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जिले में गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुओं का किया जा रहा है टीकाकरण
महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : पशुमाता महामारी रिन्डर पेस्ट उन्मूलन की तर्ज पर राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत पशुधन विकास विभाग द्वारा पशुओं में होने वाले खुरपका-मुंहपका रोग एफ.एम.डी उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पशु चिकित्सा सेवाएं के उपसंचालक डॉ.डी.डी.झारिया ने बताया कि शत-प्रतिशत केन्द्रीय वित्तीय सहायता से संचालित इस कार्यक्रम के तहत वर्ष 2025 तक इस रोग पर नियंत्रण एवं 2030 तक पूर्णतः उन्मूलन कर एफ.एम.डी. मुक्त भारत का लक्ष्य रखा गया है। राष्ट्रीय एफ.एम.डी. उन्मूलन का पहला चरण जिले में विगत 15 फरवरी 2020 से प्रारंभ हो गया है जो 31 मार्च 2020 तक चलेगा। इसके अंतर्गत गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुओं का शत-प्रतिषत टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकृत पशुओं की पहचान एवं पंजीयन के लिए बारह अंकीय ईयर टैग लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में लगभग साढ़े तीन लाख गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुधन है। इसी प्रकार भेड़ बकरी वर्ग की संख्या लगभग डेढ़ लाख है जिनमें टीकाकरण का कार्य 15 फरवरी तक पूर्ण कर लिया गया है। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए डॉ. आर.जी.यादव को जिला नोडल अधिकारी एवं जिले के समस्त पशु चिकित्सालय प्रभारियों को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिले में 69 टीकाकरण दलों का गठन किया गया है जिसमें सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी, पट्टीबंधक, पशु परिचारक, मैत्री, प्रायवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, गौ सेवक, जे.के.ट्रस्ट के गोपाल एवं वेटेरनरी पालीटेक्निक डिप्लोमाधारी छात्रों को शामिल कर इन्हे प्रशिक्षण दिया गया है। इनके द्वारा अब तक 12 हजार 186 पशुओं में टीकाकरण एवं दो हजार 337 टीकाकृत पशुओं में ईयर टैग लगाया गया है।
खुरपका-मुंहपका एफ.एम.डी. जुगाली करने वाले, दो खूरी पालतू एवं वन्य पशुओं में होने वाला विषाणु जनित अतिसंक्रामक एवं छूतदार बीमारी है। स्थानीय भाषा में इसे खुरहा-चपका के नाम से जाना जाता है। इसमें तेज बुखार आना, खाना-पीना एवं जुगाली बंद कर देना, मुंह के अंदर जीभ, थन एवं बाल रहित त्वचा पर छाले, फफोले होना, मुंह से लार गिरना एवं चप-चप की आवाज आना, खुरों के बीच में छाले पड़ना एवं घाव हो जाना इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं। इस रोग में नवजात वत्सों की मृत्यु हो जाती है। बड़े पशुओं में मृत्यु दर कम है लेकिन उनकी कार्य एवं उत्पादन क्षमता एकदम कम हो जाती है जिससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उपचार की अपेक्षा इस रोग से बचाव करना ही बेहतर उपाय है। जिसका टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। डॉ.झारिया ने जिले के पशुपालक कृषक बंधुओं से अपील की है कि टीकाकरण दल का सहयोग कर इस अभियान को सफल बनाएं। - कोरिया : जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम पंचायत सागरपुर स्थित झुमका डेयरी की अलाभप्रद गायें, बछिया एवं बछड़ों की नीलामी 2 मार्च को प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक की जायेगी। इस हेतु इच्छुक आम नागरिक निर्धारित समय एवं स्थान पर उपस्थित हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए पशु चिकित्सा सेवाएं के उपसंचालक के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
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दुर्ग : राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर दुर्ग विष्वविद्यालय द्वारा आयोजित निबंध, पोस्टर एवं क्विज स्पर्धा में बड़ी संख्या में हेमचंद यादव विष्वविद्यालय, दुर्ग के अंतर्गत आने वाले विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के आयोजन स्थल शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने जानकारी दी कि आज महिलाओं की विज्ञान में सहभागिता विषय पर केन्द्रित निबंध, पोस्टर एवं क्विज स्पर्धा का पृथक-पृथक आयोजन किया गया। सर्वप्रथम आयोजित निबंध स्पर्धा में एक सैकड़े से अधिक विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। विद्यार्थियों ने विज्ञान में महिलाओं की सहभागिता पर विचार व्यक्त करते हुए महिलाओं की सहभागिता से विज्ञान में हुये उल्लेखनीय उपलब्धियों को रेखांकित किया। एक घंटे की अवधि में विद्यार्थियों द्वारा लिखे गये विचार अत्यंत प्रषंसनीय रहें। निबंध प्रतियोगिता का निर्णय दुर्ग विष्वविद्यालय द्वारा अपने स्तर पर किया जायेगा। निबंध प्रतियोगिता के दौरान हेमचंद यादव विष्वविद्यालय की ओर से सहायक कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप, डाॅ. सुमीत अग्रवाल, डाॅ. राजमणी पटेल, डाॅ.आर.पी. अग्रवाल, डाॅ. ए.आर.चैरे. डाॅ.एल.पी. वर्मा महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर.एन.सिंह तथा आयोजन समिति के डाॅ. सुचित्रा गुप्ता, डाॅ. तरलोचन कौर डाॅ. कृष्णा चटर्जी एवं डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव उपस्थित थे।
