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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में अमर शहीद गेंदसिंह के शहादत दिवस पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने आजादी के लिए बलिदान देने वाले अमर शहीद गेंदसिंह को याद करते हुए कहा कि परलकोट जमींदारी के जमींदार शहीद गेंद सिंह ने ब्रिटिश अधिकारियों के शोषण के विरुद्ध स्वतंत्रता आंदोलन का शंखनाद किया था। शहीद गेंद सिंह ने अंग्रेजों से लोहा लिया और अपने क्षेत्र में अंग्रेजी शासन की नीतियों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि हम सभी शहीद गेंद सिंह का स्मरण कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लें और समाज के उत्थान में अपना योगदान दें।
बस्तर के आदिवासी भाई-बहनों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले मुक्ति आंदोलन के नायक शहीद गेंदसिंह का मातृभूमि की मुक्ति के लिए दिया गया अविस्मरणीय बलिदान हम सभी को देशसेवा के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की प्रेरणा देते रहेगा। इस अवसर पर अखिल भारतीय हलबा हलबी आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ केंद्रीय महासभा के अध्यक्ष श्री देवेंद्र महला, श्री आई.आर. देहारी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कैबिनेट के सदस्यों के साथ सुनी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात''मन की बात ' सुनने वालों में नई ऊर्जा और उत्साह का करती है संचार'मन की बात' में छत्तीसगढ़ के गुरुघासीदास तमोरपिंगला टाइगर रिजर्व की चर्चा भीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन में अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की रेडियो वार्ता "मन की बात" सुनी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 'मन की बात' कार्यक्रम में हर बार कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। यह कार्यक्रम वास्तव में देशवासियों की उपलब्धियों, मानवता की सेवा के कार्यों और नवाचार की जानकारियों का अनूठा संगम है, जहां प्रधानमंत्री जी की ज्ञान, विज्ञान की बातें, स्वस्फूर्त रूप से देशवासियों के देश के लिए समर्पित होकर किए जा रहे कार्यों और नई नई जानकारियां सुनने वालों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करती है।
'मन की बात' में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के गुरुघासीदास तमोरपिंगला टाइगर रिजर्व की चर्चा करते हुए कहा कि ये हम सभी के लिए बहुत खुशी की बात है कि बीते दो महीनों में हमारे देश में दो नए टाइगर रिजर्व जुड़े हैं। इनमें से एक है छत्तीसगढ़ में गुरु घासीदास–तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व और दूसरा है –मध्यप्रदेश में रातापानी टाइगर रिजर्व।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की उपलब्धियों, युवाओं द्वारा शुरू किए गए स्टार्ट अप, महिला सशक्तिकरण के सफल प्रयासों का उल्लेख किया। देश की महान विभूतियों स्वामी विवेकानंद और नेताजी सुभाषचंद बोस से युवाओं को प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की बात कही। प्रधानमंत्री ने मन की बात में देशवासियों से कहा कि हम सभी अपने अपने काम से अपने देश को हर दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ बनाने का प्रयास करते रहें।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगाँठ पर संविधान सभा की सभी महान विभूतियों को नमन किया। उन्होंने मन की बात में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के संविधान सभा में परस्पर सहयोग, डॉ० राजेंद्र प्रसाद जी के मानवीय मूल्यों के प्रति देश की प्रतिबद्धता और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अवसर की समानता पर प्रेरणादायक संबोधन के अंश उनकी आवाज में सुनवाए।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज के महाकुंभ में युवाओं की भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि जब युवा-पीढ़ी अपनी सभ्यता से गर्व के साथ जुड़ती है, तो उसकी जड़ें और भी मजबूत होती है जिससे उसका स्वर्णिम भविष्य भी सुनिश्चित हो जाता है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ समता और समरसता का संगम और विविधता में एकता का उत्सव है।
प्रधानमंत्री ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पर्व की 11 जनवरी को पहली वर्षगांठ का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दिन लाखों राम भक्तों ने अयोध्या में रामलला के साक्षात दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि हमें विकास के रास्ते पर चलते हुए, अपनी विरासत को भी सहेजना है और उनसे प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ना है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा15 फरवरी तक किसानों को धान खरीदी के अंतर की राशि एकमुश्त देंगे - मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव सायमुख्यमंत्री श्री साय ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले को दी 137.41 करोड़ के विकास कार्यों की सौगातसारंगढ़ में 38 करोड़ से बनेगा जिला अस्पताल: मुख्यमंत्री ने किया भूमिपूजनरायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार 15 फरवरी तक धान खरीदी के मूल्य के अंतर की राशि किसानों को एकमुश्त देगी। इसका निर्णय आज केबिनेट की बैठक में ले लिया गया है। इसका लाभ राज्य के लगभग 27 लाख किसानों को होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला मुख्यालय में विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने इस अवसर पर किसानों के सिंचाई विद्युत पंप सहायता योजना का नाम डॉ. खूबचंद बघेल किसान विद्युत सहायता योजना करने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले को 137.41 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी, जिसमें 47.87 करोड़ के 84 कार्यों का लोकार्पण और 89.54 करोड़ रूपए के भूमिपूजन कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने 38 करोड़ रूपए की लागत से सारंगढ़ में जिला अस्पताल का निर्माण व 18.75 करोड़ की लागत से बनने वाले संयुक्त जिला कार्यालय भवन के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर सारंगढ़-बिलाईगढ़ में उद्योग स्थापना के लिए जमीन आबंटन, डेढ़ करोड़ की लागत से सारंगढ़ मुख्य मार्ग चौड़ीकरण, सरिया में 50 सीटर छात्रावास भवन, सारंगढ़ में उच्च स्तरीय विश्राम गृह भवन निर्माण, कोसीर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण कर हितग्राहियों को शासन के विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सहायता राशि के चेक व सामग्री प्रदान की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि 20 वर्षों तक सारंगढ़ मेरी कर्मभूमि रही है। अब मुख्यमंत्री के रूप में सारंगढ़-बिलाईगढ़ सहित छत्तीसगढ़ के विकास की जिम्मेदारी को पूरा करने का कार्य लगातार कर रहे हैं। हमने बीते एक साल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी को पूरा करने का काम किया है। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आवासों के निर्माण में तेजी आई है। पहली कैबिनेट बैठक में 18 लाख आवासों की स्वीकृति दी गई है। पहले चरण में 8.47 लाख आवास निर्माण को स्वीकृति मिली थी। इनमें से कई हितग्राहियों के आवास पूर्ण हो गए हैं और अब वे गृह प्रवेश कर रहे है। केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के छत्तीसगढ़ आगमन पर उन्होंने 3 लाख 88 हजार अतिरिक्त आवास की स्वीकृति दी है।आगामी अप्रैल माह में राज्य को 3 लाख आवासों की स्वीकृति और मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य में आवास प्लस के सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है। पीएम आवास के लिए पात्रता का दायरा बढ़ाया गया है। अब जिनके पास दो पहिया वाहन है, 2.5 एकड़ सिंचित भूमि अथवा 5 एकड़ असिचिंत भूमि, 15 हजार तक की मासिक आमदनी वालों को भी आवास मिलेगा। आवास स्वीकृति की प्रक्रिया को सरल बनाने ऑनलाइन ऐप लॉन्च किया गया है। इससे किसी भी व्यक्ति द्वारा घर बैठे ही आवेदन किया जा सकेगा। राज्य सरकार महतारी वंदन योजना में माताओं और बहनों को एक हजार रुपए की राशि प्रतिमाह दे रही है। उन्होंने कहा कि सारंगढ़ के दानसरा की माताएं और बहनें इस राशि से राममंदिर बनवा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पंडित दीनदयाल भूमिहीन कृषि श्रमिक योजना के तहत 5 लाख 62 हजार भूमिहीन कृषि श्रमिक लाभान्वित होंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूरे देश में 50 हजार गांवों के 65 लाख ग्रामीणों को स्वामित्व कार्ड प्रदान किया। इससे कई पीढ़ियों से ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि में निवास कर रहे लोगों को अधिकार पत्र मिल रहा है। छत्तीसगढ़ के दस जिलों में 61 हजार लोगों को स्वामित्व कार्ड वितरण किया गया है। पीएससी घोटाले के दोषियों को सजा दिलाने का कार्य कर रहे हैं। इससे प्रदेश के युवाओं का विश्वास परीक्षा प्रणाली में फिर से लौटा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा 144 सालों बाद पूर्ण महाकुंभ का संयोग बना है। छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज महाकुंभ में साढ़े चार एकड़ में विशाल छत्तीसगढ़ मंडप बनाया गया है। यहां छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिए निःशुल्क भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री साय ने जिलेवासियों को महाकुंभ में सहभागी बनने का न्यौता दिया। