सफलता की कहानी : रम्पानाला बना किसानों का आजीविका का साधन
किसान खरीफ फसल के साथ ही कर रहे रबी फसल का उत्पादन
सूरजपुर : जिला सूरजपुर के जनपद पंचायत रामानुजनगर से 05 किमी दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत छिन्दिया में एक जीवनदायनी रम्पानाला जिसकी शुरूआत ग्राम पंचायत मकरबंधा से होते हुए ग्राम पंचायत छिन्दिया, मदनपुर से होते हुए झिंक नदी में मिल जाती है, ग्राम पंचायत छिन्दिया में इस नाला का सर्वाधिक क्षेत्र आता है। ग्राम पंचायत छिंदिया में कुल जनसंख्या 2012 है जिसमंें महिला 989, पुरुष 1023 की जनसंख्या है जो अ0ज0जा0 1682, अ0जा0 8, अन्य पिछड़ा वर्ग 300 एवं अन्य 22 लोग इस गांव में निवासरत करते है। जो कि इस नदी से अपने आजीविका के लिए निर्भर रहते है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2018-19 में रम्पानाला को ट्रिटमेंट करने के उदेष्य् से डी0पी0आर0 तैयार किया गया जिसमें कुल 5 किमी के नाले को मकरबंधा से लेकर छिन्दिया तक वाटरशेड के सम्पूर्ण कार्य लिये गये। जिसमें ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा विषेष रूची लेकर कार्य प्रारम्भ किया गया। नाले में कुल 30 नग लुज बोल्डर चेक डेम, 6 नग गलीप्लग, 2 नग गेबियन स्ट्रेक्चर, 2 नग अण्डर ग्राउड डाईक, 2 नग स्टाप डेम का कार्य लिया गया है। कार्य को पूर्ण करने के उदेष्य् से ग्रामीणों से चर्चा कर प्रारम्भ की गई, ग्राम पंचायत छिन्दिया एवं मकरबंधा के नरेगा श्रमिकों द्वारा कार्य किया गया, कार्य करने से उस श्रमिकों को रोजगार तो मिला ही मिला साथ ही साथ वाटरषेड के क्षेत्र में एवं अभूतपूर्ण कार्य तैयार हुआ, जिस नाले में 6 से 7 माह पानी रहता था एवं पूर्व में किसान सिर्फ बरसात के पानी पर निर्भर रहते थे और सिर्फ अपने परिवार के आजीविका चलाने भर का फसल ले पाते थे।
लेकिन आज वर्तमान में नाले के तैयार हो जाने से पूरे साल भर पानी उपलब्ध रहता है। जिससे किसान सिर्फ अपने परिवार की आजीविका चलाते है बल्कि अपने आय में भी वृद्धि कर रहे है। नाला ट्रिटमेंट हो जाने के पश्चात् लगभग 30 किसानों के सिंचित रकबा में वृद्धि हुआ है। जिसके कारण किसान खरीफ फसल के साथ-साथ रबी फसल भी ले रहे हैं। जिसमें मुख्यतः गेंहू, टमाटर, आलु, सरसों, मक्का एवं अन्य सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं। जिससे इनके जीवन खुषहाल है।
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