासन का अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. कलेक्टर ने आर्थिक सहायता की घोषणा की. -
नई दिल्ली : भारत में कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामले थमने नाम नहीं ले रहे हैं. देश में कोरोना संक्रमितों की कुल तादाद 66 लाख के पार पहुंच गई है. एक दिन में करीब 75000 नए मामले दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से सोमवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में COVID-19 के 74,442 नए मामले सामने आए हैं.कुल संक्रमित मामलों की संख्या 66,23,815 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटे यानी एक दिन में 903 मरीजों की कोरोना की वजह से मौत हुई है. अब तक कुल 1,02,685 मौतें हो चुकी हैं.
हालांकि, राहत वाली बात यह है कि पिछले 24 घंटों में 76,737 मरीज ठीक हुए हैं. यह आंकड़ा इस दौरान दर्ज किए गए कोरोना के नए मामलों की तुलना में अधिक है. अब तक कुल 55,86,703 मरीज कोरोनावायरस को मात देने में कामयाब हुए हैं. देश में कोरोना के एक्टिव केसों (Covid-19 Active Cases) की संख्या 9,34,427 है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में रिकवरी रेट 84.34 फीसदी पर है. एक्टिव मरीज़ 14.1 प्रतिशत जबकि डेथ रेट 1.55 फीसद है. पॉजिटिविटी रेट यानी कुल टेस्ट में संक्रमित निकले की दर 7.52 प्रतिशत है. वहीं, पिछले 24 घंटों में 9,89,860 टेस्ट हुए हैं. देश में अब तक 7,99,82,394 नमूनों की जांच की गई है. भारत टेस्टिंग के मामले में अमेरिका के बाद दूसरे पायदान पर है.
पिछले 24 घंटे में नए मामले-74,442अब तक कुल मामले-66,23,815पिछले 24 घंटे में ठीक हुए मरीज- 76,737अब तक कुल ठीक हुए मरीज- 55,86,703पिछले 24 घंटे में हुई मौत- 903अब तक हुई कुल मौत- 1,02,685 -
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में दुनिया की सबसे लंबी सुरंग 'अटल टनल' का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान बताया कि कैसे अटल टनल के काम में तेजी लाकर 26 साल के काम को छह साल में पूरा किया गया।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने उद्घाटन के दिन को ऐतिहासिक बताया। कहा कि आज सिर्फ अटल जी का ही सपना पूरा नहीं हुआ है, बल्कि हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का दशकों पुराना इंतजार खत्म हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में दुनिया की सबसे लंबी सुरंग 'अटल टनल' का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान बताया कि कैसे अटल टनल के काम में तेजी लाकर 26 साल के काम को छह साल में पूरा किया गया।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने उद्घाटन के दिन को ऐतिहासिक बताया। कहा कि आज सिर्फ अटल जी का ही सपना पूरा नहीं हुआ है, बल्कि हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का दशकों पुराना इंतजार खत्म हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आपकी आज जो उम्र है, उसमें 20 वर्ष और जोड़ लीजिए, तब जाकर लोगों के जीवन में ये दिन आता, उनका सपना पूरा होता।
जब विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ना हो, जब देश के लोगों के विकास की प्रबल इच्छा हो, तो रफ्तार बढ़ानी ही पड़ती है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'अटल टनल के काम में भी 2014 के बाद, अभूतपूर्व तेजी लाई गई।
नतीजा ये हुआ कि जहां हर साल पहले 300 मीटर सुरंग बन रही थी, उसकी गति बढ़कर 1400 मीटर प्रति वर्ष हो गई। सिर्फ 6 साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर लिया।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस टनल से मनाली और केलांग के बीच की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी। उन्होंने कहा, 'पहाड़ के भाई-बहन समझ सकते हैं कि पहाड़ पर 3-4 घंटे की दूरी कम होने का मतलब क्या होता है।
हमेशा से यहां के इंफ्रास्ट्रक्च र को बेहतर बनाने की मांग उठती रही है। लेकिन लंबे समय तक हमारे यहां बॉर्डर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्च र के प्रोजेक्ट या तो प्लानिंग की स्टेज से बाहर ही नहीं निकल पाए या जो निकले वो अटक गए, लटक गए, भटक गए।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'लोकार्पण की चकाचौंध में वे लोग पीछे रह जाते हैं, जिनके परिश्रम से यह सब संभव हुआ। इस महान यज्ञ में अपना पसीना बहाने वाले अपनी जान जोखिम में डालने वाले मेहनतकश जवानों, इंजीनियरों, मजदूर भाई-बहनों को आदरपूर्वक नमन करता हूं।'
आपको बता दे कि अटल टनल दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग टनल है। यह 9.02 किलोमीटर लंबी है। इस टनल से पूरे साल मनाली कोलाहौल-स्पीति घाटी जुड़ी रहेगी।
इससे पहले यह घाटी भारी बर्फबारी के कारण लगभग 6 महीने तक अलग-थलग रहती थी।
यह टनल हिमालय की पीर पंजाल श्रृंखला में औसत समुद्र तल (एमएसएल) से 3,000 मीटर यानी 10,000 फीट की ऊंचाई पर बनाई गई है। यह टनल मनाली और लेह के बीच सड़क की दूरी 46 किलोमीटर कम करती है और दोनों स्थानों के बीच लगने वाले समय में भी लगभग 4 से 5 घंटे की बचत करती है। -
