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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री साय ने मनरेगा कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध रूप से पूरा करने के दिए निर्देशमनरेगा को अन्य योजनाओं से जोड़कर ग्रामीण विकास की गति तेज करने पर दिया गया जोररायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद की बैठक विधानसभा परिसर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में मनरेगा कार्यों को सर्वोच्च गुणवत्ता और निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाए, ताकि अधिकतम ग्रामीण परिवारों को इस योजना का लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने विशेष रूप से गांवों में धरसा पहुंच मार्ग निर्माण और अमृत सरोवर परियोजनाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए, जिससे ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूती मिले और जल संरक्षण को बढ़ावा मिले।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य केवल रोजगार देना नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों को आत्मनिर्भर बनाना है। मनरेगा के तहत चल रही योजनाओं को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से लागू किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए, ताकि यह योजना गरीबों के सशक्तिकरण में एक मजबूत आधार बने। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मनरेगा को अन्य योजनाओं से जोड़कर ग्रामीण विकास की गति तेज करने पर जोर दिया जा रहा है।
राज्य में मनरेगा के प्रभावशाली क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा
बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 की प्रगति, लेबर बजट 2025-26, योजना के प्रमुख इंडिकेटर्स और अभिसरण (कॉन्वर्जेंस) मॉडल पर गहन समीक्षा की गई। वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई।
मनरेगा आयुक्त श्री रजत बंसल ने जानकारी दी कि प्रदेश में कुल 38.52 लाख पंजीकृत परिवारों में से 24.89 लाख परिवारों को रोजगार प्रदान किया गया है।अमृत सरोवर योजना के तहत 2,902 जलाशयों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 1,095 स्वीकृत हो चुके हैं, 299 पूर्ण हो चुके हैं, और 472 पर कार्य प्रगति पर है।
बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारिक, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजू एस, श्री पी. दयानंद, श्री राहुल भगत, मनरेगा आयुक्त श्री रजत बंसल एवं छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद के सदस्यगण उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पुण्यतिथि (28 फरवरी) पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र बाबू भारतीय राजनीति, प्रशासन और सार्वजनिक जीवन में सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति की प्रतिमूर्ति थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की विनम्रता, सादगी और कर्तव्यपरायणता हम सभी को राष्ट्रसेवा और जनकल्याण के पथ पर आगे बढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करती है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान केवल तकनीकी प्रगति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज में तर्कसंगत और परिष्कृत सोच विकसित करने का आधार भी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने नोबेल पुरस्कार विजेता महान भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन का स्मरण करते हुए कहा कि उनकी खोज 'रमन प्रभाव' ने विज्ञान की दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। उन्हीं के सम्मान में हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य देशभर में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और विज्ञान की भूमिका को समाज में मजबूत करना है।
विज्ञान से प्रगति, विज्ञान से सशक्त समाज
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। श्री साय ने इस अवसर पर समाज में विज्ञान के प्रति जागरूकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अंधविश्वास और रूढ़ियों की जड़ें समाज में तब तक बनी रहेंगी, जब तक हम तार्किक और वैज्ञानिक सोच को जन-जन तक नहीं पहुँचाते। इसके लिए शिक्षा, जागरूकता और सामूहिक प्रयास जरूरी हैं, ताकि एक नवाचार-समर्थ और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त समाज का निर्माण हो सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे विज्ञान और नवाचार को अपनाकर समाज को और अधिक सशक्त बनाएं। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ऐतिहासिक वीर गाथा पर आधारित हिंदी फिल्म ‘छावा’ को राज्य में टैक्स फ्री घोषित करने की घोषणा की है। उन्होंने आज राजिम कुंभ के आयोजन उपरांत मीडिया से चर्चा के दौरान यह घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छावा फिल्म को टैक्स फ्री करने का निर्णय छत्तीसगढ़ की जनता को देश के गौरवशाली इतिहास से जोड़ने और युवा पीढ़ी में राष्ट्रप्रेम एवं शौर्य की भावना जागृत करने के उद्देश्य से लिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ‘छावा’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि ऐतिहासिक परंपराओं, वीरता और स्वाभिमान की गाथा है, जिसे हर नागरिक को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह फिल्म युवा वर्ग को प्रेरित करेगी और छत्रपति संभाजी महाराज के शौर्य, बलिदान और नेतृत्व को व्यापक रूप से प्रस्तुत करेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय के इस फैसले से राज्य के सिनेमाघरों में फिल्म देखने के इच्छुक दर्शकों को मूल्य में राहत मिलेगी, जिससे अधिक से अधिक लोग इसे देख सकेंगे और भारतीय इतिहास की समृद्ध विरासत से प्रेरणा ले सकेंगे।