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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
परिजनों से भेंट कर भावुक हुए मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री ने कहा - नक्सलियों द्वारा किया गया कायराना हमला न केवल हमारे जवानों पर, बल्कि लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर भी प्रहारकिसी भी हाल में हिंसा और आतंक को सहन नहीं किया जाएगा, नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान निरंतर रहेगा जारी - मुख्यमंत्रीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज दंतेवाड़ा के कारली पुलिस लाइन में सोमवार को बीजापुर जिले के कुटरू-बेदरे मार्ग पर ग्राम अंबेली में आईडी ब्लास्ट में शहीद जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कदम पर राज्य सरकार उनके साथ है। उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री एवं प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप, विधायक दंतेवाड़ा श्री चौतराम अटामी, विधायक बीजापुर श्री विक्रम मण्डावी, पूर्व सांसद श्री दीपक बैज, पूर्व विधायक श्रीमती देवती कर्मा सहित डीजीपी श्री अशोक जुनेजा,मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, एडीजीपी श्री विवेकानंद सिन्हा, कमिश्नर बस्तर श्री डोमन सिंह, आईजी बस्तर रेंज श्री सुंदरराज पी,डीआईजी द्वय श्री कमलोचन कश्यप एवं श्री अमित काम्बले, कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव राय सहित पुलिस एवं सीआरपीएफ के अधिकारी तथा अन्य जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा शहीद जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शव पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री श्री साय सहित उपमुख्यमंत्री एवं वन मंत्री ने शहीद जवान बामन सोढ़ी के पार्थिव शरीर को कंधा देकर उनके गृह ग्राम के लिए रवाना किया। साथ ही अन्य शहीद जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शव को उनके गृह ग्राम रवाना किया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बीजापुर के कुटरू क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किया गया कायराना हमला न केवल हमारे जवानों पर, बल्कि लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर प्रहार है। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान निरंतर जारी रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि किसी भी हाल में हिंसा और आतंक को सहन नहीं किया जाएगा। हमारी सरकार बस्तर संभाग में शांति स्थापित करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है और मार्च 2026 तक प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त होकर ही रहेगा। उल्लेखनीय है कि बीजापुर जिले के कुटरू क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट के चपेट में आने से डीआरजी के 8 जवान सहित एक वाहन चालक शहीद हो गए। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने महासमुंद जिले में 217 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन
रायपुर : श्रद्धेय अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य बनाया है और हमारा संकल्प है कि-हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को संवारेंगे। डबल इंजन की सरकार बनने से केन्द्र सरकार से छत्तीसगढ़ को भरपूर समर्थन मिल रहा है। हाल ही में केन्द्र सरकार ने सड़क और हवाई कनेक्टीविटी के साथ-साथ कई रेल परियोजनाओं की भी मंजूरी दी हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने एक साल में ही मोदी की गारंटी के ज्यादातर कामों को पूरा कर लिया है। सबका साथ-सबका प्रयास और सबका विकास के क्रम में महासमुंद जिले में विकास का पहिया अब तेजी से घूम रहा है।आने वाले समय में विकास में और तेजी आएगी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज महासमुंद में विभिन्न विकास कार्यों के लोकर्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने 217 करोड़ 17 लाख रुपए की लागत के 419 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 111 करोड़ रूपये के 335 कार्यों का लोकार्पण और 106 करोड़ रूपये के 84 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। कार्यक्रम में 271 हितग्राहियों को करीब सवा करोड़ रूपये की सामग्रियों का वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों के लिए 18 लाख आवास स्वीकृति की गारंटी दी थी। उसे पूरा करते हुए शपथ के दूसरे ही दिन ही हमारी सरकार ने आवासहीन हितग्राहियों के आवास की स्वीकृति दी। अभी साढ़े तीन लाख आवास की स्वीकृति और मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महासमुंद जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। प्राचीन नगरी सिरपुर और देवाधिदेव भगवान गंधेश्वरनाथ महादेव की ख्याति पूरे देश में है। लक्ष्मण मंदिर को विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने की दिशा में हम तेजी से प्रयास कर रहे हैं। इको पयर्टन के क्षेत्र में कोडार जलाशय को विकसित किया जा रहा है। वहीं शिशुपाल पर्वत का सौंदर्यीकरण करने की दिशा में भी काम हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महासमुंद जिला मुख्यालय की प्रमुख सड़क बरोंडा चौक महासमुंद से बम्हनी तक सड़क चौड़ीकरण और पुल-पुलिया निर्माण का हमने शिलान्यास किया है। अब इस मार्ग पर आवागमन सुलभ होगा। इसी प्रकार महासमुंद से तुमगांव-अछोला मार्ग चौड़ीकरण और सात महतारी सदन निर्माण के लिए भी शिलान्यास हुआ है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में हमारी सरकारी निरंतर कार्य कर रही है। निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ योजना में महासमुंद ने राज्य में अव्वल स्थान हासिल किया है। महासमुंद जिले के कुल 551 ग्राम पंचायतों में से 292 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करके महासमुंद ने छत्तीसगढ. में प्रथम स्थान हासिल किया है। महासमुंद के हृदय स्थल पर सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण कराया जा रहा है। खिलाड़ियों के लिए सिंथेटिक ट्रेक का निर्माण कराया गया है। इस तरह से युवाओं के बौद्धिक और समन्वित विकास के लिए कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार किसान भाईयों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ और 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीद रही है। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी की जयंती सुशासन दिवस पर गारंटी के अनुरूप हमने किसानों को दो साल के बकाया धान बोनस का भुगतान भी कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बारिश अच्छी होने के साथ ही फसल भी अच्छी हुई है, इस वर्ष 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्री रामलला दर्शन योजना का शुभारंभ कर प्रदेश के श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए भेज रही है। अभी तक 20 हजार राम भक्तों को रामलला का दर्शन लाभ मिल चुका है। महतारी वंदन योजना में हम प्रदेश की 70 लाख से अधिक माता और बहनों को प्रतिमाह एक हजार रुपए भुगतान कर रहे हैं। महासमुंद जिले की सवा तीन लाख से अधिक माताओं-बहनों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। कार्यक्रम को सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा, बसना विधायक श्री संपत अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 07 जनवरी को बीजापुर जिले के कुटरू में आईईडी ब्लास्ट में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने दंतेवाड़ा जाएंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार श्री साय सवेरे 9.35 बजे पुलिस लाईन हेलीपेड रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 10.50 बजे दंतेवाड़ा पहुंचेंगे और वहां शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम के बाद पूर्वान्ह 11.35 बजे कारली पुलिस लाईन हेलीपेड से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 12.55 बजे गरियाबंद जिले के राजिम स्थित कॉलेज ग्राउण्ड स्टेडियम पहुंचेंगे। श्री साय दोपहर 1.35 बजे राजिम में मंदिर दर्शन करेंगे और राजिम माता जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री अपरान्ह 3 बजे रायपुर लौट आएंगे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज पुलिस परेड ग्राउंड हेलीपेड में रायपुर आटोमोबाईल डिलर्स एसोसियेशन (राडा) के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस दौरान 15 जनवरी से 15 फरवरी तक राजधानी रायपुर के साइंस कालेज ग्राउण्ड में आयोजित ऑटो एक्सपो 2025 के पोस्टर का विमोचन किया। इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल एवं रायपुर उत्तर के विधायक श्री पुरंदर मिश्रा भी उपस्थित थे। एसोसियेशन के अध्यक्ष श्री रविन्द्र भसीन एवं प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को ऑटोएक्सपो 2025 के उद्घाटन हेतु मुख्य अतिथि के रूप में सम्मलित होने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने इस आमंत्रण के लिए एसोसिएशन के सदस्यों को धन्यवाद दिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री भसीन ने मुख्यमंत्री श्री साय को बताया कि इस एक्सपो में छत्तीसगढ़ के प्रमुख ऑटोमोबाइल व्यवसायी भाग लेंगे। प्रदर्शनी में दोपहिया, चारपहिया, कमर्शियल वाहन, ट्रैक्टर डीलर्स, फाइनेंसर, ऑइल एजेंसी सहित ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न श्रेणियों के 200 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे।
इस दौरान नवीनतम वाहनों का प्रदर्शन किया जाएगा और लोगों को नई तकनीक की जानकारी दी जाएगी। पोस्टर विमोचन के दौरान राडा के उपाध्यक्ष कैलाश खेमानी, सचिव विवेक अग्रवाल, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ़ कामर्स के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर परवानी, फेडरेशन ऑफ़ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री मनीष राज सिंघानिया उपस्थित थे |
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छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर मुख्यमंत्री साय के विजन से अमेरिकी राजदूत हुए परिचितरक्षा, लॉजिस्टिक्स, आईटी और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में निवेश को लेकर हुई अहम चर्चाछत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन के क्षेत्र में सरप्लस स्टेट, यहां निवेश की अपार संभावनाएं: राजदूत श्री एरिक गार्सेटीमुख्यमंत्री ने भेंट किए छत्तीसगढ़ हर्बल के स्थानीय उत्पादमुख्यमंत्री के साथ चाय का आनंद लेकर श्री गार्सेटी ने कहा - आई लव चायरायपुर : छत्तीसगढ़ आना मेरा सपना था, मैने छत्तीसगढ़ की प्रकृति और यहां के पर्यटन स्थलों, संस्कृति के विषय में बहुत कुछ पढ़ और सुन रखा था। आज यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। यह बात मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुख्यमंत्री निवास में आत्मीय मुलाकात के दौरान भारत में अमेरिका के राजदूत श्री एरिक गार्सेटी ने कही। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शांत और सुंदर प्रदेश है। इस सुंदर प्रदेश की विकास यात्रा में अब अमेरिका भी साझेदार बनेगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात के दौरान राजदूत श्री गार्सेटी ने राज्य में निवेश को बढ़ावा देने, सांस्कृतिक पहलुओं और आर्थिक संभावनाओं पर गहन चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने उन्हें छत्तीसगढ़ में हो रहे विकास कार्यों और नई औद्योगिक नीति से निवेशकों के लिए बने अनुकूल वातावरण के बारे में विस्तार से बताया। श्री साय ने कहा कि हमारा राज्य वैश्विक निवेशकों के लिए खुला है और यहां हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है। अमेरिका जैसे मित्र राष्ट्रों का सहयोग हमारे लिए गौरव की बात है।चर्चा के दौरान राजदूत श्री गार्सेटी ने कहा छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन के क्षेत्र में सरप्लस स्टेट है। यहां ऊर्जा, रक्षा, लॉजिस्टिक्स, आईटी और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। राजदूत ने कहा, हम छत्तीसगढ़ में विभिन्न अमेरिकी कंपनियों के निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में मिलकर काम करेंगे। छत्तीसगढ़ वैश्विक निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन सकता है। मुख्यमंत्री ने श्री गार्सेटी से कहा कि सभी निवेशकों का छत्तीसगढ़ में स्वागत है और उनके लिए सभी जरूरी सुविधाएं देने का काम सरकार करेगी।राजदूत श्री गार्सेटी ने कहा परिवार के साथ आऊंगा बस्तर