आज आयोजित द्वितीय स्पर्धा में वूमेन इन साइंस विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इस पोस्टर प्रतियोगिता में डेढ़ घंटे की अवधि में छात्र-छात्राओं को अपना पोस्टर स्वयं बनाकर पूर्ण करना था। विद्यार्थियों ने कल्पना चांवला से लेकर वर्तमान चंद्रयान अभियान तथा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान का बखूबी चित्रण किया। छात्राओं ने ग्रामीण अंचल में विज्ञान के जरिये किये जा सकने वाले कार्य जैसेः सौर उर्जा का उपयोग, पवन उर्जा, स्वच्छता अभियान में विज्ञान का अनुप्रयोग जैसे कार्यों में महिलाओं द्वारा किए जा सकने वाले सहयोग का अच्छा पोस्टर बनाया। पोस्टर प्रतियोगिता आयोजन समिति के संयोजक डाॅ. व्ही.एस.गीते से प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर अपनी दक्षता का परिचय दिया। पोस्टर प्रतियोगिता में डाॅ. गीते के साथ डाॅ. सतीष सेन, डाॅ. अलका मिश्रा आदि उपस्थित थे।
तृतीय सत्र में आयोजित अंतर्महाविद्यालयीन क्विज स्पर्धा में महाविद्यालयों की संख्या अधिक होने के कारण प्रारंभिक चरण में स्क्रीनिंग राउण्ड लिखित प्रष्नों के माध्यम से श्रेष्ठ 4 टीमों को चयनित कर उनकी मौखिक क्विज स्पर्धा आयोजित की गयी। 5 विभिन्न राउण्ड में वूमेन इन साइंस विषय पर पूछे गये प्रष्नों में एक राउण्ड विजुवल राउण्ड था। किसी टीम द्वारा प्रष्नों का जवाब न देने पर वह प्रष्न दर्षकों हेतु पास कर दिया गया। दर्षकों ने क्विज स्पर्धा में भरपूर आनंद लिया। उच्च स्तरीय प्रष्न पूछे जाने के कारण प्रतिभागी टीम के सदस्यों को उत्तर देने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी। क्विज स्पर्धा की संयोजक डाॅ. सुनीता मैथ्यू के अनुसार प्रतिभागी विद्यार्थियों की तैयारी सराहनीय थी। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों से आये प्रभारी प्राध्यापक एवं साईंस कालेज, दुर्ग के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह, दुर्ग विष्वविद्यालय के सहायक कुल सचिव डाॅ. भूपेन्द्र कुलदीप तथा डाॅ. अजय सिंह भी उपस्थित थे। क्विज स्पर्धा के संचालन में आयोजन समिति के सदस्य डाॅ. सुनीता मैथ्यू, डाॅ. संजू सिन्हा, डाॅ. अभिषेक मिश्रा, डाॅ. दिलीप साहू, आदि ने उल्लेखनीय योगदान दिया।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव ने बताया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में 27 फरवरी को दोपहर 12.00 बजे शोध छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों के लिए पृथक-पृथक पावर प्वाइंट के माध्यम से मौखिक प्रस्तुतिकरण होगा। इस स्पर्धा के निर्णय हेतु हेमचंद यादव विष्वविद्यालय, दुर्ग की कुलपति डाॅ. अरूणा पल्टा एवं रजिस्ट्रार डाॅ. सीे.एल. देवांगन स्वयं उपस्थित रहेंगे। - दुर्ग : जिले में विगत दिनों असामयिक वर्षा एवं ओला वृष्टि की स्थिति निर्मित हुई है, दिनांक 25.02.2020 को औसत वर्षा 27.7 मि.मी. हुई साथ ही कुछ क्षेत्रों में ओला वृष्टि की जानकारी भी प्राप्त हुई है जिससे रबी फसलों को नुकसान होने की प्रबल संभावना है। रबी वर्ष 2019-20 में जिले में 47453 हेक्ट. क्षेत्र में रबी फसलों का क्षेत्राच्छादन जिसमें अनाज 13433 हेक्ट., दलहन 25935 हेक्ट., तिलहन 2280 हेक्ट. एवं 5804 हे. में साग सब्जी एवं अन्य क्षेत्राच्छादित हुआ है। जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत मौसम रबी वर्ष 2019-20 हेतु गेंहू (सिंचित/असिंचित), चना एवं राई फसले अधिसूचित है जिस हेतु 28948 हेक्टेयर क्षेत्र के 13334 कृषकों का फसल बीमा आवरण किया गया है।
फसल बीमा प्रावधानः- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमित कृषकांे को फसल बोनी से कटाई के मध्य विषम परिस्थितियों में अधिसूचित फसल क्षति होने पर क्षतिपूर्ति दिये जाने का प्रावधान है। कंडिका-13 (ख) मौसम प्रतिकूलताओं के कारण फसल की मध्यावधि (बुआई से कटाई के मध्य की समयावधि) में नुकसान होने की स्थिति में फसल की अवधि में प्राकृतिक आपदा जैसे सूखा, शुष्क अवधि, बाढ़, जलप्लावन, कीट व्याधि, भू-रखलन, प्राकृतिक अग्नि दुर्घटनाओं एवं आकाशीय बिजली, तूफान, ओलावृष्टि, चक्रवात, आंधी, समुद्री तूफान, भंवर एवं बवंडर के कारण प्रभावित फसल की अनुमानित उपज, थे्रसहोल्ड उपज 50ः तक से कम आना संभावित हो तो संभावित क्षतिपूर्ति का 25ः तक दावा का भुगतान मौसम के दौरान ही किया जा सकता है। यह क्षतिपूर्ति भुगतान की राशि अंतिम उपज आधारित क्षतिपूर्ति राशि के साथ समायोजित की जावेगी।
