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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि इस नृत्य नाटिका भाओना के माध्यम से असम राज्य की संस्कृति और भावना का सशक्त प्रदर्शन हो रहा है, जिसे श्रीमंत शंकर देव ने लगभग 500 वर्ष पूर्व लिखा था। छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव अंतर्गत महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय में अंतर्राज्यीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर असम से आए कलाकारों ने पौराणिक ग्रंथ रामायण में वर्णित सीता पाताल गमन प्रसंग पर आधारित नृत्य-नाटिका भाओना सीता पाताल गमन की प्रभावशाली प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल ने कहा कि असम और छत्तीसगढ़ दोनों में रामायण कालीन संस्कृति की छाप स्पष्ट दिखाई देती है और दोनों राज्यों की सांस्कृतिक परंपराएं आपस में काफी मिलती-जुलती हैं। श्री डेका ने असम के रहने वाले देश के विख्यात गायक श्री जुबीन गर्ग जिनका हाल ही में आकस्मिक निधन हो गया था, उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

राज्यपाल श्री डेका ने सभी कलाकारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री सुनील सोनी, श्री रिकेश सेन अन्य जनप्रतिनिधि, राज्यपाल के सचिव डॉ. आर. प्रसन्ना, संस्कृति विभाग के संचालक एवं अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में दर्शकगण उपस्थित थे। कलाकारों की प्रस्तुति ने दर्शकों को भारतीय संस्कृति की विविधता और उसकी गहराई से अवगत कराया।

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4 करोड़ 53 की लागत से जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य, क्षेत्र वासियों ने जताया आभार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के सड़क विकास को नई दिशा देते हुए दो महत्वपूर्ण मार्गों के निर्माण के लिए मंजूरी प्रदान की है। ग्रामीण अंचल के लोगों की वर्षों पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के कुंजारा बोराटोंगरी से ढोंगाअंबा पहुंच मार्ग के निर्माण के लिए 2 करोड़ 75 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। वहीं एनएच-43 मुख्य मार्ग से बोड़ाटोंगरी पहुंच मार्ग के निर्माण हेतु 1 करोड़ 78 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन सड़कों के निर्माण से ग्रामीणों के आवागमन में बड़ी सुविधा होगी।अब तक इन इलाकों के लोगों को बरसात के दिनों में कीचड़ और धूल से जूझना पड़ता था, वहीं किसानों को भी अपनी उपज बाजार तक पहुँचाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद ग्रामीणों को बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँचना आसान होगा और क्षेत्र के समग्र विकास को गति मिलेगी। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सौगात क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही जरूरत को पूरा करेगा और आने वाले समय में गांवों की तस्वीर बदलेगा। -
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71 नक्सली अब विकास और शांति की राह पर: हथियार छोड़ किया आत्मसमर्पण
बस्तर में बदल रहा है माहौल : छँट रहा है नक्सलवाद का अंधियारा - मुख्यमंत्री
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य सरकार की नवीन आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 और नियद नेल्ला नार योजना ने दंतेवाड़ा सहित पूरे बस्तर अंचल में नया विश्वास जगाया है। माओवादी हिंसा के झूठे नारों से भटके लोग अब विकास और शांति की राह चुन रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर संभाग में चलाए जा रहे पूना मारगेम अभियान तथा दंतेवाड़ा जिले में चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर हाल ही में 71 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें 30 नक्सलियों पर 50 हजार से 8 लाख रुपये तक का कुल 64 लाख रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण हमारी नीतियों की प्रभावशीलता और जन-विश्वास का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आत्मसमर्पित नक्सलियों को बेहतर जीवन की शुरुआत के लिए 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि के चेक प्रदान किए गए हैं। साथ ही उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और भरोसेमंद वातावरण के कारण अब तक 1770 से अधिक माओवादी मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं। डबल इंजन की सरकार का संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा और आत्मसमर्पित साथियों को सम्मानजनक पुनर्वास एवं बेहतर जीवन उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अब बस्तर बदल रहा है और नक्सलवाद का अंधियारा छंट रहा है। यह परिवर्तन बस्तर के उज्ज्वल भविष्य और शांति की ओर बढ़ते कदमों का सशक्त संकेत है। -
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एकल शिक्षकीय विद्यालय से अब विषयवार पढ़ाई की ओर बदलाव, बच्चों में बढ़ा आत्मविश्वास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की दूरदर्शी सोच और राज्य सरकार की हर शाला में शिक्षक, हर बच्चे को शिक्षा नीति के तहत शिक्षा व्यवस्था में निरंतर सुधार हो रहा है। ग्रामीण अंचलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लागू की गई युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया सकारात्मक परिणाम दे रही है। इसका उदाहरण बलरामपुर जिले के प्राथमिक शाला यादवपारा में देखने को मिलता है, जहाँ अब बच्चों को विषयवार पढ़ाई, खेल-आधारित गतिविधियों और व्यक्तिगत ध्यान का लाभ मिल रहा है।
वर्ष 2022 से प्राथमिक शाला यादवपारा एकल शिक्षकीय विद्यालय के रूप में संचालित हो रहा था। कक्षा 1 से 5वीं तक की सभी कक्षाओं को एक ही शिक्षक संभाल रहे थे, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। अभिभावकों की चिंताओं को देखते हुए राज्य सरकार ने युक्तियुक्तकरण नीति के तहत इस विद्यालय में 2025 में सहायक शिक्षिका की पदस्थापना की।