उल्लेखनीय है कि फिल्म छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने मुगलों और अन्य आक्रांताओं के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपने अदम्य साहस, रणनीतिक कौशल और बलिदान की अमर गाथा लिखी। फिल्म उनके अदम्य साहस और बलिदान को जीवंत करती है और राष्ट्रभक्ति की भावना को सुदृढ़ करती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ऐसी फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो समाज को प्रेरणा देती हैं और सांस्कृतिक चेतना को जाग्रत करती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रभक्ति से जुड़ी फिल्मों को प्रोत्साहित करती रहेगी, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी अपने गौरवशाली अतीत से जुड़ी रहे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ की जनता, विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे इस फिल्म को देखें और भारतीय इतिहास के उन स्वर्णिम पन्नों को समझें, जो आज भी हमारे जीवन को दिशा देने का कार्य कर रहे हैं। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भगवान श्री राजीव लोचन मंदिर में आज पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने त्रिवेणी संगम में स्थित भगवान श्री कुलेश्वरनाथ महादेव का जलाभिषेक कर छत्तीसगढ़ की उन्नति और प्रगति की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजिम कुंभ कल्प केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक चेतना का अद्भुत संगम है।महानदी मैया की महाआरती में हुए शामिलराजिम कुंभ कल्प के अंतर्गत आयोजित महानदी मैया की भव्य महाआरती में मुख्यमंत्री श्री साय मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के मध्य विधि-विधान से शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने महानदी मैया से प्रदेश की खुशहाली की कामना की।इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, वन एवं जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप, राजिम विधायक श्री रोहित साहू, बसना विधायक श्री संपत अग्रवाल तथा अन्य गणमान्य नागरिक, संत महात्मा और बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर आज प्रदेश के विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को गंगा जल स्नान का अवसर मिला। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश पर यह विशेष आयोजन प्रदेश के 5 सेंट्रल जेल, 20 जिला जेल और 8 सब-जेल में किया गया, जहां कैदियों को गंगा जल से स्नान कर आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि का अवसर प्रदान किया गया।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि संस्कार और संस्कृति किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं और जेलों में बंद कैदी भी इससे अछूते नहीं हैं। यह आयोजन कैदियों के मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान के उद्देश्य से किया गया, जिससे उनमें आत्मशुद्धि और सकारात्मक सोच विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि 144 वर्षों बाद आयोजित हो रहे महाकुंभ का पुण्य लाभ समाज के हर वर्ग को मिलना चाहिए, इसलिए सरकार ने जेलों में यह विशेष पहल की।
संपूर्ण प्रदेश में हुआ आयोजन, कैदियों में दिखा उत्साह
प्रदेशभर की जेलों में इस कार्यक्रम के दौरान कैदियों ने गंगा जल से स्नान किया और सामूहिक प्रार्थना में भाग लिया। जेल प्रशासन द्वारा कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जिसमें शुद्ध गंगा जल की आपूर्ति, स्नान की उचित व्यवस्था और सामूहिक प्रार्थना शामिल थे। जेल अधीक्षकों ने बताया कि कैदियों ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और इसे एक सकारात्मक अनुभव बताया।
कैदियों के पुनर्वास और सुधार की दिशा में सरकार की नई पहल
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार कैदियों के सुधार और उनके सामाजिक पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिससे कैदियों को नैतिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शन मिल सके। प्रदेश सरकार का यह निर्णय कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आयोजन में हुए शामिल
मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ की एक-एक जनता के हित के लिए कार्य कर रहे हैं - बाबा बागेश्वर
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज बागेश्वर धाम में चल रहे शिवरात्रि महोत्सव और 251 निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। बागेश्वर धाम में धार्मिक भक्ति, सामाजिक समर्पण और राष्ट्रीय एकता का अनूठा संगम देखने को मिला।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ संत परंपरा और धर्मनिष्ठा की भूमि है। भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकांश समय यहीं बिताया था। हमें गर्व है कि बागेश्वर धाम में इस दिव्य आयोजन में शामिल होने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि संस्कार और संस्कृति किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं।