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि हम लगातार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम कर रहे हैं। राज्य सरकार ने गांव से लेकर शहर तक विकास कार्यों को गति देने का काम कर रही हैं। 3100 रूपये में धान खरीदी हो रही है। महतारी वंदन का पैसा हर महीने मिल रहा है। आवास का निर्माण तेजी से हो रहा है। किसानों को 2 साल का बकाया बोनस दिया गया है।
राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में पिछले एक साल में लगातार विकास के कार्य हो रहे हैं। कार्यक्रम को सांसद श्री राधेश्याम राठिया एवं श्रीमती कमलेश जांगड़े ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक सारंगढ़ श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े, विधायक बिलाईगढ़ श्रीमती कविता प्राण लहरे, पूर्व विधायक श्री शमशेर सिंह, श्रीमती केराबाई मनहर, सुश्री कामदा जोल्हे, श्री ज्योति पटेल, श्री जगन्नाथ पाणिग्राही सहित अन्य जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवानगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों में अनुकंपा नियुक्ति के लिए स्वीकृत किए हैं 353 नए पदमुख्यमंत्री श्री साय के मुख्य आतिथ्य और उप मुख्यमंत्री श्री साव की अध्यक्षता में 270 करोड़ की 6 जलप्रदाय योजनाओं का होगा शिलान्यास155.38 करोड़ के 813 कार्यों का भी होगा शिलान्यास, 15.25 करोड़ के 70 कार्यो का लोकार्पणस्वच्छता दीदियों को किया जाएगा सम्मानितरायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में 20 जनवरी को आयोजित है कार्यक्रमरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 20 जनवरी को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में नगरीय निकायों में सेवाकाल के दौरान मृत कर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति का आदेश सौंपेंगे। विभाग द्वारा विभिन्न नगरीय निकायों में अनुकंपा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों पर संवेदनशीलता से विचार करते हुए पूर्व कर्मियों के परिवारों को आर्थिक संबल प्रदान करने 353 नए पद मंजूर किए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य और उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव की अध्यक्षता में सवेरे दस बजे से आयोजित कार्यक्रम में छह नगरीय निकायों में कुल 270 करोड़ रुपए लागत की जलप्रदाय योजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा। कार्यक्रम में विभिन्न नगरीय निकायों में 15 करोड़ 25 लाख रुपए के 70 कार्यों का लोकार्पण और 155 करोड़ 38 लाख रुपए के 813 कार्यों का शिलान्यास भी किया जाएगा। मिशन क्लीन सिटी के अंतर्गत कार्यरत स्वच्छता दीदियों का सम्मान भी कार्यक्रम में किया जाएगा। वन मंत्री तथा रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायकगण सर्वश्री राजेश मूणत, सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, गुरू खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा और इन्द्रकुमार साहू भी विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होंगे।नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग द्वारा नगर निगमों, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों में अनुकम्पा नियुक्ति के लिए 353 नवीन पदों की स्वीकृति दी गई है। वर्षों से लंबित अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव की पहल पर राज्य शासन द्वारा नवीन पदों के सृजन के आदेश जारी किए गए हैं। इनमें रायपुर संभाग के नगरीय निकायों के लिए 102 पद, दुर्ग संभाग के लिए 144 पद, बिलासपुर संभाग के लिए 78 पद, सरगुजा संभाग के लिए 16 पद और बस्तर संभाग के लिए 13 पद शामिल हैं।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में भारत सरकार की मिशन अमृत 2.0 के तहत राज्य के छह नगरीय निकायों तखतपुर और रतनपुर नगर पालिका तथा भानुप्रतापपुर, छुरिया, मल्हार एवं खोंगापानी नगर पंचायतों में 270 करोड़ 37 लाख रुपए की कुल लागत की जलप्रदाय योजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा। इन योजनाओं के माध्यम से कुल 20 हजार 511 निजी नल कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे। योजना के अंतर्गत कुल 276 कि.मी. से अधिक पाइपलाइन का विस्तार किया जाएगा। सभी छह शहरों को मिलाकर कुल दस हजार 225 किलोलीटर क्षमता के 13 नए उच्च स्तरीय जलागार (पानी टंकियों) का भी निर्माण किया जाएगा। स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति के लिए कुल 20.5 एमएलडी क्षमता के नए जल शोधन संयंत्र भी बनाए जाएंगे।
नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश के 23 नगरीय निकायों में मिशन अमृत 2.0 के अंतर्गत लगभग चार लाख जनसंख्या को शुद्व पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसके तहत माना कैम्प, कुम्हारी, मंदिर हसौद, सुकमा और कोंडागांव नगर पालिका तथा समोदा, चंदखुरी, कुंरा, नगरी, आमदी, फिंगेश्वर, गुण्डरदेही, अर्जुन्दा, बोदरी, राहोद, खरोद, शिवरीनारायण, सरिया, प्रेमनगर, भटगांव, झगराखंड, कुनकुरी और नरहरपुर नगर पंचायत में 1154 करोड़ रुपए की लागत की जलप्रदाय परियोजनाओं का योजनाबद्ध ढंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम में नगरीय निकायों में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कार्यरत स्वच्छता दीदियों का सम्मान किया जाएगा। साथ ही मिशन क्लीन सिटी के तहत क्लीन टायलेट कैम्पेन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 14 नगरीय निकायों अंबिकापुर, छुरा, छुरिया, डोंगरगढ़, कोरबा, महासमुंद, रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर, मंदिर हसौद और चंदखुरी को पुरस्कृत किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन में प्रदेशभर के नगरीय निकायों में 9232 स्वच्छता दीदियां कार्यरत हैं। ये रोजाना डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन और उनके पृथकीकरण के काम में लगी हुई हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री श्री साय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह मे हुए शामिलरायपुर : हमारा राज्य अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा है। हम विकसित छत्तीसगढ़ की ओर कदम बढ़ा चुके हैं। छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा स्वास्थ्य से समृद्धि के मंत्र से ही आगे बढ़ रही है। आज छत्तीसगढ़ मेडिकल टूरिज्म का बड़ा केंद्र बन रहा है। एक समय था जब कई गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए लोग दिल्ली-मुंबई जाते थे। आज गंभीर से गंभीर बीमारियों का उपचार रायपुर शहर के सेवाभावी डॉक्टर कर रहे हैं। हार्ट और किडनी ट्रांसप्लांट से लेकर कैंसर जैसी बीमारियों का अत्याधुनिक तकनीक से उपचार रायपुर के अस्पतालों में हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार नागरिकों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बेहतर संसाधन, आवश्यक अधोसंरचना विकसित उपलब्ध कराने के साथ - साथ डॉक्टरों और चिकित्सा स्टाफ की भर्ती की जा रही है । हमारी सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ ही शहीद वीरनारायण सिंह स्वास्थ्य योजना लागू की है।आयुष्मान योजना के तहत गरीब परिवारों और 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वर्गों के नागरिकों को पांच लाख रुपए तक के निःशुल्क इलाज तथा एपीएल परिवारों को 50 हजार रुपए तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा जटिल रोगों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से भी सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 10 शासकीय और 4 निजी मेडिकल कालेजों सहित कुल 14 मेडिकल कॉलेज हैं।