मुख्यमंत्री श्री साय ने बातचीत के बीच अमेरिकी राजदूत श्री एरिक गार्सेटी से कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ एक सुंदर प्रदेश है। यहां प्रकृति की गोद में बसे मनोरम पर्यटन स्थल हैं। आप छत्तीसगढ़ आए है तो बस्तर जरूर घूमें। मुख्यमंत्री के आग्रह पर श्री गार्सेटी ने कहा कि मैं पूरे परिवार के साथ बस्तर जरूर घूमने आऊंगा। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय एवं राजदूत श्री गार्सेटी के बीच विभिन्न विषयों पर बात हुई। मुख्यमंत्री से राजदूत ने कई रोचक प्रश्न भी किए। मुख्यमंत्री श्री साय ने भी बड़ी सहजता से अपने सार्वजनिक व व्यक्तिगत जीवन से जुड़े विषयों पर बातचीत की। दोनों ने घर के सदस्यों के बारे में जानकारी ली, उनका हालचाल जाना। बड़े मित्रवत अंदाज में दोनों इन बातों को साझा कर रहे थे, जिससे यह लगा ही नहीं कि वे पहली बार मिल रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राजदूत श्री गार्सेटी के भांगड़ा डांस और हिन्दी सिनेमा के गानों के प्रति उनके जुड़ाव की खूब प्रशंसा की। इस पर श्री गार्सेटी ने मुख्यमंत्री से कहा कि अगली दिवाली हम साथ मनाएंगे और डांस करेंगे।
छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर जाना मुख्यमंत्री का विजन
मुख्यमंत्री श्री साय से बातचीत में राजदूत श्री गार्सेटी ने छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर मुख्यमंत्री के विजन और इस दौरान आ रही चुनौतियों पर भी बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा के विपुल भण्डार वाला अग्रणी राज्य है। कई रेयर अर्थमेटल भी छत्तीसगढ़ में पाए जाते है। लिथियम आयन की नीलामी करने वाला देश का पहला राज्य है। 44 प्रतिशत वन क्षेत्र यहां मौजूद है। छत्तीसगढ़ के समावेशी विकास के लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है। श्री साय ने उन्हें हाल ही में राजधानी नई दिल्ली में आयोजित इंवेस्टर मीट की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 50 हजार करोड़ रूपए से अधिक के निवेश के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह प्रदेश की नई औद्योगिक नीति की बड़ी सफलता है। प्रदेश भौगोलिक रूप से महत्वूपर्ण स्थान रखता है। बढ़ते रेल, हवाई और रोड कनेक्टिविटी ने निवेशकों को आकर्षित करने का काम किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही महतारी वंदन योजना के बारे में भी उन्हें जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश का आदिवासी बाहुल्य बस्तर क्षेत्र नक्सल प्रभावित है, जो अब तक बड़ी चुनौती बनी हुई थी। हमारी सरकार इन इलाकों में शांति स्थापना की दिशा में और आदिवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से इन दूरस्थ अंचलों में मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने का काम तेजी से हो रहा है। नए कैम्प खुलने से नक्सलियों का दायरा सिमटा है और विकास का रास्ता तेजी से खुल रहा है।मुख्यमंत्री ने बस्तर ओलंपिक के सफल आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसके माध्यम से बस्तर के युवा, बुजुर्ग, महिलाओं ने मिलकर न केवल अपनी क्षमता और खेल कौशल को दिखाया बल्कि शांति का बड़ा संदेश देने का काम किया। राजदूत श्री गार्सेटी ने कहा कि बस्तर ओलंपिक में ओलंपिक विजेता एथलीट को भी आमंत्रित करें ताकि दुनिया बस्तर को जाने और बस्तर भी दुनिया से उस अंदाज से जुड़ पाए। मुख्यमंत्री ने उनके इस सुंदर के लिए धन्यवाद दिया। श्री गार्सेटी ने मुख्यमंत्री को 2028 में अमेरिका में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया।
चाय की चुस्कियों के साथ स्वीकार किया मुख्यमंत्री का आतिथ्य, कहा आई लव चाय
छत्तीसगढ़ प्रवास पर पहुंचे अमेरिकी राजदूत श्री गार्सेटी जब मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मिले तो उन्होंने शॉल और बेलमेटल की नंदी भेंट कर उनका छत्तीसगढ़ में स्वागत किया। अतिथि परम्परा निभाते हुए जब मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि आप चाय या कॉफी क्या लेना पसंद करेंगे, मुख्यमंत्री श्री साय की बात सुनते ही राजदूत श्री गार्सेटी ने कहा कि आई लव चाय और मुख्यमंत्री के साथ चाय का आनंद लिया। इस दौरान उन्होंने गुड़ के रसगुल्ले का भी स्वाद चखा। मुख्यमंत्री ने श्री गार्सेटी एवं उनके सहयोगियों को छत्तीसगढ़ हर्बल के स्थानीय उत्पाद उपहार स्वरूप भेंट किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव सर्व श्री राहुल भगत, सचिव श्री पी. दयानंद, सचिव डॉ. बसवराजु एस, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. रवि मित्तल, संचालक उद्योग श्री प्रभात मलिक और अमेरिकी राजदूत के साथ आए अन्य अधिकारी मौजूद रहे। -
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धवलपुर, जिडार, जुगाड़ एवं पीपरछेड़ी में बनेगा सर्वसुविधायुक्त छात्रावासविशेष पिछड़ी जनजाति बच्चों को अब पढ़ाई के लिए मिलेगी बेहतर सुविधा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने किया शिलान्यास