सहायक शिक्षिका श्रीमती आनंदी पल्हे बताती हैं कि अब बच्चों को विषयवार पढ़ाई, गृहकार्य और समूह आधारित गतिविधियों के जरिए शिक्षा दी जा रही है। कहानियों, खेल, चित्रों और पहेलियों के माध्यम से बच्चों की रुचि बढ़ रही है। पहले जहाँ एक ही शिक्षक पर पूरा भार था, वहीं अब बच्चों को समझने योग्य और उच्च गुणवत्ता की पढ़ाई मिल रही है।
स्थानीय अभिभावकों का कहना है कि पहले बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी, छोटे बच्चों को कुछ समझ नहीं आता था और बड़े बच्चे भी पीछे रह जाते थे। लेकिन अब बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा है, वे नियमित विद्यालय आने लगे हैं और पढ़ाई को बोझ नहीं बल्कि आनंद मानने लगे हैं।
राज्य सरकार की इस पहल से प्रदेश भर के विद्यालयों में शिक्षकों की पदस्थापना हुई है। बच्चों को अब व्यक्तिगत ध्यान, गृहकार्य की समीक्षा और खेल-खेल में सीखने का अवसर मिल रहा है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ी है और बच्चों का समग्र विकास संभव हो रहा है। -
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माँ बम्लेश्वरी के दरबार तक पहुँच श्रद्धालुओं के लिए अब और सुगम : मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री ने चार बसों को दिखाई हरी झंडी : दो सौ श्रद्धालु मां बम्लेश्वरी दर्शन के लिए हुए रवाना
कालीमाता सेवा समिति द्वारा निःशुल्क बस सेवा पूरे नवरात्रि में नौ दिन तक चलेगी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर शहर के आकाशवाणी चौक स्थित माँ काली मंदिर से डोंगरगढ़ तक निःशुल्क बस सेवा का शुभारंभ किया। रायपुर से माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए डोंगरगढ़ जाने वाले श्रद्धालुओं को इस बस सेवा का नि:शुल्क लाभ मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कालीमाता सेवा समिति की इस पहल की सराहना करते हुए समिति के पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने माँ काली और माँ बम्लेश्वरी से छत्तीसगढ़ में खुशहाली, समृद्धि और शांति की कामना की। साथ ही सभी प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्र की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ भी प्रेषित कीं।
माँ काली सेवा समिति द्वारा संचालित यह नि:शुल्क बस सेवा पूरे नवरात्र पर्व के दौरान नौ दिनों तक लगातार चलेगी। इस सेवा के तहत प्रतिदिन चार बसें रायपुर से श्रद्धालुओं को डोंगरगढ़ तक ले जाएँगी और उन्हें दर्शन के उपरांत वापस रायपुर लाएँगी। मुख्यमंत्री ने आज चार बसों में लगभग दो सौ महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं के प्रथम जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बसों को हरी झंडी दिखाते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कालीमाता सेवा समिति पिछले दस वर्षों से निस्वार्थ सेवा भाव से प्रत्येक नवरात्र में प्रतिदिन चार बसों से श्रद्धालुओं को माँ बम्लेश्वरी के दर्शन हेतु ले जाती है। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता का जीवंत उदाहरण भी है। उन्होंने कहा कि नवरात्र के अवसर पर देवी मंदिरों में दर्शन की लालसा हर सनातनी के मन में होती है। माँ के दर्शन की कल्पना मात्र से ही मन में दिव्य ऊर्जा का संचार होता है।
लेकिन कई बार परिस्थितिवश हर कोई दूर स्थित देवी स्थलों तक नहीं पहुँच पाता। ऐसे में यह बस सेवा श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। माँ बम्लेश्वरी के दरबार तक पहुँच श्रद्धालुओं के लिए अब और सुगम हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बस सेवा से समिति ने माँ बम्लेश्वरी के दर्शन का मार्ग प्रशस्त करने के साथ ही सेवा, समर्पण और समावेशिता का प्रेरक संदेश भी दिया है।
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में राजिम से रायपुर तक मेमू ट्रेन का भी शुभारंभ किया गया है। इससे छत्तीसगढ़ की कुंभनगरी राजिम के श्रद्धालुओं को माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए और अधिक सुविधा होगी। उन्होंने इस पहल के लिए कालीमाता सेवा समिति से जुड़े श्री श्रीचंद सुंदरानी, श्री दीपक भारद्वाज और सभी पदाधिकारियों को साधुवाद दिया। इस अवसर पर गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समिति से एक बस कवर्धा से डोंगरगढ़ तक चलाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, रायपुर नगर निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, विधायक श्री सुनील सोनी एवं श्री पुरंदर मिश्रा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने धमतरी के करेली बड़ी से 51 महतारी सदनों का किया लोकार्पण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज धमतरी जिले के मगरलोड विकासखंड के करेली बड़ी गांव से प्रदेश के 51 महतारी सदनों का लोकार्पण किया। नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान शुरू की गई महतारी सदन योजना को श्री साय ने प्रदेश की माताओं और बहनों की तरक्की के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों, के लिए गाँवों में ही केंद्र बनाने महतारी सदनों के निर्माण की घोषणा सरकार ने की थी ताकि आप वहां एकत्रित होकर एक बड़ी सुविधापूर्ण जगह में मिल-जुलकर अपना काम कर सकें।
आज यह बड़ा काम पूरा हुआ है। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, लोकसभा सांसद श्रीमती रूप कुमारी चौधरी, पूर्व मंत्री एवं कुरूद के विधायक श्री अजय चन्द्राकर सहित सचिव श्रीमती निहारिका बारिक और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण जन एवं गणमान्य नौगरिक मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने आस्था महिला संकुल संगठन करेली बड़ी की महिला समूह सदस्यों को महतारी सदन का हस्तांतरण प्रमाण पत्र भी सौंपा। मुख्यमंत्री ने परिसर मौलश्री का पौधा भी रोपा।
मुख्यमंत्री ने धमतरी के करेली बड़ी से 51 महतारी सदनों का किया लोकार्पण मुख्यमंत्री ने कहा कि महतारी सदन योजना छत्तीसगढ़ को महिला-केंद्रित विकास का मॉडल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। महतारी सदन केवल महिलाओं की तरक्की का आधार ही नहीं बनेगा, बल्कि यह पूरे प्रदेश की तरक्की का आधार बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महतारी सदन माताओं-बहनों की शक्ति, सम्मान और आत्मनिर्भरता का नया केंद्र होगा।