यदि उक्त स्थिति अधिसूचना की परिशिष्ट-4 (क्राॅप कैलेण्डर) में फसलवार उल्लेखित सामान्य फसल कटाई प्रारंभ होने के 15 दिनों के पूर्व होती है तो उपरोक्त शर्त लागू नहीं होगी। कंडिका 13 (ग) स्थानीय जोखिमों यथा-ओलावृष्टि, भूस्खलन, जलप्लावन, बादल फटना और प्राकृतिक आकाशीय बिजली से अधिसूचित फसल में नुकसान होने की स्थिति में व्यक्गित बीमित कृषक को क्षतिपूर्ति दिये जाने का प्रावधान है। यदि किसी प्रभावित इकाई में 25ः से ज्यादा हानि होती है तो संयुक्त समिति द्वारा सैम्पल जांच कर उस इकाई में सीधे टोल फ्री नम्बंर पर या लिखित रूप से अथवा स्थानीय राजस्व/कृषि अधिकारियों, संबंधित बैंक अथवा जिला कृषि पदाधिकारी/राजस्व पदाधिकारी को लिखित रूप से निर्धारित समय-सीमा 72 घंटे के भीतर बीमित फसल के ब्यौरे, क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण सहित सूचित करेंगे। कृषक द्वारा सूचित किये गये संस्था/विभाग द्वारा 48 घंटे के भीतर फसल के ब्यौरे क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण सहित बीमा कंपनी को सूचित किया जाएगा। धान सिंचित एवं धान असिंचित फसलों पर जलप्लावन से होने वाली क्षति इस घटक में शामिल नहीं होंगे।
सूचना किन्हे दें:- कृषक को क्षति पूर्ति का लाभ लेने हेतु बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इश्योंरेंस कंपनी के टोल फ्री नम्बर 1800-116-515 पर सीधे सूचना दे सकते है अथवा स्थानीय कृषि/राजस्व अधिकारी, संबंधित बैंक या जिला कृषि/राजस्व अधिकारी को लिखित रूप से निर्धारित समय-सीमा में 72 घण्टे के भीतर बीमित फसल के ब्यौरा जैसे क्षति की मात्रा एवं क्षति के कारण सहित सूचित कर सकते है। - दुर्ग : परियोजना दुर्ग षहरी के अंतर्गत संचालित विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यकर्ता/सहायिका की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था। प्राप्त आवेदन पत्रों के परीक्षण उपरान्त अनन्तिम सूची जारी कर दिया गया है। जारी सूची के संबंध में दावा-आपत्ति 07 मार्च तक आमंत्रित किया गया है।
- दुर्ग : सनराईस सहकारी साख समिति पता चिचलगोंदी, थाना-अर्जुन्दा, जिला - बालोद के संचालक ईषवंत देवांगन एवं कसारीडीह दुर्ग कलीराम पारकर द्वारा आमजनता को अपने संस्था की विभिन्न लोक लुभावनी योजना बताकर लोगों से रुपए जमा कराकर धोखाधड़ी, छल-फरेब, कर राषि गबन किए जाने के कारण संस्था के संचालकों की सम्पत्ति कुर्क की जाएगी। जिला दण्डाधिकारी श्री अंकित आनन्द ने निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत निवेषों द्वारा जमा की गई राषि को प्रतिसंदाय किए जाने हेतु उक्त आदेष जारी किए है।
- दुर्ग : गृहमंत्री एवं विधायक दुर्ग ग्रामीण श्री ताम्रध्वज साहू ने जनसंपर्क निधि के अंतर्गत हितग्राहियों के लिये विभिन्न वाद्य यंत्रों के क्रय हेतु 1.00 लाख रुपए की राषि स्वीकृत की है। वाद्य यंत्र व पोषाक हेतु जय माॅ निकुम्भा जस व फाग परिवार निकुम, आमीन माता महिला मण्डल गनियारी, जय माॅ लक्ष्मी एवं खेल रामायण दषहरा समिति भाठापारा कोड़िया, प्रज्ञा स्व सहायता समूह कोटनी के लिए क्रमषः 10-10 हजार रुपए , वाद्य यंत्र हेतु षिवचर्चा महिला मण्डली नेवई वार्ड 42, षांति निकेतन मानस मण्डली रिसाली वार्ड 60, देवी भजन मण्डली पुरैना, सतगुरू पंथी नृत्य दल उमरपोटी के लिए क्रमषः 5-5 हजार रुपए की राषि स्वीकृत किया है। इसी प्रकार पोषाक हेतु ग्राम रिसामा, अण्डा, चन्दखुरी एवं खोपली के लिए 5-5 हजार रुयए की राषि स्वीकृत किया है। उसी प्रकार टेबल कुर्सी के लिए मरोदा टेन्ट को 10 हजार और जंजगिरी के लिए 5 हजार रुपए की राषि स्वीकृत किया है।
- दुर्ग : छत्तीसगढ़ षासन सामान्य प्रषासन विभाग द्वारा राज्य के विभिन्न विभागों के निगम मण्डलों को विभागों में रखें गये सामग्रियों का निश्पादन करने के निर्देष जारी किए गए है साथ ही विभाग में आय के स्त्रोत में बढ़ोत्तरी करने के उपाय बनाने भी कहा है। इस संबंध में की गई कार्यवाही तथा कार्ययोजना 31 मार्च 2020 तक पूर्ण करने निर्देषित किया है।
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स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्टर के निर्देश
