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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में शानदार जीत की बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। दुबई में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि को 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों और दृढ़ संकल्प की जीत करार दिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने भारतीय टीम के जुझारूपन, अनुशासन और टीम वर्क की सराहना करते हुए कहा कि बारह वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भारत ने एक बार फिर चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह जीत हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने टीम इंडिया को भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएँ देते हुए विश्वास जताया कि भारतीय क्रिकेट टीम आने वाले वर्षों में भी इसी जोश और जज्बे के साथ देश को गौरवान्वित करती रहेगी। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर प्रदेश की सभी माताओं, बहनों और बेटियों को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि यह दिन महिलाओं के अधिकारों, उनके सशक्तिकरण और समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मान देने का अवसर है। महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक स्वावलंबन और नेतृत्व में आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह संकल्पित है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प को साकार करने के लिए महिलाओं की सहभागिता सबसे महत्वपूर्ण है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने महतारी वंदन योजना जैसी ऐतिहासिक पहल की है, जिससे प्रदेश की लाखों महिलाओं को आर्थिक संबल मिला है और वे आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्य की लगभग 70 लाख माताओं और बहनों को प्रतिवर्ष ₹12,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है, जिससे वे अपने परिवार, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वरोज़गार को आगे बढ़ा सकें। यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के लिए बजट 2025-26 में कई विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिनमें कामकाजी महिलाओं को बेहतर आवासीय सुविधा प्रदान करने के लिए पूरे प्रदेश में 7 वर्किंग वूमेन हॉस्टल हेतु 79 करोड़ का प्रावधान है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किया जा रहा है। इन समूहों की महिलाएँ आज कृषि, उद्यमिता, कुटीर उद्योग और सहकारिता क्षेत्र में क्रांति ला रही हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर राज्य और देश की प्रगति में भागीदार बन सकें। मुख्यमंत्री श्री साय ने समाज के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए समानता, सम्मान और सुरक्षा का वातावरण बनाया जाए।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि एक सशक्त महिला ही सशक्त परिवार, समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकती है। उन्होंने प्रदेश की उन्नति के लिए और सशक्त नारी, सशक्त समाज के लक्ष्य को साकार करने के लिए सभी को मिलकर अपने हिस्से का बहुमूल्य योगदान देने की अपील की। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
365 नवविवाहित जोड़ों को देंगे आशीर्वाद
आयुष्मान कार्ड, टी.बी. मरीजों को फूड बॉस्केट वितरित करेंगे
एम्स रायपुर के विशेषज्ञ मरीजों का करेंगे उपचार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय 08 मार्च को कुनकुरी के सलियाटोली स्थित बालासाहेब देशपांडे महाविद्यालय मैदान में स्व. श्री दिलीप सिंह जूदेव स्मृति में आयोजित वृहद स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री श्री साय सलियाटोली के मिनी स्टेडियम में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विवाह बंधन में बंधने वाले 365 जोड़ों को आशीर्वाद देंगे।
स्व. श्री दिलीप सिंह जूदेव स्मृति में आयोजित इस वृहद स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में मुख्यमंत्री आयुष्मान और सिकल सेल कार्ड, टी.बी. मरीजों को फूड बॉस्केट, तथा निक्षय मित्रों को प्रमाण पत्र वितरित करेंगे।यह शिविर जिला प्रशासन, जशपुर द्वारा एम्स रायपुर के सहयोग से सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान एम्स रायपुर एवं अन्य उच्च संस्थानों के विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों का चिन्हांकन कर उपचार करेंगे, साथ ही निःशुल्क दवाइयाँ उपलब्ध कराई जाएंगी।गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को रायपुर रेफर कर विशेष इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। इस चिकित्सा शिविर में एम्स रायपुर के मेडिसिन, सर्जरी, कैंसर, न्यूरोलॉजी, नाक-कान-गला, नेत्र, अस्थि, गुर्दा, चर्म, स्त्री रोग और मनोरोग विशेषज्ञ मरीजों का उपचार करेंगे। मरीजों की सुविधा के लिए पंजीयन काउंटर, जनरल ओपीडी काउंटर, लैबोरेटरी काउंटर, और सभी विशेषज्ञ विभागों के पृथक-पृथक काउंटर स्थापित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 365 जोड़ों का विवाह
सलियाटोली मिनी स्टेडियम में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 365 हिंदू जोड़ों का विवाह संपन्न कराया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री वर-वधू को अपना आशीर्वाद देंगे। उल्लखेनीय है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की कन्याओं के विवाह में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत प्रत्येक जोड़े के विवाह पर 50 हजार रुपये तक की राशि व्यय करने का प्रावधान है। -
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रायपुर : बजट में ई - वे बिल की लिमिट बढ़ाने और वेट में छूट की घोषणा पर छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि मंडल ने अध्यक्ष श्री अमर परवानी के नेतृत्व में आज शाम मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से उनके निवास कार्यालय में मुलाकात कर उनके प्रति आभार प्रकट किया।
उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2025 - 26 के बजट में व्यापारियों को राहत देने के उद्देश्य से और कर के बोझ को कम करने के लिए ई-वे बिल सीमा 50 हजार रुपए से बढाकर एक लाख रुपए करने और 25 हजार रुपए तक की वैट देनदारी को माफ करने की घोषणा की गई है।
श्री अमर परवानी ने कहा कि ई -वे बिल की लिमिट पचास हजार रुपए से बढ़ाकर एक लाख रुपए करने से बड़ी संख्या में व्यापारियों को राहत मिलेगी। इसी तरह छोटे व्यापारियों के वेट टैक्स में आउट स्टैंडिंग पच्चीस हजार रुपए तक की राशि माफ करने की घोषणा से पूरे प्रदेश में 66 हजार व्यापारियों को फायदा होगा। इन घोषणाओं के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल से कहा कि राज्य सरकार व्यापारियों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। राज्य सरकार की नीतियों से व्यापार -व्यवसाय के लिए प्रदेश में उत्साहजनक वातावरण बना है।
