विश्वकर्मा योजना के प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर लाइवलीहुड कॉलेज चोरभट्ठी मे किया गया कार्यक्रम का आयोजन
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पीएम विश्वकर्मा योजना भारत के हजारों वर्ष पुराने कौशल को विकसित भारत के लिए इस्तेमाल करने का एक रोड मैप है: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी
बेमेतरा : जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज चोरभट्ठी मे आज पीएम विश्वकर्मा योजना के संचालन का एक वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योजना के सुचारू क्रियान्वयन हेतु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल रूप से पीएम विश्वकर्मा योजनांतर्गत लाभ ले रहे हितग्राहियों को संबोधित किया किया। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ टेकचंद अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर दिव्या पोटाई, लीड बैंक अधिकारी गजेन्द्र उईके, एवं सहायक परियोजना अधिकारी रोशन लाल वर्मा उपस्थित थे।
इस दौरान सीईओ श्री अग्रवाल ने हितग्राहियों को संबोधित किया किया और लीड बैंक अधिकारी द्वारा लोन संबंधित जानकारी भी दी गई। जिले में पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत 22000 से ज्यादा हितग्राहियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें तृतीय स्तर पर वैधता जांच अनुसार 4000 हितग्राही कौशल प्रशिक्षण प्राप्त किए जाने हेतु पात्र है जिनमें से 900 से ज्यादा हितग्राहियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है जिनमें से 497 हितग्राही जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं जिसमे प्रमुख कोर्स मे राजमिस्त्री एवं कारपेंटर हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वर्धा में आयोजित प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत विडियो क्रांफ्रेसिंग के माध्यम से एक लाख लाभार्थियों को डिजिटल आईडी कार्ड एवं सर्टिफिकेट का वितरण किया। इसके साथ ही उन्होंने एक लाख लाभार्थियों को ई-स्किल प्रमाण पत्र का वितरण और 75 हजार लाभार्थियों को ऋण का भी वितरण किया। उन्होंने कहा देश के 700 से ज्यादा जिले, देश की ढाई लाख से ज्यादा ग्राम पंचायतें, देश के 5 हजार शहरी स्थानीय निकाय, ये सब मिलकर इस अभियान को गति दे रहे हैं।
इस एक वर्ष में ही 18 अलग-अलग पेशों के 20 लाख से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ा गया। सिर्फ साल भर में ही 8 लाख से ज्यादा शिल्पकारों और कारीगरों को स्किल ट्रेनिंग मिल चुकी है। अब तक साढ़े 6 लाख से ज्यादा विश्वकर्मा बंधुओं को आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं। इससे उनके उत्पादों की क्वालिटी बेहतर हुई है, उनकी उत्पादकता बढ़ी है। इतना ही नहीं, हर लाभार्थी को 15 हजार रुपए का ई-वाउचर दिया जा रहा है।
अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए बिना गारंटी के 3 लाख रुपए तक लोन भी मिल रहा है। मुझे खुशी है कि एक साल के भीतर-भीतर विश्वकर्मा भाइयों-बहनों को 1400 करोड़ रुपए का लोन दिया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा समाज, इन पारंपरिक कार्यों में लगे लोग केवल कारीगर बनकर न रह जाएँ बल्कि मैं चाहता हूं, वे कारीगर से ज्यादा वो उद्यमी बनें, व्यवसायी बनें, इसके लिए हमने विश्वकर्मा भाई-बहनों के काम को एमएसएमई का दर्जा दिया है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट और एकता मॉल जैसे प्रयासों के जरिए पारंपरिक उत्पादों की मार्केटिंग की जा रही है। हमारा लक्ष्य है कि ये लोग अपने बिज़नस को आगे बढ़ाएँ ये लोग बड़ी-बड़ी कंपनियों की सप्लाई चेन का हिस्सा बनें।
जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज बेमेतरा में आज प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्वकर्मा के हितग्राहियों को संबोधित किया गया उक्त कार्यक्रम में कॉलेज में प्रशिक्षण ले रहे टेलर मिशन व कारपेंटर के हितग्राहियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई कुल 210 हितग्राही उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित हुए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अंतर्गत 18 विभिन्न कोर्स में प्रशिक्षण दिया जाना है उक्त प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात हिरग्राहियों को कौशल प्रमाण पत्र ₹15000 के समतुल्य टूल किट तथा डेढ़ लाख तक का बिना गारंटी के लोन दिया जाएगा उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री टेकचंद अग्रवाल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने की।
कार्यक्रम के पश्चात मुख्य कार्य पदाधिकारी द्वारा विश्वकर्मा योजना अंतर्गत प्रशिक्षण ले रहे हितग्राहियों को उनके भविष्य के विभिन्न अवसरों के संबंध में बताया गया साथ ही कुल 18 हितग्राहियों को विश्वकर्मा कौशल प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया जिले में पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत 22000 से ज्यादा हितग्राहियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें तृतीय स्तर पर वैधता जांच अनुसार 4000 हितग्राही कौशल प्रशिक्षण प्राप्त किए जाने हेतु पत्र है जिनमें से 900 से ज्यादा हितग्राहियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है जिनमें से 497 हितग्राही जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं जिसमे प्रमुख कोर्स डॉलर राजमिस्त्री एवं कारपेंटर हैं स प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हितग्राहियों को ₹500 प्रति दिवस के हिसाब से ₹3000 डीबीटी के रूप में प्रदान किया जा रहे हैं तथा उन्हें प्रशिक्षण के दौरान ही ₹15000 की मुफ्त टूल किट हेतु आवेदन किए जाने का भी प्रावधान है जो कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात कौशल प्रमाणित होने पर उनके घर पर ही भेजा जावेगा।
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