बेमेतरा : “पंखों को दिया खुला आसमान“ महिला स्व-सहायता समूह मौहाभाठा बढ़ा रही है आत्मनिर्भरता की ओर कदम
बेमेतरा 03 जून 2020:- प्रदेश सरकार की सुराजी गांव योजना के अंतर्गत घुरवा से जैविक खाद के उत्पादन को बढ़ावा देने और भूमि की उपजाऊ क्षमता को बढ़ाने आदर्श गौठान मौहाभाठा मे यह कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है। बेमेतरा जिले के साजा विकासखण्ड के ग्राम मौहाभाठा मे निर्मित आदर्श गौठान में महिला स्व-सहायता समूहों की मेहनत एवं शासन के प्रयास से वहां की महिलाएंे अपने पैरो पर खड़ी हो रही है। मौहाभाठा के गौठान मे महुआ स्व-सहायता समूह एवं कल्पना स्व-सहायता समूहों की महिलाओं की ही मेहनत का नतीजा है कि वहां मशरुम उत्पादन की कल्पना को चरितार्थ किया जा रहा है। दोनो ही समूहो के द्वारा वर्तमान मे 120 बैग लगाये गये हैं। जिसमे कुछ ही समय मे मशरुम का उत्पादन शुरु हो जायेगा। इसके साथ ही और बैग लगाने की तैयारी की जा रही है। इनके द्वारा उत्पादित मशरुम की आज खुले मार्केट मे भी अच्छी मांग है, आज मशरुम सूखे और गीले दोनो रुपो मे बिक रहा है, जो कि भोजन मे प्राटीन का अच्छा स्त्रोत है।
साथ ही महुआ महिला स्व-सहायता समूह द्वारा तार जाली का भी निर्माण किय जा रहा है बता दें कि उक्त गौठान की फेसिंग मे भी इसी समूह द्वारा तैयार किये गये तार जाली का उपयोग किया गया है। साथ ही साथ विधानसभा अंतर्गत पंचायतों मे उपयोग किये जाने वाले फेसिंग के लिए इसी समूह से बात की जा रही है। इसके अलावा कल्पना महिला स्व-सहायता समूह द्वारा वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है। इनके द्वारा निर्मित खाद की गुणवत्ता अच्छी है तथा किसानों द्वारा आज अपने खेतों मे उपयोग के लिए इसी वर्मी खाद की मांग अधिक है।
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