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एनडीटीवी के ’बनेगा स्वस्थ इंडिया’ कार्यक्रम में हुए शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने निवास कार्यालय से राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की 151वीं जयंती के अवसर पर एनडीटीवी द्वारा आयोजित ’बनेगा स्वस्थ इंडिया’ लाईव कार्यक्रम में अपने निवास कार्यालय से ऑनलाईन शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुपोषण अभियान, हाट-बाजार क्लिनिक योजना, सुराजी गांव योजना तथा वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के जरिए छत्तीसगढ़ सरकार स्वच्छता, स्वास्थ्य, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लगातार काम कर रही है। इस कार्यक्रम में अभिनेता अमिताभ बच्चन, अभिनेत्री भूमि पेडनेकर सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर जैसे कई सेलेब्रिटी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में कोरोन संक्रमण के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सात राज्यों से घिरा है। इसके बावजूद भी राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित है। मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु किए गए एहतियाती उपायों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमने संक्रमण के शुरूआती दौर में ही राज्य की सीमाओं को सील किया, जिससे बाहरी लोगों का आवागमन नहीं हुआ। वर्तमान समय में लॉकडाउन हटने और आवागमन चालू होने के कारण राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद भी स्थिति नियंत्रण में है। आने वाले समय में कोरोना की लड़ाई जरूर जीतेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि हम दोबारा लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं। राज्य सरकार द्वारा कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही होम आइसोलेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य सरकार दवाइयों का वितरण घर-घर कर रही है और प्रत्येक जिले में कॉल सेंटर्स के माध्यम से डॉक्टर और विशेषज्ञों की टीम मरीजों को लगातार चिकित्सकीय परामर्श दे रही है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि तीनों महत्वपूर्ण विषय है और इनका एक-दूसरे से परस्पर संबंध भी है। उन्होंने आगे बताया कि जहां तक स्वच्छता की बात की जाए तो राज्य में 10 हजार महिला स्व-सहायता समूह हैं, जो लगातार इस दिशा में काम कर रहीं हैं, जिसका परिणाम है कि स्वच्छता सर्वे में सर्वाधिक ओडीएफ प्लस गांव के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 16 हजार टन कचरे का निपटान किया जाता है। राज्य में ’स्वच्छ दीक्षा’ कार्यक्रम की भी शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत अनेक राज्यों के प्रतिनिधियों ने यहाँ आकर प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। इसके साथ ही नेपाल एवं भूटान के प्रतिनिधियों ने भी राज्य के इस स्वच्छता अभियान को देखा और सीखा है। राज्य को स्वच्छ बनाने के लिए महिलाएं यहां लगातार कार्य कर रही हैं। यहां कचरे के परिवहन के लिए ई-रिक्शा का उपयोग किया जा रहा है। जिससे ईंधन की खपत में लगने वाले राशि की बचत हो रही है। इससे स्वच्छता अभियान में लगी हजारों ’स्वच्छता दीदियों’ को भी लाभ हो रहा है। अब उनका मानदेय 5 हजार रुपये से बढ़कर 6 हजार रूपये कर दिया गया है।
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरुवा और बाड़ी के अंतर्गत अब गोबर का क्रय कर एकत्रित किया जा रहा है। हरेली तिहार से प्रारंभ गोधन न्याय योजना के तहत दो महीनों में ही 11 लाख क्विंटल गोबर गौठानों में क्रय किया गया हैं और लगभग 20 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया है। गोधन न्याय योजना से जहां एक ओर स्वच्छता को बढ़ावा मिला है, वहीं दूसरी ओर लोगों के आय में वृद्धि भी हो रही है। भूमिहीन श्रमिकों के लिए यह योजना बहुत ही लाभकारी सिद्ध हुई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि यह योजना देश के साथ ही पूरे विश्व में पहली ऐसी योजना है। जिसमें राज्य शासन गोबर का क्रय कर रही है। इससे परिवेश को स्वच्छ बनाने के साथ ही पशुपालकों के आय में वृद्धि भी हो रही है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 44 प्रतिशत भू-भाग वनाच्छादित है जो कि पूरे देश में वनावरण का 17 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि देश को ऑक्सिजन देने में छत्तीसगढ़ का 17 प्रतिशत योगदान है। इस वर्ष हमने निश्चय किया है कि वृक्षारोपण कार्यक्रम में अब फलदार वृक्षों के रोपण को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी जिससे वनांचल में रहने वाले हमारे आदिवासी समुदाय को आने वाले समय में रोजगार का साधन मिले और उनकी आय में भी वृद्धि हो।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि राज्य में 37.7 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं। छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त राज्य बनाने के लिए बीते वर्ष 2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरुआत की गई थी। मुझे यह बताते हुए प्रसन्न्ता हो रही है कि इस योजना से एक वर्ष में ही राज्य के 5 लाख कुपोषित बच्चों में से 68 हजार बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए हैं। जो कि लगभग 13 प्रतिशत हैं। इसी प्रकार मुख्यमंत्री हाट-बाजार योजना क्लीनिक के तहत वनांचलों में मेडिकल टीम प्रत्येक हाट-बाजार में जाकर सेवाएं दे रही हैं। कोरोना संकट के इस दौर से पूर्व तक 26 हजार चिकित्सा कैम्पों का आयोजन इस योजना के अंतर्गत किया गया, जिससे लगभग 8 लाख लोग लाभन्वित हुए हैं। इस प्रकार राज्य सरकार स्वच्छता, स्वास्थ्य, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनवरत कार्य कर रही है।