महतारी सदन शिक्षा, कौशल और उद्यमिता के द्वार खोलेंगे। उन्होंने कहा कि इन सदनों में महिला स्व-सहायता समूहों को जोड़कर आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। माताएँ-बहनों के लिए महतारी सदन में सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, हस्तशिल्प, कृषि-आधारित प्रशिक्षण और डिजिटल साक्षरता जैसे अनेक कार्यक्रम चलाए जाएंगे। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने 244 करोड़ 43 लाख रूपए के विकास कार्यों की दी सौगात
74 विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज धमतरी जिला के मगरलोड विकासखंड के ग्राम करेली बड़ी में 244 करोड़ 43 लाख रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। श्री साय ने धमतरी जिले के कुरूद विधानसभा क्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय महतारी सदन शुभारंभ कार्यक्रम में 51 महतारी सदनों का लोकार्पण किया और जिले को विकास का महा उपहार दिया। उन्होंने कुरूद विधानसभा क्षेत्र में 74 कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
यह सभी विकास कार्य जिले में महिलाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई, सड़क, पेयजल, उद्योग, विज्ञान, पर्यटन और सामाजिक विकास जैसे विविध क्षेत्रों को नई दिशा देने वाले हैं। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, लोकसभा सांसद श्रीमती रूप कुमारी चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरूण सार्वा, धमतरी नगर निगम के महापौर श्री रामू रोहरा पूर्व मंत्री एवं कुरूद के विधायक श्री अजय चन्द्राकर सहित सचिव श्रीमती निहारिका बारीक और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण जन एवं गणमान्य नौगरिक मौजूद रहे।
महिला सशक्तिकरण - नए भवनों का शिलान्यास
श्री साय ने महतारी सदन योजना के तहत 51 महतारी सदन भवनों का लोकार्पण किया। लगभग 2 करोड़ 10 लाख रूपए की लागत से निर्मित ये भवन महिलाओं के लिए सम्मान और आत्मनिर्भरता के नए केंद्र बनेंगे। यह महतारी सदन छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों की शक्ति और क्षमता को समाज में नई पहचान देंगे।
औद्योगिक विकास
ग्राम करेली बड़ी और भालूझूलन में औद्योगिक क्षेत्रों के लिए 16 करोड़ 61 लाख रूपए की लागत से आधारभूत ढांचा तैयार किया जाएगा मुख्यमंत्री ने इसके लिए भूमिपूजन भी किया। इसके अलावा जी-जामगांव औद्योगिक क्षेत्र में 6 करोड़ रूपए की राशि से निर्मित विभिन्न आधारभूत संरचनाओं का लोकार्पण भी किया। इन कार्यों से उद्योग और रोजगार की नई संभावनाएँ खुलेंगी।
शिक्षा एवं कौशल विकास
मुख्यमंत्री श्री साय ने शिक्षा और कौशल उन्नयन के लिए 27 करोड़ 67 लाख रूपए की लागत से आईटीआई भवन, शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज और लाइवलीहुड कॉलेज भवन के लिए शिलान्यास भी किया। श्री साय ने 7 करोड़ 53 लाख रूपए से बने कृषि महाविद्यालय भवन एवं छात्रावास का लोकार्पण भी किया। ये संस्थान युवाओं के लिए उच्च शिक्षा और कौशल विकास के प्रमुख केंद्र बनेंगे।
सड़क और अधोसंरचना
मुख्यमंत्री ने धमतरी जिले में 9 सड़कों के निर्माण और सुधार कार्यों का शिलान्यास भी किया। इन सड़कों पर 119 करोड़ 79 लाख रूपए खर्च किए जायेंगे। उन्होंने इसके साथ ही गौरव पथ योजना के तहत 1 करोड़ 70 लाख रूपए से बने गातापार और बकली मार्ग का भी किया। यह सभी नई सड़कें गाँवों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी।
स्वास्थ्य सुविधाएँ
मुख्यमंत्री श्री साय ने मगरलोड विकासखंड के भेण्ड्री में 75 लाख रूपए की लागत से बनने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का लोकार्पण भी किया। इससे ग्रामीण अंचलों तक स्वास्थ्य सेवाएँ और अधिक सुलभ होंगी।
पेयजल एवं सिंचाई
श्री साय ने धमतरी जिले में जल जीवन मिशन के तहत लगभग 30 करोड़ रूपए की लागत के 39 कार्य का लोकार्पण किया। जिससे जिले की हर बस्ती ‘हर घर जल’ प्रमाणित होगी। उन्होंने कोडेबोड़ में सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत 26 करोड़ 37 लाख रूपए से निर्मित योजना का लोकार्पण किया। और महानदी नहर पर 4 करोड़ 29 लाख रूपए से क्रॉस रेग्युलेटर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। इससे किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा और ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
विज्ञान एवं पर्यटन
मुख्यमंत्री ने गंगरेल में साइंस पार्क बनाने के लिए शिलान्यास किया। इस साइंस पार्क के बन जाने से बच्चों और युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के साथ-साथ पर्यटन की नई संभावनाओं को भी बढ़ावा देगा।
सामाजिक विकास
आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने 50 लाख की लागत से बनने वाले कंवर समाज भवन (मधुबन धाम, राकांडीह) की आधारशिला भी रखी। यह भवन जिले में सामुदायिक विकास को नई ऊर्जा देगा।इन सभी विकास कार्यों से धमतरी जिले के कुरूद क्षेत्र में न केवल आधारभूत संरचना मजबूत होगी, बल्कि सामाजिक, शैक्षणिक, औद्योगिक और कृषि क्षेत्र में भी नए अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में यह ऐतिहासिक दिन जिले की प्रगति और जनकल्याण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। -
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रायगढ़ जिले के 1200 से अधिक श्रद्धालुओं ने उठाया योजना का लाभ
रायपुर : रायगढ़ जिला प्रशासन द्वारा नगर निगम ऑडिटोरियम में श्रीरामलला दर्शन योजना एवं मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में भव्य सम्मेलन आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने भगवान श्रीराम की छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। रामायण आरती के साथ वातावरण राममय हो उठा।