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत की सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के काम काज की गहन समीक्षा की गई। गर्भवती माताओं के पंजीयन एवं एएनसी जांच में लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों के काम-काज पर कलेक्टर न गहरी नाराजगी जताई। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर उपस्वास्थ्य केन्द्रों में संस्थागत प्रसव के लक्ष्य को पूरा करने में विफल रहे स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान यह देखा गया कि जिले के लगभग 200 स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं जहां संस्थागत प्रसव की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद भी प्रसव का आंकड़ा सिफर है। कलेक्टर ने जिले के सामुदायिक दुलदुला, मनोरा एवं फरसाबहार के बीएमओ को भी परफाॅरमेंस में सुधार लाने के लिए निर्देश दिए गए। जिले में संस्थागत प्रसव 81 प्रतिशत् हैं जबकि 4 एएनसी 66 फीसद है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को इस स्थिति में भी सुधार लाने के सख्त निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने सभी एसडीएम को स्वास्थ्य विभाग की खंड स्तरीय बैठक में विभाग के मैदानी अमले को बुलाकर उनके काम-काज की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में टीकाकरण, आरकेएसके, आरसीएच पोर्टल एन्ट्री, कुष्ठ एवं क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम तम्बाकू नियंत्रण, मोतियाबिंद आॅपरेशन की स्थिति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने जननी सुरक्षा कार्यक्रम, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, सुपोषण अभियान अंतर्गत एनीमिक महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में स्कूल एवं आंगनबाड़ी के बच्चों की स्वास्थ्य के जांच की स्थिति की भी समीक्षा की गई। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, समस्त एसडीएम, सीएमएचओ श्री रंजीत टोप्पो, डीपीएम श्री नायक सहित सभी बीएमओ एवं बीपीएम उपस्थित थे। -
जिला बाल संरक्षण ईकाई की त्रैमासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में जिला बालसंरक्षण इकाई की त्रैमासिक समीक्षा बैठक आज यहां सम्पन्न हुई। कलेक्टर ने बच्चों की देख-रेख एवं संरक्षण के लिए जिले में संचालित पांचों संस्थाओं के संचालकों तथा महिलाओं के हितों के संरक्षण के लिए संचालित सखी वनस्टाॅप सेंटर के प्रभारी को मानवीय दृष्टिकोण बनाए रखने की नसीहत दी। उन्होनंे कहा कि बच्चों और महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता जरूरी है। उन्होंने संस्था प्रभारियों को बच्चों एवं महिलाओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा उनके मामलों को तत्परता से निराकृत किए जाने की पहल करने के निर्देश दिए।
बैठक में बालसंरक्षण के लिए खंड स्तरीय एवं ग्राम स्तरीय समिति के गठन की प्रक्रिया को तत्परता से पूरा करने तथा जनप्रतिनिधियों एवं पंचायत पदाधिकारियों को बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए जागरूक एवं प्रशिक्षित करने की भी बात कही गई। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों पलायन, बाल श्रम तथा हयूमन ट्रैफिंकिंग की रोकथाम के लिए ग्रामीणों एवं पंचायत पदाधिकारियों का सहयोग जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि सुदूर अंचल का आदिवासी जिला होने के कारण यहां कई सामाजिक कुरीतियां हैं। उन्होंने हयूमन ट्रैफिकिंग, बाल श्रम उन्नमूलन तथा बाल विवाह की रोकथाम एवं शालात्यागी बच्चों का पुनः दाखिला सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को समन्वय से काम करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने किशोरी बालिकाओं के पोषण आहार एवं स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने पर जोर देते हुए कहा कि सुदृढ़ छत्तीसगढ़ के लिए यह जरूरी है। बैठक में लैगिंग अपराधों की रोकथाम के लिए गठित टास्क फोर्स समिति, किशोर न्याय बोर्ड, बाल संरक्षण समिति के गठन तथा सखी वनस्टाप सेंटर की भी समीक्षा गई। बैठक में गैर शासकीय संगठन ममता द्वारा जिले में यूनिसेफ एवं जिला प्रशासन के सहयोग से किशोर किशोरी सशक्तिकरण कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, समस्त एसडीएम तथा शिक्षा, श्रम, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। - जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की विशेष पहल पर आगामी 8 मार्च से जिले की महिलाओं को कार ड्राईविंग का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से यह अभिनव कार्यक्रम जिले में महिलाओं को सक्षम एवं सबल बनाने के उद्देश्य से संचालित होगा। कार ड्राईविंग का 45 दिन का सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरंात जिला प्रशासन द्वारा महिलाओं को ड्राईविंग लाईसेंस भी बनवाकर दिया जाएगा। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, समस्त एसडीएम, सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने आज यहां जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में सभी एसडीएम एवं जनपदों के सीईओ को अपने-अपने इलाके में 18 से 45 साल की महिलाओं का पंजीयन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 7 मार्च तक पंजीयन पूर्ण कर इसकी जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं ताकि 8 मार्च से विधिवत कार ड्राईविंग का प्रशिक्षण प्रारंभ किया जा सके। पंजीयन सीईओ जनपदपंचायत कार्यालय एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निःशुल्क किया जाएगा। प्रशिक्षण की व्यवस्था यदि स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षणकर्ता उपलब्ध हो, तो उनके माध्यम से अन्यथा जिला स्तर से वाहन चालक प्रशिक्षक की व्यवस्था जिला प्रशासन करेगा।