रायपुर : गरियाबंद के वनांचल क्षेत्रों में रहने वाले विशेष पिछड़ी जनजातियों के बच्चों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज गरियाबंद प्रवास के दौरान केन्द्र सरकार की विशेष योजना ‘पीएम जनमन’ के तहत 4 नये छात्रावास भवनों का शिलान्यास किया। ये छात्रावास धवलपुर, जिडार, जुगाड़ और पीपरछेड़ी में बनाए जाएंगे। इन छात्रावासों को पूर्ण करने के लिए 10 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई है।
उल्लेखनीय है कि वनांचल गरियाबंद जिले में कमार विशेष पिछड़ी जनजाति निवास करती है। इन वर्गों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए पीएम जनमन योजना के तहत इन छात्रावासों का निर्माण किया जा रहा है। इससे इन वर्गों के बच्चों की पढ़ाई निरंतरता आएगी। साथ ही वे अपने बेहतर कैरियर का भी निर्माण कर सकेंगे। पीएम जनमन योजना के तहत बनाए जाने वाले ये छात्रावास सर्वसुविधायुक्त होंगे। इन छात्रावासों में पुस्तकालय एवं कंप्यूटर कक्ष का भी निर्माण किया जाएगा। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज गरियाबंद में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाल में पहुंचकर विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने माताओं के साथ आए शिशुओं का अन्नप्राशन कराया और उन्हें दुलार कर उनके स्वस्थ और सुदीर्घ जीवन के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 6 जनवरी को जांजगीर-चांपा और महासमुंद जिले के दौरे पर रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रायपुर पुलिस ग्राउंड मैदान से पूर्वान्ह 11.35 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर दोपहर 12.15 बजे जांजगीर-चांपा जिले के खोखरा भांठा, जांजगीर पहुंचेंगे और खोखरा में स्पोर्टस कॉम्पलेक्स तथा कचहरी चौक में हसदेव क्रेटर्स हब का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम के बाद कार द्वारा 12.55 बजे हाई स्कूल ग्राउंड जांजगीर आएंगे और वहां विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री जिले के कलेक्टोरेट परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
मुख्यमंत्री अपरान्ह 2.30 बजे पुलिस लाइन हेलीपेड खोखरा भांठा, जांजगीर से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 3.15 बजे महासमुंद जिले के ग्राम मचेवा पहुंचेंगे और कार द्वारा वहां से स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय प्रांगण महासमुंद आएंगे। मुख्यमंत्री यहां विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री शाम 4.50 बजे रायपुर लौट आएंगे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय श्री लोचन प्रसाद पाण्डेय की 4 जनवरी को जयंती पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए सादर नमन किया है। श्री साय ने कहा कि बिलासपुर जिले के छोटे से गांव बालपुर में जन्मे पाण्डेय जी ने अपनी लेखनी से साहित्य के क्षेत्र में विशेष प्रतिष्ठा हासिल की।उन्होेंने छत्तीसगढ़ी, हिन्दी और उड़िया में कई रचनाएं लिखी। श्री लोचन प्रसाद पाण्डेय ने अपनी रचनाओं के माध्यम से संयम और चरित्रोत्थान के लिए पाठकों को प्रेरित किया। श्री साय ने कहा कि ‘‘साहित्य वाचस्पति’’ सम्मान से विभूषित श्री लोचन प्रसाद पाण्डेय का नाम छत्तीसगढ़ के साहित्य गौरव के रूप मेें हमेशा आदर से लिया जाएगा। -
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अब तक 93.44 लाख मीट्रिक टन धान की हो चुकी है खरीदी
18.69 लाख किसानों को धान खरीदी के एवज में 21 हजार करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान
पंजीकृत किसानों के धान विक्रय हेतु 25 जनवरी तक के लिए ऑनलाईन एवं ऑफलाईन टोकन उपलब्ध
किसान सुविधानुसार तिथि का चयन कर धान विक्रय कर सकते है
धान खरीदी के साथ-साथ तेजी से हो रहा धान का उठाव
अब तक 62.72 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी
36.38 लाख मीट्रिक टन धान का हो चुका है उठाव
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक लगभग 93.44 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 18.69 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 21 हजार 040 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है।
धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। धान उठाव के लिए लगभग 62.72 लाख मीट्रिक टन धान के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध अब तक 36.38 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज 02 जनवरी 2025 को 62494 किसानों से 2.90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 81 हजार 926 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 83 हजार 303 टोकन जारी किए गए हैं। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने राजिम कुंभ कल्प की तैयारियों के सम्बन्ध में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर दिए जरूरी निर्देशराजिम कुंभ कल्प 2025: अध्यात्म और संस्कृति का भव्य आयोजन12 से 26 फरवरी तक आयोजित होगा राजिम कुंभ कल्परायपुर : छत्तीसगढ़ के प्रयाग के रूप में प्रसिद्ध राजिम में 12 फरवरी से 26 फरवरी 2025 तक कुंभ कल्प का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष यह अद्भुत धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन 52 एकड़ के नए प्रस्तावित मेला स्थल में संपन्न होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन स्थित बैठक कक्ष में आज राजिम कुंभ कल्प के तैयारियों के संबंध में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने शाही स्नान, गंगा आरती, संत समागम समेत कुंभ कल्प के प्रमुख आयोजनों और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राजिम कुंभ कल्प 2025 धर्म, आस्था और संस्कृति का अद्भुत समागम होगा और यह छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और संस्कृति को प्रदर्शित करने का भी सुंदर माध्यम है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि श्रद्धालुओं को यहां अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त हो और यह आयोजन हमारी गौरवशाली विरासत को देश-दुनिया तक पहुंचाएं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने राजिम कुंभ कल्प के आयोजन में शामिल समस्त विभागों और प्रशासनिक अमले को आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रद्धालुओं के आवागमन की व्यवस्था, सुरक्षा संबंधी उपाय और स्वच्छता के लिए विशेष ध्यान देने को कहा। श्री साय ने कहा कि "हम सबकी जिम्मेदारी है कि इस आयोजन को सफल बनाएं और छत्तीसगढ़ की पहचान के रूप में इसे स्थापित करें। उन्होंने 12 फरवरी को आयोजित माघी पुन्नी स्नान, 21 फरवरी जानकी जयंती के अवसर पर संत समागम और 26 फरवरी को होने वाले शाही स्नान की तैयारी पर विशेष ध्यान देने को कहा।