श्री चौधरी ने श्रद्धालुओं का चरणस्पर्श कर आशीर्वाद लिया और कहा कि यह योजना वास्तव में बुजुर्गों के सपनों को साकार करने वाली योजना है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की माटी का भगवान श्रीराम से गहरा नाता है। माता कौशल्या छत्तीसगढ़ की बेटी थीं, इसलिए भगवान श्रीराम को हम भांजा मानते हैं। उन्होंने कहा कि त्रेतायुग में 14 वर्षों का वनवास समाप्त हुआ था, लेकिन कलियुग में राममंदिर निर्माण के लिए 500 वर्षों का संघर्ष करना पड़ा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक अयोध्या का भव्य मंदिर आज साकार हुआ है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि श्रद्धालुओं को श्रीरामलला और प्रमुख तीर्थों का दर्शन कराया जाएगा। आज श्रीरामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना हजारों परिवारों के लिए आशीर्वाद बन चुकी हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वे अपने गांवों में राम के आदर्शों और उनके चरित्र का संदेश जन-जन तक पहुंचाएं।
यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं
जिला पंचायत सीईओ श्री जितेंद्र यादव ने बताया कि तीर्थयात्रियों के लिए आवास, भोजन, परिवहन और चिकित्सा की संपूर्ण व्यवस्था की जाती है। प्रत्येक यात्री को विशेष पहचान पत्र भी प्रदान किया गया। इच्छुक श्रद्धालु आगामी यात्राओं के लिए जिला पंचायत और नगर निगम कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
श्रद्धालुओं ने साझा किए अनुभव
जिले के विभिन्न विकासखण्डों से अब तक 1206 श्रद्धालु (745 पुरुष एवं 461 महिलाएं) अयोध्या, काशी और अन्य तीर्थों का दर्शन कर चुके हैं। सम्मेलन में श्रद्धालुओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए इसे जीवन का अविस्मरणीय क्षण बताया।
पुसौर निवासी श्री खगेश्वर पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, वर्तमान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी के प्रयास से ही यह संभव हुआ। राजकुमारी साव ने यात्रा को सहज और सुखद बताते हुए कहा कि पूरी यात्रा परिवार जैसे वातावरण में पूरी हुई। उमेश सिंह सिदार ने कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान हेतु लगातार कार्य कर रही है। वहीं सावित्री भगत ने कहा कि अयोध्या दर्शन उनके जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है। सुनील थवाईत ने बताया कि यात्रा में स्वच्छ भोजन, सुरक्षा और स्वागत की उत्कृष्ट व्यवस्था रही। काशी और अयोध्या के दर्शन उनके जीवन के सबसे सुखद क्षण रहे।
सम्मेलन में योजनाओं से जुड़ी अविस्मरणीय स्मृतियों को समेटे हुए वीडियो प्रस्तुति विशेष आकर्षण रही। कार्यक्रम के अंत में सामूहिक ग्रुप फोटो लिया गया। श्रद्धालुओं को स्मृति स्वरूप रामचरितमानस की पुस्तक, शाल, श्रीफल और यात्रा के फोटोग्राफ भेंट किए गए। इस अवसर पर नगर निगम रायगढ़ महापौर श्री जीवर्धन चौहान, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दीपक सिदार, नगर निगम सभापति श्री डिग्रीलाल साहू, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुषमा खलखो सहित अनेक जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ श्री जितेंद्र यादव और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, अनुशासित एवं तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। विभाग ने "विद्या समीक्षा केन्द्र" के अंतर्गत शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए एक विशेष मोबाइल एप्प विकसित किया है। यह एप्प अब गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है और इसे प्रत्येक शिक्षक द्वारा डाउनलोड कर पंजीयन करना तथा प्रतिदिन अपनी उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य किया गया है। इस व्यवस्था से शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति का रिकॉर्ड वास्तविक समय पर उपलब्ध रहेगा, जिससे विद्यालयीन अनुशासन और शिक्षा की गुणवत्ता दोनों में उल्लेखनीय सुधार होगा।
माननीय मंत्री जी स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी कार्य विभाग, छत्तीसगढ़ शासन श्री गजेंद्र यादव ने दिनांक 04 सितम्बर 2025 को आयोजित समग्र शिक्षा की समीक्षा बैठक में इस एप्प को तत्काल लागू करने के निर्देश दिए थे। हाल ही में मंत्रीजी गुजरात अध्ययन दौरे पर भी गए, जहाँ उन्होंने शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु अपनाई जा रही तकनीकी व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। गुजरात मॉडल से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ में भी आधुनिक तकनीक आधारित उपस्थिति प्रणाली लागू करने पर बल दिया।
छत्तीसगढ़ का यह एप्प गुजरात की व्यवस्था से भी अधिक उन्नत है, क्योंकि इसमें जियो-फेंसिंग फीचर शामिल किया गया है। इस तकनीक के माध्यम से शिक्षक तभी उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं जब वे विद्यालय के निश्चित दायरे में उपस्थित हों। इससे यह सुनिश्चित होगा कि उपस्थिति केवल स्कूल परिसर के भीतर से ही दर्ज हो। गुजरात में प्रयुक्त एप्प में यह सुविधा उपलब्ध नहीं थी, जिसके कारण वहाँ कई बार शिक्षकों द्वारा घर से ही उपस्थिति दर्ज करने जैसी गड़बड़ियाँ सामने आती थीं। छत्तीसगढ़ शासन ने इस अनुभव से सीख लेते हुए इस एप्प को और अधिक सुरक्षित तथा विश्वसनीय बनाया है।
इस संदर्भ में जिला शिक्षा अधिकारियों महासमुंद, बेमेतरा, दंतेवाड़ा, सूरजपुर एवं रायगढ़ को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें और सभी विद्यालयों के शिक्षकगण को एप्प के प्रयोग हेतु आवश्यक मार्गदर्शन एवं सहयोग प्रदान करें। यह नई व्यवस्था न केवल उपस्थिति प्रणाली को अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाएगी, बल्कि विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति और विद्यालयीन गतिविधियों की निगरानी भी सरल और प्रभावी होगी। शासन का विश्वास है कि इस तकनीकी पहल से छत्तीसगढ़ के विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सकारात्मक सुधार होगा तथा अनुशासन और कार्यकुशलता और अधिक सुदृढ़ होगी। -
