महासमुंद : राजीव गांधी आश्रय योजना में 20 हितग्राहियों को मिला भूमि पट्टा
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अब तक 44 शहरी गरीबों को मिला इस योजना का लाभ
महासमुंद : शहरी क्षेत्रों में झुग्गी झोपडियों से मुक्ति दिलाने और गरीबों को अपना घर का सपना पूरा कराने में सहायता के लिए इस योजना की शुरुआत की गई। शहरों को स्लम मुक्त करने के उद्देश्य है। राजीव गांधी आश्रय योजना एक लाख से ज्यादा आबादी वाले हर शहर में लागू है।
महासमुंद में आज शहर के झुग्गी झोपड़ियों, कच्चे अर्धपक्के मकानों में रहने वाले 20 पात्र हितग्राहियों को पट्टा का वितरण किया गया। पट्टा संसदीय सचिव व विधायक श्री विनोद चंद्राकर द्वारा अनुविभागीय दंडाधिकारी कार्यालय में सौंपा। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह विशेष स्लम पट्टा वितरण योजना शहरी गरीबों को भूमि पर आवास अधिकार दिलाने के साथ उनको उनके मकान, बिजली, पानी ,राशन कार्ड आदि अन्य अनेक योजनाओं में काम आएगा। उन्होंने कहा कि राजीव आश्रय का यह जमीन पट्टा स्लम क्षेत्र में निवास करने वाले झुग्गी झोपड़ी व कच्चे मकान वालो को प्रदाय किया जाता है, ताकि उनको वहां रहने के लिए स्थायी आवास योजनाओं का फायदा मिल सके। यह पट्टा उन्हें वहां निवास का अधिकार भी प्रदान करता है।
महासमुंद नगर स्लम बस्तियों के इन वासियों को यह पट्टा उनके परंपरागत आवास अधिकार को ध्यान में रखकर शासकीय योजना अन्तर्गत राजीव गांधी आवास पट्टा प्रदाय किया गया है। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी (रा) श्री भागवत जायसवाल व तहसीलदार श्री प्रेमु साहू ,रीडर सहित तहसील के कर्मचारी उपस्थित थे। एसडीएम श्री जायसवाल ने बताया कि अब तक कुल 44 लोगों को राजीव गांधी आश्रय योजना में पट्टा मिला है। उन्होंने कहा कि हितग्राहियों के सर्वे में तहसीलदार और रीडर की भूमिका रही।
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