बलरामपुर : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर हितग्राहियों को पहुंचा रही सूखा अनाज का पैकेट
लॉकलाउन के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के 1 लाख 13 हजार 801 हितग्राही लाभान्वित
बलरामपुर : कोरोना वायरस से बचाव और संक्रमण की रोकथाम के लिये शासन ने अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं पर रोक लगायी है। इन सेवाओं के बंद होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, लेकिन शासन की कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं ऐसी है जिनके अवरूद्ध होने से व्यापक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। शासन ने ऐसी महत्वपूर्ण और अतिआवश्यक योजनाओं को जारी रखने का निर्णय लिया है, इसी क्रम में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 06 माह से 6 वर्ष के कुपोषित एवं एनीमिक बच्चे तथा 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग एनीमिक महिलाओं को दिए जाने वाले पूरक पोषण आहार का वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संबंध हमारे नौनिहालों के स्वास्थ्य से है, इसलिए उनके लिए पोषण आहार का वितरण प्रारम्भ किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से इन बच्चों को तय मानक के अनुसार निर्धारित मात्रा में सूखा अनाज उनके घर पहुंचाया जा रहा है।

जिला महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी ने जानकारी दी है कि पूरक पोषण आहार वितरण के दौरान कार्यकर्ताओं को सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोरोना वायरस से बचाव के सभी मानकों का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया है। ज्ञातव्य है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के माध्यम से बच्चों के लिए आवश्यक पूरक पोषण आहार प्रदान किया जा रहा था, किन्तु कोरोना वायरस से बचाव के लिए आंगनबाड़ियों को बंद किया गया, ताकि इसके सामुदायिक प्रसार को रोका जा सके। आंगनबाड़ियों के बंद होने से हितग्राहियों का शारीरिक विकास एवं एनीमिया से मुक्ति दिलाने उनको जरूरी पोषण मिलता रहे, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर हितग्राहियों को चावल, गेंहू, दाल, पौष्टिक आहार की सूखा अनाज का पैकेट पहुंचा रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ही अनाज का पैकेट तैयार किया जा रहा है, जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों के जरूरत का भी ख्याल रखा जा रहा है।

लॉकडाउन के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के 06 से 36 माह के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 52 हजार 604 बच्चों, 03 से 06 वर्ष आयु के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 39 हजार 515 बच्चों एवं महतारी जतन योजनाजतन अन्तर्गत् 10 हजार 516 गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सूखा खाद्यान्न सामग्री घर-घर जाकर प्रदान किया गया है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अन्तर्गत 10 हजार 202 शिशुवती माताओं एवं 15 से 49 वर्ष आयु के एनीमिया पीड़ित 854 महिला हितग्राहियों को सूखा खाद्यान्न सामग्री चावल, मिक्स दाल, रस्सेदार सब्जी, आलू, सोयाबीन बड़ी एवं चना का पैकेट बनाकर प्रदान किया गया है। साथ ही सबला पोषण आहार योजनान्तर्गत 110 हितग्राहियों को वितरण किया गया।
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