राज्य में चार नये मेडिकल कॉलेजों के भवनों का निर्माण किया जा रहा है। जांजगीर चांपा, कबीरधाम, मनेंद्रगढ़ और गीदम में मेडिकल कॉलेज बनने से स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा।विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि आईएमए जैसे संगठन चिकित्सकों की आवाज़ बनने के साथ डॉक्टर और मरीज के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम एवं सुदृढ़ बनाने का काम किया जा रहा है। चिकित्सकगणों के सहयोग और समर्पण से ही हम चिकित्सा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को नए मुकाम पर ले जाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा सुविधा को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने वित्तीय अधिकारों में वृद्धि की है। उन्होंने चिकित्सा सेवा एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में राज्य की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि सिकलसेल की स्क्रीनिंग में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है। यहां एक करोड़ 29 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। राज्य में सिकल सेल अनुसंधान संस्थान की स्थापना और बोन मेरो ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होगी। इसके लिए 48 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने आईएमए रायपुर को विश्वास दिलाया कि सरकार चिकित्सकों और जनहित के कामों में हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। कार्यक्रम को पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा ने भी संबोधित किया।
आईएमए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सोलंकी ने राज्य में चिकित्सा सेवा एवं चिकित्सा शिक्षा के विस्तार के लिए एसोसिएशन की ओर से हरसंभव सहयोग दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि आईएमए शासन और चिकित्सा सेवा प्रदाता के बीच समन्वय का दायित्व पूरी प्रतिबद्धता से निभाएगी। कार्यक्रम में विधायक सर्वश्री पुरंदर मिश्रा, सुनील सोनी, आईएमए छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. प्रभात पाण्डेय, डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना सहित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में चिकित्सक उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने हेलमेट लगाकर चलायी बाईक: सड़क सुरक्षा का दिया संदेशराष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत यातायात जागरूकता रैली का किया गया आयोजनरायपुर : प्रदेश में मनाये जा रहे 36वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के दौरान आज मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हेलमेट लगाकर बाईक चलाते हुए प्रदेशवासियों को हेलमेट लगाने और यातायात के नियमों के नियमों का पालन करने का संदेश दिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज राजधानी रायपुर के रोहणीपुरम गोल चौक पहॅुंचकर बाईक रैली में हिस्सा लिया। उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों के साथ साथ चार पहिया वाहन चालकों से भी यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। इस दौरान श्री साय ने हरी झण्डी दिखाकर भव्य बाईक रैली को रवाना भी किया। रैली के दौरान स्वंयसेवी संस्थाओं ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से यातायात नियमों का पालन करने से होने वाले फायदों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि मनुष्य का जीवन अत्यंत अनमोल है। मनुष्य के अपने परिवार और समाज के प्रति दायित्व होते हैं, जिनका उनको निर्वहन करना होता है। उन्होंने कहा कि हम सभी अपने अपने परिवार के लिए अनमोल हैं जिसकी जगह कोई अन्य कभी नहीं ले सकता। इसलिए स्वयं को और अपने परिवार के सदस्यों को सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाहन चलाते समय हम सभी को यातायात नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। दो पहिया वाहन चलाते समय सिर पर हेलमेट अवश्य ही पहनना चाहिए और कार चलाते समय सीट बेल्ट भी लगाना चाहिए।मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं में हर वर्ष हो रही मौतों पर चिंता जताते हुए इसे देश व राज्य की क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटनाएं यातायात के नियमों का पालन नहीं करने से होती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा सीमित रफ्तार में वाहन चलाने से वाहन पर बेहतर नियंत्रण होने से दुर्घटना होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि कभी भी नशे का सेवन कर वाहन नहीं चलाना चाहिए। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को यातायात के नियमों का पालन करने का संदेश दिया ताकि अपने जीवन के साथ-साथ दूसरे लोगों का जीवन भी सुरक्षित रहें और पारिवारिक एवं सामाजिक जिम्मेदारियों का पूरी तरह से निर्वहन किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि 36वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 31 जनवरी 2025 तक मनाया जा रहा है। इसके तहत रायपुर यातायात पुलिस द्वारा लोगों को सुरक्षित वाहन चलाने के लिए जरूरी नियमों के बारे में जानकारी दी जा रही है। रोचक तरीके से सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा की थीम पर बैनर-पोस्टर लगाकर लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने इस पूरे अभियान के लिए अलग-अलग दिनों पर अलग-अलग जगहों पर विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में वाहन चालकों, स्थानीय नागरिकां और छात्र-छात्राओं के पालकों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जा रही है। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री लाल उम्मेद सिंह सहित पुलिस और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण व बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राडा ऑटोएक्सपो 2025 का किया उद्घाटनछत्तीसगढ़ सरकार दे रही लाईफ टाईम रोड टैक्स पर एकमुश्त 50 प्रतिशत की छूटरायपुर : अविभाजित मध्यप्रदेश में मुझे दो बार विधायक रहने का मौका मिला, इस दौरान मैंने 8 साल की विधायकी मोटरसाइकिल में की। लोगों से मिलना, उनकी समस्याओं को सुनना, अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा सब कुछ मोटरसाइकिल में ही किया। तब से अब तक बहुत परिवर्तन हो गया है। छत्तीसगढ़ में किसानों की आय बढ़ने का लाभ ऑटोमोबाइल उद्योग सहित पूरी अर्थव्यवस्था को मिल रहा है। इसका असर हर क्षेत्र में दिख रहा है। राज्य में ऑटो सेक्टर भी तेजी से बढ़ रहा है। आज यातायात के साधनों की संख्या बहुत बढ़ गई है। इसलिए सुरक्षित यातायात के लिए सड़क पर वाहन चलाते हुए ट्रैफिक नियमों का पालन करना आवश्यक है। यातायात नियमों की जानकारी हम सभी को होनी चाहिए। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के साइंस कालेज ग्राउण्ड में आयोजित राडा ऑटो एक्सपो 2025 का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ऑटो एक्सपो 2025 के आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले साल ऑटो एक्सपो में 10 हजार से ज्यादा वाहन बिके थे। इस साल भी वाहनों के लाईफ टाईम रोड टैक्स पर एकमुश्त 50 प्रतिशत की छूट दिए जाने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। इस निर्णय के बाद मुझे लगता है ऑटो एक्सपो में वाहनों की बिक्री का आंकड़ा 20 हजार तक पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री ने एक्सपो ने आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि ऑटो एक्सपो के आयोजन में हर तरह की जरूरतों की अलग-अलग श्रेणियों के वाहनों को एक जगह पर खरीदा जा सकता है।मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में अन्नदाताओं को धान का सबसे ज्यादा दाम मिल रहा है। इसका असर हर क्षेत्र में दिख रहा है। राज्य में ऑटो सेक्टर भी तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल 24 लाख 72 हजार किसानों ने 145 लाख मीट्रिक टन धान का विक्रय किया था। इस वर्ष यह आंकड़ा भी रिकॉर्ड पार कर जाएगा। इस साल 27 लाख से ज्यादा पंजीकृत किसानो से लगभग 160 लाख मीट्रिक टन धान का उपार्जन संभावित है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि एक समय था जब छत्तीसगढ़ को आर्थिक रूप से पिछड़ा राज्य माना जाता था। आज अपनी 25 वर्ष की यात्रा में छत्तीसगढ़ अपने पैरों पर खड़ा है। 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर किसानों से धान की खरीदी छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है। किसान के घर में खुशहाली आने से सभी की प्रगति होती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की पहल पर सड़कों का जाल छत्तीसगढ़ में बिछाया जा रहा है। बहुत तेजी से छत्तीसगढ़ में सड़कों का निर्माण हो रहा है। दूसरी ओर एक्सीडेंट्स भी बढ़ रहे हैं, इसे रोकना हम सभी के लिए जरुरी है। हमें सड़क पर चलते वक्त सभी नियमों का पालन और सुरक्षा के उपाय जरुर अपनाने चाहिए।
सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ऑटोमोबाइल कनेक्टिविटी का सबसे अहम जरिया हैं। छत्तीसगढ़ में किसानों के खाते में सीधे पैसा आने से छत्तीसगढ़ में ऑटोसेक्टर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में 50 प्रतिशत रोड टैक्स में लाइफटाइम की छूट का लाभ बड़ी संख्या में मध्यमवर्गीय परिवारों को मिलेगा। वाहनों की बिक्री के साथ जीवन की सुरक्षा भी बहुत जरूरी है। लोगों को जागरूक कर के ही हम सड़क सुरक्षा को लागू कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने ऑटो एक्सपो में होंडा एसपी 125 और ऑडीक्यु 7 वाहनों को लांच किया और सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर ऑटो एक्सपो में सड़क सुरक्षा पोस्टर का विमोचन किया। इस अवसर पर रोड सेफ्टी के लिए रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन द्वारा 5 लाख की राशि सीएसआर के तहत दी गयी। मुख्यमंत्री ने ऑटो एक्सपो के पहले कस्टमर को वाहन की चाबी भी सौंपी।
इस अवसर पर विधायक श्री राजेश मूणत,विधायक श्री मोतीलाल साहू, पूर्व विधायक श्री राजकमल सिंघानिया, परिवहन सचिव श्री एस. प्रकाश, अतिरिक्त परिवहन आयुक्त श्री डी. रविशंकर, राडा के अध्यक्ष श्री रविन्द्र भसीन, छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री अमर परवानी, श्री मनीष राज सिंघानिया सहित राडा के सदस्यगण व आमजन उपस्थित थे। -
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ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा जिला अस्पतालों को मिले नए चिकित्सा अधिकारी व विशेषज्ञ चिकित्सकरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने व स्वास्थ्य सेवाओं की प्रदायगी हेतु पर्याप्त मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा पदों पर विशेषज्ञ चिकित्सकों व चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति की गई है स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि प्रदेश के रायपुर संभाग के शासकीय अस्पतालों में 03 चिकित्सा अधिकारियों, बिलासपुर संभाग में 06 चिकित्सा अधिकारियों, सरगुजा संभाग में 02 चिकित्सा अधिकारियों, बस्तर संभाग में 01 चिकित्सा अधिकारियों के साथ दुर्ग संभाग में 03 चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा आज इन नवीन संविदा चिकित्सा अधिकारियों की पदस्थापना के आदेश जारी किए गए हैं। इन डॉक्टरों को संबंधित जिले के विभिन्न ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा जिला चिकित्सालयों में पदस्थ किया गया है। नवीन संविदा चिकित्सा अधिकारी की पदस्थापना से त्वरित इलाज में तेजी आएगी और चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा।
विशेषज्ञ चिकित्सकों (संविदा) के जारी आदेश में डॉ. पी सुधाकर, डॉ. राहुल माणिकराव राठौड़, डॉ. समीरानन्दन रेड्डी सी. व डॉ. वी अमरिंदर को जिला अस्पताल बीजापुर व डॉ समीर रजक की जिला अस्पताल खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में पदस्थापना की गई है। रायपुर संभाग हेतु चिकित्सा अधिकारी (संविदा) के जारी आदेश में डॉ दीनेन्द्र प्रधान, डॉ. साक्षी नायक, डॉ. जाश्मीन चावड़ा बिलासपुर संभाग हेतु जारी आदेश में डॉ विरेन्द्र कुमार सार्वा, डॉ. विशाल कुमार केसर, डॉ. उपासना साहू, डॉ जीनत शेख, डॉ निशि निर्मल, डॉ सौरव विश्वास सरगुजा संभाग हेतु जारी आदेश में डॉ. आस्था जयसवाल, डॉ प्रीति कुशवाहा दुर्ग संभाग हेतु चिकित्सा अधिकारी(संविदा) के जारी आदेश में डॉ. आकाश साहू, डॉ. समीक्षा डाकलिया, डॉ. स्वाती मिश्रा व बस्तर संभाग हेतु चिकित्सा अधिकारी(संविदा) के जारी आदेश में डॉ. एम. रामाकृष्णा मादारापु को विभिन्न जिलों में पदस्थ किया गया है । -
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जशपुर जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के संकल्प के साथ आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से 'स्वस्थ माता-तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का किया गया शुभारंभरायपुर : माताओं एवं बच्चों का उत्तम स्वास्थ्य प्रदेश की उन्नति और समृद्धि का आधार बनेगा। माताओं एवं बच्चों का उत्तम स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ के लोककल्याणकारी राज्य की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के बगिया स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से आईआईटी बॉम्बे-जशपुर पोषण मिशन अंतर्गत 'स्वस्थ माता- तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गर्भवती माताओं और बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर बनाने जशपुर जिले में 'स्वस्थ माता-तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का शुभारंभ किया।स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से संचालित इस अभियान के तहत 9500 से अधिक स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आईआईटी बॉम्बे के माध्यम से पोषण संबंधी ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत माताओं और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अभियान के तहत 300 से अधिक मास्टर ट्रेनर जिले में स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं को सतत प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस पहल का मुख्य उद्देश्य जशपुर जिले में कुपोषण को पूरी तरह समाप्त करना और माताओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाना है।अभियान के तहत् गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं और 6 वर्ष तक के बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य है। इसमें विशेष रूप से स्तनपान, पोषण आहार और पूरक आहार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस पहल के जरिए गर्भवती माताओं को सही पोषण की जानकारी दी जाएगी, जिससे बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बन सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने 'स्वस्थ माता- तंदुरुस्त बच्चा' अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल जिले में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता को बढ़ाएगी, साथ ही कुपोषण को खत्म करने और गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं तथा 6 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक होगी। -
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गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के 11 वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए उपराष्ट्रपतिछत्तीसगढ़ की युवा शक्ति की देश के नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव सायप्रावीण्य सूची के विद्यार्थियों और शोधार्थियों को मिली उपाधिरायपुर : उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के 11 वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सब युवा नये भारत के राजदूत हैं। देश को आपको अपना शत-प्रतिशत देना होगा। कोई भी व्यक्तिगत हित राष्ट्र हित से बढ़कर नहीं है। युवाओं को अपने चारों ओर देखना होगा, सिर्फ सरकारी नौकरियां ही जीवन का लक्ष्य न हो। युवाओं के पास अब नये भारत में धरती से लेकर आकाश तक असीमित अवसर हैं।उप राष्ट्रपति ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास एकता और समानता के प्रतीक थे। हमें उनकी शिक्षाओं और संदेशों का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने युवाओं को बदलते तकनीक से तालमेल बैठते हुए कौशल एवं नवाचार के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी असफलता से घबराएं नहीं बल्कि उससे सीख लेते हुए आगे बढ़ें। उन्होंने समारोह में सत्र 2022-23 के 78 एवं सत्र 2023-24 के प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 77 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, 09 दानदाता पदक, 01 गुरू घासीदास पदक तथा 01 कुलाधिपति पदक सहित 85 पदक प्रदान किये गये। इसके साथ ही सत्र 2022-23 एवं सत्र 2023-24 के कुल 122 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज बाहुल्य राज्य है। यहां समृद्धि की काफी संभावनाएं हैं, इसलिए विकास की ऐसी रणनीति बनाएं जिससे सामूहिक समृद्धि बढ़े और जन-जन का विकास संभव हो। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष में नक्सली उन्मूलन की दिशा में काफी अच्छे प्रयास हुए हैं और इन क्षेत्रों में विकास की रफ्तार भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि अभूतपूर्व विकास वाले राज्य में नक्सलवाद के लिए कोई जगह नहीं है। इस समय जो विकास हो रहा है, वह समाज के हाशिये पर पड़े वर्गों, समाज के कमजोर तबके पर केन्द्रित है। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी जन हितैषी नीतियों और कार्यक्रमों से राज्य के समग्र विकास को एक नई दिशा दी है।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, एक ऐसी संस्था है जिसने लगातार छत्तीसगढ़ में शिक्षा और ज्ञान के मार्ग को रोशन किया है। राज्यपाल ने कहा कि स्वर्ण पदक और पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने वालों के वर्षों के समर्पण, लगन और कड़ी मेहनत का प्रतिफल है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि विविधता का सम्मान करें और देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखें।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा भारत विश्व गुरु के रूप में विख्यात रहा है, इसके पीछे नालंदा और तक्षशिला जैसे ज्ञान-विज्ञान से समृद्ध विश्वविद्यालय रहे हैं। छत्तीसगढ़ की युवा शक्ति की प्रदेश ही नहीं देश के नवनिर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह छात्र-छात्राओं के लिए केवल एक औपचारिकता मात्र नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जो आत्ममंथन, बदलाव और प्रेरणा का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का इकलौता केन्द्रीय विश्वविद्यालय महान संत बाबा गुरु घासीदास जी के नाम पर स्थापित है, जो ज्ञान, समावेशिता और हमारे सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अपनी स्थापना के समय के ही इस विश्वविद्यालय ने छत्तीसगढ़ की बौद्धिक प्रगति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसकी प्रतिष्ठा केवल हमारे राज्य तक ही सीमित नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जानते हैं शिक्षा समाज में होने वाले सकारात्मक परिवर्तनों का आधार है और इस विश्वविद्यालय ने बार-बार यह साबित किया है कि शिक्षा कैसे परिवर्तन का साधन बन सकती है। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक उपलब्धियां हासिल की हैं, बल्कि नवाचारों के जरिए यह सुनिश्चित किया है कि हर छात्र को न केवल शिक्षा मिले बल्कि एक बेहतर जीवन जीने का मौका भी मिले।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए हमने नई औद्योगिक नीति तैयार की है। इसमें छत्तीसगढ़ में निवेश के अवसरों को बढ़ाने के लिए उद्यमियों को अनेक रियायतें प्रदान की हैं, जिससे प्रदेश में अगले 5 साल में ढाई लाख करोड़ रुपये का निवेश होने की उम्मीद है और 5 लाख नए रोजगारों का सृजन होगा। आईटी सेक्टर में अवसरों को देखते हुए हमारी सरकार विशेष प्रयास कर रही है। हम नवा रायपुर को आईटी हब के रूप में स्थापित करने जा रहे हैं, जहाँ बड़ी आईटी कंपनियाँ तेजी से अपने यूनिट आरंभ कर रही हैं। साथ ही बौद्धिक रूप से संपन्न छत्तीसगढ़ के युवाओं को यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में बेहतर अवसर उपलब्ध कराने हमने दिल्ली के द्वारका में संचालित ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीटों की संख्या को 50 से बढ़ाकर 185 कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पीएससी में पारदर्शिता, शुचिता और निष्पक्षता लाने कदम उठाए। हमने युवाओं का भरोसा सिस्टम में लौटाया। वर्ष 2047 में जब देश की आजादी के 100 साल पूरे होंगे। इस अवसर के अनुरूप प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने विकसित भारत का लक्ष्य रखा है। विकसित भारत के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ का विजन भी हमने तैयार किया है और इसे हासिल करने में आप सभी युवाओं की अहम भागीदारी होगी। उन्होंने कहा कि आप केवल नौकरी खोजने तक सीमित न रहें। नवाचार करें और दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करें। आप बेहतर भविष्य के निर्माण में योगदान दें।
उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने गोल्ड मेडल एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। समारोह में केन्द्रीय आवासन शहरी एवं राज्यमंत्री श्री तोखन साहू, विधायक श्री अमर अग्रवाल, विधायक श्री धरम लाल कौशिक, विधायक श्री धर्मजीत सिंह, श्री सुशांत शुक्ला सहित गुरू घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल, एआईसीटी के प्रोफेसर टी.जी. सीताराम, राष्ट्रीय शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रमुख डॉ. अतुल भाई कोठारी सहित शिक्षाविद, अनुसंधानकर्ता और बड़ी संख्या में विद्यार्थी-अभिभावक, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का भव्य शुभारंभ300 बेटियों के हाथ हुए पीले, मुख्यमंत्री ने नवदम्पतियों को दिया आशीर्वाद177 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजनबलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणारायपुर : प्रभु श्री राम छत्तीसगढ़ के कण-कण में बसे हुए हैं, जन-जन में बसे हुए हैं। भगवान श्रीराम हमारे भांचा राम हैं। पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ ही एक ऐसा राज्य है, जहां भांजे को भगवान स्वरूप में पूजते हैं, उनका चरण पखारते हैं। उन्हें दंडवत होकर प्रणाम करते हैं। हमारी सरकार की श्रीराम लला दर्शन योजना से राज्य के 20 हजार से अधिक लोग अयोध्या में भगवान श्रीराम का दर्शन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर उक्त बाते कही।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम लोग तातापानी संक्रांति परब में हर साल यहां आते हैं। पिछले साल जब हम लोग यहां आए थे, तब इस पावन स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। परिणाम आप सबके सामने है, आज तस्वीर बहुत कुछ बदली-बदली सी नजर आ रही है। यहां विकास के काम तेजी से हुए हैं और लगातार हो ही रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। खासकर सरगुजा और बस्तर जिले में अनेक ऐसे सुंदर स्थान हैं, जो पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं। ऐसे स्थलों को चिन्हित कर पर्यटन स्थलों का विकास तेजी से कराया जा रहा है।तातापानी भी ऐसी ही जगहों में से एक है। हम इन सभी दर्शनीय स्थलों को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करेंगे। इससे रोजगार और आय के अवसर बढ़ेंगे। अभी हम लोगों ने 177 करोड़ रुपये के 198 विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इनमें करीब 134 करोड़ रुपये की लागत के 140 कार्यों का भूमिपूजन और 43 करोड़ रुपये के 58 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा परिसर के निर्माण के लिए हम लोगों ने आज भूमिपूजन किया है, जिसके निर्माण से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को विशेष लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत 300 बेटियों के हाथ पीले हुए हैं। उन्होंने सभी नवदंपतियों को आशीर्वाद देते हुए सभी के सुखमय गृहस्थ जीवन की मंगल कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तातापानी संक्रांति परब बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का गौरव है। तातापानी दुनिया के उन चुनिंदा स्थानों में से एक है, जहां गर्म-पानी के कुंड के रूप में प्रकृति की शक्ति को प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि तातापानी संक्रांति परब का यह आयोजन समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी देता है। इस महोत्सव में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ ही पतंगबाजी और आरागाही हवाई पट्टी पर पैरासेलिंग का आनंद भी आप लोग उठा पाएंगे। यहां किसान संगोष्ठी और पंच-सरपंच सम्मेलन भी होगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य सामने रखा है। इसी के अनुरूप हम भी विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ा रहे है। पिछले एक साल में हमारी सरकार ने मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया है। इस साल छत्तीसगढ़ में धान की फसल अच्छी हुई है। 3100 रुपए क्विंटल के दाम से प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान की खरीदी हो रही है। इस साल किसान भाइयों के घरों में रिकॉर्ड पैसा आने वाला है। अभी किसान भाइयों को धान के समर्थन मूल्य का भुगतान हो रहा है, शीघ्र ही उनके खातों में अंतर की राशि भी भेज दी जाएगी। हमारी सरकार राज्य के गरीब परिवारों को पांच साल तक निःशुल्क राशन उपलब्ध कराने का निर्णय भी लिया है। तेंदूपत्ता संग्रहण दर को हमने चार हजार रूपये से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए प्रति मानक बोरा कर दिया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी आवासहीन पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। हमने सरकार के शपथ ग्रहण के दूसरे दिन प्रदेश के आवासहीनों के लिए 18 लाख प्रधानमंत्री आवासों की स्वीकृति दी। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने छत्तीसगढ़ के लिए 3 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना की घोषणा की है। उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष में छत्तीसगढ़ को 4 लाख नए आवास के लिए सहमति दी है। उन्होंने कहा नये सर्वे में अब हितग्राहियों की मासिक आय सीमा बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई है। इसके अलावा जिनके पास ढाई एकड़ सिंचित भूमि या पांच एकड़ असिंचित भूमि है, वे भी अब इस योजना के तहत पात्र होंगे ।हितग्राही अब स्वयं भी अपने आवास हेतु मोबाइल एप के जरिए आवेदन और सर्वेक्षण कर सकते हैं। प्रदेश के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की गारंटी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से प्रदेश के लाखों परिवारों में खुशी और समृद्धि आई है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं ने समाज के कमजोर वर्गों के जीवनस्तर में सुखद बदलाव लाने का काम किया है। इस अवसर पर सामरी विधायक श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शंकुतला पोर्ते, सरगुजा विधायक श्री राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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रायपुर : मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में 300 बेटियों का सामूहिक विवाह छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत धार्मिक रीति रिवाजों के साथ विधि विधान से संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री साय ने नवदम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह के आयोजन से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहारा मिल रहा है।कुसमी विकासखंड की दिव्यांग कन्या सुश्री कुंती नगेशिया ने अपने विवाह पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मेरी आर्थिक स्थिति और दिव्यांगता के कारण विवाह संभव नहीं हो पा रहा था। मुख्यमंत्री के आशीर्वाद और योजना की मदद से आज मेरा सपना साकार हुआ। अन्य नव दम्पत्तियों और उनके परिजनों ने भी इस आयोजन की सराहना की। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री श्री रामविचार नेताम, अन्य जनप्रतिनिधि और हजारों नागरिक इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी बने। मुख्यमंत्री ने नवदम्पतियों को आपसी सम्मान और जिम्मेदारी से वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि तातापानी महोत्सव ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों का दामन नई उम्मीदों और खुशियों से भर दिया है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के पगुराबहार गांव में आयोजित 9 वें सशस्त्र सेना वयोवृद्ध दिवस पर सेना के वीर जवानों के साहस और बलिदान को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपनी वीरता का प्रदर्शन कर राष्ट्रपति द्वारा सेना मेडल से सम्मानित भागलपुर निवासी 81 वर्षीय श्री अरुण कुमार का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र भेंटकर उनके अदम्य साहस की सराहना की। अरुण कुमार ने अपने युद्ध के अनुभव साझा कर देशसेवा के गौरवशाली क्षणों को याद किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जिले के तीन शहीद सेनानियों के परिवारों को सम्मानित किया। इनमें शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टा, शहीद राजेश बारा और शहीद अशोक राम भगत के परिजन शामिल थे। मुख्यमंत्री ने इन परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। शहीद हवलदार शिमोन केरकेट्टा की पत्नी तेरेसा केरकेट्टा को चलने में हो रही कठिनाई को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें व्हीलचेयर प्रदान किया।मुख्यमंत्री ने शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टा के अदम्य साहस को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 1966 में मिजोरम में देश के दुश्मनों से लड़ते हुए प्राणों की आहुति दी। वहीं शहीद राजेश बारा ने 2002 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्योछावर किए। शहीद अशोक राम भगत ने 2020 में सिक्किम के ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान देश की रक्षा करते हुए शहादत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वीर सपूतों के बलिदान और योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने भारतीय सशस्त्र सेनाओं के पहले कमांडर इन चीफ फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा के योगदान को याद करते हुए कहा कि सशस्त्र सेना वयोवृद्ध दिवस हमारे जवानों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन है। यह दिन शांति और स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष और बलिदान को स्मरण करता है। कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गोमती साय और जिला भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के अधिकारी व सदस्यगण उपस्थित थे। -
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सुशासन से समृद्धि की ओर' थीम पर आधारित है छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष का कैलेंडरक्यू आर कोड के नए फीचर्स ने कैलेंडर को बनाया खासमुख्यमंत्री के वीडियो संदेश के साथ ही शासन की उपलब्धियों की भी मिलेगी जानकारीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष 2025 के शासकीय कैलेंडर का विमोचन किया। कैलेंडर के कवर पेज में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की फोटो के साथ 'सुशासन से समृद्धि की ओर' के मूलमंत्र को दर्शाया गया है। छत्तीसगढ़ शासन के वार्षिक कैलेंडर में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ वासियों के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव को दिखाया गया है।विमोचन के अवसर पर कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम और लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि 'सुशासन से समृद्धि' के मूलमंत्र पर आधारित यह कैलेंडर हमारे शासन की प्राथमिकताओं और उपलब्धियों का प्रतीक है। इसमें हमने राज्य की जनकल्याणकारी योजनाओं को समाहित किया है, जो छत्तीसगढ़ को समृद्धि और विकास के नए आयामों तक ले जाएंगी। उन्होंने मकर संक्रांति के पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह साल हमारे प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली का स्वर्णिम वर्ष होगा।
क्यूआर कोड के नए फीचर्स ने कैलेंडर को बनाया खासरजत जयंती वर्ष 2025 के कैलेंडर में कुछ नए फीचर्स को समाहित किया गया है जिसने इसे और आकर्षक बना दिया है। कैलेंडर के प्रत्येक माह में एक क्यूआर कोड दिया गया है, जिसमें उस माह के विशेष अवसरों पर आधारित मुख्यमंत्री के वीडियो संदेश को सुना जा सकता है। इसी के साथ ही नए संदेश और शासन की उपलब्धियों की जानकारी निरंतर मिलती रहेगी। कैलेंडर के प्रत्येक माह के लिए उस महीने का क्यू आर कोड ही एक्टिव रहेगा। इसके साथ ही कैलेंडर के प्रत्येक पेज में छत्तीसगढ़ से जुड़े प्रमुख तथ्य के बारे में भी बताया गया है।
कैलेंडर के प्रत्येक माह में दिखेगी शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की झलकशासकीय कैलेंडर के जनवरी माह में छत्तीसगढ़ सरकार की श्री रामलला दर्शन योजना के माध्यम से अयोध्या और काशी की निःशुल्क यात्रा कर लौटे श्रद्धालुओं की तस्वीर दिखाई गई है। इस योजना से बड़ी संख्या में प्रदेश के लोगों को प्रभु श्री राम के दर्शन का लाभ मिल रहा है। इसी तरह फरवरी माह में राजिम कुंभ कल्प के वैभव की तस्वीर को साझा किया गया है। वहीं मार्च माह में 70 लाख माताओं-बहनों की खुशियों को दर्शाती तस्वीर है, जिनके जीवन में महतारी वंदन योजना से बड़ा बदलाव आया है।कैलेण्डर के अप्रैल माह में वनांचल में रहने वाले लोगों के जीवन में तेंदूपत्ता संग्रहण से आए बदलाव की तस्वीर है। शासन ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए पारिश्रमिक दर को 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 5 हजार 500 रुपए कर दिया है। मई माह में श्रमिकों के सम्मान में चलाई जा रही वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना की तस्वीर है। इस योजना के माध्यम से श्रमिकों के लिए 5 रुपए में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। जून के महीने में स्कूली बच्चों की तस्वीर साझा की गई है। साथ ही छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू किए जाने और 18 स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई कराए जाने का भी उल्लेख किया गया है।