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उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने दंतेवाड़ा से की पंजीयन की शुरूआत
बस्तर ओलंपिक से बस्तर की दशा और दिशा बदली, विश्व मानचित्र पर बनेगी अलग पहचान – श्री अरुण साव
दंतेवाड़ा में विकास कार्यों के लिए 5 करोड़ देने की घोषणा की
रायपुर : बस्तर संभाग में आगामी अक्टूबर-नवम्बर में होने वाले बस्तर ओलंपिक के लिए आज से पंजीयन प्रारंभ हो गया। उप मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री अरुण साव ने आज दंतेवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम में इसकी औपचारिक शुरूआत की। बस्तर ओलंपिक के दौरान आयोजित होने वाले खेलों में भाग लेने के लिए खिलाड़ी 20 अक्टूबर तक अपना पंजीयन करा सकते हैं। बस्तर ओलंपिक का विकासखंड स्तर पर आयोजन 25 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक, जिला स्तरीय आयोजन 5 नवम्बर से 15 नवम्बर तक तथा संभाग स्तरीय आयोजन 24 नवम्बर से 30 नवम्बर तक किया जाएगा। वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा दंतेवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप और विधायक श्री चैतराम अटामी भी पंजीयन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने बस्तर ओलंपिक के लिए पंजीयन की शुरूआत करते हुए कहा कि पिछले वर्ष आयोजित बस्तर ओलंपिक से बस्तर की दशा और दिशा बदली है। आने वाले समय में बस्तर विश्व के मानचित्र पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेगा। यहां की प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी चमक बिखेरेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले बस्तर ओलंपिक में एक लाख 62 हजार खिलाड़ियों ने अपना पंजीयन कराया था। इस वर्ष दो लाख खिलाड़ियों के पंजीयन का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी बस्तर ओलंपिक की प्रशंसा की थी। इस आयोजन को पूरे देश में लोकप्रिय बनाना है। बस्तर के हर गांव के हर बच्चे और युवा की भागीदारी इसमें सुनिश्चित करना है। श्री साव ने कार्यक्रम में दंतेवाड़ा जिले में मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए पांच करोड़ रुपए देने की घोषणा की।
वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा दंतेवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि नवरात्रि के पावन अवसर पर आज बस्तर ओलंपिक के लिए पंजीयन का शुभारंभ किया जा रहा है। बस्तर अनेक मामलों में समृद्ध है, चाहे वह खेल हो, संस्कृति हो या अन्य कोई क्षेत्र... बस्तर ने हमेशा अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। बस्तर अपनी अनूठी परंपराओं और रीति-रिवाजों के कारण विशेष महत्व रखता है, जिन्हें हमारे पूर्वज आदिकाल से निभाते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। बस्तर ओलंपिक से इन प्रतिभाओं को पहचान और प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में बस्तर ओलंपिक में भाग लेने की अपील की।
विधायक श्री चैतराम अटामी और खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री यशवंत कुमार ने भी पंजीयन के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित किया। राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती ओजस्वी मंडावी, दंतेवाड़ा जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री नंदलाल मुड़ामी, उपाध्यक्ष श्री अरविन्द कुंजाम, दंतेवाड़ा नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती पायल गुप्ता, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक श्रीमती तनुजा सलाम, डीआईजी श्री कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव राय, जिला पंचायत के सीईओ श्री जयंत नाहटा और डीएफओ श्री सागर जाधव सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
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देश का हर युवा स्वस्थ हो, समर्थ हो, सक्षम हो, इसके लिए नशामुक्त भारत जरूरी – श्री अरुण साव
उप मुख्यमंत्री ने झंडा लहराकर ‘नमो युवा रन’ का किया आगाज, विजेताओं को पुरस्कार बांटे
रायपुर : खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा स्वस्थ और नशामुक्त भारत के लिए रायपुर और बिलासपुर में आयोजित ‘नमो युवा रन’ में युवाओं ने जोश और उत्साह से भागीदीरी की। युवाओं को फिट और नशामुक्त रखने देश के 75 शहरों में यह दौड़ आयोजित की गई। राजधानी रायपुर में तेलीबांधा तालाब से शुरू हुई यह दौड़ सुभाष स्टेडियम में समाप्त हुई। वहीं बिलासपुर में सीएमडी कॉलेज मैदान से प्रारंभ कर रीवर-व्यू रोड में इसका समापन किया गया।
उप मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री अरुण साव ने रायपुर के तेलीबांधा तालाब में झंडा लहराकर ‘नमो युवा रन’ को प्रारंभ किया। प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने युवाओं के साथ दौड़ लगाकर इसकी प्रतीकात्मक शुरूआत की। कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा और रोजगार मंत्री गुरू खुशवंत साहेब, विधायकगण सर्वश्री मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा तथा छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव भी इस दौरान उपस्थित थे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने ‘नमो युवा रन’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि देश का हर युवा स्वस्थ हो, समर्थ हो, सक्षम हो और नशे से दूर रहे, इसकी जागरूकता के लिए इस दौड़ का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के युवाओं और खेलों की तरक्की के लिए महत्वपूर्ण काम किए हैं। विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से भारत सरकार युवा शक्ति को तैयार करने का काम कर रही है।