-
एजेंसीनई दिल्ली : कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए दुनियाभर के शोधकर्ता नई-नई प्रणालियों और अनुसंधानों पर काम कर रहे हैं। कोरोना वायरस को हराने के लिए आईसीएमआर को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। आईसीएमआर ने हैदराबाद की एक फार्मा कंपनी बायोलॉजी ई लिमिटेड के साथ कोरोना के इलाज का नए नया तरीका पेश किया है।
दोनों संगठनों ने मिलकर एक प्यूरीफाइड एंटीसेरा विकसित किया है। वैज्ञानिकों ने इसे जानवरों के अंदर विकसित किया है। दरअसल, एंटीसेरा जानवरों से लिया गया ब्लड सीरम होता है। इसमें किसी खास एंटीजन का मुकाबला करने के लिए एंटीबॉडी मौजूद होती हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक ये किसी खास बीमारी के इलाज या उससे बचाव के लिए इंजेक्शन के तौर पर दिया जाता है। इस मामले में कोरोना के इलाज के लिए एंटीसेरा को तैयार किया गया है। इसका मतलब यह कहा जा सकता है कि अब कोरोना का इलाज जानवरों के खून से किया जा सकता है।
वहीं शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 81484 नए मामले सामने आए जिसके बाद देश में वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 63 लाख से ऊपर पहुंच गई है। वहीं, देश में अब तक 53 लाख से ज्यादा लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। वायरस के कारण अब तक एक लाख के करीब मरीजों की मौत हो गई है।
केंदीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 81,484 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 63,94,069 हो गए हैं। वहीं 1,095 लोगों की मौत होने से मृतकों संख्या 99,773 हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार 53,52,078 मरीज या तो ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई या वे देश छोड़कर चले गए है। देश में वर्तमान में कोविड-19 के 9,42,217 सक्रिय मामले हैं।
-
पाकिस्तान में एक हिन्दू लड़की के साथ इस कदर ज्यादती हुई कि उसने अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली। पाकिस्तान के थारपारकर जिले की रहने वाली 17 वर्षीय हिंदू लड़की, जिसके साथ कथित तौर पर एक साल पहले दुष्कर्म किया गया था, ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि उसके साथ रेप करने वाले आरोपी उसे ब्लैकमेल कर रहे थे और वे जमानत पर बाहर हैं।
'डॉन' के मुताबिक, हिन्दू किशोरी ने बुधवार की तड़के चेलहर शहर के पास गांव डालन-जो-तर में एक गहरे खुले कुएं में कूदकर अपनी जान दे दी। पीड़िता के पिता और अन्य रिश्तेदारों ने कहा, 'लड़की के साथ 2019 में जुलाई के मध्य में तीन लोगों ने गैंगरेप किया था और इस दरिंदगी के आरोपी जमानत पर हैं।''
UP के बाद अब MP में हैवानियत, 3 लोगों ने नाबालिग का किया गैंगरेपमृतक लड़की के परिवारवालों ने आरोप लगाया कि लड़की ने ब्लैकमेल किए जाने और उसके साथ दुष्कर्म करने वाले प्रभावशाली आरोपियों द्वारा परेशान किए जाने से तंग आकर खुदकुशी कर ली। बता दें कि आरोपियों ने न सिर्फ लड़की का बलात्कार किया, बल्कि उसे एक घर में ले जाकर उसका वीडियो भी बनाया।
थारपारकर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अब्दुल्ला अहमदयार के अनुसार, प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्टों ने पुष्टि की थी कि लड़की का यौन उत्पीड़न किया गया था। मानवाधिकार कार्यकर्ता समर मंजनी, भीम राज और अन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जिन्होंने किशोरी को खुदकुशी करने के लिए मजबूर किया। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कुल संक्रमितों की संख्या 61 लाख के आंकड़े को पार कर गई है. पिछले 24 घंटों (सोमवार सुबह 8 बजे से लेकर मंगलवार सुबह 8 बजे तक) में 70,589 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं.इधर देश के उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू(M Venkaiah Naidu) भी कोरोना वायरस से संक्रमित संक्रमित हो गए हैं.उप राष्ट्रपति (Vice President) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी सूचना दी गयी है.
ट्वीट में लिखा गय़ा है कि भारत के उपराष्ट्रपति ने आज सुबह एक नियमित COVID-19 जांच करवाया जिसमें वो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. हालांकि वो असिम्पमेटिक मरीज के रूप में हैं. उनका स्वास्थ्य भी अच्छा है. उन्हें घर में ही क्वॉरेटीन रहने की सलाह दी गयी है. उनकी पत्नी उषा नायडू जांच में नेगेटिव पायी गयी हैं.