इस अवसर पर सर्वश्री सुरेन्द्र सिंह, शंकर बजाज, अवनीत सिंह, जीतू दोशी और प्रीतपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में चैंबर के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे। -
New Delhi / Raipur : छत्तीसगढ़वासियों के हितों का ध्यान रखते हुए हमारी सरकार ने पेट्रोल पर 1 रुपए प्रति लीटर वैट कम करने का निर्णय लिया है। यह कदम यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनहितैषी नीतियों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आपके प्रेरणादायी शब्दों के लिए हार्दिक आभार केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी। विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ शासन। (एजेंसी)
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मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं और सुरक्षा का व्यापक विस्तारमुख्यमंत्री की घोषणा पर मेले के आयोजन के लिए मिलेगी 50 लाख रुपए की राशिमुख्य प्रवेश द्वार से मुख्य मंदिर तक स्थायी शेड का होगा निर्माणरायपुर : बाबा गुरु घासीदास की जन्मस्थली और कर्मस्थली गिरौदपुरी में आयोजित गुरूदर्शन मेला अपनी भव्यता और आस्था के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। 04 से 06 मार्च तक चलने वाले इस मेले में छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारत से हजारों श्रद्धालु आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर इस वर्ष श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस बार मेले को भव्य स्वरूप में आयोजित करने के लिए 50 लाख रुपए की राशि की घोषणा की है, जो पूर्व में 25 लाख रुपए थी। इसके साथ ही, मुख्य प्रवेश द्वार से मुख्य मंदिर तक स्थायी शेड के निर्माण की भी घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वयं गुरू गद्दी का दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की प्रार्थना की और मेले की भव्यता बढ़ाने और श्रद्धालुओं को अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए मेला बजट को दोगुना करने के साथ ही जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएं। मुख्यमंत्री श्री साय की घोषणा के बाद जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मुख्य प्रवेश द्वार से मुख्य मंदिर तक स्थायी शेड निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण एवं माप-जोख करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के दिशानिर्देश पर इस वर्ष मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं। गुरूदर्शन मेला न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र है। इस वर्ष मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल से इसे और भव्य और सुव्यवस्थित बनाया गया है। प्रशासन द्वारा की गई इन सुविधाओं की बढ़ोतरी से श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाजनक, सुरक्षित और आध्यात्मिक अनुभव मिलेगा। गुरूदर्शन मेले का यह ऐतिहासिक विस्तार श्रद्धालुओं की सेवा और आस्था को नई ऊँचाई पर ले जाने वाला साबित होगा।
गुरुदर्शन मेले में श्रद्धालुओं को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया गया है, जिसके अंतर्गत चिकित्सा सहायता केंद्रों की संख्या 2 से बढ़ाकर 8 कर दी गई है और एंबुलेंस की संख्या 4 से बढ़ाकर 8 की गई है। निःशुल्क भोजन सेवा को भी विस्तार देते हुए अब 24 स्थानों पर 212 समूहों द्वारा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जो पहले 20 स्थानों पर 175 समूहों द्वारा संचालित थी। पेयजल व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया गया है, जिसमें स्थायी नल कनेक्शन की संख्या 110 से बढ़ाकर 195 कर दी गई है और पानी टैंकरों की संख्या 8 से बढ़ाकर 18 कर दी गई है। मेले में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है, जिसमें पुलिस कंट्रोल रूम की संख्या 3 से बढ़ाकर 9 कर दी गई है, सुरक्षा बलों की संख्या 450 से बढ़ाकर 1150 की गई है और पहली बार 36 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी नियमित मॉनिटरिंग हो रही है ।
सुरक्षाकर्मियों को 130 वायरलेस सेट भी प्रदान किए गए हैं। अग्नि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब 1 के बजाय 3 अग्निशमन वाहन तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। मेले में विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था को और प्रभावी बनाया गया है, जिसमें ट्रांसफार्मरों की संख्या 10 से बढ़ाकर 13 कर दी गई है और विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में बैकअप जनरेटर की संख्या 6 से बढ़ाकर 10 कर दी गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए शौचालयों की संख्या 4 से बढ़ाकर 16 कर दी गई है, स्नानागार की संख्या 6 से बढ़ाकर 10 की गई है, और अतिरिक्त रूप से 80 सीटर स्थायी शौचालय की भी व्यवस्था की गई है। स्वच्छता व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सफाई कर्मचारियों की संख्या 80 से बढ़ाकर 291 कर दी गई है ताकि मेले में स्वच्छता बनी रहे।
इस वर्ष पहली बार गिरौदपुरी मेला डॉट कॉम नामक वेबसाइट लॉन्च की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को मेला स्थल की जानकारी, आवश्यक मार्गदर्शन और अन्य आवश्यक सेवाओं की ऑनलाइन जानकारी मिल सके। इससे श्रद्धालु यात्रा संबंधी सूचनाएं, पार्किंग व्यवस्था, धार्मिक स्थलों की जानकारी और अन्य सुविधाओं की पूरी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। -
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पत्रकारों ने बजट में विशेष प्रावधान करने के लिए जताया आभाररायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात कर पत्रकार सम्मान निधि को दो गुना करने के साथ ही पत्रकारों के लिए बजट में नए प्रावधान करने के लिए आभार जताया। प्रतिनिधिमंडल ने इस मौके पर मुख्यमंत्री को श्री विष्णुपुराण की प्रति भी भेंट की।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बजट में पत्रकार सम्मान निधि को प्रतिमाह 10 हजार रूपए से बढ़ाकर 20 हजार रूपए करने, पत्रकारों एक्सपोजर विजिट के लिए 1 करोड़ रूपए और रायपुर के प्रेस क्लब भवन के रिनोवेशन एवं विस्तार के लिए 1 करोड़ रूपए करने का प्रावधान किया गया है।
पत्रकारों के लिए बजट में विशेष प्रावधान करने के लिए प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी और मीडिया सलाहकार श्री पंकज झा के प्रति भी आभार जताया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री अरविन्द अवस्थी, संयोजक श्री राजेश मिश्रा, उपाध्यक्ष द्वय श्री भरत योगी एवं श्री मोहन तिवारी और जिला अध्यक्ष श्री राम साहू भी उपस्थित थे। -
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गुरु गद्दी की पूजा कर लिया आशीर्वाद, प्रदेशवासियों की ख़ुशहाली और समृद्धि की कामना की