मुख्यमंत्री श्री साय को अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू ने राजिम कुंभ कल्प 2025 के आयोजन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से आयोजन स्थल में विभिन्न गतिविधियों के लिए निर्धारित स्थानों के बारे में बताया। कुंभ कल्प में नागरिक सुविधाओं, साधु संतों के आवागमन, शाही स्नान और गंगा आरती को लेकर विभाग के तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर राजिम कुंभ कल्प का शुभारंभ होगा और 26 फरवरी महाशिवरात्रि को इसका समापन होगा। राजिम कुंभ कल्प पैरी, महानदी और सोंढूर नदी के संगम पर आयोजित होगा। श्रद्धालु इन पवित्र नदियों में स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।
राजिम कुंभ कल्प के संपूर्ण आयोजन के लिए पर्यटन विभाग को नोडल बनाया गया है। 15 दिनों तक चलने वाले इस कुंभ कल्प में पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी साधु संतों का विराट समागम होगा। माघी पुन्नी स्नान, शाही स्नान, जानकी जयंती के अवसर पर संत समागम विशेष रूप से आयोजित होगा। प्रतिदिन सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन, मेला, मड़ई, मीना बाजार और विभागीय प्रदर्शनी भी कुंभ कल्प का विशेष आकर्षण के रूप में शामिल हैं। बैठक में विधायक श्री रोहित साहू, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, सचिव धर्मस्व श्री अन्बलगन पी., संचालक संस्कृति श्री विवेक आचार्य, आईजी रायपुर श्री अमरेश मिश्रा, कलेक्टर गरियाबंद श्री दीपक अग्रवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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सीमावर्ती जिलों में स्थापित आबकारी चेक पोस्ट को रखें क्रियाशीलआसवनियों, बॉटलिंग इकाईयों, होटल, बार, क्लब की नियमित सघन जांच सुनिश्चित की जाएमहुआ संग्राहकों की आय में वृद्धि के उद्देश्य से अन्य राज्यों की महुआ नीति का अध्ययन करने के निर्देशमुख्यमंत्री ने आबकारी विभाग के कार्यों की समीक्षा कीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेश में अवैध मदिरा के विनिर्माण, धारण, परिवहन एवं विक्रय पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस विभाग के समन्वय से कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश आबकारी विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सीमावर्ती जिलों में स्थापित आबकारी चेक पोस्ट को क्रियाशील रखें। राज्य में स्थित आसवनियों, बॉटलिंग इकाईयों, होटल, बार, क्लब की नियमित सघन जांच सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन में आबकारी विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य में देशी मदिरा की नवीन बॉटलिंग इकाई हेतु प्राप्त आवेदनों पर नियमानुसार त्वरित कार्यवाही की जाए तथा छत्तीसगढ़ के बाहर निर्मित मदिरा की विनिर्माण इकाईयों को छत्तीसगढ़ में स्वयं के विनिर्माण संयंत्र लगाये जाने के लिये प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए उन्हें कार्य अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जाए, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री ने आबकारी विभाग के रिक्त पदों पर भर्ती की कार्यवाही शीघ्र करने के निर्देश दिए।
उन्होंने महुआ संग्राहक वनवासियों को आय के बेहतर साधन उपलब्ध हो सकें, इस उद्देश्य से अन्य राज्यों में प्रचलित महुआ नीति का अध्ययन करने के निर्देश दिये गये। विभाग द्वारा मदिरा दुकानों में कार्यरत कार्मिकों की उपस्थिति के संबंध में लागू आधार सक्षम बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली (AEBAS) की मुख्यमंत्री ने सराहना की। इसी तरह देशी-विदेशी मदिरा के उपभोक्ताओं को उनकी पसंद अनुरूप मदिरा उपलब्धता की जानकारी प्राप्त करने हेतु प्रारंभ किये गये ‘मनपसंद ऐप’ में उपयोगकर्ता के डाटा की गोपनीयता बनाए रखने एवं ऐप में प्राप्त सुझाव एवं शिकायत पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश बैठक में दिये गये। मदिरा दुकानों में आवश्यक साफ-सफाई रखने, मदिरा के ब्राण्ड-लेबल का समुचित प्रदर्शन किये जाने तथा निर्धारित पंजियों का अद्यतन संधारण सुनिश्चित किये जाने के निर्देश भी बैठक में दिये गये।
बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मुकेश कुमार बसंल, श्री राहुल भगत, श्री पी. दयानंद और श्री बसवराजू एस., सचिव सह आयुक्त आबकारी सुश्री आर. संगीता, छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कार्पाेरेशन एवं छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पाेरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्री श्याम लाल धावड़े, विशेष सचिव (आबकारी) श्री देवेन्द्र सिंह भारद्वाज तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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वीणा साहू से फोन पर बात कर उनकी उपलब्धि के लिए दी बधाई, कहा आपने छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है
आदित्य सिंह के पिता से बात कर दी बधाई, कहा आदित्य की पढ़ाई के लिए करेंगे हर संभव मदद