बताते चले कि कोरोना वायरस और डेंगू से पीड़ित दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की हालत में सुधार हो रहा है. दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा है कि अब काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं. बता दें कि डिप्टी सीएम सिसोदिया कोरोना और डेंगू के चलते दिल्ली के मैक्स साकेत अस्पताल में बीते हफ्ते भर्ती हुए थे. सिसोदिया को मैक्स साकेत अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी भी दी गई.डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा 'अब मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं. अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले 1 से 2 दिन में अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाऊंगा.'
-
रायपुर : छत्तीसगढ़ में मुख्य मंत्री श्री भूपेश बघेल की अगुआई में प्रदेश में स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर कई कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेस 2 के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा 08 अगस्त से 15 अगस्त 2020 तक चलाए गए गंदगी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य ने 62 गांव ओ.डी.एफ. प्लस घोषित किए हैं। यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है कि सर्वाधिक ओ.डी.एफ प्लस गांव घोषित करने की केटेगरी में छत्तीसगढ़ राज्य को देश भर में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वी जयंती पर आयोजित होने वाले स्वच्छ भारत दिवस पर छत्तीसगढ़ राज्य को गंदगी मुक्त भारत अभियान के लिए देश भर में द्वितीय स्थान के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। यह पुरस्कार ऑनलाईन दिया जाएगा।
प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी एस सिंहदेव ने कहा है कि गंदगी मुक्त भारत अभियान में राज्य में इस वर्ष बेहतर प्रदर्शन किया है, आगे भी स्वच्छता की मुहिम जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के मापदण्डों को पूरा करते हुए 62 गांवो को ओ.डी.एफ. प्लस घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के फेस-1 के क्रियान्वयन में भी छत्तीसगढ़ राज्य अग्रणी रहा है। स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विश्व बैंक द्वारा छत्तीसगढ़ को वर्ष 2018 व 2019 में 174 करोड़ रूपए की राशि परफॉर्मेंस ग्रांट के रूप में प्राप्त हुई थी। इस वर्ष भी विश्व बैंक द्वारा 68 करोड़ रूपए की राशि परफॉर्मेंस ग्रांट के रूप में राज्य को प्राप्त हुई है।
श्री सिंहदेव ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की राज्य जिला, ब्लॉक व ग्राम की पूरी टीम एवं सभी ग्रामीणों को बधाई दी है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के फेस-2 के अंतर्गत ओ.डी.एफ. का स्थायित्व सहित ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्य कर सभी गांवों को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। ओ.डी.एफ, प्लस गांव के लिए 8 मापदण्डों में खुले में शौच मुक्त का स्थायित्व सार्वजनिक शौचालय की उपलब्धता 80 प्रतिशत घरों और सभी स्कूल, आंगनबाड़ी पंचायत भवन में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की समुचित व्यवस्था, कूड़ा करकट एवं पानी का सर्वाजनिक स्थलों पर जमाव न होना, स्वच्छता का व्यापक प्रचार-प्रसार आदि सम्मिलित है। -
नोएडा : मसाज के नाम पर डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक को हनीट्रैप में फंसा बदमाशों ने उसे बंधक बना लिया और परिजनों से फिरौती की मांग की. पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार ने बताया, ''रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में तैनात वैज्ञानिक अजय प्रताप ने मसाज के लिए इंटरनेट पर सर्च किया. उन्हें एक वेबसाइट से एक नंबर मिला. उस नंबर पर उनकी बातचीत एक महिला से हुई. महिला ने मसाज के नाम पर वैज्ञानिक को मोहपाश में फंसा लिया.''
लव कुमार ने बताया कि शनिवार की शाम को महिला ने एक युवक को कार से वैज्ञानिक की सेक्टर-77 स्थित सोसाइटी के पास भेजा. वैज्ञानिक मसाज कराने के लिए युवक के साथ कार में वहां से निकल गए. उन्होंने कहा कि कार चालक उन्हें सेक्टर-41 स्थित एक होटल में ले गया, जहां महिला समेत कई अन्य लोग पहले से मौजूद थे. उन्होंने बताया, ''वैज्ञानिक के पहुंचते ही आरोपियों ने उन्हें बंधक बना लिया. शनिवार देर रात को वैज्ञानिक की पत्नी को फोन करके इन लोगों ने 10 लाख रुपए की मांग की.''
कुमार ने बताया कि रविवार को वैज्ञानिक की पत्नी की तरफ से इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद छह दल बनाकर पुलिस ने वैज्ञानिक की तलाश में छापेमारी शुरू की.
