3718 क्वारंटीनों में 44 खतरे के बाहर, 24 की वेटिंग और कोरोना डक पर
जिला स्तर अब तक हुई कोरोना पड़ताल में 3,646 अंतरराज्यीय व 72 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर होम क्वारंटीन किया जा चुका है। इसी क्रम में 47 व 22 जांच नमूने जोड़ कर कुल भेजे गए 69 प्रकरणों में 44 के ऋणात्मक परिणामों के अलावा 24 की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है, वहीं एक सैंपल पहले ही निरस्त किया जा चुका है
महासमुंद : सुबह से रात और रात से सुबह, चैबीसों घंटे जिले में लगतार जारी है कोविड नियंत्रण रोकथाम। जहां, जिला कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशन में प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त दल ने कोरोना पर पैनी निगाह बनाई हुई हैं। वहीं, लोगों में सुरक्षित रहने और रखने के साथ-साथ आपसी सहयोग के उदाहरण भी निकल कर सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में अब तक करोना से संक्रमित एक भी प्रकरण नहीं पाया गया है। लेकिन, होम क्वारंटीन किए जा रहे प्रकरणों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। प्राप्त अद्यतन जानकारी के मुताबिक दो मुख्य भागों में बांट कर कोरोना संदिग्ध प्रकरणों की पड़ताल की जा रही है। जिसमें पहले वे लोग आते हैं जिन्होंने हाल ही में देश के भीतर ही अलग-अलग राज्यों में यात्रा की है, इनका आंकड़ा तीन हजार छह सौ छियालीस तक आ पहुंचा है। वहीं, विदेश यात्रा कर लौटे लोगों में बहत्तर संक्रमण संदिग्ध प्रकरणों को जोड़ कर जिले में अब तक कुल तीन हजार सात सौ अठ्ठारह लोग शंका के घेरे में रखे जा चुके हैं। गुजरते वक्त के समक्ष हुए आंकलन को स्पष्ट करते हुए सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल ने बताया कि इनमें से कुल छब्बीस सौ चैरान्नबे लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अठ्ठाइईस दिन के होम क्वारंटीन की अवधि को पूरा कर लिया है और किसी में भी कोरोना से संक्रमित होने के लक्षण सामने नहीं आने से वे सुरक्षित समझे जा रहे हैं। वहीं, कुल एक हजार नौ संदिग्ध मरीज ऐसे हैं, जिनके क्वारंटीन के दिन अभी भरे नहीं, ऐसे में वे अब भी संक्रमण के संदेही कटघरे में बने हुए हैं। बहरहाल, जिलेवासियों के लिए राहत की खबर देते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने कहा कि कलेक्टर श्री जैन के निर्देशन में शेष बचे होम क्वारंटीन प्रकरणों की नियमित रूप निगरानी जारी है। साथ ही क्वारंटीन केंद्र और अत्याधुनिक उपकरणों से लैस कोविड अस्पताल की सुविधाओं में भी कोरोना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं।
इधर, मौके पर हुई जांच पड़ताल और संक्रमण रोकथाम को लेकर किए गए प्रयासों को लेकर देखा जाए तो चिरायु दलों ने अब तक कुल उन्हत्तर संदिग्ध प्रकरणों में कोरोना जांच के लिए स्वैब के नमूने एकत्र कर राजधानी भेजे थे, जिनमें से अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर यात्रा कर जिले में वापस लौटे लोगों के नमूनों के परिणामों में बाईस-बाईस की निगेटिव टाईअप रिपोर्ट के साथ राहत की सूचनाएं बनी हुई हैं। वहीं, विभाग को अब भी शेष बचे चैबीस अंतरराज्यीय नमूनों को लेकर परिणाम मिलने का इंतजार बरकरार है। बता दें कि इनमें से एकमात्र प्रकरण ही ऐसा रहा, जिसे जांच की श्रेणी में लिए जाने की आवश्यकता ही नहीं हुई और विशेषज्ञों ने उसे पहले ही निरस्त कर दिया। इस प्रकार आने वाले दिनों में भी लॉक डाउन के नियमों के पालन सहित होम क्वारंटीन के प्रकरणों में बरती जा रही सावधानी में निरंतरता बने रहने की स्थिति में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलाव को लेकर अंकुश लगने अनुमान आरोही क्रम में नजर आ रहे हैं।
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