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कोरिया :  लॉक डाउन के दौरान कृषि विभाग द्वारा स्वयं किसानों तक पहुंचकर किये गये बीज वितरण, फसल कटाई में किया जा रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, जिले में 8 हजार 545 मीट्रीक टन उर्वरक का भंडारण पूर्ण
कोरिया : विश्व में फैली वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने हेतु केन्द्र एवं राज्य शासन के द्वारा सम्पूर्ण देश व प्रदेश में लॉकडाउन किया गया है। कुछ आवश्यक दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को छोडकर सब कुछ बंद है। ऐसी स्थिति में कृषकों के सामने इस महामारी के संक्रमण से बचाव के साथ-साथ कृषि कार्य हेतु आवश्यक सामग्री की उपलब्धता भी एक बड़ी समस्या है।
 
    कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार आपदा की इस घड़ी में जिले के किसानों की समस्या को समझते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों ने स्वयं कृषकों के घर जाकर खरीफ फसल 2020 हेतु बीज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। उपसंचालक कृषि विभाग ने बताया कि किसानों की सुविधा हेतु कृषि विभाग के अधिकारियों ने कृषकों से मिलकर उन्हें बीज वितरण किया जिसमें उड़द 10 क्विंटल, मूंग 4 क्विंटल एवं मक्का 10 क्विंटल शामिल है। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन भी सुनिश्चित किया गया।

    प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि योजना के अन्तर्गत दावा गणना के लिए अधिसूचित क्षेत्र में रबी फसल कटाई प्रयोग किये जाते हैं। जिले में अधिसूचित बीमा ईकाई के तहत गेंहू की असिंचित 12 ईकाई, गेंहू की सिंचित 208, चना की 6, सरसों की 236 एवं अलसी की 64 ईकाई में फसल कटाई प्रयोग किया गया है। जिले में फसल कटाई की वर्तमान व्यवस्था के संबंध में उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी समस्त निर्देशों का पालन करते हुए फसल कटाई की जा रही है। कृषकों को मास्क एवं सेनेटाइजर उपलब्ध कराते हुये इसके उपयोग की समझाईश दी गई तथा सोशल डिस्टेंसिग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।

     लॉकडाउन के दौरान कृषि कार्यों हेतु प्रतिबंधों से मिली छूट के अंतर्गत जिले में कृषि कार्य हेतु उर्वरक का भी भंडारण कर लिया गया, जिसमें यूरिया 4 हजार 990 मीट्रीक टन, डी.ए.पी. 2200 मीट्रीक टन, एच.पी.के 1100 मीट्रीक टन, एवं अन्य प्रकार के 255 मीट्रीक टन उर्वरक का भंडारण पूर्ण कर लिया गया है। इस प्रकार कुल 8 हजार 545 मीट्रीक टन उर्वरक का भंडारण जिले में किया गया है। इसके साथ ही इस वर्ष 3 हजार 196 मीट्रीक टन उर्वरक का विक्रय किया गया है। सोशल डिस्टेंसिग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
 

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