इसी तरह जुलाई के महीने में किसानों की समृद्धि के लिए संचालित कृषक उन्नति योजना के बारे में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ के किसान की खुशहाली की तस्वीर को प्रदर्शित किया गया है। अगस्त माह में देश की सुरक्षा में तैनात महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीर दिखाई गई है। सितंबर माह में प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से पक्के घर का सपना पूरा हो रहे खुशहाल हितग्राहियों की तस्वीर है। इन दोनों ही योजनाओं से विशेष पिछड़ी जनजातियों और गरीब परिवारों को आवास मुहैया हो रहा है।अक्टूबर माह में बस्तर संभाग की खुशहाली और बदलती हुई तस्वीर को साझा किया गया है। बस्तर ओलंपिक की इस तस्वीर में तीरंदाजी में हाथ आजमाते युवा अपने सुरक्षित भविष्य का सपना गढ़ रहे हैं। इसी तरह नवंबर माह में धान खरीदी महापर्व के गौरव को दिखाया गया है। वही दिसंबर माह में शासन की नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से दूरस्थ आदिवासी बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं के विकास और क्षेत्र में शांति स्थापना के संकल्प को प्रदर्शित किया गया है। -
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मुख्यमंत्री ने किया सुकमा जिले में 205 करोड़ रुपए के 137 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास
रायपुर : माओवाद एक कैंसर की तरह है। कैंसर को समाप्त करना है तो इसकी जड़ पर प्रहार करना जरूरी होता है। माओवादी बस्तर के कुछ इलाकों में जोंक की तरह चिपक गये थे और यहां के स्थानीय लोगों को डरा-धमका कर शोषण कर रहे थे। ये स्थल उनके सबसे सुरक्षित पनाहगाह थे। हमने माओवादियों की माँद में घुसकर उन पर हमले का निर्णय लिया। हमारे सुरक्षाबलों के जवानों के अदम्य साहस से हमने इन माओवादियों का मुकाबला किया और उनको धूल चटाई। बीते एक साल में विभिन्न मुठभेड़ों में हमारे सुरक्षाबलों ने 230 से अधिक माओवादियों को मार गिराया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सुकमा जिले के मिनी स्टेडियम में विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जिस पावन भूमि पर भगवान श्रीराम के पुण्य चरणों का स्पर्श हुआ। उस भूमि का मैं सादर अभिनंदन करता हूँ।माओवादी हिंसा ने बस्तर संभाग के साथ ही सुकमा जिले को भी हिंसा की आग में झोंक दिया था। इससे सुकमा जिले का विकास बुरी तरह प्रभावित हुआ था।एक साल में हमारी सरकार ने सुकमा जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये और इस पर तेजी से क्रियान्वयन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में आज हमने यहां 205 करोड़ रुपए के 137 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है।इन कार्यों में 39 करोड़ रुपए की राशि के 82 कार्यों का लोकार्पण एवं 166 करोड़ रुपए के 55 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इन कार्यों में सबसे महत्वपूर्ण कार्य सुकमा नगरपालिका में 83 करोड़ रुपए की लागत से जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन है। इसके साथ ही 14 करोड़ रुपए की राशि से केरलापाल से पोंगाभेज्जी मार्ग के निर्माण का भूमिपूजन भी हमने किया। उन्होंने कहा कि सुकमा में खेल अधोसंरचना बेहतर हो, इसके लिए 11 करोड़ रुपए की लागत से हम स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनाने जा रहे हैं। इसका भी हमने आज भूमिपूजन किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुनियोजित रणनीति के तहत हमने माओवाद प्रभावित इलाकों में कैंपों का विस्तार किया और सुरक्षा का नेटवर्क विस्तृत किया।अब माओवादी बहुत सीमित इलाके में सिमट गये हैं और बौखलाहट में हैं। इसके चलते वे कायराना हरकत कर रहे हैं। माओवादियों द्वारा हमारे जवानों के काफिले पर आईईडी ब्लास्ट की घटना में जो जवान शहीद हुए, वे बस्तर के माटीपुत्र ही थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुकमा की इस धरती पर हम सब पुनः संकल्प लेते हैं कि माओवाद को जड़ से नष्ट करेंगे। हमारे शहीद जवानों की शहादत का बदला लेंगे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम कैंपों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा दिलाने के साथ ही विकास के लिए भी काम कर रहे हैं। इसके लिए हमने कैंप के पांच किमी की परिधि में आने वाले गांवों के विकास के लिए नियद नेल्ला नार योजना आरंभ की जिसके माध्यम से सभी बुनियादी सुविधाएं इन ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध कराई जा रही है। जो माओवादी अपने लिए सबसे अच्छे हथियार, संचार के नये उपकरण का इस्तेमाल करते हैं उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों को इतने दहशत में रखा कि यहां के लोग टेलीविजन से भी दूर रहे।माओवादी कमांडर का गांव पूवर्ती विकास के मामले में कई बरस पिछड़ा हुआ था। लोगों ने बिजली नहीं देखी थी, टेलीविजन नहीं देखा। अब पूवर्ती गांव सोलर लाइट से रौशन है। आजादी के 78 साल बाद पहली बार दूरदर्शन लोगों ने देखा। यह लोगों के लिए चमत्कार की तरह था। ग्राम सालातोंग में 78 साल बाद बिजली आई है। बिजली के आने से यहां विकास का उजाला भी तेजी से फैला है। अब यहां के बच्चे अच्छी तरह से पढ़ाई कर पाएंगे। विकास की मुख्य धारा में शामिल हो पाएंगे। लोगों को आवागमन के लिए राहत हो, इसके लिए यहां पर हक्कुम मेल चलाई जा रही है। इन बसों के चलते लोगों का जीवन आसान हो गया है। स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचना आसान हो गया है।इस योजना के माध्यम से पहली बार लोगों के आधार कार्ड बने, आयुष्मान कार्ड बने और किसान क्रेडिट कार्ड भी बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महतारी वंदन योजना के माध्यम से हम सुकमा जिले की 52 हजार 220 माताओं को हर महीने एक हजार रुपए की राशि अंतरित कर रहे हैं। हमारी सरकार ने 6000 से अधिक हितग्राहियों के लिए प्रधानमंत्री आवास की किश्त जारी कर दी है। हमारी सरकार ने तेंदूपत्ता संग्रहण दर 4 हजार रुपए से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए कर दी है और 63 हजार से अधिक हितग्राहियों को अब तक 77 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान कर चुके हैं। बस्तर ओलंपिक में बस्तर संभाग के 1 लाख 65 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें सुकमा जिले से भी बड़ी संख्या में खिलाड़ी शामिल हुए। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी मन की बात कार्यक्रम में इसकी प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भ्रष्टाचार के सभी मामलों में हमारी सरकार कठोरता से कार्रवाई करेगी। किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा। इस अवसर पर "मावा सुकमा - बदलता सुकमा" कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने सुकमा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना और नक्सल पुनर्वास योजना के तहत आत्मसमर्पित दो पूर्व नक्सलियों के अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत पर दोनों जोड़ों को सुखद वैवाहिक जीवन हेतु आशीर्वाद दिया और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री साय की मौजूदगी में दो एमओयू भी किए गए जिसमें पहला एमओयू जिला प्रशासन ने लाइवलीहुड कालेज में कौशल विकास हेतु आईटीसी प्रथम संस्था के साथ किया, जबकि दूसरा एमओयू जिला पंचायत द्वारा वेस्ट मैनजमेंट के लिए बस्तर जिले के एमआरएफ वेस्ट मैनेजमेंट के साथ किया गया। सुकमा की महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग हेतु आकांक्षा ब्रांड के नाम से नामकरण किया गया।
सुकमा प्रवास के दौरान समग्र शिक्षा आकार (दिव्यांग) के राहुल पदामी ने मुख्यमंत्री को पेंटिंग भेंट की। मुख्यमंत्री ने दिव्यांग रघुनाथ नाग और सोडी बीड़े को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। नीट कोचिंग से एमएमबीएस के पढ़ाई के लिए चयनित सिल्की नेताम और गुलशन मुड़ियामी तथा बस्तर ओलंपिक में संभागीय प्रतियोगिता में भाला फेंक में पहला स्थान पाने वाली सुकमा की खिलाड़ी पायल कवासी को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के आश्रित पंडा सुनीता, श्रीमती पोडियाम सन्नी को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
