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महासमुन्द : जिले चिकित्सालय में निःशुल्क डायलीसिस शुरू प्रदेश में चयनित पांच में से चार जिलों में स्वास्थ्य मंत्री ने किया ऑनलाइन उद्घाटन

 जिले में किडनी के मरीजों को अब बाहर जाकर इलाज कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी डायलीसिस यूनिट के उद्घाटन के साथ ही अब जिला चिकित्सालय में डायलीसिस की सुविधा मिलने लगेगी


महासमुन्द 17 मार्च : एस्काग संजीवनी और स्वास्थ्य सेवाओं के बीच हुए करार के मुताबिक जिला चिकित्सालय में निःशुल्क डायलीसिस यूनिट शुरू कर दिया गया है। आज राष्ट्रीय निःशुल्क डायलीसिस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के चार जिलों में नवनिर्मित डायलीसिस यूनिट का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस में सबसे पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला ने शुरूआत की। बढ़ते क्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन एवं प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल व अन्य पदाधिकारियों से तैयारियों का जायजा लिया। इसके पश्चात् स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए रूबरू हो कर डायलीसिस यूनिटों से संवाद किया और महासमुंद सहित प्रदेश के चार जिलों में ऑनलाइन पद्धति से निःशुल्क डायलीसिस यूनिट का उद्घाटन किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने राष्ट्रीय स्तर पर संचालित हो रहे इस कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताते हुए स्वास्थ्य अमलों को बेहतर प्रबंधन कर व्यवस्थागत सुचारू सेवाएं प्रदान करने की ओर लक्षित किया। साथ ही उन्होंने अधिकाधिक मरीजों तक डॉ खूबचंद बघेल योजना का लाभ पहुंचाने की बात कही। उन्होंने पूरी दुनिया सहित छत्तीसगढ़ प्रांत में मंडरा रहे कोरोना वायरस के खतरे से आगाह करते हुए आमजन से अपील की, कि वे समाज में व्याप्त भ्रांतियों से दिग्भ्रमित न हों और साफ-सफाई में मुख्य रूप हाथ धोने की आदत डालें। उन्होंने, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचने और संक्रमण की आशंका होने पर शासन की ओर से उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ लेने की जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि विगत कुछ महीनों से जिले में निःशुल्क डायलीसिस यूनिट शुरू किए जाने के प्रयास किए जा रहे थे। जिसके तहत आज जिला अस्पताल में प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में मरीज उपस्थित रहे। इस दौरान उद्घाटन दिवस पर ही किडनी रोग से ग्रसित 52 वर्षीय बेलसोंडा निवासी श्री पोषण कुमार गहरवाल का निःशुल्क डायलीसिस भी सफलतापूर्वक कर लिया गया।

इस अवसर पर कलेक्टर श्री जैन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ रवि मित्तल ने प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ परदल व जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार के साथ डायलीसिस यूनिट का निरीक्षण कर लगाए गए सभी उपकरणों एवं प्रदाय की जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। यहां, डायलीसिस यूनिट में सेवाएं प्रदाय कर रहीं एमडी मेडिसिन चिकित्सक डॉ हेमेश्वरी वर्मा ने बताया कि अब मरीजों को इलाज के लिए जिले से बाहर जाकर कोई अतिरिक्त व्यय नहीं करना पड़ेगा क्योंकि इस यूनिट में हीमोडायलीसिस के लिए अत्याधुनिक उपकरणों से लैस तीन मशीनें लगाई गईं हैं। जिससे किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को जिले में ही निःशुल्क डायलीसिस व लैब जांच इत्यादि की सुविधाएं मिलने लगी है। अस्पताल सलाहकार डॉ निखिल गोस्वामी ने बताया कि एस्काग संजीवनी के साथ विभाग का अनुबंध है, जिसके तहत नेफ्रोलॉजिस्ट यानी किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ प्रवेश जैन भी समय-समय पर अपनी सेवाएं देते रहेंगे। इन व्यवस्थाओं के साथ शुरू हुए डायलीसिस यूनिट में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ दो अनुभवी तकीनीशियन और एक चतुर्थ वर्ग स्वास्थ्यकर्मी को भी काम पर लगाया गया है। ऐसे में प्रतिदिन यहां तकरीबन 06 से 08 मरीजों को हीमोडायलीसिस की सुविधा आसानी से उपलब्ध कराए जाने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।

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