नक्सलवाद मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठा रही है। डबल इंजन सरकार के सहयोग से यह संकल्प लिया गया है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह उन्मूलन किया जाएगा। प्रदेश के सुरक्षा बल मजबूती से इस अभियान में लगे हुए हैं, और गृह मंत्री श्री विजय शर्मा के नेतृत्व में यह मिशन सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।
धर्मांतरण पर रोक और घर वापसी अभियान
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के धार्मिक और सांस्कृतिक संतुलन को बनाए रखने के लिए सरकार धर्मांतरण रोकथाम और घर वापसी अभियान को भी प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि धर्मांतरण के विरुद्ध हमारी सरकार कठोर नीति अपनाएगी और समाज को उसकी मूल पहचान से जोड़ेगी।
समाज सेवा का नया अध्याय: 251 निर्धन कन्याओं का विवाह
बागेश्वर धाम द्वारा आयोजित 251 निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। इस आयोजन में वैदिक रीति-रिवाज से कन्याओं का विवाह संपन्न होगा, सभी नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी का संपूर्ण सामान प्रदान किया जाएगा।
आध्यात्मिक ऊर्जा और सामाजिक समरसता का संगम
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बागेश्वर धाम का यह आयोजन सनातन धर्म की महिमा को पुनर्स्थापित करने, समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने और गरीब कन्याओं के भविष्य को संवारने का ऐतिहासिक अवसर है।छत्तीसगढ़ सरकार इस आयोजन में भागीदारी कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है और भविष्य में भी ऐसे सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में योगदान देने के लिए संकल्पित है।
सरल स्वभाव के धनी हैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय - पूज्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज
कार्यक्रम में बाबा बागेश्वर ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सराहना करते हुए कहा कि इस पावन कार्य को संपूर्णता देने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री स्वयं उपस्थित हैं। वे बहुत ही सरल स्वभाव के हैं और छत्तीसगढ़ की एक-एक जनता के हित के लिए कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार आज एक बड़ा अनूठा कार्य कर रही है, जो गौरव का विषय है।राज्य को अगले दो वर्षों के भीतर नक्सल प्रभावित क्षेत्र से पूरी तरह मुक्त करने का संकल्प लिया गया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं, ताकि छत्तीसगढ़ समृद्ध और शांतिपूर्ण प्रदेश बन सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, और जब हम छत्तीसगढ़ जाते हैं, तो एक बात हमेशा कहते है - छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।यह प्रदेश धर्म और संस्कृति की भूमि है, और हम प्रार्थना करते हैं कि यह भूमि हमेशा खुशहाल और धन-धान्य से परिपूर्ण बनी रहे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि और श्रद्धालुजन उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज प्रजापिता ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ब्रह्म भोज एवं स्नेह मिलन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सत्संग और ध्यान के माध्यम से मन में शुभ संकल्पों की जागृति होती है, और जब हम इन्हें अपने जीवन में अपनाते हैं, तो समाज और राष्ट्र के उत्थान में योगदान देते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा आध्यात्मिक जागरूकता और समाज सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्थान केवल आध्यात्मिकता का प्रसार ही नहीं कर रहा, बल्कि यह एक सशक्त राष्ट्र निर्माण की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ब्रह्मकुमारी बहनों द्वारा प्रत्येक वर्ष विधानसभा सदस्यों के लिए आयोजित पवित्र ब्रह्म भोज की अनूठी परंपरा के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। ब्रह्मकुमारी संस्थान की वरिष्ठ बहनों हेमलता दीदी और सरिता दीदी ने मुख्यमंत्री श्री साय सहित सभी अतिथियों का शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
नशा मुक्ति अभियान को मिली राष्ट्रीय स्तर की सराहना