गिरौदपुरी मेला की राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने तथा मेला परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से मुख्य मंदिर तक स्थाई शेड निर्माण की घोषणारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गिरौदपुरी धाम में आयोजित गुरुदर्शन मेला के पहले दिन गुरु गद्दी का दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर मेला समिति की मांग पर गिरौदपुरी मेले की राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने एवं श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मेला परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर तक स्थायी शेड निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मंदिर में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को स्वयं प्रसाद वितरित किया।इस अवसर पर धर्मगुरु गुरुबालदास साहेब, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरी शंकर अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री श्री दयाल दास बघेल, पुलिस महानिरीक्षक श्री अमरेश मिश्रा, कलेक्टर दीपक सोनी, एसएसपी विजय अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में संत एवं श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि तीन दिवसीय गिरौदपुरी मेला 4 मार्च से 6 मार्च तक आयोजित होगा। गिरौदपुरी धाम में हर वर्ष आयोजित होने वाला यह मेला गुरु घासीदास जी के सत्य, अहिंसा और समानता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का माध्यम बन रहा है। -
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वर्तमान और भविष्य दोनों की जरूरतों को पूरा करता बजट विधानसभा में प्रस्तुत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सूत्रवाक्य रखा, ज्ञान से गति की ओर, पिछले बजट में गरीब, युवा, अन्नदाता और महिलाओं के लिए फोकस रखा था, अब इन्हें आगे बढ़ाने गति अर्थात सुशासन, बुनियादी ढांचे में तेजी, तकनीक और औद्योगिक विकास पर होगा जोर
अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर अटल निर्माण वर्ष के अनुरूप पूंजीगत व्यय पर 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक का हमने रखा बजट, नदियों को जोड़ना उनका था सपना, इसे करेंगे साकार
युवाओं के लिए उद्यम और रोजगार के नए अवसर खोलने वाला बजट, हाइटेक खेती की जरूरतों को पूरा करने रखा गया पूरा ध्यान
रायपुर : यह बजट वर्तमान की जरूरतों को पूरा करते हुए भविष्य में विकसित छत्तीसगढ़ की अधोसंरचना जरूरतों के अनुरूप तैयार किया गया है। इस बजट से छत्तीसगढ़ के विकास को तीव्र गति मिलेगी। इसमें धान के कटोरे की चमक ‘‘कृषि अर्थव्यवस्था‘‘ को संवारने के उपायों के साथ ही इंडस्ट्रियल हब और आईटी हब के रूप में छत्तीसगढ़ को तैयार करने की ठोस नींव रखी गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा में अपनी सरकार के दूसरे साल के प्रस्तुत बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उपरोक्त बातें कही।श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमने छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए बहुत जरूरी है कि हम आधुनिक समय के मुताबिक अपनी अर्थव्यवस्था को तैयार करेें, बजट में पूरा फोकस इसी पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें प्रदेश में बदहाल राजकोष और कुशासन की विरासत मिली थी। हमने राजकोषीय सुधारों के साथ प्रशासनिक प्रणालियों में सुधार करते हुए बजट के संतुलित उपयोग से प्रदेश में जनकल्याण के कार्य पुनः आरंभ कराए। अब छत्तीसगढ़ में विकास ट्रैक पर आ गया है और ट्रिपल इंजन की सरकार इसे तेजी से गति दे रही है। बजट प्रावधानों से यह गति और बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले बजट में विकसित भारत की संकल्पना के अनुरूप समावेशी विकास की राह तैयार हुई और हमारा फोकस ज्ञान अर्थात गरीब, युवा, अन्नदाता और नारीशक्ति पर था। इनके लिए हमने जिस तरह से नवाचारी योजनाएं लागू कीं, उसके प्रभावी नतीजे मिले। इस बार बजट का थीम है ‘‘ज्ञान के लिए गति‘‘ यह हमारी ट्रिपल इंजन सरकार के लक्ष्यों के अनुरूप है। उन्होंने बताया कि गति से हमारा तात्पर्य सुशासन, बुनियादी ढांचे में तेजी लाना, तकनीक का अधिकाधिक प्रयोग और औद्योगिक विकास में तीव्र वृद्धि करना है। हम इन सभी मानदंडों को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के समग्र विकास के लिए हमने बड़े सपने देखे हैं और उन्हें पूरा करने की रणनीति भी तैयार कर ली है। इन्हें पूरा करने के लिए हमारी ट्रिपल इंजन की सरकार पूरी रफ्तार से काम करेगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्मरण भी किया। उन्होंने कहा कि उनके जन्म शताब्दी वर्ष को हम अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल जी छत्तीसगढ़ को विकसित राज्यों की श्रेणी में देखना चाहते थे, उनके सपनों को पूरा करने की ठोस नींव हमने रख दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ऐसी अधोसंरचना की जरूरत होगी जो एक विकसित औद्योगिक राज्य की जरूरतों को पूरी करती हो। इसके लिए हमने बजट में विशेष प्रावधान किये हैं। रायपुर-दुर्ग मेट्रो सेवा का सर्वे होगा। नये औद्योगिक पार्क स्थापित कर रहे हैं। इसके लिए 700 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। महानदी- इंद्रावती तथा कोडार-सिकासर जैसी नदियों को जोड़ेंगे, खेती में निवेश करेंगे। नई सिंचाई परियोजनाओं के लिए 1500 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बजट में मानव संसाधन को सहेजने के लिए नये अस्पतालों, आधुनिक स्कूलों और इनमें पर्याप्त स्टाफ के संबंध में व्यवस्था की है। राज्य की नई औद्योगिक नीति की जरूरतों को पूरा करने 12 नए इंजीनियरिंग कालेज और 12 पालिटेक्निक कालेज आरंभ करेंगे। नये बिजनेस और स्टार्टअप के लिए 700 करोड़ रुपए का इंडस्ट्रियल सब्सिडी सपोर्ट रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार पूंजीगत व्यय 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक रखा गया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत है। पूंजीगत व्यय में किये गये निवेश का कई गुना रिटर्न मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट समावेशी है और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के हमारे ध्येय के मुताबिक तैयार किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्शो के अनुरूप हमने अंत्योदय के कल्याण के लिए तथा इनके समग्र विकास के लिए विशेष बजट प्रावधान रखा है। पिछले बजट में गरीब युवा, अन्नदाता तथा नारी शक्ति एवं जनजातीय विकास के लिए जो योजनाएं आरंभ की गई थी, उनके लिए बजट प्रावधान के साथ ही इनके विकास के लिए नई योजनाएं भी इस बजट में आरंभ की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट के साथ हमारा प्रदेश नये संकल्पों के साथ अपने सपनों को पूरा करने एक नई उड़ान भरेगा। -
