महासमुंद जिले मे नौ हजार 378 श्रमिको को मिला स्थानीय स्तर पर कार्य
जिले में एक हजार 685 कार्य प्रगति पर
महासमुंद 17अप्रैल 2020/ कोविड-19 के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए लाक डाउन के कारण रोजगार से वंचित 9,378 ग्रामीण श्रमिकों के लिए मनरेगा में कार्य शुरू होने से अब स्थानीय स्तर पर प्रर्याप्त काम मिलना शुरू हो गया है। जिले में एक हजार 685 कार्य प्रगति पर है।कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले में केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए जिले मे ड़बरी निर्माण, भूमि सुधार, आवास योजना सहित ग्राम पंचायतों में विभिन्न कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। इन कार्यों के प्रारंभ हो जाने से जिले के नौ हजार 378 ग्रामीण मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोज काम मिल रहा है। राज्य शासन द्वारा लाक डाउन की स्थिति मनरेगा के तहत उनके गांव के पास ही श्रमिकों को काम उपलब्ध कराना एक बड़ी उपलब्धि है।
कार्यस्थल पर मौजूद मैट के द्वारा प्रत्येक मजदूर को फिजिकल डिस्टेंसिंग , स्वच्छता, मुंह ढकने और संक्रमण रोकने मास्क उपयोग शारीरिक स्वच्छता और फिजिकल डिस्टेंस के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री जैन के मार्गनिर्देशन में जिले के सभी विकासखंड के ग्रामीणों को उनकी मांग के अनुरूप मनरेगा में काम उपलब्ध कराया जा रहा है। लाकडाउन के दौरान भी सावधानी के साथ घर से निकलने का अवसर मजदूरों को मिल रहा है।
मनरेगा के तहत स्थानीय स्तर पर समुदाय को रोजगार के अवसर के साथ ग्रामीण इलाकों का विकास करना है। जैसे-तालाब गहरीकरण, सड़कों, नहरों, बांधों का निर्माण/मरम्मत/तटबंधों/जल संरक्षण आदि कार्यों के माध्यम से ग्रामीण लोगों के लिए कार्य उपलब्ध कराया गया है। इस योजना के द्वारा ग्रामीण लोगों के लिए उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
मनरेगा कार्यक्रम के तहत जिले में ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने का पृयास किया जा रहा है। सरकार द्वारा मजदूरी 190 रूपए प्रतिदिन निर्धारित है। सहायक परियोजना अधिकारी कार्यो का निरीक्षण के साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं बार-बार हाथ धुलाई के निर्देशों का पालन करवा रहे है।
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