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केंद्रीय नोडल अधिकारी श्री पंकज ने ज़िला दौरा के अंतिम दिन

द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा

अमृत सरोवर का किया निरीक्षण
 
जल संरक्षण की दिशा में सामूहिक प्रयास ही इस अभियान की सफलता की कुंजी : श्री कुमार 
 
ज़िला प्रशासन और स्थानीय समुदाय मिलकर जल संरक्षण के प्रयासों को सफल बना रहे
 
बेमेतरा : “जल शक्ति अभियान : कैच द रेन-2024” के तहत, केंद्रीय नोडल अधिकारी श्री पंकज कुमार (आईआरएस) ने अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन बेमेतरा जिले के विभिन्न ग्रामों में जल संरक्षण और भू-जल संवर्धन के कार्यों का निरीक्षण किया। उनके साथ केंद्रीय भू-जल बोर्ड, रायपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रजनी कांत शर्मा और जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री चन्द्र शेखर शिवहरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान श्री पंकज कुमार ने बेमेतरा जिले के समीप ग्राम डूंडा, ग्राम पंचायत झाल और ग्राम पंचायत लावातरा में स्थापित अमृत सरोवरों का जायज़ा लिया।
 
उन्होंने सरोवरों में जल संचयन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयास जल संसाधनों को संरक्षित करने और भू-जल स्तर को पुनर्स्थापित करने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। श्री कुमार ने ग्रामीण समुदायों के प्रयासों की विशेष रूप से प्रशंसा की, जो जल संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में सामूहिक प्रयास ही इस अभियान की सफलता की कुंजी है। ग्राम डूंडा में सरपंच श्रीमति पार्वती वर्मा से मुलाकात के दौरान, श्री कुमार ने साफ़-सफ़ाई और जल संचयन के प्रबंधन के लिए ग्रामीणों की सराहना की। उन्होंने नारी शक्ति की भूमिका की भी प्रशंसा की, जो इस क्षेत्र में जल संरक्षण के लिए अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

जल जीवन मिशन और भू-जल संवर्धन पर चर्चा :

श्री पंकज कुमार ने इस दौरे के दौरान जल जीवन मिशन के अंतर्गत “हर घर जल” योजना की प्रगति पर भी जानकारी प्राप्त की। इस योजना का उद्देश्य हर ग्रामीण घर को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है। उन्होंने ज़िला अधिकारियों से इस योजना के कार्यान्वयन की प्रगति के बारे में विस्तृत चर्चा की और सुनिश्चित किया कि इस दिशा में अधिक से अधिक जनसहभागिता को बढ़ावा दिया जाए।

निरीक्षण के दौरान, केंद्रीय नोडल अधिकारी ने भू-जल संवर्धन के उपायों का मूल्यांकन किया। इसमें वर्षा जल संचयन, तालाबों और सरोवरों के निर्माण, तथा जलाशयों के पुनर्निर्माण की प्रगति पर जोर दिया गया। उन्होंने विशेष रूप से यह देखा कि इन उपायों से जिले में भू-जल स्तर को बनाए रखने में कितनी सफलता प्राप्त हुई है।

उन्होंने ग्रामीणों से भी संवाद किया और इस बात को समझा कि किस प्रकार से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता में वृद्धि हुई है। श्री कुमार ने इस बात पर भी बल दिया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में समुदाय की भागीदारी अत्यधिक महत्वपूर्ण है और इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सरकारी योजनाओं के साथ-साथ सामाजिक संगठनों की भूमिका को भी सशक्त किया जाना चाहिए।

भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श :

निरीक्षण के बाद श्री पंकज कुमार ने बताया कि सरकार का उद्देश्य इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से देश भर में जल संरक्षण को बढ़ावा देना है। “जल शक्ति अभियान: कैच द रेन-2024” का उद्देश्य हर बूंद का सही उपयोग सुनिश्चित करना है, ताकि आने वाले समय में जल संकट से निपटने के लिए देश को तैयार किया जा सके। उन्होंने ज़िला अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इन योजनाओं के क्रियान्वयन में और तेज़ी लाएं और यह सुनिश्चित करें कि सभी गांवों में जल संचयन और भू-जल संवर्धन की परियोजनाएं समयबद्ध तरीके से पूरी हों।

निष्कर्ष : श्री पंकज कुमार के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य जल शक्ति अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा करना था। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि ज़िला प्रशासन और स्थानीय समुदाय मिलकर जल संरक्षण के प्रयासों को सफल बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि  दौरे से स्पष्ट होता है कि जल संरक्षण की दिशा में सामूहिक प्रयास ही इस अभियान की सफलता की कुंजी है।

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