कलेक्टर ने सभी जनपदों के सीईओ को पंचायतों के माध्यम से इसका प्रचार भी करने को कहा। एक बैच में अधिकतम 50 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पंजीयन की संख्या 50 से अधिक होने पर पृथक से बैच शुरू किया जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफ मद से जिला मुख्यालय जशपुर एवं कुनकुरी में महिलाओं को ड्राईविंग का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अंतर्गत जिला सेनानी के अधीन महिला, होमगार्ड एवं नर्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही छात्राओं को भी निःशुल्क ड्राईविंग प्रशिक्षण दिया जाएगा। -
कलेक्टर ने ली उड़नदस्ता दल प्रभारियों की बैठक
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने हाईस्कूल एवं हायरसेकेण्डरी बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं उड़नदस्ता दल के प्रभारियों की संयुक्त बैठक ली। यह बैठक जिला पंचायत के सभागार में हुई। कलेक्टर ने उड़नदस्ता दल के प्रभारियों को परीक्षा के दौरान सभी परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण करने तथा नकल पर कड़ाई से अंकुश के निर्देश दिए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को केन्द्राध्यक्षों की नियुक्ति में विशेषरूप से सावधानी बरतने की हिदायत दी। कलेक्टर ने कहा कि केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान यदि नकल की गतिविधियां मिली तो, इसके लिए केन्द्राध्यक्षों के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को पर्यवेक्षकों को भी बोर्ड के निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित करने को कहा। कलेक्टर ने उड़नदस्ता दल के प्रभारियों को दल के सदस्यों के साथ नियमित रूप से परीक्षा केन्द्रों का मुआयना करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 10 वीं एवं 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं 2 मार्च से 26 मार्च तक चलेंगी। नकल की रोकथाम के लिए 5 जिला स्तरीय तथा 15 अनुभाग एवं खंड स्तरीय उड़नदस्ता दल गठित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय उड़नदस्ता दल के प्रभारी सहायक संचालक मछली पालन श्री डी.के. इजरदार, सहायक संचालक रेशम श्री मनीष पवार, उपसंचालक पशु चिकित्सा जी.एस.तंवर, डीएमसी श्री विनोद कुमार पैंकरा एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री एस.के.वाहने को बनाया गया है। प्रत्येक दल में इसके अलावा तीन अधिकारियों को रखा गया है। इसी तरह अनुभाग एवं खंड स्तरीय उड़नदस्ता दलों के प्रभारी की जिम्मेदारी संबंधित इलाके के एसडीएम विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सीईओ जनपद पंचायत, तहसीलदार को सौंपी गई है।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन.कुजूर ने बताया कि बोर्ड की परीक्षाएं 9.30 बजे से 12.30 बजे तक होंगी। उन्होंने उड़नदस्ता दल के प्रभारियों को केन्द्रों के मुआयना के दौरान प्रश्न पत्र एवं पुस्तिकाओं के लेखा की जांच करने तथा शेष प्रश्नपत्रों एव उत्तर पुस्तिकाओं को सुरक्षित रखवाने के निर्देश दिए। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, समस्त एसडीएम, सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। - 06 माह से 03 वर्ष के कुपोषित बच्चों को किया जा रहा है पौष्टिक गर्म खिचडी का वितरण
कोरिया : कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिले को कुपोषण मुक्त करने हेतु जिला प्रशासन के पहल पर जिले के 06 माह से 03 वर्ष तक के चिंहांकित सभी कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में पौष्टिक गर्म खिचड़ी वितरण का शुभारंभ किया गया है। इस योजना का औपचारिक शुभारंभ विगत दिनों महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर मनेन्द्रगढ़ परियोजना अंतर्गत ग्राम लाई में आयोजित अमृतधारा महोत्सव के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं भरतपुर-सोनहत क्षेत्र के विधायक श्री गुलाब कमरो एवं अन्य अतिथियों द्वारा किया गया।