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा छत्तीसगढ़ से प्रारंभ किए जा रहे विशेष नशा मुक्ति अभियान की सराहना की और कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज और राष्ट्र का सबसे बड़ा संकट बन चुका है। युवाओं का इससे सबसे अधिक प्रभावित होना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। नशे की लत केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं, बल्कि यह सड़क दुर्घटनाओं, हिंसा और परिवारों के विघटन का प्रमुख कारण भी बनता जा रहा है। उन्होंने इस अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योग और ध्यान से न केवल व्यक्ति के जीवन में संतुलन आता है, बल्कि इससे सकारात्मक मानसिकता भी विकसित होती है। यह अभियान छत्तीसगढ़ से लेकर संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने ब्रह्मकुमारी संस्थान की सामाजिक एवं आध्यात्मिक सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि शांति सरोवर आने से मन को गहरी शांति और सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति होती है। यह एक अद्भुत संयोग और शुभ संकेत है कि हम सभी एक साथ यहाँ उपस्थित होकर ब्रह्म भोज का पुण्य लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्थान केवल ध्यान और योग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज सुधार, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और नैतिक मूल्यों के संवर्धन में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।ब्रह्मकुमारी संस्थान अपने शिक्षा, योग, ध्यान और समाज सेवा से जुड़े अभियानों के माध्यम से न केवल भारत, बल्कि विश्वभर में सकारात्मक परिवर्तन का संचार कर रहा है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, कैबिनेट मंत्रीगण, विधायकगण, प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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कहा-विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिकाछत्तीसगढ़ के 25.95 लाख किसानों को मिली पीएम किसान सम्मान निधि की राशिप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जारी की पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्तरायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के भागलपुर से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त जारी की। इसके तहत देश भर के 9.8 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 22,000 करोड़ रुपये अंतरित किए गए। इनमें छत्तीसगढ़ के 25 लाख 95 हजार 832 किसान शामिल हैं। इन किसानों खाते में 599 करोड़ 38 लाख रुपए की सम्मान निधि भेजी गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी पीएम किसान सम्मान निधि कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले किसानों को बधाई दी और उन्हें सम्मानित भी किया।
मुख्यमत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि अन्नदाताओं का सम्मान माँ अन्नपूर्णा के सम्मान की तरह है। चौदह महीनों के अंतराल में हमने किसान भाइयों के खाते में करीब एक लाख करोड़ रुपए भेजा है। अन्नदाताओं को अच्छा मूल्य मिलने से उनके जीवन खुशहाली आयी है। किसान आधुनिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों की समृद्धि से ही मजबूत ग्रामीण विकास का आधार तैयार हुआ है और शहरी अर्थव्यवस्था भी इससे बेहतर हुई है। अन्नदाताओं के श्रम से मिली शक्ति और उत्साह से ही हम छत्तीसगढ़ को संवार रहे हैं। विकसित छत्तीसगढ़-विकसित भारत बनाने में किसानों की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अब तक 9712 करोड़ 58 लाख रुपए की सम्मान निधि प्रदेश के किसानों को दी जा चुकी है। वर्ष 2023-24 की तुलना में 2 लाख 75 हजार से अधिक किसान भाइयों को इस योजना का लाभ मिला है। इस योजना का लाभ हमारे 2 लाख 34 हजार वन पट्टा धारी किसानों और 32 हजार 500 विशेष पिछड़ी जनजाति के किसानों को भी मिल रहा है। विशेष पिछड़ी जनजाति के किसान भाइयों को योजना का लाभ मिल सके, इसके लिए कृषि भूमि की अनिवार्यता को शिथिल किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि किसानों को मोदी जी ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की गारंटी दी थी। हमारी सरकार ने यह वायदा निभाया है। साथ ही किसानों को दो साल का बकाया बोनस देने की गारंटी भी दी गई थी। शपथ ग्रहण के एक पखवाड़े के भीतर ही हमने 13 लाख किसानों के खाते में बोनस की 3716 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी थी। पिछली बार हमने 145 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की। किसानों को दिये गये धान के मूल्य के साथ बोनस राशि शामिल कर लें तो पिछले खरीफ सीजन में किसान भाइयों के खाते में 49 हजार करोड़ रुपए भेजे गए। इस खरीफ सीजन में 149 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की रिकार्ड खरीदी हमने की। इस सीजन में विभिन्न योजनाओं से मिलने वाली राशि मिला लें तो लगभग 52 हजार करोड़ रुपए की राशि किसानों के खाते में हमने भेजी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। इसके लिए उनका जोर उद्यानिकी फसलों, फसल विविधीकरण तथा पशुपालन पर भी है। हम उद्यानिकी तथा फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने विशेष कार्य कर रहे हैं। साथ ही पशुपालन को प्रोत्साहन देते हुए दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एनडीडीबी के साथ हमने एमओयू भी किया है। इससे दुग्ध क्रांति की दिशा में प्रदेश अग्रसर हो गया है। हमारी सरकार लगातार किसानों की आकांक्षाओं को पूरा कर रही है। दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना के तहत प्रदेश के 5 लाख 62 हजार भूमिहीन किसानों के खाते में दस-दस हजार रुपए की राशि भी हमने दी है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम को कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य वनोषधि बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री रामप्रताप सिंह, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय कुलपति श्री गिरिश चंदेल, कृषि उत्पादन आयुक्त सुश्री शहला निगार, कृषि विभाग के संचालक डॉ सारांश मित्तर सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक आज विधानसभा के समिति कक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने की।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप, वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे। -