अपर आयुक्त ने बताया, ''रविवार देर रात घटना को अंजाम देने वाली सुनीता गुज्जर, दीपक और राकेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके दो साथी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है.'' उन्होंने बताया, ''ये लोग मसाज की आड़ मे लोगों को मोहपाश में फंसाते हैं, तथा उनके अश्लील वीडियो बनाकर उनसे तथा उनके परिजनों से मोटी रकम वसूलते हैं.'' उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां मिली हैं जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
गिरफ्तार महिला का संबंध एक राजनीतिक दल से भी बताया जा रहा है और कई अन्य सामाजिक संगठनों से भी उसके जुड़े होने की बात सामने आई है. -
नई दिल्ली : Agriculture Bill Protest: नए कृषि कानून के विरोध में राजघाट पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सभी प्रदर्शनकारियों को हरि नगर के खाटू श्याम स्टेडियम ले जाया जा रहा है। इससे पहले सोमवार सुबह कृषि कानून के खिलाफ पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया। इंडिया गेट पर कांग्रेस के प्रदर्शन पर भाजपा ने निशाना साधा है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस ने देश को शर्मसार किया, आज तक जनता ने आंदोलन देखे। लेकिन ट्रैक्टर लाकर इंडिया गेट के पास जलाना, कांग्रेस का नाटक है। भाजपा इसकी निंदा करती है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जिस तरह किसान आंदोलन के नाम पर कांग्रेस राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रही है वो निंदनीय है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आज कांग्रेस ने दिल्ली में अपना असली रंग दिखा दिया। किसानों के नाम पर कुछ असामाजिक तत्व अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रैक्टर जलाने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। वे किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले सोमवार सुबह कृषि कानून के खिलाफ पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में कुछ किसान भी शामिल बताए जा रहे हैं। शहीद भगत सिंह की तस्वीर लेकर प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक ट्रैक्टर में आग लगा दी। बताया जा रहा है कि यह ट्रैक्टर पंजाब से ही लाया गया था।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने पंजाब के रहने वाले पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 7 बजे से साढ़े सात बजे के करीब ये प्रदर्शनकारी इंडिया गेट पर एकट्ठा हुए और प्रदर्शन करने लगे। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को देखते ही ये लोग वहां से चले गए। पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार यह कानून वापस ले। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नया कृषि कानून किसानों के खिलाफ है।
बता दें कि आज यानी 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह की जयंती है। देश शहीद भगत सिंह को याद कर रहा है। इस बीच कांग्रेस ने शहीद भगत सिंह की जयंती पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इसी क्रम में बड़ी संख्या में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता इंडिया गेट पर सोमवार सुबह ही पहुंच गए और धरना प्रदर्शन करने लगे।
दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि सुधार से जुड़े तीन विधेयकों को रविवार रात को मंजूरी दे दी। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही तीनों विधेयक अब कानून बन गए हैं। इनमें कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, कृषि (सशक्तीकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक शामिल हैं। इस संबंध में एक गजट अधिसूचना प्रकाशित की गई है।
कृषि सुधार का मार्ग प्रशस्त करने वाले इन तीनों विधेयकों को संसद ने मानसून सत्र में विपक्ष के जोरदार विरोध के बीच पारित किया था। नया कानून बन जाने के बाद किसान देश में कहीं भी अच्छी कीमत पर अपना उत्पाद बेच सकेंगे। विधेयक का विरोध कर रहे विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से इन्हें मंजूरी नहीं देने का अनुरोध किया था। जिस तरह से इन विधेयकों को संसद से पारित किया गया, उसे विपक्षी दल असंवैधानिक और संसदीय परंपराओं का अपमान बता रहे हैं। -
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री जसवंत सिंह के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। श्री बघेल ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवारजनों को इस दुखद समय में सम्बल प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
-
नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारत में COVID-19 मरीज़ों का आंकड़ा 60 लाख के पार पहुंच गया है. कोरोना संक्रमण के 60 लाख मामले रिपोर्ट करने वाला दुनिया का दूसरा देश भारत बन गया है. अमेरिका पहला देश है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 82,170 मामले सामने आए. इसी के साथ कोरोना संक्रमितों की कुल तादाद 60,74,702 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटों यानी एक दिन में 1,039 लोगों की वायरस की वजह से मौत हुई है. अब तक कुल 95542 लोगों की जान जा चुकी है.
हालांकि, राहत की बात यह है कि देश में 50 लाख से ज्यादा लोग कोरोनावायरस को मात देने में कामयाब हुए हैं. आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कुल 50,16,520 लोग डिस्चार्ज हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में 74,893 मरीज ठीक हुए हैं. देश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 9,62,640 है.
देश में कोरोना रिकवरी रेट 82.58 प्रतिशत पर है. वहीं, एक्टिव मरीज़ 15.84 फीसदी और डेथ रेट 1.57 प्रतिशत है. कुल टेस्ट में संक्रमित मरीज निकलने की दर यानी पॉजिटिविटी रेट 11.58 प्रतिशत है. आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 7,09,394 टेस्ट हुए. अब तक कुल 7,19,67,230 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है.