योजना का प्रारंभ विगत 25.02.2020 से जिले के सभी एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं के लगभग 1700 आगनबाडी केन्द्रों में किया गया है। जिसके तहत् 06 माह से 18 माह के कुपोषित बच्चों को पौष्टिक गर्म खिचड़ी एवं 18 माह से 03 वर्ष के कुपोषित बच्चों को रोटी, चावल, मूंगदाल, सोयाबड़ी की खिचडी एवं हरी भाजी उपलब्ध कराया जा रहा है, जिस हेतु प्रति हितग्राही 8.35रू. का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के बेहतर क्रियान्वयन एवं सकारात्मक परिणाम को देखते हुए, अब जिले के 06 माह से 03 वर्ष के कुपोषित बच्चों को पौष्टिक गर्म खिचड़ी का वितरण किया जाएगा। जिस हेतु जिले के 06 एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं के 4982 बच्चों को लक्षित किया गया है। इस प्रकार जिले के सभी कुपेाषित बच्चों को चिन्हांकित करते हुए उनके पोषण स्तर की सतत् निगरानी एवं अनुश्रवण किया जा रहा है। जिसके सकारात्मक परिणाम स्वरूप बच्चे कुपोषण से मुक्त होकर समान्य श्रेणी में आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त बनाने हेतु 02 अक्टूबर 2019 से प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिसके तहत् जिले के चिन्हांकित कुपेाषित बच्चों को अतिरिक्त पौष्टिक आहार के रूप में अंडा एवं सोयाबादाम पट्टी व एनीमिक महिलाओं को पौष्टिक गर्म भोजन का वितरण किया जा रहा है। योजना के बेहतर क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप 4353 बच्चे कुपोषण मुक्त हो चुके हैं वहीं 3642 महिलाओं के भ्इ में परिवर्तन आया है। - सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा सूरजपुर के उत्पादों को बाजारो में अच्छे मूल्य पर विक्रय करने और मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के मंषानुरूप किसानों की समृद्धि हेतु सेफ फुड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना की गई है। जिनके द्वारा जिले में किसानों के विभिन्न फसलों को बडे़ बाजारों में विक्रय कर स्थानिय बाजारों से अधिक दाम प्राप्त करने कवायद की जा रही है। इसी संबंध में आज 26 फरवरी 2020 को आनंद रिहदंम सूरजपुर में सूरजपुर सेफ फुड फार्मस प्रोड्युसर कम्पनी लिमिटेड की प्रथम वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया। बतातें चले कि इस कंपनी में अबतक 270 उत्पाद समूहों के अंतर्गत 6510 कृषकों को सदस्य बनाया गया है। साथ ही कुल 4666 अंषधारक भी है। कंपनी के अंतर्गत फसल कोदो, मक्का, महुआ, गेहुॅ, जिराफूल, सोनम, सरसों, उड़द दाल, मूंगफली, प्याज, तिल, टमाटर, आलू, मसूर, फुलगोभी, मटर, साल बीज आदि उत्पादों के लिए उत्पादक समूहों का गठन किया गया है।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के प्रयासों से कंपनी द्वारा बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 15 टन कोटो एवं 13.7 टन सांवा अप्रसंस्कृत रूप में 25 रूपये प्रति किलोग्राम के दर पर विक्रय करने का किर्तीमान स्थापित किया है, जो स्थानिय स्तर पर 15 रूपये से 18 रूपये तक मात्र विक्रय किया जा रहा था। इसी के साथ कंपनी द्वारा 65 रूपये प्रति किलोग्राम के दर पर 4 लाख 22 हजार रूपये का मूंगफली विक्रय किया गया है। कंपनी के माध्यम से अबतक कुल 14.17 लाख रूपये का व्यापार किया गया है। कलेक्टर श्री सोनी के द्वारा कंपनी के माध्यम से उत्पादों को आॅनलाईन विक्रय हेतु भी प्रयास किया जा रहा है, जिसमें वर्तमान में मोरिंगा पावडर अमेजन वेबसाईट पोर्टल पर विक्रय हेतु उपलब्ध भी किया गया है तथा अन्य उत्पादों को आॅनलाईन विक्रय हेतु प्रयास जारी है।
आज प्रथम वार्षिक आमसभा में लगभग तीन हजार पांच सौ सदस्यों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में कंपनी के नये निर्देषक मण्डल का चयन सर्वसम्मति से किया गया। बैठक के दौरान कलेक्टर श्री सोनी ने उद्बोधित करते हुए कंपनी की सराहना की और बताया कि कंपनी जिले के लघु एवं सीमांत किसानों को उचित बाजार उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगी। कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रषासन द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से निरंतर सहयोग प्रदान किया जाएगा। उनके द्वारा कृषकों को जैविक कृषि हेतु प्रोत्साहित करते हुए उत्पादों की बाजार के मांग के आधार पर उत्पादन कर विक्रय किये जाने हेतु कहा गया जिससे कृषकों की आय में वृद्धि होगी। - बलरामपुर : मौसम में अचानक हुए बदलाव तथा ओलावृष्टि के कारण जिले का रामचन्द्रपुर और बलरामपुर विकासखण्ड प्रभावित हुआ है। किसानों के फसलों एवं सब्जियों को भी भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा से फोन पर बात की। उन्होंने कलेक्टर से फसलों को हुए नुकसान की जानकारी ली तथा सर्वे का कार्य शीघ्र पूर्ण कर किसानों को उचित मुआवजा देने संबंधी निर्देश दिए। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वयं स्थिति पर नजर बनाये हुए है।
