स्वास्थ्य विभाग ने जनहित में जारी की सूचना
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सर्पदंश की स्थिति में झाड़-फूंक न कराने के बजाय अस्पताल पहुंचें
अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में एन्टीवेनम दवाइयां उपलब्ध हो - कलेक्टर
बेमेतरा : बरसात का मौसम शुरू होते ही वातावरण में नमी और उमस बढ़ने के कारण जमीन में रेंगने वाले जहरीले कीट, सांप, बिच्छु अपने बिलों, रहवासों से बाहर आ जाते है, और लोगों को काटने का खतरा बढ़ जाता है। वर्षा का पानी उनके बिलों में भर जाने तथा अपने भोजन की तलाश में ये बाहर आते है तथा सुरक्षित स्थान की तलाश में अक्सर लोगों की घरों में घुस जाते है जिससे सर्पदंश की घटनाएं बढ जाती है। कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देशानुसार जिला स्वास्थ्य विभाग ने जनहित में सूचना जारी करते हुए कहा है कि सांप-बिच्छु या जहरीले कीड़े-मकोड़े के काटने पर पीड़ित का तत्काल उपचार कराने से उसकी जान बचाई जा सकती है।
बेमेतरा जिले के सभी प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला अस्पताल में सर्पदंश व जहरीले कीड़ों के काटने का उपचार उपलब्ध है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस आर चुरेन्द्र व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक बसोड़ ने विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि सर्पदंश होने पर या जहरीले कीट के काटने पर एक से डेढ़ घंटे के भीतर पीडित को सही उपचार न मिलने से उसकी मृत्यु भी हो सकती है, इसलिये पीड़ित को शीघ्रताशीघ्र निकट के स्वास्थ्य केन्द्र में ईलाज के लिये लेकर आना चाहिए।
कभी भी बैगा गुनिया या झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। यद्यपि सभी सर्प जहरीले नहीं होते लेकिन सर्पदंश होने पर पीड़ित को घबराहट होती है, जो ऐसी स्थिति में जानलेवा हो सकती है। सर्पदंश के उपचार हेतु एंटी स्नेक वेनम का पर्याप्त डोज जिला अस्पताल सहित सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध है। अतः बिना देर किये नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में पहुँचकर उपचार कराना चाहिए।
सर्पदंश पीड़ित को सही समय में इलाज मिलने से उसकी जान बचाई जा सकती है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग अक्सर जमीन पर सोते है और खेतों जंगलो में काम करने जाते है, जिससे उनकी सर्पदंश होने की संभावना बढ़ जाती है। अतः सोते समय चारपाई और केमिकल युक्त मच्छरदानी का उपयोग करने, घरों के आसपास सफाई रखने और अंधेरे स्थानों में जाने के लिए टॉर्च का उपयोग करने तथा खेतों में काम करने के दौरान घुटने तक वाले जूते पहनने की सलाह दी गई है।
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