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परिवार संग लोकतंत्र के महापर्व में निभाई भागीदारी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने जशपुर जिला अंतर्गत विकासखंड कांसाबेल के शासकीय प्राथमिक शाला, बगिया स्थित मतदान केंद्र क्रमांक-45 में मतदान किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने मतदान केंद्र में कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया और निर्वाचन अधिकारियों के निर्देशों का पालन करते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मुख्यमंत्री श्री साय के साथ उनकी माताजी श्रीमती जसमनी देवी, धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, भाई श्री विनोद साय सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने भी मतदान किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मतदान हमारा अधिकार ही नहीं, कर्तव्य भी है। प्रदेश की समृद्धि और विकास के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने की रणजीता स्टेडियम के जीर्णोद्धार की घोषणा, खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए किया बड़ा ऐलान
खेलों में खिलाड़ियों की बढ़ती रुचि और सरकार के समर्थन से छत्तीसगढ़ खेल हब बनने की ओर अग्रसर - मुख्यमंत्री श्री साय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज जशपुर में स्व. दिलीप सिंह जूदेव स्मृति अखिल भारतीय गोल्ड कप फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामिल हुए। इस प्रतियोगिता का आयोजन 8 फरवरी से 23 फरवरी 2025 तक जशपुर के रणजीता स्टेडियम में किया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने पर खिलाड़ियों को 3 करोड़, रजत पदक पर 2 करोड़ और कांस्य पदक पर 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि खेलों के प्रति खिलाड़ियों के बढ़ते उत्साह और सरकार के समर्थन से छत्तीसगढ़ खेल हब बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने रणजीता स्टेडियम के जीर्णोद्धार की घोषणा करते हुए कहा कि रणजीता स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा।
प्रतियोगिता में देशभर के 16 राज्यों से आई राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल टीमों ने भाग लिया।प्रतियोगिता के फाइनल मैच में रेलवे नागपुर और एमईजी बैंगलूरू की टीमें आमने-सामने रहीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने फाइनल मुकाबले का आनंद लिया और विजेता टीम को बधाई दी। उन्होंने आयोजन समिति को सफल आयोजन के लिए सराहा और भविष्य में ऐसे आयोजनों को और अधिक भव्य बनाने का आश्वासन दिया। अनेक वर्षों के लंबे अंतराल के बाद रणजीता स्टेडियम में राष्ट्रीय स्तर की टीमों को खेलते हुए देखना खेल प्रेमियों के लिए रोमांचक अनुभव रहा।शहरवासियों के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी बड़ी संख्या में दर्शक इस ऐतिहासिक मुकाबले का आनंद लेने पहुंचे।
इस अवसर पर जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनि भगत, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविंद भगत, नव निर्वाचित पार्षद, श्री यश प्रताप सिंह जूदेव, शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, श्रीमती शांति भगत, पार्षद फैजान सरवर, ओम प्रकाश, नरेश नंदे सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, खिलाड़ी, कोच और खेल प्रेमी उपस्थित रहे।पांच -
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रोटेशन पर साप्ताहिक अवकाश मिलेगा, 8 घंटे की कार्यावधि निर्धारित, हर महीने एक दिन का सवैतनिक आकस्मिक अवकाश भी
सभी स्वच्छता दीदियों और सफाई मित्रों का श्रम विभाग में होगा पंजीयन, योजनाओं का मिलेगा लाभ
राज्य शासन ने नगरीय निकायों को जारी किए नए दिशा-निर्देश, कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने कहा
हर महीने कराया जाएगा स्वास्थ्य परीक्षण, हर तीन महीने में ब्लड टेस्ट, थॉयरॉइड टेस्ट, एलडीएच टेस्ट, टोटल कोलेस्ट्रॉल टेस्ट सहित कई तरह की जांच
वर्दी, एपरेन, दस्ताने, मोजे, मास्क, जूते, टोपी और रेनकोट भी दिए जाएंगे
रायपुर : नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने मिशन क्लीन सिटी के अंतर्गत नगरीय निकायों में कार्यरत स्वच्छता दीदियों और सफाई मित्रों के लिए राहत का पिटारा खोला है। राज्य शासन द्वारा उनके लिए आठ घंटे की कार्यावधि निर्धारित करने के साथ ही साप्ताहिक अवकाश और महीने में एक दिन का सवैतनिक आकस्मिक अवकाश प्रदान करने के संबंध में नए दिशा-निर्देश सभी नगरीय निकायों को जारी किए हैं। साथ ही सभी स्वच्छता दीदियों और सफाई मित्रों का श्रम विभाग में पंजीयन कराकर विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं।