साधारण परिवार के इन युवाओं की उपलब्धि ने प्रदेश को गौरवान्वित किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट नर्सिंग अफसर के रूप में सेवा दे रही छत्तीसगढ़ की बेटी वीणा साहू और राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज में चयनित बस्तर संभाग के फरसगांव के आदित्य सिंह के भारतीय सेना में जाने के जज्बे की सराहना की है। ये दोनों युवा साधारण परिवार से हैं, साधारण पृष्ठभूमि के इन युवाओं ने देश की सेवा और भारतीय सेना में शामिल होने के अपने जुनून और जज्बे के चलते यह मुकाम हासिल किया है। वीणा साहू बालोद जिले के जमरूवा गांव के किसान श्री चेतन साहू की बेटी हैं। वीणा साहू का सपना मिलिट्री में जाने का था, जो उन्होंने अपने लगन और मेहनत से पूरा कर दिखाया। आदित्य सिंह के पिता श्री जयप्रकाश सिंह जनरल स्टोर चलाते हैं। आदित्य के पिता एयरफोर्स में जाना चाहते थे, लेकिन सफल नहीं हो पाए। उनका यह सपना उनके बेटे ने अपनी मेहनत और लगन से साकार कर दिखाया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने वीणा साहू से फोन पर बात कर उन्हें उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी और उनका उत्साहवर्धन किया। वीणा साहू छुट्टियों में अपने घर आई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियां हमारा स्वाभिमान है, छत्तीसगढ़ की शान हैं। उन्होंने वीणा साहू से कहा कि आपने छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है, छत्तीसगढ़ का नाम ऊंचा किया है। आपकी यह उपलब्धि प्रदेश के असंख्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। वीणा साहू ने कहा कि नर्सिंग ऑफिसर बनकर हम उन लोगों की सेवा कर रहे हैं, जो देश की सेवा करते हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने आदित्य सिंह की इस उपलब्धि के लिए उनके पिता से फोन पर बात कर उन्हें शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदित्य की यह सफलता पूरे प्रदेश के लिए गर्वित करने वाला पल है, आदित्य को भी इस उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। मुख्यमंत्री ने आदित्य के पिता से कहा कि आदित्य की पढ़ाई की चिंता न करें, जो भी जरूरी होगा सहयोग करेंगे। आदित्य ने छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा देश और प्रदेश की सेवा में सदैव तत्पर हैं।
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जगदलपुर में श्री वेदमाता गायत्री महाविद्यालय का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री ने संस्था के विकास हेतु 50 लाख रुपए देने की घोषणा की
रायपुर : कोई भी देश तभी मजबूत रह सकता है जब उसकी बुनियाद मजबूत हो। हमारे देश की बुनियाद हमारी सनातन परंपराओं में है। सनातन परंपरा हमें वसुधैव कुटुम्बकं की सीख देती है और देशभक्ति का पाठ पढ़ाती है। अपने देश और राज्य की तरक्की के लिए बहुत जरूरी है कि हम अपनी युवा पीढ़ी को भी सनातन परंपरा के वही संस्कार प्रदान करें जो हमें अपने शिक्षकों और अभिभावकों से मिले हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बस्तर प्रवास के दौरान जगदलपुर के समीप ग्राम कंगोली में श्री वेदमाता गायत्री महाविद्यालय के भूमिपूजन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गायत्री मंत्र हमारी सनातन परंपरा का सबसे महत्वपूर्ण मंत्र है। यह मंत्र हमें सन्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करता है। विद्या भारती संस्थान में विद्यार्थियों को श्रेष्ठ शिक्षा के साथ-साथ देशभक्ति के संस्कार भी दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मानव जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व है और इसी ध्येय के साथ प्रदेश सरकार शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास पर भी जोर दे रही है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में आईआईटी, आईआईएम जैसी उच्च स्तरीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान उपलब्ध हैं। इसके अलावा राज्य में 341 पीएम श्री स्कूल स्थापित किए गए हैं जहां गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। साथ ही प्रदेश के विद्यार्थियों को जरूरी सुविधाएं और अनुकूल वातावरण प्रदान करने नालंदा परिसर भी बड़े शहरों में स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने नई शिक्षा नीति और दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी के लिए बनाए गए यूथ हॉस्टल के संबंध में भी जानकारी दी। कार्यक्रम को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्याभारती संस्था के विकास के लिए 50 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की। इस अवसर पर लोकसभा क्षेत्र कांकेर के सांसद श्री भोजराज नाग ने विद्याभारती संस्था के प्रदेश में स्थित विभिन्न संस्थाओं के विकास के लिए सांसद निधि से हर वर्ष एक करोड़ रूपए दिए जाने तथा जगदलपुर विधायक श्री किरणदेव सिंह ने जगदलपुर स्थित संस्था के विकास के लिए 10 लाख रूपए की वित्तीय सहायता प्रदाय करने की घोषणा की। कार्यक्रम में संस्था प्रमुख श्री राजबहादुर सिंह राणा, संस्थान के महामंत्री श्री नरेन्द्र तनेजा एवं श्री रामदत्त चक्रधर ने संस्था के उद्देश्यों और गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में आयोजित यज्ञ में सम्मिलित होकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधानपूर्वक आहुति दी और बस्तर सहित प्रदेशवासियों की प्रगति व खुशहाली के लिए कामना की। उन्होंने प्रांगण में सागौन के पौधे रोपे। इस अवसर पर दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम अटामी, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, विद्यालय के आचार्यगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
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जगदलपुर में 356 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास
