धारा 144 के परिपालन के साथ स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने सम्हाली जागरूकता की कमान
मंगलवार को भी स्थानीय लोग किसी न किसी बहाने घर से बाहर निकलते देखे गए सूचना मिलते ही पुलिस विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण के अधिकारियों ने शहर के दर्जनों स्थानों में लोगों को रोक कर दी समझाइश
महासमुन्द 24 मार्च 2020/ जिले में कोविड-19 का एक भी प्रकरण नहीं मिला है। जानकारों ने बताया कि जरा सी असावधानी भी जिले वासियों पर भारी पड़ सकती है। ऐसे में जिले में कोरोना वायरस के पांव पसारने के पहले ही कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने विभिन्न विभाग के आला अफसरों को उनके दायित्व समझाते हुए काम पर लगा दिया है। विगत दिनों सरकार द्वारा की गई जनता कफर््यू की अपील के बाद अब भी धारा 144 निरंतर जारी है। लेकिन, अधिकांश जागरूक नागरिकों के पालन करने के बावजूद कई ऐसे स्थानीय निवासी हैं जो अन्य कारणों से घरों से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में संक्रमण का खतरा फैलने की आशंका बढ़ सकती है। संवेदनशील परिस्थितियों को देखते हुए आज 24 मार्च 2020 को स्वास्थ्य विभाग सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार एवं कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण के जिला नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार ने पुलिस की मौजूदगी में जिला चिकित्सालय खरोरा, बस स्टैण्ड क्षेत्र, अम्बेडकर चैक, कलेक्टोरेट के आसपास व बरौंडा चैक सहित दर्जन भर से अधिक स्थानों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान नागरिकों को कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति और स्टेज वन, टू व थ्री में इसके फैलाव संबंधी आंकड़े बता कर समझाइश दिया गया। डॉ कसार ने बताया कि जिला अस्पताल एवं क्वारंटीन केंद्र में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी सहित टोल फ्री नंबर 104 एवं जिला स्तरीय दूरभाष नंबर 6267770531 के संबंध में भी जानकारी दी गई। कहा गया कि जब तक जरूरी न हो घर से बाहर नहीं निकलें और समस्या होने की स्थिति में सबसे पहले इन नंबरों पर फोन कर सलाहकारों से मश्वरा अवश्य करें। जिस पर अधिकांश ने बिना अनिवार्य कारण घरों से बाहर न निकलने की बात पर सहमति दी साथ ही अपने परिचितों को घर बैठे दूरभाष के जरिए जागरूक किया।
उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के विरूद्ध आपातकाल सेवा विभागों को ड्यूटी पर लगाया गया है। जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग सहित पुलिस बल का अमला मौके पर तैनात हैं। ऐसे में दोनों ही विभागों के कर्मठ अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा अपनी जान जोखिम में डाल कर जनहित में कर्तव्यों का निर्वहन किए जाने की प्रशंसा भी की जा रही है। डेरा वालों के लिए मौके पर पहुंचे डॉ छत्रपाल दूसरी ओर कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण दल के अधिकारियों में डॉ छत्रपाल चंद्राकर ने पुलिस दल के साथ पटेवा क्षेत्र में भ्रमण किया। इस दौरान डेरा वालों यानी खानाबदोश के रूप में जीवन-यापन करने वाले लोगों को अलग से समझाइश दी गई। डॉ छत्रपाल ने बतया कि इनमें से अधिकांश में जागरूकता का अभाव होने की स्थिति सामने आ रही थी। ऐसे में उन्हें उनकी ही भाषा में सरल शब्दों में संक्रमण की गंभीरता के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही वर्तमान में यात्रा न करने के साथ सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण दिखते ही अधिकृत चिकित्सकों की निगरानी में उपचार को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया है।
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