राजस्व, कृषि और उद्यानिकी विभाग की संयुक्त टीम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सर्वे का कार्य कर रही है। कलेक्टर ने तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि वे पटवारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें और निर्धारित राजस्व नियमों के अनुसार सर्वे का कार्य समय पर पूर्ण करें। प्रभावित किसानों के क्षतिग्रस्त क्षेत्र के रकबा का आंकलन कर प्रविष्टि करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि प्रभावित कोई भी किसान छूटना नहीं चाहिए। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने ओलावृष्टि से प्रभावित बलरामपुर विकासखण्ड के डौरा और डुमरखोला क्षेत्र का दौरा कर किसानों से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार किसानों को आश्वस्त किया है कि पूरा शासन-प्रशासन उनके साथ है। फसलों को हुए नुकसान की सम्पूर्ण क्षतिपूर्ति दी जाएगी।
कलेक्टर ने जानकारी दी है कि प्राकृतिक आपदा के फलस्वरूप फसलों की क्षति होने पर राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 में निहित प्रावधानों के अनुसार आर्थिक सहायता दी जाती है। चूंकि जिले में प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है, सर्वे उपरांत प्रावधानों के तहत् किसानों को उचित मुआवजा राशि प्रदान किया जाएगा। -
सूरजपुर: संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अम्बिकापुर के अन्तर्गत संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरजपुर का विशेष 7 दिवसीय ग्रामीण शिविर का समापन ग्राम पंचायत पीढ़ा के सरपंच के मुख्य आतिथ्य व विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य श्री सुनिल कुजुर के अध्यक्षता में व विशिष्ट अतिथि श्री दयानंद चैबे, श्री प्रवीण तिवारी, श्री गुलाब चंद साहू, के द्वारा स्वामी विवेकानंद के छायाचित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रजवल्लन के साथ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि ग्राम पंचायत में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों द्वारा शिविर थीम नरवा, गरुवा, घुरुवा अऊ बारी के अन्तर्गत किये गये कार्यो से ग्राम पंचायत के लोग काफी उत्साहित एवं जागरुक हुए है। इनके कार्यो को हम ग्रामवासी आगे और बड़ायेगें और अपने ग्राम पंचायत को स्वच्छ व सुन्दर बनायेगें। स्वागत उदबोधन में प्रभारी प्राचार्य श्री सुनिल कुजुर ने शिविर आयोजन में सहयोग प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच श्रीमती रुपा सिंह को धन्यवाद ज्ञापित किया। विशेष 7 दिवसीय शिविर का प्रतिवेदन कार्यक्रम अधिकारी श्री ओम प्रकाश राजवाडे़ ने बताया कि इस 7 दिवसीय शिविर में ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आमापारा , खालपारा, उपरपारा, तलवापारा के सभी सड़कों, गलियों, की सफाई की साथ ही ग्राम पंचायत में स्थित 15 हेण्डपम्पों के आस-पास नालियों की सफाई व सोखता गड्डा का निर्माण किया। स्वयं सेवाकों ने ग्राम में स्थित मंदिरों, देवालय के आस-पास की सफाई भी की। शिविर दिनचर्यानुसार बौधिक परिचर्चा जन संपर्क कार्यक्रम प्रतिदिन आयोजित किये जाते थे। बौधिक परिचर्चा मे डाॅ.संध्या जायसवाल व उनके टीम के द्वारा स्वास्थ्य, विभिन्न प्रकार की बीमारियों के लक्ष्ण, उनसे बचने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई।
स्वयं सेवकों के द्वारा प्रत्येक दिवस जनसंपर्क कर ग्राम पंचायत के जनसंख्या आंकड़ा, साक्षरता, रोजगार आदि बिन्दु पर कार्य किये। इस जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को साफ-सफाई, शौचालय का उपयोग करने हेतु जागरुक किया। प्रतिदिन पी.टी. परेड, योगाभ्यास व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते थे। शिविर का निरीक्षण सरगुजा विश्व विद्यालय से राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डाॅ.अनिल कुमार सिन्हा व जिला संगठक प्रो.एम.सी.हिमधर ने किया। इस दौरान डाॅ. अनिल कुमार सिन्हा ने स्वयं सेवकों के अंदर छुपी प्रतिभा को पहचानकर उसे अपने जीवन के विकास व देश के विकास में लगाने हेतु प्रेरित किया। समापन अवसर पर विद्यालय से श्री एस.डी.तिवारी, श्री बी.एन.तिर्की, श्री योगेश पाण्डेय, श्रीमती कमलेश पाण्डेय, श्री राविन्स लकड़ा, श्री एम.एस.टोप्पो, श्री अजय उपाध्याय, श्री हिरामणी पाण्डेय, श्री गुलाबचंद साहू आदि के साथ-साथ ग्रामीणों में श्री प्रेमसाय राजवाडे़़, श्री ओमनारायण सिंह, श्री प्रमोद सिंह आदि के साथ-साथ माध्यमिक शाला के छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे। शिविर का सफल संचालन में संस्था के प्राचार्य श्री लेफ सिंह का निर्देशन व सहयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी ओम प्रकाश राजवाडे़ ने किया। - सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला सूरजपुर के मार्गदर्शन में नगर पालिका सूरजपुर अध्यक्ष श्री के0के0 अग्रवाल की अध्यक्षता में आज 26 फरवरी 2020 को तम्बाकू नियंत्रण कार्यषाला पंचायती राज संस्था के सदस्य का जिला चिकित्सालय सूरजपुर के सभाकक्ष में कार्यषाला आयोजित किया गया। कार्यषाला में कार्यक्रम के नोडल डाॅ0 दीपक मरकाम के द्वारा तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