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स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान: श्री श्याम बिहारी जायसवालरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने ऐतिहासिक बजट पेश किया है। 2025-26 के बजट में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। सरकार का लक्ष्य प्रदेश के नागरिकों को सुलभ, आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसी दिशा में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत ₹1,850 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा। वहीं, शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के लिए ₹1,500 करोड़ की राशि आवंटित की गई है, जिससे गरीब और जरूरतमंद परिवारों को निःशुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, "मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। यह बजट स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इससे न केवल गरीबों और जरूरतमंदों को निःशुल्क उपचार मिलेगा, बल्कि स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार भी होगा।"
उन्नत चिकित्सा सुविधाओं के लिए मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों का आधुनिकीकरण
प्रदेश के नागरिकों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा संस्थानों का उन्नयन किया जा रहा है। डॉ. भीमराव अंबेडकर मेमोरियल अस्पताल, रायपुर में उन्नत कार्डियक संस्थान के विस्तार के लिए ₹10 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिससे हृदय रोगियों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा मिलेगी। इसी क्रम में, रायपुर मेडिकल कॉलेज में कैंसर और अन्य गंभीर रोगों के उपचार हेतु आधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए ₹20 करोड़ की राशि आवंटित की गई है।
इसके अतिरिक्त रायपुर में ए.आर.टी. (IVF) केंद्र की स्थापना के लिए ₹10 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है, जिससे नि:संतान दंपतियों को विशेष उपचार की सुविधा मिल सकेगी। वहीं MRI और CT स्कैन मशीनों की स्थापना हेतु ₹35 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिससे सरकारी अस्पतालों में उन्नत डायग्नोस्टिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस पर श्री जायसवाल ने कहा, "राज्य में उन्नत चिकित्सा सेवाओं का विस्तार हमारी प्राथमिकता है। इस बजट के माध्यम से सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा, जिससे प्रदेशवासियों को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।"
दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए नई पहल
छत्तीसगढ़ सरकार का विशेष ध्यान ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर है। इसी के तहत, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ₹13 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। वहीं, सिकल सेल रोग की रोकथाम और उपचार हेतु विशेष सिकल सेल संस्थान स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए ₹13 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा, सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों की स्थापना के लिए ₹132 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। साथ ही, छत्तीसगढ़ आपातकालीन चिकित्सा प्रतिक्रिया सेवा योजना के तहत ₹21 करोड़ की राशि आवंटित की गई है, जिससे आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जाएगा। मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, "हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि दूरस्थ और वनांचल क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हों।इस बजट में हाट-बाजार क्लिनिक योजना और सिकल सेल संस्थान जैसी नई पहलों के माध्यम से प्रदेश के हर नागरिक को स्वास्थ्य सुविधा देने का संकल्प लिया गया है।"छत्तीसगढ़ सरकार का यह बजट राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इन प्रावधानों से प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी और राज्य का चिकित्सा ढांचा अधिक मजबूत होगा। -
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वर्तमान और भविष्य दोनों की जरूरतों को पूरा करता बजट विधानसभा में प्रस्तुत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सूत्रवाक्य रखा, ज्ञान से गति की ओर, पिछले बजट में गरीब, युवा, अन्नदाता और महिलाओं के लिए फोकस रखा था, अब इन्हें आगे बढ़ाने गति अर्थात सुशासन, बुनियादी ढांचे में तेजी, तकनीक और औद्योगिक विकास पर होगा जोर
अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर अटल निर्माण वर्ष के अनुरूप पूंजीगत व्यय पर 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक का हमने रखा बजट, नदियों को जोड़ना उनका था सपना, इसे करेंगे साकार
युवाओं के लिए उद्यम और रोजगार के नए अवसर खोलने वाला बजट, हाइटेक खेती की जरूरतों को पूरा करने रखा गया पूरा ध्यान
रायपुर : यह बजट वर्तमान की जरूरतों को पूरा करते हुए भविष्य में विकसित छत्तीसगढ़ की अधोसंरचना जरूरतों के अनुरूप तैयार किया गया है। इस बजट से छत्तीसगढ़ के विकास को तीव्र गति मिलेगी। इसमें धान के कटोरे की चमक ‘‘कृषि अर्थव्यवस्था‘‘ को संवारने के उपायों के साथ ही इंडस्ट्रियल हब और आईटी हब के रूप में छत्तीसगढ़ को तैयार करने की ठोस नींव रखी गई है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा में अपनी सरकार के दूसरे साल के प्रस्तुत बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उपरोक्त बातें कही। श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमने छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए बहुत जरूरी है कि हम आधुनिक समय के मुताबिक अपनी अर्थव्यवस्था को तैयार करेें, बजट में पूरा फोकस इसी पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें प्रदेश में बदहाल राजकोष और कुशासन की विरासत मिली थी। हमने राजकोषीय सुधारों के साथ प्रशासनिक प्रणालियों में सुधार करते हुए बजट के संतुलित उपयोग से प्रदेश में जनकल्याण के कार्य पुनः आरंभ कराए। अब छत्तीसगढ़ में विकास ट्रैक पर आ गया है और ट्रिपल इंजन की सरकार इसे तेजी से गति दे रही है। बजट प्रावधानों से यह गति और बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले बजट में विकसित भारत की संकल्पना के अनुरूप समावेशी विकास की राह तैयार हुई और हमारा फोकस ज्ञान अर्थात गरीब, युवा, अन्नदाता और नारीशक्ति पर था। इनके लिए हमने जिस तरह से नवाचारी योजनाएं लागू कीं, उसके प्रभावी नतीजे मिले। इस बार बजट का थीम है ‘‘ज्ञान के लिए गति‘‘ यह हमारी ट्रिपल इंजन सरकार के लक्ष्यों के अनुरूप है। उन्होंने बताया कि गति से हमारा तात्पर्य सुशासन, बुनियादी ढांचे में तेजी लाना, तकनीक का अधिकाधिक प्रयोग और औद्योगिक विकास में तीव्र वृद्धि करना है। हम इन सभी मानदंडों को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के समग्र विकास के लिए हमने बड़े सपने देखे हैं और उन्हें पूरा करने की रणनीति भी तैयार कर ली है। इन्हें पूरा करने के लिए हमारी ट्रिपल इंजन की सरकार पूरी रफ्तार से काम करेगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्मरण भी किया। उन्होंने कहा कि उनके जन्म शताब्दी वर्ष को हम अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल जी छत्तीसगढ़ को विकसित राज्यों की श्रेणी में देखना चाहते थे, उनके सपनों को पूरा करने की ठोस नींव हमने रख दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ऐसी अधोसंरचना की जरूरत होगी जो एक विकसित औद्योगिक राज्य की जरूरतों को पूरी करती हो। इसके