नगरीय प्रशासन विभाग ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए नगरीय निकायों में लागू "मिशन क्लीन सिटी" के तहत निर्मित अधोसंरचना तथा स्वसहायता समूहों के संचालन एवं संधारण के लिए वर्ष 2016 में जारी निर्देशों को संशोधित कर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ये नए दिशा-निर्देश रायपुर, भिलाई और रिसाली को छोड़कर शेष सभी नगर निगमों तथा सभी नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में लागू होंगे। निकायों में कार्यरत् विभिन्न स्वसहायता समूहों की मांगों पर संवेदनशीलता से विचार करते हुए उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद विभाग ने नगर निगम आयुक्तों तथा नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को इस संबंध में परिपत्र जारी कर नए निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा है। सभी क्षेत्रीय संयुक्त संचालकों को समय-समय पर निकायों का भ्रमण कर इन निर्देशों का पालन किया जाना प्रतिवेदित करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार स्वच्छता दीदियों/सफाई मित्रों की कार्यावधि आठ घण्टे निर्धारित की गई है। निकाय सुविधानुसार प्रातः छह बजे से दोपहर तीन बजे (एक घण्टे का भोजन अवकाश मिलाकर) या प्रातः सात बजे से शाम चार बजे तक कार्यावधि निर्धारित कर सकते हैं। विशेष अवसरों के अतिरिक्त निर्धारित कार्यावधि से अधिक कार्य कराया जाना प्रतिबंधित होगा। निकायों में प्रत्येक स्वच्छता दीदी/सफाई मित्र का कार्य रोस्टर स्वसहायता समूह द्वारा इस प्रकार तैयार किया जाएगा कि प्रत्येक सदस्य को रोटेशन आधार पर एक साप्ताहिक अवकाश अनिवार्यतः प्राप्त हो सके। नगरीय निकायों को इस बात का ध्यान रखने कहा गया है कि सभी सदस्यों का साप्ताहिक अवकाश एक ही दिन न पड़े, जिससे डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण एवं निपटान का कार्य प्रभावित न हो, तथा मणिकंचन केन्द्र में कचरे का जमाव न होने लगे।
राज्य शासन ने मिशन क्लीन सिटी के अंतर्गत कार्यरत् सभी सदस्यों का पंजीयन श्रम विभाग के पोर्टल पर अनिवार्यतः कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं तथा जीवन बीमा, मेडिकल क्लेम आदि का सम्पूर्ण लाभ सभी सदस्यों को दिलाने निकाय प्रमुख को प्राथमिकता से सुनिश्चित कराने को कहा है।
परिपत्र में कहा गया है कि मिशन क्लीन सिटी अंतर्गत नियोजित मानव बल का कार्य डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण एवं निपटान की कार्यवाही करना है। किंतु कुछ निकायों द्वारा इनसे स्ट्रीट स्वीपिंग, नाली सफाई एवं अन्य प्रकृति के कार्य कराए जा रहे हैं। नगरीय प्रशासन विभाग ने सभी निकायों को निर्देशित किया है कि मिशन क्लीन सिटी अंतर्गत नियोजित स्वच्छता दीदी/सफाई मित्रों से योजना के दिशा-निर्देशों के अतिरिक्त अन्य प्रकृति के कार्य कराए जाने पर पूर्णतः प्रतिषेध होगा। निर्देशों के उल्लंघन पर जिम्मेदारी का निर्धारण कर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
नगरीय प्रशासन विभाग ने मिशन क्लीन सिटी के अंतर्गत नियोजित सभी मानव बल का मासिक स्वास्थ्य परीक्षण मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट में अनिवार्यतः कराया जाना सुनिश्चित करने को कहा है। प्रत्येक तीन माह में सभी सदस्यों का ब्लड टेस्ट, थॉयरॉइड टेस्ट, बीपी व शुगर टेस्ट, यूरीन टेस्ट, यूरीन कल्चर, यूरिक एसिड, एल्यूमिन टेस्ट, एलडीएच टेस्ट, टोटल कोलेस्ट्रॉल टेस्ट, वीएचडीएल टेस्ट एवं टीएचएस टेस्ट भी कराया जाएगा। इसके लिए जिला मुख्यालय के निकाय जिले के अन्य निकायों से समन्वय कर कैम्प प्लान तैयार कर कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
राज्य शासन ने स्वच्छता दीदियों/सफाई मित्रों के हितों को ध्यान रखते हुए माह में एक दिन का सवैतनिक आकस्मिक अवकाश प्रदान करने का निर्णय लिया है। हर एसएलआरएम माहवार प्रत्येक सदस्य के अवकाश का लेखा-जोखा संधारित करते हुए रजिस्टर में इंद्राज करेंगे तथा कटौती की गई राशि से ही वर्ष में एक बार राशि उपलब्धता के आधार पर बोनस राशि यथासंभव प्रदान की जाएगी या प्रत्येक सेंटर से उत्कृष्ट कार्य करने वाले एक सदस्य को विशेष दिवस पर इस राशि से सम्मान स्वरूप राशि या पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
मिशन क्लीन सिटी के तहत नए निर्देशों के मुताबिक एसएलआरएम सेंटर्स (मणिकंचन केन्द्र) तथा उसकी सामग्री की मरम्मत व संधारण निकाय द्वारा मरम्मत व संधारण मद अंतर्गत जारी राशि से किया जाएगा। विशेष परिस्थिति में वृहत मरम्मत कार्य की आवश्यकता पड़ने पर पृथक से राशि सुडा (SUDA) द्वारा प्रकरण का परीक्षण कर गुण-दोष के आधार पर प्रदान किया जाएगा। एसएलआरएम सेंटर्स के लिए नियुक्त सुपरवाइजर निकाय के नियमित कर्मचारी या स्वसहायता समूह के सदस्य होंगे। अन्य प्लेसमेंट कर्मचारी/स्वच्छता कमाण्डो आदि सुपरवाइजर नहीं बनाए जाएंगे। ट्रायसायकिल रिक्शा, मिनी टिप्पर आदि की मरम्मत का कार्य सुपरवाइजर द्वारा कराया जाएगा तथा निकाय द्वारा सुपरवाइजर को मरम्मत राशि की प्रतिपूर्ति की जाएगी। इसके लिए वार्षिक अधिकतम एक लाख रुपए तक के भुगतान के लिए यूजर चार्ज की राशि का उपयोग किया जा सकेगा।