कार्यक्रम को वन मंत्री श्री केदार ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने का प्रयास कर रही है। सुकमा जिला के गठन के बाद से लगातार विकास के कार्य हो रहे हैं। कार्यक्रम को बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग सदस्य सुश्री दीपिका सोरी, गणमान्य जनप्रतिनिधि श्री धनीराम बारसे, आयुक्त बस्तर श्री डोमन सिंह, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर श्री सुंदरराज पी सहित जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आत्मसमर्पित नक्सलियों ने की गृहस्थ जीवन की शुरूआत
मुख्यमंत्री श्री साय ने परिणय सूत्र में आबद्ध महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा को दिया आशीर्वाद
रायपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के घने जंगलों में माओवादी हिंसा की जगह अब प्रेम और विश्वास की नई इबारत लिखी जा रही है। माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्य धारा से जुड़ने वाले महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के समक्ष परिणय सूत्र में आबद्ध होकर वैवाहिक जीवन की नई शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने परिणय सूत्र में आबद्ध दोनों नवदम्पत्तियों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की। यह कहानी सुकमा जिले की बदलती तस्वीर है, जहां कभी बन्दूकें गूंजती थी, अब वहां शहनाईयां गूंज रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज 13 जनवरी को 206 करोड़ रूपए से अधिक विकास कार्याें की सौगात देने के लिए सुकमा के मिनी स्टेडियम में पहुंचे थे। लगभग सात माह पहले नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करने वाले मौसम महेश और हेमला, मड़कम पाण्डू और रव्वा भीमे ने जिला प्रशासन सुकमा से आग्रह किया था कि वह मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में परिणय सूत्र में आबद्ध होकर नये जीवन की शुरूआत करना चाहते हैं।
जिला प्रशासन ने उन चारों को भरोसा दिलाया था कि मुख्मयंत्री श्री साय का जब भी सुकमा में आगमन होगा, उस दिन मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत उनका विवाह विधिविधान से सम्पन्न कराया जाएगा। आज 13 जनवरी को मुख्यमंत्री के सुकमा प्रवास के दौरान वहां के मिनी स्टेडियम में इन चारों आत्मसमर्पितों का विधि-विधान से विवाह मुख्यमंत्री श्री साय की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ, जिसके साक्षी वहां मौजूद हजारों-हजार लोग बने। सभी ने नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की।ज्ञात रहे कि गगनपल्ली गांव के रहने वाले मौसम महेश और डुब्बामरका की रहने वाली हेमला मुन्नी तथा कन्हाईपाड़ निवासी मड़कम पाण्डू और सल्लातोंग की रव्वा भीमे ये चारों पहले नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे। छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर इन चारों ने जून 2024 में नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया था। मौसम महेश लगभग बारह साल तक नक्सल संगठन से जुड़े रहे। मड़कम पाण्डू और हेमला मुन्नी 9 साल तक तथा रव्वा भीमे 6 साल तक नक्सल संगठन और उसकी गतिविधियों से जुड़ी रहीं।
परिणय सूत्र में आबद्ध होने के बाद मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आशीर्वाद प्राप्त करके हुए महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने बताया कि उन्हें रास्ता भटकने और हिंसा में संलिप्त रहने का बेहद अफसोस है। छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर वे चारों विकास और शांति की मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला लिया। उनका कहना था कि सरकार की जनहितैषी नीतियों से प्रभावित होकर विभिन्न नक्सल संगठनों से जुड़े कई युवा साथी आत्मसमर्पण कर चुके हैं और कई साथी आत्मसमर्पण करने का मन बना चुके हैं।
उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने और समाज में सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार, मकान और पुनर्वास के लिए आर्थिक सहायता मिल रही है। यह कहानी न केवल प्रेम की जीत की है, बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति की सफलता का प्रतीक है। परिणय सूत्र में आबद्ध होकर इन चारों युवक-युवतियों ने यह साबित कर दिया है कि प्यार, विश्वास और सहानुभूति से नफरत और हिंसा को हराया जा सकता है। -
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बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को मिलेगी 167 करोड़ रूपए के विकास कार्याें की सौगात
छत्तीसगढ़ी, बॉलीवुड और भोजपुरी कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा संगम
ट्राइबल फैशन वॉक में बिखरेगी स्थानीय संस्कृति की छटा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में 14 जनवरी को दोपहर 12 बजे तीन दिवसीय भव्य तातापानी महोत्सव संक्रांति परब का शुभारंभ होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को 167.25 करोड़ रूपए के विकास कार्याें की सौगात देंगे, जिसमें 124.10 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित होने वाले 134 निर्माण कार्याें का भूमिपूजन और 43.14 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 58 कार्याें का लोकार्पण शामिल हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के तातापानी में आयोजित इस तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ी, बॉलीवुड और भोजपुरी के कलाकारों द्वारा शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। महोत्सव के प्रथम दिन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 300 जोड़े परिणय सूत्र में आबद्ध होेंगे।
तातापानी महोत्सव संक्रांति परब के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता आदिम जाति कल्याण एवं कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम करेंगे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री चिंतामणि महाराज, विधायक श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा एवं श्रीमती शकुन्तला सिंह पोर्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री निशा नेताम, उपाध्यक्ष श्रीमती राधा देवी सिंह देव, जनपद अध्यक्ष श्री विनय पैकरा एवं श्रीमती शारदा देवी सिंह विशिष्ठ अतिथि होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत छत्तीसगढ़ी गायिका गरिमा दिवाकर एवं उनकी टीम द्वारा छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति एवं छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी।
तातापानी महोत्सव के दूसरे दिन कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम के मुख्य आतिथ्य में किसान संगोष्ठी एवं पंच-सरपंच सम्मेलन का आयोजन होगा। सांस्कृतिक संध्या के अंतर्गत 15 जनवरी को बॉलीवुड के कम्पोजर एवं सिंगर मिथुन एवं स्थानीय छात्र-छात्राओं द्वारा ट्राईबल फैशन वॉक की प्रस्तुति दी जाएगी। तातापानी महोत्सव का समापन 16 जनवरी को महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की मौजूदगी में संध्या 4 बजे होगा। इससे पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत भोजपुरी अभिनेत्री एवं गायिका अक्षरा सिंह, स्कूली छात्र-छात्राओं और इंडियन रोलर म्यूजिक बैंड भिलाई द्वारा कार्यक्रमों की प्र्रस्तुति दी जाएगी।
गौरतलब है कि अपने गर्म जल स्त्रोत एवं धार्मिक महत्व के कारण देश भर में विख्यात तातापानी में मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर 14 से 16 जनवरी तक भव्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। यहां छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। -
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जशपुर जिले के पमशाला में तीन दिवसीय अखिल भारतीय कंवर समाज के वार्षिक सम्मेलन का होगा आयोजन
जशपुर जिले को 87 करोड़ के विकास कार्याें मिलेगी सौगात
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में 14 जनवरी को जशपुर जिले के पमशाला में अखिल भारतीय कंवर समाज के तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ होगा। शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. नंद कुमार साय करेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इस अवसर पर जशपुर जिले को 87. करोड़ 31 लाख 98 हजार रूपए के विकास कार्याें की सौगात देंगे, जिसमें 85 करोड़ रूपए की लागत वाले 483 कार्याें का भूमिपूजन एवं 2.23 करोड़ की लागत से निर्मित 24 कार्याें का लोकार्पण शामिल हैं।
कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गोमती साय, श्री लालजीत सिंह राठिया, श्री फूल सिंह राठिया, पूर्व मंत्री श्री सत्यानंद राठिया, पूर्व विधायक श्री शिवशंकर साय एवं रोहित साय, श्री एम.एस. पैकरा, अखिल भारतीय कंवर समाज के महिला प्रभाग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती कौशल्या देवी साय विशिष्ठ अतिथि होंगे।