श्री साव ने कहा कि हम हर युवा को फिट रहने के लिए खेल के मैदान से जोड़ना चाहते हैं। वे खेलों से जुड़ेंगे तो नशे से दूर रहेंगे। देश को समृद्ध बनाने के लिए युवा स्वस्थ रहें तथा उत्साह व आत्मविश्वास से भरे रहें, यह जरूरी है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों से स्वस्थ और नशामुक्त भारत के निर्माण के लिए संकल्प लेने की अपील की।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री यशवंत कुमार ने कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वस्थ और नशामुक्त भारत के निर्माण के उद्देश्य से ‘नमो युवा रन’ का आयोजन किया गया है। रायपुर और बिलासपुर में आयोजित इस दौड़ में भाग लेने के लिए 20 हजार खिलाड़ियों ने पंजीयन कराया है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा उच्च शिक्षा तथा आदिम जाति कल्याण विभाग के सहयोग से इसका आयोजन किया जा रहा है।
रायपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री नवीन अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह, नगर निगम के आयुक्त श्री विश्वदीप, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक श्रीमती तनूजा सलाम, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव श्री विक्रम सिसोदिया, छत्तीसगढ़ एथलेटिक संघ के श्री जी.एस. बाम्बरा और केनोइंग-कयाकिंग एसोसिएशन के श्री प्रशांत रघुवंशी सहित अनेक खेल संघों के पदाधिकारी, खिलाड़ी एवं कॉलेज के विद्यार्थी बड़ी संख्या में ‘नमो युवा रन’ के शुभारंभ और समापन के मौके पर मौजूद थे।
अर्जुन राय और वंशिका पटेल को मिला प्रथम स्थान
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और अन्य अतिथियों ने सुभाष स्टेडियम में आयोजित ‘नमो युवा रन’ के समापन कार्यक्रम में विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पुरूष वर्ग में अर्जुन राय को प्रथम, अक्षय कुमार को द्वीतिय और चंद्रप्रकाश को तृतीय स्थान मिला। वहीं महिला वर्ग में वंशिका पटेल प्रथम, रूख्मणि साहू द्वीतीय और चंचल यादव तृतीय स्थान पर रहीं। दोनों वर्गों में प्रथम, द्वीतीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 25 हजार रुपए, 15 हजार रुपए और दस हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी गई। वहीं चतुर्थ और पंचम स्थान हासिल करने वालों को पांच-पांच हजार रुपए तथा छटवें से दसवें स्थान पर रहने वालों को दो-दो हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
मंच पर मुख्य अतिथि के साथ प्रथम पंक्ति में बैठे खिलाड़ी, अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ियों का हुआ सम्मान
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव की पहल पर ‘नमो युवा रन’ के सुभाष स्टेडियम में समापन के दौरान अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और बस्तर ओलंपिक के आइकॉन खिलाड़ियों ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों के साथ प्रथम पंक्ति में बैठकर मंच साझा किया। श्री साव ने खुद आग्रहपूर्वक सभी खिलाड़ियों को मंच पर अग्रिम पंक्ति में जगह दी और उनके साथ विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय वेट-लिफ्टर श्री रूस्तम सारंग, हॉकी खिलाड़ी श्री मृणाल चौबे, फुटबॉलर सुश्री किरण पिस्दा और वॉलीबाल खिलाड़ी श्री दीपेश सिन्हा सहित अन्य खिलाड़ियों हितेश निर्मलकर, प्रवीण कुमार, पलक नाग, राकेश कुमार, मानो ध्रुव, पंडुराम, मानबती बघेल, मनीष मौर्य, अमृत, चुम्मन सिंह, रूपाली साहू, सुनील मोडियाम, सरिता बघेल, अनिरूद्ध, भुनेश्वरी निषाद और दामिनी सिंह को सम्मानित किया गया। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की रजत जयंती समारोह श्रृंखला के अंतर्गत 20 एवं 21 सितम्बर को स्टाफ क्लब हाउस में कर्मचारियों हेतु खेल महोत्सव का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ मुख्य न्यायाधीश श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने किया। महोत्सव में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, कैरम एवं शतरंज प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं, जिनमें महिला और पुरुष वर्ग के सिंगल्स एवं डबल्स मुकाबले शामिल रहे।
प्रतियोगिता में बैडमिंटन (पुरुष सिंगल्स) में योगेश कुमार यादव विजेता एवं प्रकाश कुमार उपविजेता बने। महिला सिंगल्स में यामिनी पाटनवार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि लिलि सिंह राजपूत उपविजेता रहीं। टेबल टेनिस (पुरुष) में उमेश कुमार साहू और (महिला) में अंजना सेन विजेता रहे। शतरंज (पुरुष) में किशन कुमार मरकाम तथा (महिला) में रितू सिंह ठाकुर प्रथम स्थान पर रहे। कैरम (पुरुष) में विक्रम सिंह चौहान और (महिला) में ज्योति साहू विजेता बने।
समापन अवसर पर मुख्य न्यायाधीश ने विजेताओं एवं उपविजेताओं को पदक और पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि खेल जीवन में हंसी, उल्लास एवं आपसी सौहार्द बढ़ाने के साथ ही तनाव मुक्ति और मानसिक ताजगी का महत्वपूर्ण साधन हैं।
उल्लेखनीय है कि रजत जयंती समारोह की श्रृंखला में पूर्व में अधिवक्ताओं एवं न्यायिक अधिकारियों हेतु वाद-विवाद प्रतियोगिता और न्यायाधीशगण एवं अधिवक्ताओं के बीच मैत्री क्रिकेट मैच का भी आयोजन किया जा चुका है।
इस अवसर पर न्यायाधीशगण श्रीमती रजनी दूबे, श्री नरेन्द्र कुमार व्यास, श्री नरेश कुमार चन्द्रवंशी, श्री राकेश मोहन पाण्डेय, श्री रविन्द्र कुमार अग्रवाल, श्री अरविन्द वर्मा एवं श्री विभू दत्त गुरू सहित रजिस्ट्रार जनरल, अधिकारीगण, कर्मचारी एवं उनके परिजन उपस्थित थे। -
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रायपुर : जशपुर जिले के ग्रामीण अंचलों को लंबे समय से अंधेरे से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कांसाबेल ब्लॉक के 13 गांवों और उनसे जुड़ी आश्रित बस्तियों में अधूरे पड़े विद्युतीकरण कार्य को पूरा कराने के लिए 58 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की है।
इस राशि से ग्राम पूसरा, पोंगरो, कांसाबेल, बाँसबहार, चोगरीबहार, देवरी, दोकड़ा, सारूकछार, बटईकेला, नरियलडांड, फरसाजुड़वाईन, खूंटीटोली और बेलटोली सहित कई मजरा-टोलियों में विद्युत केबल बिछाने और अन्य अधूरे कार्य पूरे किए जाएंगे। इसके बाद इन बस्तियों में सुशासन की रौशनी पहुँचेगी और ग्रामीणों को अंधेरे से मुक्ति मिलेगी।
मुख्यमंत्री साय को जैसे ही अधूरे विद्युतीकरण कार्य की जानकारी मिली, उन्होंने तत्परता दिखाते हुए विभाग को इसे पूरा कराने के निर्देश दिए। अब स्वीकृति के बाद कार्य प्रारंभ हो गया है।
