ब्रेकिंग न्यूज़

महासमुंद :  अब तक ज़िले 332104 मेट्रिक टन धान की खरीदी

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा 

 
राईस मिलर्स के द्वारा प्रतिदिन औसतन 6000 मेट्रिक टन धान एवं परिवहनकर्ता के द्वारा 3500 मेट्रिक धान का उठाव हो रहा 

राईस मिलर्स को धान का उठाव करने के लिये स्पेशल डी.ओ. जारी किया 

ज़िले के धान खरीदी केन्द्र में धान जाम की स्थिति नहीं

जिले को 12200 गठान नया जूट बारदाना एवं 3561 एच.डी.पी.ई. नया गठान मिले 
 
No description available.

महासमुंद : जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर 332104 मेट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। खरीदे गये धान के निराकरण के लिये जिले के 146 राईस मिलर्स द्वारा अनुबंध निष्पादित करके कस्टम मिलिंग करने के लिये खरीदी केन्द्रों से 114155 मेट्रिक टन धान का उठाव करने का डी.ओ.जारी करा लिया गया है। 
 
No description available.

  विभागीय अधिकारियों ने बताया कि विपणन संघ द्वारा विगत 13 दिसंबर से खरीदी केन्द्रों से संग्रहण केन्द्रों के लिये धान का परिवहन कराया जाना प्रारंभ कर दिया गया है तथा परिवहनकर्ता के माध्यम से धान का उठाव करने के लिये 53475 मेट्रिक टन धान का परिवहन आदेश जारी किया गया है। जिले में राईस मिलर्स के द्वारा प्रतिदिन औसतन 6000 मेट्रिक टन धान एवं परिवहनकर्ता के द्वारा प्रतिदिन औसतन 3000 से 3500 मेट्रिक धान का उठाव किया जा रहा है । जिले के किसी भी धान खरीदी केन्द्र में धान जाम होने की स्थिति निर्मित नहीं है। 

   जिला प्रशासन द्वारा राईस मिलर्स की बैंक गारंटी बढवाने तथा उनकी मिलिंग क्षमता अनुसार भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति निगम में शीघ्र चावल जमा कराने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि मिलर्स धान उठाव हेतु ज्यादा से ज्यादा डी.ओ. जारी करवा सकें। जिले में भारतीय खाद्य निगम एवं नागरकि आपूर्ति निगम के द्वारा अपने सभी केन्द्रों मंे चावल का उपार्जन किया जा रहा है तथा सभी केन्द्रों में चावल लेने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध है। आज 26 दिसंबर तक भारतीय ख़ाध निगम द्वारा 14028 मेट्रिक टन एवं नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा द्वारा 3419 मेट्रिक चावल का उपार्जन किया जा चुका है।

  अधिकारियों ने जानकारी दी कि शासन से जिले को धान खरीदी हेतु 14300 गठान नया जूट बारदाना एवं 8928 गठान एच.डी.पी.ई. बारदाना प्रदाय किया जावेगा । जिसके विरूध्द जिले को 12200 गठान नया जूट बारदाना एवं 3561 एच.डी.पी.ई. नया गठान प्राप्त हो चुका है तथा शेष बारदाना शीघ्र प्राप्त होने की संभावना है। इसके अलावा जिले के खरीदी केन्द्रों को राईस मिलर्स से 3854 गठान जूट एकभर्ती बारदाना एवं 4580 गठान एच.डी.पी.ई एकभर्ती तथा उचित मूल्य की दुकानों से 3250 गठान पीडीएस बारदाना प्राप्त हो चुके हैं। जिले के किसानांे द्वारा स्वयं के 1874 गठान बारदानों में धान विक्रय किया गया है। 

    विपणन संघ द्वारा राईस मिलर्स को धान का उठाव करने के लिये स्पेशल डी.ओ. जारी किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत मिलर द्वारा उठाये जाने वाले धान के कटटों का 60 प्रतिशत खाली जूट बारदाना खरीदी केन्द्रांे में जमा करना अनिवार्य है, जिसका उपयोग केन्द्र द्वारा धान खरीदी करने में किया जावेगा। जिला प्रशासन द्वारा खरीदी केन्द्रों में धान की आगामी खरीदी के लिये बारदानों की पूर्ति हेतु सुव्यवस्थित कार्ययोजना तैयार की गयी है ताकि खरीदी केन्द्रों में धान की खरीदी करने के लिये बारदानों की उपलब्धता सतत् बनी रहे। जिले में समर्थन मूूल्य पर धान की खरीदी करने के लिये बारदानों की किल्लत नहीं है, किसी भी खरीदी केन्द्र में नये अथवा पुराने बारदानों की आवश्यकता पडने पर तत्काल बारदानों की पूर्ति की जा रही है।
 

Related Post

Leave A Comment

छत्तीसगढ़

Facebook