लिए हमने बजट में विशेष प्रावधान किये हैं। रायपुर-दुर्ग मेट्रो सेवा का सर्वे होगा। नये औद्योगिक पार्क स्थापित कर रहे हैं। इसके लिए 700 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। महानदी- इंद्रावती तथा कोडार-सिकासर जैसी नदियों को जोड़ेंगे, खेती में निवेश करेंगे। नई सिंचाई परियोजनाओं के लिए 1500 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बजट में मानव संसाधन को सहेजने के लिए नये अस्पतालों, आधुनिक स्कूलों और इनमें पर्याप्त स्टाफ के संबंध में व्यवस्था की है। राज्य की नई औद्योगिक नीति की जरूरतों को पूरा करने 12 नए इंजीनियरिंग कालेज और 12 पालिटेक्निक कालेज आरंभ करेंगे। नये बिजनेस और स्टार्टअप के लिए 700 करोड़ रुपए का इंडस्ट्रियल सब्सिडी सपोर्ट रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार पूंजीगत व्यय 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक रखा गया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत है। पूंजीगत व्यय में किये गये निवेश का कई गुना रिटर्न मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट समावेशी है और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के हमारे ध्येय के मुताबिक तैयार किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्शो के अनुरूप हमने अंत्योदय के कल्याण के लिए तथा इनके समग्र विकास के लिए विशेष बजट प्रावधान रखा है। पिछले बजट में गरीब युवा, अन्नदाता तथा नारी शक्ति एवं जनजातीय विकास के लिए जो योजनाएं आरंभ की गई थी, उनके लिए बजट प्रावधान के साथ ही इनके विकास के लिए नई योजनाएं भी इस बजट में आरंभ की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट के साथ हमारा प्रदेश नये संकल्पों के साथ अपने सपनों को पूरा करने एक नई उड़ान भरेगा। -
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“सहकार से समृद्धि” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मंत्रालय में सहकारिता विभाग की गतिविधियों पर आधारित वार्षिक कैलेंडर का विमोचन किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, श्री विजय शर्मा, सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप सहित सभी कैबिनेट मंत्रीगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर सहकारिता विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि “सहकार से समृद्धि” के मूलमंत्र पर आधारित यह कैलेंडर राज्य सरकार द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों और उपलब्धियों का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं में सहकारिता की भागीदारी छत्तीसगढ़ को समृद्धि और विकास के नए आयामों तक ले जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहकारिता को मिली मान्यता
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2025 को ‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष’ घोषित किया गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में, भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय द्वारा “सहकार से समृद्धि” अभियान के तहत विविध गतिविधियाँ पूरे छत्तीसगढ़ में आयोजित की जा रही हैं।
वार्षिक कैलेंडर में समाहित योजनाएँ एवं कार्ययोजना
सहकारिता विभाग के इस वार्षिक कैलेंडर में ग्राम, जिला एवं प्रदेश स्तर पर संचालित विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया गया है। इन गतिविधियों में धान खरीदी एवं भंडारण प्रक्रिया का विस्तार, प्रधानमंत्री जन औषधि स्टोर एवं कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापन, विश्व स्तर पर विशाल अन्न भंडारण के लिए नवीन गोदामों का निर्माण, किसानों को एटीएम कार्ड प्रदान करना एवं पैक्स में माइक्रो एटीएम के माध्यम से भुगतान सुविधा, नवीन पैक्स सोसाइटी, डेयरी एवं मत्स्य सहकारी समितियों का पंजीयन एवं सशक्तिकरण के सम्बन्ध में जानकारी दी गई है।
वार्षिक कैलेंडर के विमोचन के साथ राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ को सहकारिता आधारित आर्थिक विकास की दिशा में आगे ले जाने का एक और मजबूत कदम उठाया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर सहकारिता विभाग को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि यह पहल राज्य के सहकारी तंत्र को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी एवं लाभदायक बनाएगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सहकारिता सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना, आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएँ श्री कुलदीप शर्मा, अपर आयुक्त सहकारिता एवं प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री एल. कांडे सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इसके अलावा, सहायक पंजीयक श्री मनीष खोबरागड़े, अपेक्स बैंक के प्रबंधक श्री अभिषेक तिवारी, लेखा अधिकारी श्री प्रभाकर कांत यादव सहित विभाग के कई गणमान्य अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। -
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2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम: वित्त मंत्री
रायपुर : वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी आगामी 3 मार्च 2025 को दोपहर 12:30 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगे। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि इस वर्ष का बजट पिछले बजट की निरंतरता में एक और बड़ा कदम होगा। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘2047 तक विकसित भारत’ के संकल्प की तर्ज पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का भी लक्ष्य ‘2047 तक विकसित छत्तीसगढ़’ का निर्माण करना है। इस दिशा में यह बजट नीतिगत सुधारों, आर्थिक सशक्तिकरण और राज्य के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।
वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने बीते वर्षों में आर्थिक, औद्योगिक, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। इस विकास यात्रा को और अधिक गति देने के लिए इस वर्ष का बजट पिछले वर्ष की तुलना में अधिक व्यापक और प्रभावी होगा। उन्होंने आगे कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था लगातार तेज़ी से आगे बढ़ रही है, जिससे विकास के नए अवसर सृजित हो रहे हैं।राज्य सरकार की नीतियों का लाभ विशेष रूप से किसानों, महिलाओं, श्रमिकों, आवासहीन परिवारों और गरीब वर्ग को मिला है, जिससे जनता का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जनता का यह आशीर्वाद ही सरकार की प्रेरणा है और यह बजट प्रदेश के विकास, आर्थिक सुधारों और जनहितकारी योजनाओं के दृष्टिकोण से ऐतिहासिक साबित होगा। -
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मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के दो दिवसीय आठवें प्रांतीय सम्मेलन का किया शुभारंभ
छत्तीसगढ़ी रचनाकारों की किताबें स्कूलों की लाइब्रेरी में भेजी जाएंगी
