महासमुंद : जिले में 08 हजार 700 कोरोना योद्धाओं को टीके लगाकर होगी कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत
जमीनी स्तर तक ली जा रही है जानकारी, जिला स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग के लगभग 08 हजार 700 अधिकारी-कर्मचारियों को टीके लगाने के लिए जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की कवायद तेज
महासमुंद : कोविड-19 की वैश्विक महामारी अब बहुत जल्द जिला स्तर पर भी हमारे पास भी इस बीमारी का काट उपलब्ध होगा। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी पर काबू में करने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी है।

जिला स्वास्थ्य से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार 02 नवम्बर को कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में देर तक चली मैराथन बैठक में यह निष्कर्ष निकल कर सामने आया कि हाल ही में राज्य शासन से मिले निर्देशानुसार जिले में भी कोरोना वायरस का टीकाकारण करने के लिए प्रेषित की जाने वाली आपेक्षित जानकारी का संकलन लगभग पूर्ण कर लिया गया है।
जिसके मुताबिक जल्द ही जिले में सबसे पहले उन कोरोना योद्धाओं से टीकाकरण की शुरुआत की जाएगी जो अपनी जान हथेली पर लेकर हमेशा से जनहित और जन स्वास्थ्य में कठिन से कठिन परिस्थिति में भी आमजन को कोविड-19 की माहामारी से सुरक्षित रखने का कर्तव्य निभाते रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इनमें जिला स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग के आला अधिकारियों से लेकर चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों सहित गैर शासकीय चिकित्सा संस्थानों के स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई जाएगी। फिर चाहे वे नियमित सेवा में हों, संविदा कर्मचारी हों या किसी मानदेय योजना के तहत जमीनी स्तर पर सेवाएं दे रहे हो।
इस ओर अब तक किए गए क्रियान्वयन में लगभग 8 हजार 7 सौ अधिकारी-कर्मचारियों का डाटा एकत्र भी किया जा चुका है। जिसमें जिला स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग सहित गैर शासकीय चिकित्सालयों, पायथोलाॅजी लैब, डेन्टल क्लीनिक आदि से चिकित्सक, अधिकारीगण, नर्सिंग स्टाफ, वार्ड ब्वाय, लैब तकनीशियन, मितानिन, सफाई कर्मचारी, लिपिकीय कर्मचारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित इस दौरान ग्राउंड लेबल पर ड्यूटीरत संबंधित कर्मचारी शामिल हैं।
इस संबंध में बुधवार को कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में हुई बैठक में कलेक्टर श्री गोयल ने संबंधित अधिकारियों को डाटा अंकन में विशेष सावधानी रखने के निर्देश देते हुए कहा है कि कोरोना टीकाकरण सूची में नामित अधिकारी-कर्मचारियों के नामों की पुनरावृत्ति न हो साथ ही उन्होंने इसमें अपात्र व्यक्तियों को नामित नहीं करने के स्पष्ट निर्देश दिए है।
उल्लेखनीय है कि इसके लिए शासन स्तर से एक विशेष एक्सेल शीट में जानकारी अंकित की जा रही है और निर्धारित मानदण्डों के अनुसार पुनः इसका मूल्यांकन भी किया जा रहा है। मतलब साफ है कि कोरोना वैक्सिनेशन में कोई भी गलत जानकारी साझा कर अनाधिकृत रूप से जान-पहचान के उन लोगों को लाभान्वित नहीं कर पाएगा जो इस निर्देशिका के दायरे में नहीं आते।
बता दें कि बैठक के बाद से ही जिले में जल्द होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत के आसार देख कर कोरोना ड्यूटीरत अधिकारी-कर्मचारी इसे बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं। वहीं, आमजन में भी इस सकारात्मक समाचार को लेकर खुशी की लहर साफ दिखाई दे रही है।
बैठक में डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन. के. मंडपे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता, विश्व स्वास्थ्य संघ की ओर से प्रतिनिधि श्री नितिन पाटिल, कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम जिला दल से डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चन्द्राकर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री रोहित कुमार वर्मा, जिला सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डाॅ. मुकुन्द राव घोड़ेसवार, इंडियन मेडिकल एसोशिएसन जिला इकाई से प्रतिनिधि डाॅ. विमल चोपड़ा और डाॅ. एच. एस. गुरूदत्ता, जिला शिक्षा अधिकारी श्री राॅबर्ट मिंज, महिला एवं बाल विकास विभाग से सहायक कार्यक्रम अधिकारी श्री सुधाकर बोदले, नगर पालिका अधिकारी श्री हलधर सहित विद्युत एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
20 कोल्ड चेन प्वाइंट्स एक्टिव 03 नए मिलने के भी आसार
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया कि कोरोना वैक्सीन्स को सुरक्षित रूप से भण्डारित करने के लिए वर्तमान में जिला मुख्यालय से विकासखण्ड स्तर तक कुल 20 कोल्ड चेन प्वाइंट्स सक्रिय हैं। कलेक्टर श्री गोयल ने 03 नवीन कोल्ड चेन प्वाइंट संचालित करने के लिए भी जल्द स्वीकृति प्रदान करने के लिए भी आश्वस्थ किया है। इसके साथ ही उन्होंने बैठक के दौरान अपने कार्य स्थल से आॅनलाइन पद्धति से जुडे़ खण्ड चिकित्सा अधिकारियों और विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधकों को इन कोल्ड चेन प्वाइंट्स का नियमित रूप से निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया है।
रिटायर्ड हेल्थ वर्कर्स भी प्रशिक्षित होकर बंटाएंगे हाथ
इस वैक्सिनेशन के कार्य को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सक्रिय स्वास्थ्य कर्मचारियों सहित सेवानिवृत्त स्वास्थ्यकर्मी, जिन्हें रिटायर हुए 03 साल से अधिक का समय नही हुआ हो, वे भी सहयोग कर सकेंगे। इसके लिए सभी को अनुभवी प्रशिक्षकों से बकायदा टेंªड किए जाना भी प्रस्तावित है।
प्रचार-प्रसार पर भी रहेगा ध्यान
कलेक्टर श्री गोयल के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण और इस महामारी के बारे में पहले से लोगों को आपेक्षित जानकारी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसमें प्रिंटिंग मटेरियल से लेकर आॅडियो-वीडियों, बैनर, पोस्टर, पाॅम्प्लेट, दीवार लेखन जैसे संदेशों का उपयोग किया जाता रहा। आगे भी जन सामान्य तक जरूरी आई.ई.सी जानकारी उपलब्ध कराते रहने के लिए निर्देशित किया गया है।
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