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महासमुंद : कृषि तथा समवर्गीय विभाग बिहान समूह की महिलाओं को

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा 


आजीविका के लिए प्रशिक्षण दिलाएं: कलेक्टर

कलेक्टर ने कृषि विभाग से जुड़े अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक

महासमुंद : कलेक्टर डोमन सिंह ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कृषि विभाग, पशु पालन, मत्स्य, उद्यानिकी से जुड़े अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ दिलाने के बारे में विस्तृत चर्चा की तथा सभी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के समय सीमा में किसानों के पंजीयन के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य, पशुपालन विभाग के अधिकारियों को कहा कि जिले के बिहान समूह की दीदियों केे आर्थिक सशक्तीकरण के लिए प्रत्येक ब्लॉक में कम से कम एक-एक समूह का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिलाएं। जिसमें फिश एक्योरियम, फुलों से बुके, हार बनाने सहित अन्य गतिविधियों से भी जोड़े।

कलेक्टर ने जिले में कुछ दिनों से हुए बारिश के कारण किसानों के फसल क्षति के बारे में भी जानकारी ली। कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि जिले के महासमुन्द विकासखण्ड में अधिक बारिश हुई है। कुछ किसान जिन्होंने फसल कटाई के उपरांत खेतों में ही धान रखा हुआ था। उनके फसल पानी व नमी के कारण क्षति होने की संभावना अधिक है। किसानों को शीघ्र ही अपने खेतों से कृषि अधिकारियों द्वारा कटे हुए धान का उठाव के लिए जानकारी दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा किसानों के लिए धान पंजीयन कराने की तिथि में 10 नवम्बर तक वृद्धि की गई थी। राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत समस्त कृषि व उद्यानिकी फसल पर प्रति एकड़ 9 हजार रुपये अनुदान सहायता का प्रावधान किया गया है। वर्ष 2020-21 जिन किसानों ने धान का समर्थन मूल्य पर विक्रय किया हो तथा उस रकबे में धान के स्थान पर अन्य कृषि या उद्यानिकी फसल लगाता है तो उसे 10 हज़ार रुपये प्रति एकड़ प्रदान किया जाएगा। साथ ही यदि किसान खेत में वृक्षारोपण करता है, तो उसे आगामी 3 वर्षों तक 10 हज़ार रुपये प्रति एकड़ प्रदान किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है जिससे कृषकों को सीधा लाभ मिलेगा, इसलिए अधिकारी योजना के क्रियान्वयन में गंभीरता के साथ कार्य करें और किसानों को लाभान्वित करने के लिए प्रेरित करें और ऑनलाईन एंट्री भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि धान कटाई के उपरांत किसानों से पैरा संग्रहण कर मवेशियों के लिए गौठानों में चारा की व्यवस्था करें। रोका-छेका कार्यक्रम होली तक जारी रखें। जिले के प्रत्येक गौठानों में पशुपालकों से सप्ताह में कम से कम तीन दिन गोधन की खरीदी अनिवार्य रूप से कराएं तथा महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री भी सुनिश्चित करें।

बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से खल्लारी जलाशय एवं चण्डी डोंगरी जलाशय में केज का प्रस्ताव, कोडार जलाशय में केज की स्थापना, छिर्रालेवा एवं बरबसपुर के अनुपयोगी खदान में केज स्थापना की जानकारी ली। उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से ग्रीष्मकालीन धान के बदले उद्यानिकी फसल लेने के लक्ष्य तथा मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्याें की प्रगति इनमें ब्लॉक प्लांटेशन, पोषण बाड़ी विकास, रोपणी, गौठान में बीज, फलपौध उत्पादन, राम वन गमन पथ पर वृक्षारोपण कार्य के बारे में जानकारी ली।

उन्होंने चारागाहों में नेपियर रूट्स लगाने, सिरपुर, खल्लारी एवं बागबाहरा के तालाबों में बत्तख पालन तथा डीएममफ से फ्लैगशिप योजनाओं तथा अन्य कार्य के लिए प्रस्ताव शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम अछोला में गौ अभ्यारण्य के लिए आबंटित जमीन का समतलीकरण कराने तथा मृत पशुओं के लिए मुक्तिधाम हेतु जमीन आबंटन के लिए संबंधित तहसीलदार से चर्चा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर पशु चिकित्सा सेवाएं के उप संचालक डॉ. डी.डी. झारिया, उप संचालक कृषि श्री अमित मोहंती, सहायक संचालक मत्स्य श्री ओ.पी. मेहरा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
 

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