पिछले 24 घंटे में नए मामले- 82,170अब तक कुल मामले-60,74,702
पिछले 24 घंटे में ठीक हुए मरीज- 74,893अब तक कुल ठीक हुए मरीज- 50,16,520
पिछले 24 घंटे में हुई मौत- 1039अब तक हुई कुल मौत- 95,542 -
रोबोट के माध्यम से कोविड-19 के मरीजों का होगा इलाज
कोविड-19 के संकट काल में यह अविष्कार क्रांतिकारी और लाभदायक साबित होगी: सुश्री उइके
रायपुर : राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज अस्पताल में इलाज करा रहे कोविड-19 मरीजों की मदद के लिए विशेष रूप से निर्मित रोबोट ‘भारती’ का ऑनलाइन शुभारंभ किया। इस अवसर राज्यपाल ने कहा कि यह अविष्कार कोविड-19 के इस संकट काल में निश्चित ही क्रांतिकारी और लाभदायक साबित होगा। इससे कोविड-19 की इलाज कर रहे चिकित्सकों को काफी मदद मिलेगी। कभी कभी चिकित्सक कोविड-19 के इलाज के दौरान संक्रमित हो जाते हैं, वे संक्रमित होने से बच पाएंगे और वे इलाज प्रभावी ढंग से कर सकेंगे। साथ ही मरीजो को भी मदद मिलेगी।
राज्यपाल ने इस खोज के लिए SPAR VY research initiative के युवा वैज्ञानिक श्री आदित्य और वी.वाई. हास्पिटल के डाइरेक्टर डॉ. पूर्णेन्दू सक्सेना को बधाई दी। उन्होंने आदित्य जी को आत्मनिर्भर होते भारत के युवा के रूप मे देखा और डॉ. सक्सेना से कहा कि आप में सेवा भावना है और चिकित्सक होने के साथ-साथ समाज सेवा का कार्य करते हैं। इसी सोच के कारण यह अविष्कार संभव हो पाया है जो कोविड-19 के लिए इलाज के लिए मददगार साबित होगा और हम जल्द ही छत्तीसगढ़ को कोरोना मुक्त कर पाएंगे। आज इस रोबोट के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदया ने वी.वाई अस्पताल के कोविद वार्ड में भर्ती मरीज से बात की। उन्होंने उसका हाल चाल पूछा और ये भी पूछा की रोबोट से बात कर के कैसा लग रहा है? मरीज ने कहा कि अच्छा लग रहा है। उन्होंने मरीज को हर हाल में सकारात्मक बने रहने की समझाइश दी और मनोबल बढ़ाया।
डॉ. सक्सेना ने बताया कि हमारा देश इस समय कोविड-19 के संक्रमण से ग्रसित है। कोविड-19 के मरीजों के इलाज के दौरान हमने यह महसूस किया कि ऐसा उपकरण बनाया जाए, जो चिकित्सकों और मरीजों की सहायता कर सके। तद्नुरूप, इसका निर्माण SPAN VY रिसर्च इनिशिएटिव द्वारा किया गया है। इसको बनाने वाली टीम का नेतृत्व आदित्य करते हैं जो BIT Raipur के युवा अभियंता है। उनके साथ आशीष शर्मा, शुभम साहू और धनंजय पूरी गोस्वामी उनके सहयोगी रहे हैं। इस टीम का मार्गदर्शन VY के मेडिकल डायरेक्टर्स डॉ पूर्णेन्दु सक्सेना और डॉ आनंद जोशी ने किया। इसके निर्माण में 45 दिन लगे। कोई भी इसे स्मार्ट फोन के माध्यम से रिमोट संचालित कर सकता है। ये रोबोट मरीज तक पहुच सकता है। इसके माध्यम से मरीज की डॉक्टर, नर्स या परिजन के साथ सीधी बात हो सकती है। उसकी समस्याओं को समझा जा सकता है व उसके मॉनीटर्स का अवलोकन किया जा सकता है। मरीज तक दवा और खाना आदि लाने ले जाने का काम इसके माध्यम से संभव है। ये सब बिना संपर्क में आये हो सकता है। इसकी एक विशेषता ये है कि इसके भीतर अल्ट्रा वायोलेट लाइट्स भी फिट होती है। इसको इन्फेक्टेड जगहों में रिमोट संचालित कर भेजा जा सकता और उस जगह को जीवाणुरहित किया जा सकता है। इस रोबोट की खासियत यह है कि नेटवर्क न होने या अच्छा नेटवर्क न होने के बावजूद डॉक्टर और उनके परिजन वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बात कर सकते हैं। रोबोट भारती ऑनलाइन प्रदर्शन के दौरान वी.वाय. हास्पिटल के कोविड वार्ड में गई और मरीज के समक्ष उपस्थित हुई। इसके माध्यम से मरीजों ने राज्यपाल और उनके परिजनों से बातचीत की। इस अवसर पर अस्पताल के चिकित्सकगण और कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों में घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा के लिए 55 करोड
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण में होगा 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुसार छत्तीसगढ़ राज्य के 14 नगर निगमों के स्लम इलाकों में लोगों को घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के माध्यम से शुरू की जाने वाली स्वास्थ्य सेवा के लिए 55 करोड़ रूपए उपलब्ध कराए जाने की अनुसंशा इस योजना के क्रियान्वयन के लिए गठित समिति ने की है। इसका उद्देश्य शहरी स्लम इलाके के लोगों को नियमित रूप से मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से बेहतर चिकित्सा सुविधा एवं निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के क्रियान्वयन के संबंध मे मुख्य सचिव श्री आर.पी. मंडल की अध्यक्षता में गठित समिति की आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित हुई। बैठक में इस योजना के क्रियान्वयन के लिए 55 करोड़ रुपये प्रदान करने की अनुशंसा की गई। मुख्य सचिव ने इस योजना को शीघ्र शुरू करने के निर्देश नगरीय प्रशासन विभाग को दिए। प्रारंभिक चरण में यह योजना प्रदेश के सभी 14 नगर पालिक निगमों के स्लम क्षेत्रों में 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से शुरू की जाएगी, जिसके जरिए नगरीय क्षेत्रों के विभिन्न मोहल्लों एवं पारों विशेषकर स्लम इलाकों में लोगों के स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार के साथ ही निःशुल्क दवाओं का वितरण किया जाएगा।
यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना को लागू करने संबंध में बीते 5 मई को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इसकी कार्ययोजना की समीक्षा की गई थी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस योजना को नगरीय क्षेत्रों में शीघ्र शुरू कराए जाने के साथ ही इसके लिए आवश्यक राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।
बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजना का क्रियान्वयन निगम क्षेत्रों में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी के माध्यम से किया जाना है। समस्त निगमों हेतु अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटियों द्वारा एमएमयू संचालन हेतु आरएफपी प्रक्रियाधीन है। मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्लम इलाकों में एमबीबीएस डाक्टर द्वारा निःशुल्क चिकित्सकिय परामर्श के साथ ही निःशुल्क पैथोलाजी जांच, मुफ्त दवाई, विशेष इलाज हेतु शासकीय अस्पताल में रेफरल आधारित फ्री एम्बुलेंस, फ्री रेडियोलाजी आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वित्त विभाग श्री अमिताभ जैन, श्रम विभाग के सचिव श्री सोनमणि बोरा, नगरीय प्रशासन के सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी. उपस्थित थीं। -