सेहत की सुरक्षा और काम में सहूलियत के लिए दिए जाएंगे विभिन्न सामग्रीराज्य शासन ने मिशन क्लीन सिटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार मणिकंचन केन्द्रों में सफाई मित्रों को सेहत की सुरक्षा और काम में सहूलियत के लिए विभिन्न सामग्रियां निःशुल्क उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। सफाई मित्रों को हर वर्ष पहचान पत्र, पुरूषों की वर्दी के लिए हरे रंग की दो टी-शर्ट, महिलाओं की वर्दी के लिए दो साड़ियां, दो एपेरन और एक रेनकोट प्रदान किया जाएगा। साथ ही हर तीन महीने में चार जोड़ी रबर के दस्ताने और चार जोड़ी कपड़े के दस्ताने, प्रत्येक दो माह में छह जोड़ी मोजे और छह मास्क, हर छह महीने में दो जोड़ी कपड़े के जूते और दो टोपियां दी जाएंगी। कंपोस्ट शेड में काम करने वाले सफाई मित्रों को प्रति वर्ष एक जोड़ी गमबूट भी प्रदान किए जाएंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गृह ग्राम में सुभाशीष देने पहुंचे ग्रामीण
जशपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय अपने 61वें जन्मदिवस पर अपने गृह ग्राम बगिया पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी माता श्रीमती जसमनी देवी से सपत्नी आशीर्वाद लिया। माता ने उन्हें स्नेह पूर्वक गले लगाते हुए लंबी उम्र के साथ राज्य की उन्नति हेतु उत्कृष्ट काम करने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने अपने मामा श्री विश्राम साय का भी आशीर्वाद लिया।भांजे के जन्मदिन पर उन्होंने भांजे को उत्तम स्वास्थ्य का आशीष दिया। आज बगिया में मुख्यमंत्री श्री साय को जन्मदिन की बधाई देने के लिए उत्साहपूर्वक आस पास के ग्रामीण जमा हुए हैं। मुख्यमंत्री के घर में प्रवेश करने के साथ ही सभी ने मिलकर उन्हें जन्मदिन के सुभाशीष दिए। -
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बालिका गृह के लिए 10 लाख रुपए स्वीकृति की घोषणारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के खम्हारडीह स्थित शासकीय बालिका गृह पहुंचकर अपना जन्मदिन नन्ही मुस्कानों के साथ सादगीपूर्वक मनाया। मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने विशेष दिन को इन नन्हीं मुस्कानों के साथ साझा कर यह संदेश दिया कि समाज के हर वर्ग की खुशियों में भागीदार बनना ही सच्चे नेतृत्व की पहचान है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बालिका गृह में बच्चियों के संग केक काटा, उनके साथ समय बिताया और उनकी मासूम हँसी और बातों को आत्मीयता से सुना। इस दौरान बच्चियों ने अपनी छोटी-छोटी इच्छाएँ उनके सामने रखीं, जिनमें एक साउंड बॉक्स की माँग भी थी। मुख्यमंत्री ने इसे तत्काल पूरा करते हुए बालिका गृह को यह उपहार भेंट किया।इसके अलावा, उन्होंने बालिका गृह में कंप्यूटर, वॉटर कूलर एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए 10 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की, जिससे यहाँ रह रही बच्चियों की शिक्षा में कोई असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्कूली जीवन की यादें की साझा
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अपने स्कूली जीवन की यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि उनके गाँव का प्राथमिक स्कूल खपरेल वाला था, और बारिश के दिनों में पानी टपकता था। उन्होंने बच्चियों को बताया कि वे भाग्यशाली हैं कि उन्हें एक बेहतर छात्रावास और पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण मिला है। उन्होंने बच्चियों को लगन और मेहनत से पढ़ाई करने की प्रेरणा दी और समझाया कि शिक्षा ही सफलता की कुंजी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने देश-दुनिया के महान व्यक्तित्वों के जीवन संघर्षों का उदाहरण देते हुए कहा कि संघर्षों से घबराने के बजाय, उन्हें अपनी ताकत बनाना चाहिए। उन्होंने बच्चियों को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हर संभव सहायता देगी।
उल्लेखनीय है कि बालिका गृह में फिलहाल 57 बच्चियाँ रह रही हैं, जहाँ महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उन्हें निशुल्क आवास, भोजन, शिक्षा और चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने जनता का आभार जताया, प्रदेश के विकास में निरंतर समर्पण का संकल्प दोहरायारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के जन्मदिन पर राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास देर रात तक उल्लास और स्नेह के वातावरण से भरा रहा। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, उद्योगपतियों, समाजसेवियों और मीडिया प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएँ दीं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी आगंतुकों से आत्मीयता से मुलाकात की और स्नेह, सम्मान और शुभकामनाओं के लिए कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आप सभी के प्रेम और सहयोग से मैं अभिभूत हूँ। छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना है। आपका निरंतर समर्थन और आशीर्वाद इसी तरह बना रहे, यही मेरी कामना है।
प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री निवास में मंत्रीगण, विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री साय को बधाई दी। इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दीं।इसके साथ ही विधायकगण श्री धरमलाल कौशिक, श्री राजेश मूणत, श्री सुनील सोनी, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री गजेन्द्र यादव, श्री मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब, श्री दीपेश साहू और श्री ललित चन्द्राकर ने भी मुख्यमंत्री से भेंट कर जन्मदिन की बधाई दी।