रायपुर : छत्तीसगढ़ी गुरतुर भाषा है। छत्तीसगढ़ी भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं है, यह हमारे अंतस को सींचने और हमारी आत्मा को एक दूसरे से जोड़ने वाली भाषा है। हमें अपनी छत्तीसगढ़ी भाषा पर गर्व है। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के दो दिवसीय आठवें प्रान्तीय सम्मेलन 2025 के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ी भाषा का मान-सम्मान बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सन 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण कर हमारे पुरखों के सपनों को साकार किया। अलग राज्य बनने के बाद अपनी महतारी की भाषा छत्तीसगढ़ी को सम्मान दिलाने की जिम्मेदारी हम सब की है। यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ी में बढ़िया किताबें लिखी जा रही है।इनमें से आज भागमानी, छत्तीसगढ़ के छत्तीस भाजी, छतनार, चल उड़ रे पुचुक चिरई, एक कहानी हाना के, गंगा बारू अउ माटी के दीया सहित छत्तीसगढ़ी भाषा की 11 पुस्तकों का विमोचन किया गया। आयोग के आठवें प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष और वरिष्ठ साहित्यकार श्री रामेश्वर वैष्णव, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रमेन्द्र नाथ मिश्र, डॉ. विनय कुमार पाठक, संचालक संस्कृति एवं राजभाषा श्री विवेक आचार्य, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सचिव डॉ. अभिलाषा बेहार सहित अनेक गणमान्य साहित्यकार उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा अब तक डेढ़ हजार पुस्तकों का प्रकाशन
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि हमारी भाषा, बोली का मान बढ़े, लोगों का अपनी भाषा से जुड़ाव रहे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा का समृद्ध इतिहास है, हमारी यह भाषा शिलालेख में भी दर्ज है। अनेक कवि और लेखक अपनी लेखनी से छत्तीसगढ़ी को समृद्ध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा अपने गठन के बाद अब तक डेढ़ हजार पुस्तकों का प्रकाशन किया जा चुका है। उन्होंने कहा प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है, इस नीति में बच्चों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा दी जाती है। छत्तीसगढ़ में भी बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा दी जा रही है। बच्चे अपनी मातृभाषा में कठिन से कठिन विषय भी आसानी से समझ लेते हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन छत्तीसगढ़ी भाषा को लोकप्रिय बनाने में सफल होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने साहित्यकारों के आग्रह पर छत्तीसगढ़ी रचनाकारों की किताबें स्कूलों की लाइब्रेरी में भेजने की घोषणा की, ताकि स्कूली बच्चे इनका अध्ययन कर सकें।
वरिष्ठ साहित्यकारों का सम्मान
मुख्यमंत्री श्री साय ने सम्मेलन में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. देवधर दास महंत, जिला जांजगीर, श्री काशीपुरी कुन्दन, जिला गरियाबंद, श्री सीताराम साहू ’’श्याम’’, जिला बालोद, श्री राघवेन्द्र दुबे, जिला बिलासपुर, श्री कुबेर सिंह साहू, जिला राजनांदगांव और डॉ. दादूलाल जोशी, जिला राजनांदगांव को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।11 किताबों का विमोचन -
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में 11 साहित्यकारों की पुस्तक का विमोचन किया। इनमें श्री देवचरन धुरी की पुस्तक ‘‘देवचरन के कहमुकरी’’, डॉ. दीनदयाल साहू की पुस्तक ‘‘भागमानी’’ ( छत्तीसगढ़ी उपन्यास), श्री मुकेश कुमार के उपन्यास ‘‘मंजरी पाती’’ (छत्तीसगढ़ी उपन्यास), श्री कन्हैया साहू ’ अमित की पुस्तक ‘‘छत्तीसगढ़ के छत्तीस भाजी’’, श्री राजकुमार चौधरी के काव्य संग्रह ‘‘छतनार (काव्य संग्रह)’’, श्री टीकेश्वर सिन्हा की ’गब्दीवाला’ की पुस्तक ‘‘चल उड़ रे पुचुक चिरई’’, श्री हरिशंकर प्रसाद देवांगन की पुस्तक ‘‘एक कहानी हाना के’’, श्री मिनेश कुमार साहू की पुस्तक ‘‘गंगा बारू’’ डॉ. लूनेश कुमार वर्मा के काव्य संग्रह ‘‘माटी के दिया’’, श्री रामनाथ साहू - गीतांजली (गुरूदेव रविन्द्रनाथ टेगोर के गीताजंली काव्य के छत्तीसगढ़ी अनुवाद) और श्री दुर्गा प्रसाद पारकर की पुस्तक प्रतिज्ञा (मुंशी प्रेमचंद कृत प्रतिज्ञा के छत्तीसगढ़ी अनुवाद) शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के आठवें प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष श्री रामेश्वर वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ी समृद्ध भाषा है। अलग-अलग क्षेत्रों में बोली जाने वाली छत्तीसगढ़ी का मानकीकरण करने और एकरूपता लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। संचालक संस्कृति एवं राजभाषा श्री विवेक आचार्य ने राजभाषा आयोग के कार्यों पर प्रकाश डाला। आयोग की सचिव डॉ. अभिलाषा बेहार ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आए गणमान्य साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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छत्तीसगढ़ में लिखी जा रही है सुशासन और विकास की नई इबारतस्थानीय चुनाव में जनता ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दियाराज्यपाल को अभिभाषण के लिए धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री ने विधानसभा में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का उल्लेख किया और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार और नाकामियों पर जमकर प्रहार किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अब केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों में भाजपा की सरकार है, जिसे उन्होंने ट्रिपल इंजन सरकार बताया। उन्होंने विश्वास जताया कि यह ट्रिपल इंजन की सरकार पूरी ऊर्जा और गति के साथ छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करेगी और प्रदेश को विकास के नए शिखर पर ले जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपने अभिभाषण में छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और नीतियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने विधानसभा, लोकसभा और अभी हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों पर अपनी मुहर लगाई है। स्थानीय चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत ने साबित कर दिया कि प्रदेश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और सुशासन के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, हमने कहा था कि स्थानीय चुनावों में जीत हमारी होगी और जनादेश ने इसे सच कर दिखाया। कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया था, जिससे लाखों गरीब अपने घर का सपना संजोए बैठे थे। लेकिन नई सरकार ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद 18 लाख आवास स्वीकृत कर दिए। अगले वित्तीय वर्ष में तीन लाख और आवासों की मंजूरी दी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना 2.0 का जिक्र करते हुए बताया कि एक लाख 32 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए राज्यांश का अनुमोदन भी सरकार ने कर दिया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य सिविल सेवा भर्ती घोटाले पर कहा कि कांग्रेस