सूरजपुर : जनगणना 2021 हेतु जनपद स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
जनपद स्तर पर जनगणना प्रगणक एवं पर्यवेक्षकों को दिया गया प्रषिक्षण
जनगणना कार्य से संबंधित पहलुओं का बिन्दुवार दी गई जानकारी
सूरजपुर : कलेक्टर एवं प्रमुख जनगणना अधिकारी श्री दीपक सोनी के निर्देषन एवं अपर कलेक्टर एवं जिला जनगणना अधिकारी श्री एस0एन0 मोटवानी के मार्गदर्षन में जनपद पंचायत भैयाथान के सभागार में संपन्न हुई। जनगणना 2021 के प्रथम चरण के कार्यो से संबंधित बारिकियों जैसे भवन नंबरिंग, नजरी नक्षे की मूल बातें, कच्चा, पक्का मकान, लोकेषन कोडिंग, संकेत सूची, मानचित्र दिषाएं, नजरी नक्षा तैयार करने चरणबद्ध तरीके तथा जनगणना मकानो के प्रकार एवं अन्य पहलुओ के बारे में बिन्दुवार जानकारी दिया गया। जनगणना कार्य जिले के मास्टर ट्रेनर नसीम अली अन्सारी के द्वारा जनपद स्तरीय अधिकारियों को विस्तारपूर्वक बताया गया।

प्रषिक्षण में बताया गया कि प्रगणकों को प्रथम चरण का सर्वेक्षण, मकान सूचीकरण एवं ग्राम रजिस्टर भरने के लिए बिन्दुवार जानकारी दी गई साथ ही मकान मालिक अथवा परिवार के मुखिया या जानकार सदस्य से प्रेमपूर्वक डाटा एवं पहचान के दस्तावेज मांगने हेतु कहा गया जिसे सार्थक जानकारी प्राप्त किया जा सके। प्रषिक्षण में प्रगणक एवं पर्यवेक्षक मिलाकर कुल उपस्थिति 223 लोगो को ब्लाक का गठन, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने हेतु, अधारणाएं, अनुसूची के सभी 14 प्रष्नों को विस्तार से बताया गया इस जनगणना में प्रथम चरण में ही राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का अद्यतन मोबाईल एप्प के माध्यम से प्रगणक के द्वारा किया जायेगा। मास्टर ट्रेनर द्वारा द्वारा मोबाईल एप्प के माध्यम से अपने अधीन मकान सूची ब्लाक का नजरी नक्षा, टरमिनल सीमा बिन्दु एवं लैण्डमार्क की सहायता से करने की प्रक्रिया का प्रषिक्षण दिया गया। इस जनगणना की पूरी व्यवस्था एवं निगरानी जनगणना नियंत्रण एवं निगरानी पद्धति (सीएमएमएस) पोर्टल के माध्यम से किया जाना है।
भारत की जनगणना 2011 को आधार मानकर जनगणना 2021 के उद्देष्य समय-सीमा और प्रक्रिया के बारे में बताया गया कि नये जनगणना 2021 में मोबाईल एप्प के द्वारा पहली बार डाटा संग्रहण किया जायेगा। प्रगणकों का मोबाईल नंम्बर, ईमेल आई0डी0, पहचान पत्र अपडेट कराया गया। संपूर्ण जनगणना प्रक्रिया का नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण आॅनलाईन पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा। जनगणना की कानूनी प्रावधान जनगणना अधिनियम 1948 एवं जनगणना नियम 1990 के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। प्रथम चरण की जनगणना छत्तीसगढ़ में 25 अप्रैल से 10 जून तक कुल 25 दिन चलेगा जिसमें भवन एवं मकानों पर नम्बरिंग, मकानों की सूचीकरण, मकानों की सूची को तैयार करना एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने का कार्य किया जायेगा। प्रथम चरण में प्रत्येक भवन की स्थिति परिवार के पास उपलब्ध सुविधाएं एवं परिवार द्वारा धारित परिसंपतियों का डाटा संग्रहण किया जायेगा। द्वितीय चरण का जनगणना 09 फरवरी 2021 से 28 फरवरी 2021 तक किया जायेगा। जनगणना संदर्भ तिथि 01 मार्च 2021 निर्धारित की गई है।
प्रषिक्षण में बताया गया कि जनगणना महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्य है। जनगणना देष में सभी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए आधार है जो स्थानीय प्रतिनिधियों के चुनाव से प्रारंभ होकर भारत के प्रथम नागरिक तक जाता है यह प्रभावी लोक प्रषासन का कार्य करता है तथा योजना एवं नीतियों के लिए मूल्यवान बेंचमार्क जानकारी प्रदान करता है। जनगणना से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही विकास और लोक कल्याण की योजनाएं तैयार की जानी है। संबंधित अधिकारी जनगणना से संबंधित सभी प्रपत्रो का स्वयं जांच करे एवं अपने अधीनस्थ सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का सहयोग एवं मार्गदर्षन करें। इस दौरान एस0डी0एम0 भैयाथान, तहसीलदार, चार्ज अधिकारियों के जनगणना लिपीक एवं आॅपरेटर उपस्थित थे।
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