मुख्यमंत्री ने कोण्डागांव जिले को दी 300 करोड़ की सौगात
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त किसानों को राज्य स्थापना दिवस पर
देश-दुनिया ने छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना को सराहा
कोण्डागांव जिले में स्वरोजगार को बढ़ावा देने कई अभिनव कार्यक्रम शुरू
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार कोरोना संकट के समय में गरीबों किसानों, आदिवासियों, मजदूरों के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा कि संकट के समय में देश-दुनिया में लोगों को आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा, लेकिन छत्तीसगढ़ इससे अछूता रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से कोण्डागांव में लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कोण्डागांव जिले को विकास एवं निर्माण कार्याें के लिए लगभग 300 करोड़ रूपए की सौगात दी, जिसमें 155 करोड़ रूपए की लागत वाले 25 कार्यों का लोकार्पण तथा 145 करोड़ रूपए की लागत के विकास कार्याें का शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री ने कई अभिनव कार्यक्रमों का शुभारंभ भी किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार की जनहितैषी नीतियों और कार्यक्रमों की वजह से कोरोना संकट काल में भी राज्य की अर्थव्यवस्था गतिशील बनी रही है। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश सरकार की कई जनहितैषी कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने तथा फसल उत्पादकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त की राशि किसान भाईयों को राज्य स्थापना दिवस एक नवम्बर को दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी, धान खरीदी, गोधन न्याय योजना, लघु वनोपजों का संग्रहण एवं समर्थन मूल्य पर खरीदी तथा मनरेगा के माध्यम से नियमित रूप से ग्रामीणों को रोजगार एवं आय का साधन उपलब्ध कराकर प्रदेश सरकार ने लोगों को आर्थिक संबल प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोण्डागांव जिले में 300 करोड़ की लागत वाले 49 कार्याें का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, इसमें मुख्य रूप से मां दंतेश्वरी मक्का प्रसंस्करण इकाई की स्थापना, महा नरियर अभियान, टाटामारी पर्यटन केन्द्र, फूलों की घाटी केशकाल, मारी क्षेत्र आजीविका विकास परियोजना, उड़ान आजीविका केन्द और संवेदना कार्यक्रम लीमदरहा मिडवे, जिला लाईब्रेरी एवं अध्ययन केन्द्र, बस स्टैण्ड कोण्डागांव, कोसार टेडा जल आवर्धन योजना का निर्माण शामिल है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक श्री मोहन मरकाम ने की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-माता के संरक्षण एवं संवर्धन तथा गौपालकों को आय का अतिरिक्त जरिया उपलब्ध कराने के उददेश्य से छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित की जा रही गोधन न्याय योजना अपने आप में अनूठी है। इस योजना को देश-दुनिया में लोगों ने सराहा है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए गौ-पालकों एवं ग्रामीणों को गौठानों में गोबर विक्रय के एवज में अब तक 21 करोड रूपए की राशि का भुगतान किया गया है। मुख्यमंत्री ने सुराजी गांव योजना के तहत गांव-गांव में निर्मित एवं संचालित हो रहे गौठानों को ग्रामीणों की आजीविका का केन्द्र बनाने के अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि राज्य के 50 फीसद से अधिक ग्राम पंचायतों में गौठानों का निर्माण हो चुका है। शतप्रतिशत ग्राम पंचायतों में गौठानों का निर्माण एवं गोधन न्याय योजना के जरिए गोबर की खरीदी तथा अन्य आय मूलक गतिविधियों का गौठानों में संचालन हमारा लक्ष्य है। गौठानों को हम स्वरोजगार एवं आजीविका के केन्द्र के रूप विकसित कर रहे हैं।
कार्यक्रम को कोण्डागांव जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, राज्य सभा सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम, विधायक, छत्तीसगढ़ राज्य हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप और विधायक श्री संतराम नेताम ने भी सम्बोधित करते हुए बस्तर अंचल के विकास के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में हो रहे विकास कार्यों की सराहना की और इस मौके पर कोण्डागांव सहित बस्तर अंचल के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। लोकार्पण एवं शिलान्यास के वर्चुवल कार्यक्रम में अनेक जनप्रतिनिधि और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
-
नई दिल्ली: PM मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी जन्मदिन पर बधाई, बोले- भगवान आपको... नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) को उनके जन्मदिन पर शनिवार को बधाई दी. प्रधानमंत्री मोदी ने उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, "डॉक्टर मनमोहन सिंह जी को जन्मदिन (Manmohan Singh Birthday) की बधाई. मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि वह उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन दें."2004 से 2014 तक यूपीए सरकार की अगुवाई करने वाले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह आज 88 साल हो गए हैं. पीएम मोदी के अलावा कई नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मनमोहन सिंह को बधाई देते हुए ट्वीट किया 'भारत प्रधानमंत्री में डॉक्टर मनमोहन सिंह की तरह गहराई की अनुपस्थिति को महसूस कर रहा है. उनकी (डॉक्टर मनमोहन सिंह) ईमानदारी, शालीनता और समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है. उन्हें जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आने वाला उनका साल बेहतर हो. #HappyBirthdayDrMMSingh.'