शासन में पीएससी भर्ती प्रक्रिया में भारी भ्रष्टाचार हुआ। इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है और कई आरोपी जेल में हैं, जबकि कई कतार में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने हाल ही में आयोजित परीक्षाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया है, जिससे युवाओं का सरकारी भर्ती प्रक्रिया पर विश्वास बहाल हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ लंबे समय से नक्सलवाद की समस्या से जूझ रहा है, उनकी सरकार ने इसे खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य जल्द ही नक्सल समस्या से मुक्त राज्य होगा। नक्सलवाद के उन्मूलन को लेकर हमारी नीति एकदम स्पष्ट है। हमने बोली का जवाब बोली और गोली का जवाब गोली से देने का निश्चय किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों हमने सबसे अच्छी पुनर्वास नीति बनाई है। आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद के साथ-साथ रोजगार प्रशिक्षण और पुनर्वास के लिए 15 हजार प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किये हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने नक्सली हिंसा से प्रभावित अति संवेदनशील गांवों को संवारने नियद नेल्ला नार योजना आरंभ की। तेंदूपत्ता संग्राहकों को अब चार हजार रुपए की जगह साढ़े पांच हजार रुपए संग्रहण राशि मिल रही है। प्रधानमंत्री जनमन योजना तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से हजारों परिवारों को लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जल जीवन मिशन को पिछली सरकार ने पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया था। ऐसी जगहों में टंकी बना दी, पाइप लाइन बिछा दी जहां पानी का स्रोत ही नहीं था। जलजीवन मिशन में जमकर बंदरबांट हुई और कांग्रेस के कार्यकाल में काम नहीं हो सका। कांग्रेस के पांच सालों के कुशासन ने प्रदेश की छवि को खराब किया। कांग्रेस सरकार के संरक्षण में महादेव एप खुलकर फला-फूला। प्रोटेक्शन मनी जितनी तेजी से बंटती गई, सट्टे का कारोबार उतनी ही तेजी से फैलता गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने आबकारी नीति में ऐसे बदलाव किये जिससे सरकारी राजस्व को ही चूना लगा दिया गया। यह नंबर दो का पैसा किस किस रास्ते पर कहां कहां पहुंच गया, इसकी जांच अभी एजेंसियां कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एक ऐसा वायरस है जो सबसे तेजी से फैलता है। छत्तीसगढ़ में एक सिंडिकेट बना, जिसने अपने भ्रष्टाचार के भरपूर अनुभव का लाभ स्वयं तो लिया ही, दूसरी राज्य सरकारों को भी अपनी सेवा दी। झारखंड और दिल्ली की शराब नीति में बदलाव भी अमूमन ऐसे ही थे। साफ था कि एक ही सिंडीकेट हर जगह काम कर रहा था।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सिंडिकेट ने आनन-फानन में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की पारदर्शी आनलाइन पालिसी को बदल दिया और मैनुअल ट्रांजिट पास आरंभ कर दिया। ‘इसके बाद जो खेल हुआ, वो तो सब ने देखा है।’ संसाधनों की ऐसी लूटखसोट छत्तीसगढ़ ने पहले कभी नहीं देखी थी। हमने भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस के साथ काम किया है। खनिजों का आनलाइन ट्रांजिट पास पुनः आरंभ किया। हमने आबकारी की पुरानी नीति को समाप्त किया और नई नीति के चलते फर्जीवाड़े पर रोकथाम लगी और आबकारी राजस्व दोगुना हो गया।
मुख्यमंत्री ने श्री साय ने कहा कि कांग्रेसियों ने धान खरीदी को लेकर कितना दुष्प्रचार किया। वे यह भी झूठ फैला रहे थे कि किसान भाइयों को पैसा नहीं मिल रहा। इस झूठ की हवा निकल गई। धान खरीदी समाप्त होने के एक सप्ताह बाद ही किसान भाइयों के खाते में अंतर की राशि आ गई। मैं पूछना चाहता हूँ कि धान खरीदी नहीं हो रही थी तो वे 25 लाख 49 हजार किसान कौन हैं जिन्होंने अपना धान बेचा। धान खरीदी नहीं हो रही थी तो 149 लाख 25 हजार मीट्रिक टन धान किसने बेचा। पिछली सरकार में गौठानों के निकट बड़े-बड़े होर्डिंग लगे होते थे और गोबर और गौमूत्र की खरीदी के दावे होते थे। जब भाजपा का दल गौठानों में फैक्ट चेक के लिए जाता था तो ‘निल बटे सन्नाटा नजर’ आता था। गाय नहीं नजर आती थीं। हमारी सरकार ने गौवंश को बढ़ावा देने के लिए एनडीडीबी से एक एमओयू किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महतारी वंदन योजना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता की योजना है। आज 69 लाख 54 हजार माताओं-बहनों को इस योजना का लाभ दे रहे हैं। हमारा यह छोटा सा प्रयास उनके जीवन में बड़ा बदलाव लेकर आया है। हमारी सरकार जरूरतमंद 68 लाख परिवारों को पांच साल तक मुफ्त राशन प्रदान करेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री जी ने शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल सुधार किये हैं। हमारे बच्चे अब विस्तार से देश की सांस्कृतिक विरासत के संबंध में जानेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 77 लाख 20 हजार परिवारों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना का लाभ मिल रहा है। हमारी सरकार ने नई औद्योगिक नीति बनाई है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ में निवेश अब बेहद आकर्षक हो गया है। नई औद्योगिक नीति के माध्यम से हमारा फोकस विशेष रूप से युवाओं के रोजगार सृजन पर है।हमें उम्मीद है कि अगले पांच सालों में ढाई लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा और इससे पांच लाख लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं बनेंगी। रायपुर के साथ ही दिल्ली और मुंबई में हमने इंवेस्टर्स कनेक्ट किये हैं। इससे अब तक एक लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव हमें मिले हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म की भरपूर संभावनाओं वाला राज्य है। हमनें टूरिज्म को उद्योग का दर्जा दिया है। चौबीस घंटे, सातों दिन दुकानों के खुले रहने के निर्णय लिया है, इससे रोजगार, व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। अटल नगर नवा रायपुर को आईटी हब के रूप में विकसित कर रहे हैं। हम सरप्लस पावर स्टेट हैं। हमारा राज्य पहला ऐसा राज्य है जहां लीथियम ब्लाक का ई-आक्शन से आवंटन हुआ। लीथियम इलेक्ट्रिकल वाहनों की बैटरी के लिए सबसे जरूरी मिनरल है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछली सरकार ने अपने कार्यकाल में प्रदेश में बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए कोई योजना नहीं बनाई। हमारी सरकार ने आगामी 10 वर्षों के लिए अतिरिक्त विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल करने की योजना बनाई है तथा इस पर गंभीरता से अमल हो रहा है। हमने सुशासन एवं अभिसरण विभाग की स्थापना की। डिजिटल गवर्नेंस को अपनाया। इसके लिए 266 करोड़ रुपए का बजट रखा। केंद्र सरकार की योजनाओं के लिए राशि जारी करने, वितरित करने एवं बेहतर नगद प्रबंधन के लिए हमने ‘जस्ट इन टाइम’ मॉडल अपनाया है। हमने राज्य में जो रिफार्म्स किये हैं उसके चलते भारत सरकार से हमें 6 हजार 301 करोड़ रुपए की राशि इंसेटिव के रूप में प्राप्त हुई।