रायपुर : बस्तर की मूल पहचान उसके सुंदर प्राकृतिक परिवेश, समृद्ध जनजातीय संस्कृति और शांत वातावरण से रही है। हमने एक साल में बस्तर की मूल पहचान वापस देने का महती कार्य किया है।आज बस्तर की प्रशंसा केवल भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में हो रही है। संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन ने ग्राम धुड़मारास को विश्व के 20 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में सम्मिलित किया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज जगदलपुर के पीजी कॉलेज हॉस्टल मैदान में आयोजित विकास कार्यो के लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने इस मौके पर 356 करोड़ 44 लाख रूपए लागत के 288 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन और विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को एक करोड़ 55 लाख रूपए से अधिक की राशि का चेक और सामग्री का वितरण किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर अंचल की तरक्की और उन्नति के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। बस्तर अंचल की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सभी बुनियादी सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बस्तर में हम विश्वास के साथ विकास करना चाहते हैं, जिसमें हमें सफलता मिल रही है। छत्तीसगढ़ की जनता से मोदी की गारंटी के रूप में हमने जो वादा किया था वह हर वादा हम निभा रहे हैं। सरकार बनने के एक साल के भीतर ही मोदी की गारंटी में से अधिकांश को हमने पूरा किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर के संवेदनशील इलाके के लोगों को आवास उपलब्ध कराने के लिए हमारी सरकार द्वारा केंद्र सरकार से किए गए अनुरोध पर इन क्षेत्रों के लिए पृथक से 15 हजार प्रधानमंत्री आवास भी स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 18 लाख पीएम आवास स्वीकृति की गारंटी दी थी उसे पूरा करते हुए हमारी सरकार की शपथ के दूसरे ही दिन हमने आवासहीन हितग्राहियों को आवास की स्वीकृति दी। स्वीकृत पीएम आवास अब बनते जा रहे हैं और लाभान्वित परिवारों का गृह प्रवेश भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि 07 जनवरी को देश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान छत्तीसगढ़ आ रहे हैं, इस दिन भी प्रदेश में आवासहीन हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने नक्सल प्रभावित और पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए नियद नेल्ला नार योजना की शुरुआत की, जिसमें सुरक्षा कैम्पों के 5 किलोमीटर की परिधि में स्थित गांवों में सरकार की 17 विभागों के 53 कल्याणकारी योजनाओं और 28 सामुदायिक सुविधाओं के तहत मूलभूत सुविधाओं का विकास तेजी से सुनिश्चित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी लागू कर दी है, आज प्रदेश के स्कूलों में 18 स्थानीय भाषा में पढ़ाई हो रही है। बस्तर में बच्चे हल्बी एवं गोंडी बोली में पढ़ाई कर रहे हैं। डॉक्टर बनने की इच्छा रखने वाले हमारे युवाओं की हित में हमने एमबीबीएस की पढ़ाई हिन्दी माध्यम में करवाने का निर्णय लिया है। पीएम श्री स्कूल योजना में 341 स्कूलों में आधुनिक शिक्षा के अनुकूल व्यवस्था कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर और गांवों का विकास अनवरत हो रहा है। पूरे प्रदेश में एक साल के अन्दर शहरी क्षेत्र के विकास के लिए 07 हजार करोड़ रूपए जारी किया जा चुका है।
नगर पंचायत बस्तर में पेयजल आपूर्ति हेतु 50 करोड़ रूपए की घोषणा
उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नगर पंचायत बस्तर में अमृत मिशन योजनांतर्गत घर-घर शुद्ध पेयजल पहुँचाने के लिए 50 करोड़ रूपए देने की घोषणा की। वन एवं सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री श्री मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री साय की डबल इंजन की सरकार है, जिससे विकास की गति तेज हुई है। कार्यक्रम को राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव और बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर लोकसभा क्षेत्र कांकेर श्री भोजराज नाग, विधायक द्वय श्री विनायक गोयल एवं श्री चैतराम अटामी सहित क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधी और गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर जिला पत्रकार संघ के शपथ ग्रहण समारोह को किया संबोधित
रायपुर : इस वर्ष जब मैं नये साल में अखबार पढ़ रहा था तो समाचारपत्रों के मुख्य पृष्ठ में बस्तर सुर्खियों में था। यह सुर्खियां किसी माओवादी हिंसा को लेकर नहीं थी, यह सुर्खियां बस्तर में पहुंचे विकास के उजाले को लेकर थी। बस्तर से माओवादी आतंक अब सिमट गया है। बस्तर की पहचान अब बदल गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर जिला पत्रकार संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि बस्तर की अपनी चुनौतियां है और इस चुनौती भरे माहौल में पत्रकारिता करना भी चुनौतीपूर्ण कार्य है। बस्तर में आम जनता के उम्मीदों, विचारों और समस्याओं का आइना बनकर शासन-प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करने के आप सभी के प्रयासों को नमन है।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारिता के उच्च आदर्शों का पालन कर सरकार के अच्छे काम की जानकारी जनता को दें तथा कमियों को भी बताएं। वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि पत्रकारिता के नए आयाम स्थापित करने में बस्तर के पत्रकारों कीे महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर जिला पत्रकार संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई और पदाधिकारियों को नये दायित्व के निर्वहन के साथ ही नववर्ष के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में बस्तर जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री मनीष गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर खेल मंत्री श्री टंकराम वर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्रकारगण उपस्थित थे।