मनमोहन सिंह साल 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे. उनका जन्म भारत के विभाजन से पहले पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 26 सितंबर, 1932 को हुआ था. डॉक्टर मनमोहन सिंह ने पंजाब और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. मनमोहन सिंह ने पंजाब यूनिवर्सिटी के अलावा दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाया भी है. वह भारत में योजना आयोग के प्रमुख रह चुके हैं. -
गोबर विक्रेताओं को आठ करोड़ रूपए का हुआ ऑनलाईन भुगतान
गोधन न्याय योजना के तहत अब तक 20.72 करोड़ रूपये हितग्राहियों के खातों में अंतरित
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के तहत प्रदेश के 83 हजार 809 गौपालकों एवं गोबर विक्रेताओं को चतुर्थ किश्त के रूप में 8 करोड 02 लाख रूपए की राशि का आनलाइन भुगतान सीधे संबंधितों के खातों में किया। चौथे किश्त की यह राशि एक सितंबर से 15 सितंबर तक राज्य के 3122 गौठानों में क्रय किए गए 4 लाख एक हजार 475 क्विंटल गोबर की खरीदी के एवज में की गई है। इस योजना के तहत अबतक कुल 20 करोड़ 72 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। योजना का अधिकतम लाभ प्रदेश के गरीबों, भूमिहीनों और गौ-पालकों को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार अपने वायदे को पूरा कर रही है। किसानों, गरीबों एवं मजदूरों के हितों का संरक्षण हमारी प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि हमने कर्ज माफी से लेकर धान खरीदी, सिंचाई कर की माफी, बिजली बिल को हाफ किए जाने के वायदे को पूरा करने के साथ ही राज्य के किसानों और गरीब तबके लोगों के बेहतरी के लिए अनेक अभिनव योजनाएं शुरू की हैंे। राजीव गांधी किसान योजना और गोधन न्याय योजना के जरिए किसानों और ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर केन्द्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित तीन अध्यादेशों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह तीनों कानून किसानों और आम लोगों के हित में नहीं है। इससे किसान, कृषि मजदूर के साथ-साथ आम लोगों की भी आजीविका प्रभावित होगी। जमाखोरी, कान्टेक्ट फार्मिंग और निजी मंडी की व्यवस्था शुरू होने से बहुत बड़ा नुकसान होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राहियों को 15-15 दिवस में राशि भुगतान के वायदे को सरकार पूरा कर रही है। अब तक 20 करोड़ 72 लाख रूपए की राशि बीते चार पखवाड़ों में क्रय किए गए गोबर के एवज में दी जा चुकी है। इससे गरीब ग्रामीणों एवं पशुपालकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में गौठानों में तीस हजार क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद का उत्पादन हुआ है, आने वाले समय में इसकी मात्रा और बढ़ोत्तरी होगी। वर्मी खाद के विपणन की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में गौठान निर्माण का लक्ष्य तथा सभी गौठानों में गोबर खरीदी हो, इसकी व्यवस्था की जाएगी।
इस मौके पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य किसानों की बेहतरी के काम करने के मामले में देश का मॉडल राज्य है। प्रदेश सरकार किसानों के साथ है। गोधन न्याय योजना को उन्होंने देश की अभिनव योजना बताते हुए कहा कि इसके जरिए हमने समाज के गरीब तबको के साथ-साथ पशुपालकों को आर्थिक रूप से मदद पहुंचाने का काम किया है। गौठानों में क्रय किए जा रहे गोबर से वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य जैविक खेती की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कार्यक्रम के प्रारंभ में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम गीता ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से गोधन न्याय योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री राजेश तिवारी एवं श्री रूचिर गर्ग, मुख्य सचिव श्री आर.पी.मंडल, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परेदशी, सचिव सहकारिता श्री आर. प्रसन्ना, संचालक कृषि श्री नीलेश क्षीरसागर, उप सचिव सुश्री सौम्या चौरसिया सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
























.jpg)
.jpg)

.jpg)
.jpg)