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वर्ष 2024-25 में पूंजीगत व्यय के लिए 23 हजार 6 सौ करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया। यह पिछले वर्ष की 16 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 48 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दिखाता है। हमारी सरकार ने जो नवाचार किये हैं। उनकी देश भर में प्रशंसा हो रही है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है कि प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचने वाले हमारे श्रद्धालुओं की सेवा के लिए हमने छत्तीसगढ़ पवैलियन में विशेष व्यवस्था की। साढ़े चार एकड़ में फैले इस पवैलियन में लोगों के रूकने, खाने-पीने की सुविधा थी, सबने इसे विशेष रूप से सराहा। हमने राजिम कुंभ कल्प का वैभव पुनः लौटाया। हमारी सरकार ने अयोध्या धाम श्री रामलला दर्शन योजना आरंभ की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है और हमारी यह विधानसभा भी अपना रजत जयंती वर्ष मना रही है। उन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए कड़ी मेहनत करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता प्रदेश में सुशासन, पारदर्शिता और जनहितैषी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा और जनता को एक बेहतर, सुरक्षित और समृद्ध जीवन मिलेगा। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले सभी छात्र-छात्राओं को अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा केवल ज्ञान और परिश्रम की परख ही नहीं, बल्कि संयम और आत्मविश्वास की भी परीक्षा होती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे तनावमुक्त और सकारात्मक मानसिकता के साथ परीक्षा दें, क्योंकि आत्मविश्वास और सतत अभ्यास ही सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ दिनचर्या, संतुलित आहार और पर्याप्त विश्राम परीक्षा की तैयारी में उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितने कि पढ़ाई के घंटे।
मुख्यमंत्री ने माता-पिता और शिक्षकों से भी अपील की कि वे बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालने के बजाय उन्हें प्रेरित करें और उनका मनोबल बढ़ाएँ। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह विश्वास दिलाना आवश्यक है कि परीक्षा केवल एक पड़ाव है, न कि मंज़िल। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और धैर्यपूर्वक निरंतर प्रयास से जीवन में बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। आप सभी बिना भय के पूरी लगन, पूर्ण आत्मविश्वास और मनोयोग से परीक्षा दें। निश्चित रूप से आप लोगों को सफलता हासिल होगी। -
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रायपुर को स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं समृद्ध शहर बनाने की दिशा में दृढ़ संकल्प के साथ करें कार्य - मुख्यमंत्री
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में नगर पालिक निगम, रायपुर के नव निर्वाचित महापौर एवं पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह आज बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम रायपुर में संपन्न हुआ। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने महापौर एवं सभी पार्षदों को वार्डवार शपथ दिलाई।
महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में शपथ ग्रहण किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदगण अटल विश्वास पत्र में किए गए प्रत्येक वादे को पूरा कर रायपुर को स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं समृद्ध शहर बनाने की दिशा में दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करेंगे।
शपथ ग्रहण उपरांत महापौर मीनल चौबे ने मुख्यमंत्री श्री साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्रीद्वय श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा , मंत्रीगण, पूर्व महापौर एवं विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
समारोह में वन मंत्री श्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री राजेश मूणत, श्री किरण देव, श्री सुनील सोनी, श्री मोतीलाल साहू, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा ने सभी अतिथियों, जनप्रतिनिधियों एवं शहरवासियों का आभार व्यक्त किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में आयोजित राजिम कुंभ कल्प अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध होता जा रहा है। इस वर्ष आयोजित राजिम कुंभ कल्प में श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ी, जिसमें देशभर के तीर्थयात्रियों के साथ विदेशी पर्यटकों ने भी हिस्सा लिया। नीदरलैंड से पहली बार आए सिनिस ने कहा, "यहाँ की संस्कृति और लोगों की आत्मीयता ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है। यह एक अद्भुत अनुभव है!" वहीं, इटली से आए जुबेतो और पैट्रिसिया ने कहा कि वे भारत की आध्यात्मिक, धार्मिक और अलौकिक संस्कृति को करीब से देखने और समझने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा, "राजिम कुंभ कल्प भारतीय आस्था और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम है, जो हमें मंत्रमुग्ध कर रहा है।"
राजिम कुंभ की भव्यता से अभिभूत विदेशी पर्यटक
नीदरलैंड, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और इटली से आए पर्यटकों ने 54 एकड़ में फैले विशाल राजिम कुंभ कल्प की भव्यता को देखकर खुशी व्यक्त की। राजीव लोचन मंदिर और त्रिवेणी संगम पर स्थित कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर में उत्कीर्ण प्राचीन कलाकृतियों ने उन्हें विशेष रूप से आकर्षित किया। विदेशी पर्यटक महाशिवरात्रि पर निकाली गई नागा साधुओं की शोभायात्रा में भी शामिल हुए और मेला क्षेत्र का पैदल भ्रमण किया। विदेशी पर्यटकों ने राजिम कुंभ कल्प की साज-सज्जा और संत समागम क्षेत्र की भव्यता देखकर कहा – "इट्स वंडरफुल!"
विदेशी सैलानियों ने नागा साधुओं द्वारा निकाली गई शोभायात्रा और अखाड़ों के शौर्य प्रदर्शन को आश्चर्य और रोमांच से देखा। संत समागम क्षेत्र में उन्होंने विभिन्न संतों से आशीर्वाद लिया और नागा साधुओं के तपस्वी जीवन के बारे में जाना। पर्यटकों ने पूरे आयोजन की भव्यता को अपने कैमरों में कैद किया और मेला घूमने आए लोगों के साथ सेल्फी भी ली।
राजिम कुंभ कल्प – आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का अंतरराष्ट्रीय मंच
राजिम कुंभ कल्प की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक चेतना का वैश्विक केंद्र बनता जा रहा है। विदेशी मेहमानों की उपस्थिति से इस आयोजन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिल रही है, जिससे भविष्य में और अधिक पर्यटक और श्रद्धालु आकर्षित होंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से राजिम कुंभ कल्प को एक भव्य, दिव्य और यादगार आयोजन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि सम्पूर्ण भारत की संस्कृति और आस्था की गौरवशाली पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित कर रहा है।