ग्रामीणों ने वर्षों पुरानी इस समस्या के समाधान पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया है। उनका कहना है कि रोशनी पहुँचने से न केवल जीवन में बदलाव आएगा, बल्कि बच्चों की पढ़ाई और ग्रामीण क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को भी नई दिशा मिलेगी। -
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प्रधानमंत्री के 75वें जन्मदिवस पर छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक उपलब्धि
सूरजपुर जिले की 75 ग्राम पंचायतें हुईं “बाल विवाह मुक्त”
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 75वें जन्मदिवस पर छत्तीसगढ़ ने सामाजिक सुधार की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। सूरजपुर जिले की 75 ग्राम पंचायतों को “बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत” घोषित किया गया है। विगत दो वर्षों में इन पंचायतों में बाल विवाह का एक भी प्रकरण दर्ज न होने के आधार पर यह मान्यता प्रदान की गई।
इस उपलब्धि के पीछे राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की सतत पहल, सक्रिय मार्गदर्शन और नेतृत्व को निर्णायक माना जा रहा है।उनके नेतृत्व में विभाग ने गाँव-गाँव तक जागरूकता अभियान चलाया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पंचायत प्रतिनिधियों को सक्रिय किया तथा समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की। श्रीमती राजवाड़े ने कहा, कि सूरजपुर जिले की यह पहल केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का कार्य करेगी। प्रधानमंत्री जी के अमृत महोत्सव वर्ष में यह उपलब्धि समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक सशक्त संदेश है।
सामुदायिक भागीदारी की सराहना
जिला प्रशासन ने इस पहल की सफलता में महिला एवं बाल विकास विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय समुदाय की संयुक्त भूमिका की सराहना की। सभी के सामूहिक प्रयास से यह सुनिश्चित हुआ कि शिक्षा और जागरूकता को प्राथमिकता मिले और कोई भी बाल विवाह न हो।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में 10 मार्च 2024 को “बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान” की शुरुआत हुई थी। यह अभियान यूनिसेफ के सहयोग से और मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा है।राज्य सरकार ने बाल विवाह उन्मूलन को सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में रखा है और विभाग लगातार जनजागरूकता, निगरानी और सामाजिक सहभागिता को मजबूत कर रहा है।
सूरजपुर की इस सफलता से प्रेरित होकर अब छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी पंचायतों और नगरीय निकायों को “बाल विवाह मुक्त” घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। जिन जिलों में विगत दो वर्षों में बाल विवाह का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है, वहां शीघ्र ही प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। -
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बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम के आयोजन से लोगों में बढ़ा सरकार के प्रति विश्वास
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के संकल्प को पूरा करने राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कर रही है काम
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय गुरूवार को सुदर्शन चौनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में साक्षात्कार के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को समाप्त कर लोगों का विश्वास जीतना और विकास की दिशा में आगे बढ़ना हमारी सरकारी की प्रमुख उद्देश्यों में से एक है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार इस उद्देश्य को धरातल पर लाने के लिए नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से लोगों के जीवन स्तर को उन्नत बनाने का कार्य कर रही है। अब तक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 327 गांव आबाद हो चुके हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। नक्सलियों की गतिविधियों से निर्दाेष लोगों की मौत हो रहीं थी, आम लोगों की रक्षा करना सरकार का दायित्व है। हमारी सरकार ने नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। सरकार बनने के बाद ज्वाइंट टास्क फोर्स का गठन कर नक्सलवाद को समाप्त करने प्रयास जारी है।
विकसित भारत के संकल्प के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प होगा पूरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का संकल्प 2047 तक भारत को विकसित भारत के रुप में खड़ा करना है। यह संकल्प सबकी सहभागी से पूरा हो और इस संकल्प को पूरा करनेे केन्द्र और राज्य सरकार का निंरतर कार्य कर रही है। एक नया भारत का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प के साथ ही विकसित अंजोर विजन (छत्तीगढ़ विजन) डॉक्यूमेंट 2047 तैयार कर राज्य के विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। सभी को विकसित छत्तीसगढ बनाने में सहयोग करना चाहिए।
बस्तर के आदिवासियों को देश-दुनिया से जोड़कर दिखाया जा रहा है विकास की राह
मुख्यमंत्री ने कहा कि जा रहा है, ताकि शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सके। वनांचल में तेंदूपत्ता खरीदने का कार्य सहकारी समितियों के माध्यम से किया जा रहा है। इसके साथ ही बस्तर के लोगों में नक्सलवादी विचारधारा को जागरूक करने एवं विकास की धारा में जोड़ने के उद्देश्य से बस्तर ओलंपिक व बस्तर पंडुम का आयोजन किया जा रहा है। बस्तर ओलंपिक में 1 लाख 65 हजार लोग शामिल होकर यह साबित किए हैं कि वे विकास की मार्ग पर आगे बढना चाहते हैं।
