महासमुंद : बाढ़ आपदा प्रबंधन एवं राहत की बैठक संपन्न, संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश
महासमुंद 15 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां जिला कार्यालय के सभाकक्ष में वर्ष 2020 में मानसून को देखते हुए वीडियों कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से बाढ़ आपदा प्रबंधन एवं राहत की बैठक लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक तैयारी कर लेने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी नगरीय क्षेत्रों में वर्षा के पूर्व नालियों की साफ-सफाई एवं मरम्मत कार्य करा लिए जाए, जिससे वर्षा के दिनों में दिक्कत नहीं होवे। वर्षा ऋतु में सर्पदंश एवं डाग बाईटस के आने वाले प्रकरण में जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त दवाईयां एवं इन्जेक्शन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांवों में मितानिनों के पास पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाईयां रखी जावे। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के अंतर्गत जहां भी शिविर लगने है, वहां लोगों को पर्याप्त मात्रा में मौसमी बीमारियों से उपचार के लिए दवाईयां वितरित कराएं। मितानिनों की सूची एवं मोबाईल नम्बर भी राजस्व अधिकारियों को उपलब्ध कराएं।
बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले के बाढ़ संभावित क्षेत्रों वाले गांवों एवं जलभराव वाले इलाकों की सूची पुलिस अमले को ही दी जाए, ताकि बाढ़ की स्थिति में बचाव के लिए समन्वय स्थापित किया जा सकें। उन्होंने कहा कि बाढ़ आपदा से बचाव के लिए बोट सहित रस्सी, टाॅर्च, केरोसिन आदि सभी सामग्री स्थापित होने वाले शिविर स्थानों में व्यवस्था कर ली जाए। इसके अलावा बाढ़ की स्थिति में जिस भवन में शिविर स्थापित किए जाएंगे यदि वे क्वारेंटाईन सेंटर के रूप में है, तो वहां से श्रमिकों को शिफ्ट करने के बाद उस भवन का भली-भाॅति सेनेटाईज करना जरूरी होगा। उन्होंने वर्षा मापी यंत्र आदि को सुव्यवस्थित रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य विभाग के अधिकारी से कहा कि जिले के दुर्गम क्षेत्रों वाले गांवों में मानसून पूर्व पर्याप्त खाद्यान्न भण्डारण सुनिश्चित करें। इसके अलावा संभावित बाढ़ वाले चिन्हांकित गांवों की सूची खाद्य निरीक्षकों की दी जाए। साथ ही इन गांवों में बाढ़ आपदा के लिए दो-दो क्विंटल चावल का भण्डारण सुनिश्चित करें, सूखा जलाऊ लकड़ी-कंडे की व्यवस्था के साथ केरोसिन भी रखा जावें।
बैठक में उन्होेंने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए पहले से ही वर्षा प्रभावित ग्रामों में पेयजल स्त्रोतों के उपचार कराएं, लोगों को साफ-सुथरा पानी उपलब्ध हो, इसके लिए पी.एच.ई. विभाग के एस.डी.ओ. टैंकर में पानी की व्यवस्था रखेंगे। लोेक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी मैदानी अमले पेयजल व्यवस्था एवं मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए उपाय सुनिश्चित करेंगे। पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई के लिए ब्लीचिंग पाऊडर आदि डलवाकर उनकी सफाई कराएं। बैठक में उन्होंने जिले में बाढ़ आपदा बचाव के लिए उपलब्ध बोट, सर्च लाईट, टाॅर्च, रस्सी, ड्रम, लाईफ जैकेट सहित अन्य सभी सामग्री की जानकारी ली। इस संबंध में उन्होंने जिला कंमाडेड को सामग्री सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सकें। तैराकों की सूची भी तैयार रखें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले की समस्त नगरीय निकायों में नालियों की साफ-सफाई करा लें, ताकि वर्षा या बाढ़ की स्थिति में नालियों से पानी सुगमता के साथ प्रवाहित हो सकें, किसी प्रकार के जलभराव की स्थिति उत्पन्न नहीं होने पाएं। इसके अलावा नगरपालिका क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में सभी सी.एम.ओं कदम उठाएं, ताकि जलजनित बीमारियां वर्षा के दौरान नहीं फैलने पाएं। साथ ही अस्वास्थ्यकर खाद्य सामग्री इत्यादि का विक्रय नहीं हो, इसके लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि लोक-निर्माण विभाग प्रमुख मार्गों के ऊपर से पानी बहने की स्थिति में वहां यातायात रोकने के पुख्ता इंतजाम किया जावें, ताकि किसी प्रकार की जन-हानि नहीं होने पाएं। ऐसे क्षेत्रों में जहां नदियों का पानी भरने की स्थिति हो वहां कोटवारों से मुनादी कराई जावें। कलेक्टर ने कहा कि गंगरेल सहित अन्य बाॅधों से पानी छोड़े जाने की स्थिति में इसकी जानकारी तत्काल मिलनी चाहिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सहित मैदानी अमले को समन्वय के साथ जिला प्रशासन को जानकारी देने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि जिले में एक जून 2020 से कंट्रोल रूम प्रभावी हो गया है। इसका दूरभाष नंबर 07723-223305 है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल द्वारा बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के लिए डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर मोबाईल नंबर 99936-81890 को नोडल अधिकारी एवं भू- अभिलेख के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम मोबाईल नंबर 99815-84877 को सहायक नोडल प्रभारी अधिकारी बाढ़ आपदा नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग का भी बाढ़ सहायता केन्द्र स्थापित किया गया है इसका दूरभाष क्रमांक 94791-92399 हैं। कलेक्टर ने सभी तहसीलों में कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री आलोक पाण्डेय, अनुविभागियों अधिकारीगण, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर, सुश्री पूजा बंसल सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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