किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण, बीज एवं उर्वरकों का किया जा रहा है वितरण
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वर्तमान मंे डीएपी की कमी होने के कारण डीएपी की जगह सुपर फास्फेट और एनपीके इस्तेमाल करने की सलाह कृषि विभाग के मैदानी अमलों द्वारा उर्वरक के संतुलित उपयोग की जानकारी बैनर एवं पम्पलेट के माध्यम से दिया जा रहा है। जिले के सहकारी समितियों में उर्वरक का कुल भण्डारण 15925 मि.टन किया गया था जिसमें से वितरण-13189 मि.टन किया जा चूका है। वर्तमान में सहकारी समितियों उर्वरक-2736 मि.टन उपलब्ध है जिसमें यूरिया- 1261 मि.टन, डी.ए.पी.- 98 मि.टन, एन. पी.के. 12ः32ः16- 75 मि.टन, एस.एस.पी.-799 मि.टन, एम.ओ.पी. -418 मि.टन, 20ः20ः0ः13-85 मि.टन है। आगामी 2-3 दिवसों में जिले को एनपीके 20ः20ः0ः13-1100 मि.टन, डी.ए.पी.-550 मि.टन, यूरिया-600 मि.टन खाद प्राप्त होना है। छ0ग0 शासन द्वारा निरंतर खाद की आपूर्ति की जा रही है ताकि कृषकों को कृषि कार्य में किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।
Leave A Comment