जापान और कोरिया के लगभग 150 उद्यमी से हुआ संपर्कआगामी में 6-7 माह में छत्तीसगढ़ में 7 लाख करोड़ के निवेश का मिला प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने अपने विदेश यात्रा को लेकर बताया कि हमारी यात्रा सफल रही जापान और कोरिया में देश का पवेलियन लगा था, हमें 24 से 31 अगस्त तक का समय मिला था जहां सभी क्षेत्र की कला को प्रदर्शित किया गया। उन्होेंने बताया कि प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए विदेश उद्योगपतियों को आमंत्रित किए हैं। नई उद्योग नीति के संबंध में भी जानकारी दिए गए हैं। नई उद्योग नीति में रोजगार को शामिल किया गया है।
जापान और कोरिया के लगभग 150 उद्यमी से संपर्क हुआ
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ में उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। यहां नैसर्गिक संपदा है, आयुर्वेदिक के लिए हर्बल प्लांट के हिसाब से देखा जाए तो यहां 44 प्रतिशत वन है। उन्होंने दूरस्थ वनांचलों में भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में कफी विकास हुआ है। प्रदेश में वर्तमान में 15 मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, एन आई टी, आई आई एम, नेशनल ला यूनिवर्सिटी सहित उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना की गई है स
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी के योगदान से यहां एम्स की भी स्थापना हुई है। अब स्वास्थ्य के लिहाज से यहां के लोगों को प्रदेश से बाहर जाना नहीं पड़ेगा। वहीं यहां के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 18 स्थानीय बोली भाषा में पाठ्य पुस्तक बनाकर छात्रों को उपलब्ध करा रहे हैं।
गायों को लावारिस ना छोड़ें, गौवंश की रक्षा करना हम सब का दायित्व गोचर भूमि में अवैध कब्जा को हटाने सख्ती से कार्यवाही
मुख्यमंत्री श्री साय ने लोगों को आग्रह करते हुए कहा कि आज गाय सड़क पर विचरण कर रहीं हैं, हमें गायों को लावारिस नहीं छोड़ना चाहिए। लावारिस जानवरों के कारण दुर्घटनाएं हो रही है। गौवंश की रक्षा का दायित्व हम सभी का है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में गोचर भूमि में अवैध कब्जा को हटाने का कार्य सरकार करती है। कहीं भी अवैध कब्जा की शिकायत प्राप्त हुआ होगा तो सरकार उसे खाली कराएगी। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित शांता राम सर्राफ जी की श्रद्धांजलि सभा में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने शांता राम सर्राफ जी के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिजनों को दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस, उपमुख्यमंत्रीद्वय श्री अरुण साव एवं श्री विजय शर्मा, कैबिनेट मंत्री श्री केदार कश्यप, श्री लखनलाल देवांगन, श्री दयालदास बघेल, श्री श्याम बिहारी जायसवाल, श्री गजेन्द्र यादव, श्री टंकराम वर्मा, श्रीमती लक्ष्मी रजवाड़े सहित अन्य गणमान्यजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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प्रधानमंत्री आवास योजना से पूरे हुए सपने
रायपुर : प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत चयनित हितग्राहियों को घरों के निर्माण हेतु प्रायः कुशल राजमिस्त्रियों की आवश्यकता होती है। कई बार दूरस्थ क्षेत्रों में राजमिस्त्रियों की उपलब्धता सीमित होने के कारण उन्हें अन्य ग्रामों से बुलाना पड़ता है। इस स्थिति को देखते हुए दंतेवाड़ा जिले में योजना के अंतर्गत ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। इन प्रशिक्षणों के माध्यम से हितग्राहियों को निर्माण संबंधी तकनीकी जानकारी एवं आधारभूत कौशल प्रदान कर उन्हें अपने आवास का निर्माण स्वयं करने में सक्षम बनाया जा रहा है। राजमिस्त्री प्रशिक्षण में महिलाओं की भी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
जिले के नियद नेल्ला नार योजना अंतर्गत शामिल ग्राम धुरली में आयोजित प्रशिक्षण सत्र से लाभान्वित होकर महिला पायको ने अपने सपनों का पक्का घर स्वयं तैयार किया है। पायको बताती हैं कि प्रशिक्षण से मिले आत्मविश्वास और तकनीकी ज्ञान ने उन्हें अपने घर का निर्माण स्वयं करने में सक्षम बनाया है। उनका कहना है- पक्का घर बनने से जीवन में स्थायी सुरक्षा और सम्मान दोनों मिले हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत संचालित 45 दिवसीय राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्थानीय मजदूरों को निर्माण प्रक्रिया, तकनीकी मानकों एवं गुणवत्ता संबंधी जानकारी दी जाती है। साथ ही प्रतिभागियों को प्रतिदिन 220 रुपये की मजदूरी भी प्रदान की जाती है। पायको सहित कई अन्य ग्रामीण इस प्रशिक्षण का हिस्सा बनकर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुए हैं।
ग्राम धुरली के ग्रामीणों का कहना है कि इस पहल ने उन्हें केवल पक्के घर ही नहीं दिए, बल्कि रोजगार, सम्मान और स्थायी आश्रय भी दिया है। अब वे गर्व के साथ अपने मजबूत और सुरक्षित घरों में रह रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीणों को राजमिस्त्री का प्रशिक्षण केवल आवास निर्माण तक सीमित है, बल्कि यह ग्रामीणों को आजीविका, कौशल और आत्मसम्मान से जोड़ने का सशक्त माध्यम भी सिद्ध हो रहा है। -
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रायपुर : सूरजपुर जिले के गन्ना उत्पादकों को पेराई सीजन 2024-25 का शत-प्रतिशत भुगतान पूर्ण कर दिया गया है। माँ महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित, अंबिकापुर ग्राम केरता द्वारा 26 नवम्बर 2024 से 09 मार्च 2025 तक 10,598 कृषकों से 19.95 लाख क्विंटल गन्ना खरीदा गया था।भारत सरकार द्वारा निर्धारित 315.10 रुपए प्रति क्विंटल की दर से क्रय गन्ने का कुल मूल्य 62.87 करोड़ रूपए हुआ था। इसमें से 39.58 करोड़ रुपए का भुगतान पूर्व में किया जा चुका था, जबकि 8,970 कृषकों का 23.29 करोड़ रुपए बकाया था।
कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के मार्गदर्शन में गन्ना कृषकों की बकाया राशि 23.29 करोड़ रूपए का भुगतान 17 सितम्बर 2025 को कर दिया गया। इस प्रकार पेराई सीजन 2024-25 का एफ.आर.पी. दर पर सभी कृषकों को पूर्ण भुगतान सुनिश्चित हो गया है। कृषकों ने इसके लिए जिला प्रशासन का आभार जताया।

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