बलरामपुर : प्रभारी सचिव ने जिला प्रवास के दौरान विभिन्न कार्यो का किया निरीक्षण
नरवा संवर्धन के अन्तर्गत चल रहे निर्माण कार्यों का किया अवलोकन
बलरामपुर : प्रमुख सचिव वाणिज्य, उद्योग तथा वन विभाग एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने जिला प्रवास के दौरान शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी के तहत् नरवा संवर्धन के अन्तर्गत चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने चरगढ़ नाला सहित अन्य नरवा संवर्धन योजना का अवलोकन कर अधिकारियों को निर्माण कार्यों से संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने नरवा संरक्षण के माध्यम से कृषि एवं कृषि संबंधित गतिविधियों को बढ़ाने, रोजगार निर्माण एवं आय वृद्धि करने हेतु अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कृषि विभाग के द्वारा नरवा संवर्धन के अन्तर्गत चरगढ़ नाले के निकटवर्ती क्षेत्रों में किसानों द्वारा चना, गेंहूं, सरसों, मटर आदि फसलों का उत्पादन का अवलोकन किया। श्री पिंगुआ ने नरवा के पानी द्वारा ड्रिप सिंचाई के माध्यम से पपीता, टमाटर, मटर की खेती की रहे किसानों से चर्चा करते हुए इससे होने वाले लाभ के बारे में बताया। उन्होंने ग्रामीणों से बात करते हुए कहा कि नरवा संरक्षण संरचनाओं के निर्माण का उद्देश्य भू-गर्भीय जल का संवर्धन तथा गर्मी के दिनों में पानी की उपलब्धता को सुनिश्चित करते हुए किसानों को लाभ पहुंचाना है।

धान खरीदी केंद्र बरियों, राजपुर एवं जमड़ी का किया निरीक्षण
जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने शासन के निर्देशानुसार जिले में की जा रही धान खरीदी का जायजा लेने के लिए बरियों, राजपुर एवं जमड़ी स्थित उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने उपार्जन केन्द्र में पहुंचकर किसानों से बात की और टोकन द्वारा उपार्जित धान की मात्रा की जानकारी ली। श्री पिंगुआ ने धान खरीदी केन्द्र प्रभारियों एवं प्रबंधकों से बात करते हुए कहा कि शासन के वर्तमान निर्देशानुसार 20 फरवरी 2020 तक धान खरीदी की जानी है। समिति प्रबंधक, खरीदी प्रभारी, नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की प्रक्रिया का सुचारू रूप से संचालन तथा बिचैलियों एवं कोचिये धान न बेच पायें, इसके लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने धान उठाव में तेजी लाने एवं तौल किये गये धान के संग्रहण उचित रख-रखाव करने के निर्देश दिये। जिला अन्तर्राज्यीय सीमाओं से लगा हुआ है, जिसके कारण बिचैलियों एवं कोचियों के द्वारा अन्तर्राज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों के रास्तों से धान के अवैध परिवहन का प्रयास किया जा सकता है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीमावर्ती क्षेत्रों में चैकसी बढ़ायी जाए तथा सतत् निगरानी करते हुए आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच करें। उन्होंने कहा कि किसानों को जारी टोकनों का पूरी तरह सत्यापन करने के बाद ही धान खरीदी की जाए। धान का नियमानुसार तौल हो तथा कटे-फटे बारदानों का प्रयोग न करें एवं बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने उपार्जन केन्द्र में धान बेचने आये किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर सरगुजा कमिश्नर श्री इमिल लकड़ा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर श्री आर.एस. लाल, उप संचालक कृषि श्री अजय कुमार अनंत, उप संचालक पशु श्री बी.पी. सतनामी, खाद्य अधिकारी श्री एस. काम्टे, संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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