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 महासमुन्द : आजीविका मिशन में स्व-सहायता समूह में शामिल महिलाओं को अब महात्मा गांधी नरेगा में होगा मेट के रूप में चयन

महासमुन्द 17 मार्च : पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना शासन की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिले में वित्तीय वर्ष 2018-19 में कुल दो लाख 06 हजार 60 जाॅबकार्डधारी परिवारों में से कुल एक लाख 24 हजार 795 परिवारों को रोजगार प्रदाय करते हुए 66 लाख 62 हजार 603 मानव दिवस सृजित किया गया है, जिसमें 31 लाख 82 हजार 957 महिला मानव दिवस है। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल दो लाख चार हजार 502 जाॅबकार्डधारी परिवारों में सें एक लाख 4 हजार 737 परिवारों को रोजगार प्रदाय करते हुए 53 लाख 12 हजार 653 मानव दिवस सृजित किया गया है, जिसमें 25 लाख 82 हजार 122 महिला मानव दिवस है। महात्मा गांधी नरेगा योजना के क्रियान्वयन में विशेष कर ग्रामीण महिलाओं कि विशेष भूमिका रही है। इसी उद्देशय से राज्य शासन के निर्देशानुसार आजीविका मिशन में स्व-सहायता समूह में शामिल महिलाओं को अब महात्मा गांधी नरेगा में मेट की चयन में प्राथमिकता दी जाएगी इससे महिलाएॅ भी है। महात्मा गांधी नरेगा के कार्यो में अपनी सतत् भागीदारी दे सकेगी।

आजीविका मिशन एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की संयुक्त भागीदारी से जनपद एवं ग्राम पंचायत स्तर में मेटों के पद पर चयन हुए महिलाओं को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे महात्मा गांधी नरेगा के कार्यो में वे महिलाएॅ अपनी शत्-प्रतिशत योगदान दे सके। प्रोजेक्ट उन्नति अंतर्गत बिहान से सक्रिय विकासखण्ड महासमुन्द, बागबाहरा एवं पिथैारा के महिलाओं एवं रोजगार सहायकों को प्रशिक्षण दिया गया। उक्त प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डीडीयूजीकेवाई अंतर्गत पीआईए देना आर सेटी के अधिकारी उपस्थित होकर रोजगार एवं स्व रोजगार की जानकारी दिए एवं उन्नति प्रोजेक्ट में सर्वे करने के विषय में जानकारी दिए गए। इसी कड़ी में 18 मार्च 2020 को विकासखंड बसना एवं 19 मार्च 2020 को विकासखंड सरायपाली में प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। उक्त प्रशिक्षण के प्रशिक्षणार्थी अपने लिए स्थाई कार्य कर सके एवं जीवन स्तर में वृद्धि लाए।

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