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अब तक 90.07 लाख मीट्रिक टन धान की हो चुकी है खरीदी18.12 लाख किसानों को धान खरीदी के एवज में 20 हजार करोड़ रूपए से अधिक का भुगतानपंजीकृत किसानों के धान विक्रय हेतु 25 जनवरी तक के लिए ऑनलाईन एवं ऑफलाईन टोकन उपलब्धकिसान सुविधानुसार तिथि का चयन कर धान विक्रय कर सकते हैधान खरीदी के साथ-साथ तेजी से हो रहा धान का उठावअब तक 61 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी34.61 लाख मीट्रिक टन धान का हो चुका है उठावरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक लगभग 90.07 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 18.12 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 20 हजार 035 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है। धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। धान उठाव के लिए लगभग 61 लाख मीट्रिक टन धान के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध अब तक 34.61 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज 01 जनवरी 2025 को 57893 किसानों से 2.66 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 74 हजार 760 से अधिक टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 81 हजार 927 टोकन जारी किए गए हैं।
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आम जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए मुस्तैदी से करें काम : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री ने नए साल के पहले दिन सचिवों और विभागाध्यक्षों की बैठक लीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज नए साल के पहले दिन ही मंत्रालय में सभी विभागों के सचिवों और विभागों के विभागाध्यक्षों की बैठक लेकर शासकीय काम-काज में पारदर्शिता और कसावट लाने के साथ-साथ आमजनता से जुड़े मामलों का तत्परतापूर्वक त्वरित एवं प्रभावी निराकरण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में दो टूक कहा कि प्रशासनिक काम-काज में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं और पूरी मुस्तैदी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम सभी को टीम भावना के साथ काम करना होगा।मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि वर्ष 2024 में हमने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रमुख गारंटियों को पूरा किया है। वर्ष 2025 छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष है। रजत जयंती वर्ष का छत्तीसगढ़ के लिए विशेष महत्व है, इसलिए बहुत उत्साह से निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विशेष अभियान संचालित कर लंबित फाइलों को तत्परता से निराकृत करने की हिदायत दी। उन्होंने मंत्रालय सहित सभी ऑफिसों में ई-ऑफिस की व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वे स्वयं सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने सभी विभागीय सचिवों को अपने विभाग की नियमित समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि हर महीने वर्चुअल समीक्षा के साथ ही हर 3 महीने में भौतिक समीक्षा भी की जाए। साथ ही बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का समयबद्ध निराकरण करने का प्रयास करें और मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव को अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी की समस्याओं का समय पर निराकरण होना जरूरी है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर हमारा फोकस होना चाहिए। छत्तीसगढ़ में अभी निवेश का बहुत अच्छा माहौल बना है। छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति 2024-2030 की पूरे देश में सराहना की जा रही है। नई औद्योगिक नीति का लाभ निवेशकों को मिले, इसका विशेष ध्यान रखें। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विगत एक साल में हमने नक्सल मोर्चे पर बड़ी कामयाबी पाई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने में हम कामयाब हुए हैं। शासन की योजनाओं को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक ले जाने की आवश्यकता है। नियद नेल्ला नार योजना का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिले, यह बहुत जरूरी है। नक्सली क्षेत्र में बहुत से सुरक्षा कैंप हमने खोले हैं। इस बात का ध्यान रखें कि संबंधित विभाग के कार्य जो नियद नेल्ला नार योजना के तहत आते हैं, वे त्वरित गति से इन क्षेत्रों में पूर्ण हों। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों तक शासन की योजना का लाभ पहुंचाना सेवा का कार्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों के प्रभारी सचिव हर 2 महीने में जिलों का दौरा करें। इस दौरान वे जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में जाएं और फील्ड की जानकारी लें, तभी जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति पता चलेगी। उन्होंने प्रभारी सचिवों को अपने जिले के भ्रमण के दौरान वहां की स्थिति के के सम्बन्ध में मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव अनिवार्य रूप से अवगत कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने जिलों में भी प्रशासनिक कसावट का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था पर भी बहुत ध्यान दिए जाने की जरूरत है। आजकल बहुत सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं।अभियान चला कर सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम का पुख्ता प्रबंध किया जाना चाहिए ताकि इसमें कमी लायी जा सके। छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से नशे की सामग्रियों की तस्करी न होने पाए, इस पर कड़ाई से रोक लगाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले एक वर्ष में नशे के अवैध कारोबार की रोकथाम के लिए अच्छा प्रयास किया गया है, इसमें और तेजी लाने की जरूरत है। बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही श्रीनिवास राव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।