प्रदेशभर से उमड़ा शुभकामनाओं का सैलाब
मुख्यमंत्री श्री साय को प्रदेश के उद्योगपतियों, व्यापारी संगठनों, खेल जगत के प्रतिनिधियों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों और मीडिया जगत के वरिष्ठ जनों ने भी शुभकामनाएँ दीं। सोशल मीडिया पर भी मुख्यमंत्री को शुभकामनाओं का तांता लगा रहा, जहां हजारों लोगों ने उन्हें बधाई देते हुए उनके नेतृत्व में प्रदेश के विकास की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर सभी का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश के सर्वांगीण विकास और समृद्धि के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और विकसित प्रदेश बनाने के लिए सरकार प्रत्येक वर्ग के हित में कार्य कर रही है, और यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज नई दिल्ली में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के अध्यक्ष डॉ वी नारायणन ने की मुलाक़ातरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज नई दिल्ली में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चेयरमैन वी. नारायणन ने भेंट कर छत्तीसगढ़ में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग से कृषि एवं अन्य क्षेत्रों में नवाचारों को बढ़ावा देने पर गहन चर्चा की। इस महत्वपूर्ण बैठक में छत्तीसगढ़ में सैटेलाइट आधारित सर्वेक्षण, भू-मानचित्रण (geo-mapping), प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और स्मार्ट एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने जैसे विषयों पर विशेष जोर दिया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि, जल संसाधन, पर्यावरण संरक्षण और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में तकनीकी नवाचारों का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसरो के सहयोग से हम इन क्षेत्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कार्य करेंगे, जिससे किसानों को अधिक सटीक जानकारी मिले और राज्य के विकास को गति मिले।
इसरो का विशेषज्ञ दल करेगा छत्तीसगढ़ का दौरा
बैठक में बताया गया कि इसरो का एक विशेषज्ञ दल जल्द ही छत्तीसगढ़ का दौरा करेगा और राज्य में सैटेलाइट इमेजरी, जीआईएस (GIS) तकनीक और डेटा विश्लेषण के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों का विस्तृत अध्ययन करेगा। इसके तहत राज्य में मृदा स्वास्थ्य विश्लेषण, जल स्रोतों का सटीक आकलन, बाढ़ और सूखे की भविष्यवाणी, और कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए डेटा-संचालित निर्णय लेने की प्रणाली विकसित की जाएगी।
छत्तीसगढ़ को मिलेगा अत्याधुनिक स्पेस टेक्नोलॉजी का लाभ
इसरो की विशेषज्ञता और आधुनिक तकनीकों के उपयोग से छत्तीसगढ़ को कृषि, आपदा प्रबंधन, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग, पर्यावरण एवं वन संरक्षण सहित अन्य क्षेत्रों मे व्यापक लाभ होगा। कृषि क्षेत्र में सैटेलाइट डेटा के उपयोग से बेहतर फसल पूर्वानुमान, मिट्टी की गुणवत्ता सुधार, और जल संसाधनों का प्रभावी प्रबंधन, बाढ़, सूखा और वनाग्नि जैसी प्राकृतिक आपदाओं की पूर्व-चेतावनी प्रणाली को सशक्त बनाना, नगर नियोजन, परिवहन व्यवस्था, और पर्यावरणीय संतुलन के लिए अत्याधुनिक स्पेस डेटा के उपयोग सहित वन क्षेत्रों की निगरानी और अवैध कटाई की रोकथाम के लिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग में सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इसरो और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच साझेदारी से राज्य में तकनीकी प्रगति को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इस पहल के तहत छत्तीसगढ़ अनुसंधान संस्थानों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे युवा वैज्ञानिकों को नवाचारों में योगदान देने का अवसर मिलेगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के नए युग में इसरो का सहयोग राज्य को भविष्य की तकनीकों से सशक्त बनाएगा, जिससे कृषि, पर्यावरण, जल प्रबंधन और आपदा न्यूनीकरण जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (21 फरवरी) के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान इसकी समृद्ध भाषायी विरासत और बहुभाषी संस्कृति में निहित है। छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, सरगुजिया, कुड़ुख, भतरी सहित अनेक लोकभाषाएँ यहां की सांस्कृतिक आत्मा को संजोए हुए हैं। अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस हमें अपनी मातृभाषाओं के संरक्षण, संवर्धन और विकास के प्रति जागरूक करता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मातृभाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारे समाज की जड़ों से जुड़ने का सेतु भी है। छत्तीसगढ़ में लोकगीतों, लोककथाओं और पारंपरिक ज्ञान की समृद्ध परंपरा हमारी मातृभाषाओं में संरक्षित है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुँचाना हमारी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपनी मातृभाषाओं को बढ़ावा दें, बच्चों को अपनी बोली और भाषा से जोड़ें तथा छत्तीसगढ़ की भाषाई विविधता को संरक्षित करने में योगदान दें।