राज्य से आई राज्य विधिक सलाहकार सुश्री ख्याती जैन के द्वारा कोटपा एक्ट 2003 के अंतर्गत धाराओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री जगलाल सिंह जी के द्वारा उपस्थित समस्त जन प्रतिनिधियों एंव आम जनों को तम्बाकू नियंत्रण के बारे में संबोधित किये। नगर पालिका अध्यक्ष श्री के0के0 अग्रवाल के द्वारा भी तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे मेें बताया गया। मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा भी तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभाव एंव कोटपा एक्ट के अंतर्गत होने वाली कार्यवाही के बारे में बताया गया साथ ही जन प्रतिनिधियों से जन जागरूकता करने हेतु मदद की अपील की गई। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य कुलदीप बिहारी, एल्डरमेन श्री मधुसूदन साहु, वरिष्ठ पार्षद श्री गैबीनाथ साहु, पार्षद श्री आंनद सोनी के साथ समस्त पार्षदगण एंव अस्पताल के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहें। - सूरजपुर : कलेक्टर सूरजपुर श्री दीपक सोनी के मार्गदर्शन में आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने हेतु 25 फरवरी 2020 को रात्रि 08.30 बजे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर0एस0 सिंह के द्वारा सामु0स्वा0केन्द्र रामानुजनगर में आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रात्रिकालीन देर से आये श्री राजेष पटेल, ग्रामीण चिकित्सा सहायक को चेतावनी देते हुए निर्धारित ड्यूटी समय में उपस्थित होने हेतु निर्देषित किया गया साथ ही ड्यूटी में तैनात स्टाफ नर्स दीपिका भगत एवं गिता साहु को अपने निर्धारित ड्रेस कोड में नही होने पर उन्हे फटकार लगाई तथा हिदायत दी गई की आने वाले समय में अपने निर्धारित डेªस कोड में ड्यटी करने कहा गया।वार्ड में सफाई की व्यवस्था ठीक न होने पर खण्ड चिकित्सा अधिकारी को निर्देषित किया गया की रात्रिकालीन में भी एक स्वच्छक की ड्यूटी लगाये तथा प्रसव कक्ष में विषेष साफ सफाई रखने हेतु कहा गया। खराब पड़े एम्बुलेंस को तत्काल सुधारने हेतु खण्ड चिकित्सा अधिकारी को निर्देषित किया गया। निरीक्षण के दौरान ड्यूटी में नदारत वाहन चालक श्री अमर दास एवं बिना सूचना के अनुपस्थित वार्ड ब्वाय श्री चन्द्रभान सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
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सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मुक्तानंद खुटे ने अपने विभागीय अमलो को बाल विवाह को सजगता से रोकने के निर्देश जारी किये है। ग्रामीण अब टोल फ्री नं0 1098 के माध्यम से बाल विवाहों की सूचना देने लगे है। वर्तमान में संयुक्त टीम ने तीन नाबालिक बालिका समेत 4 बाल विवाह रोके है।
जिले के दुरुस्त क्षेत्र ओड़गी विकास खण्ड के करौटी बी में एक 15 वर्षिय बालिका एवं 20 वर्षिय बालक के बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुई थी जिसमें तत्काल कार्यवाही करते हुए संयुक्त टीम जिला बाल संरक्षण इकाई, परियोजना अधिकारी ओड़गी, चैंकी प्रभारी चेन्द्रा, चाईल्ड लाईन की टीम गांव में पहुंची जहां पर 15 वर्षिय बालिका को अन्यत्र भेज दिया गया था और उसके पिता भी अन्यत्र थे। समझाईस देने पर दोनों प्रस्तुत हुए एवं परिजन भी इस विवाह को बालिका के 18 वर्ष पूर्ण होने के बाद करने को सहमत हुए, वही उसी ग्राम का एक 20 वर्षिय बालक का मण्डप लगा हुआ था, उसे भी समझाईस दी गई की बालक 21 वर्ष पूर्ण किये बिना विवाह नहीं कर सकता। बालक बीएससी का छात्र है, समझाईस पर घर वाले अपने मण्डप को उखाड़ दिये और विवाह नहीं करने का संकल्प लिया।
बाल विवाह रोकने में जिला बाल संरक्षण इकाई से मनोज जायसवाल, जैनेन्द्र दुबे, श्रीमती अंजनी साहू एवं पवन धीवर महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारी ओड़गी श्रीमती निलांजना प्रजापति एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चैंकी चेन्द्रा से चैकी प्रभारी श्री एल0पी0 गुप्ता, बमबल चैधरी, चाईल्ड लाईन ओड़गी से श्रीमती राधा यादव, कुमारी अनवरी खातुन उपस्थित थे। -
बंजर भूमि को तकनीकि ज्ञान से सफल खेती कर महिलाओं ने बनाया पालनहार
सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी (एनजीजीबी) के अंतर्गत प्रथम चरण में 11 आदर्ष गौठानों समेत कुल 86 गौठानों की स्थापना की गयी है। इसी क्रम में नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी (एनजीजीबी) के बाड़ी अवयव की कार्यवाही उद्यान विभाग की देखरेख में की जा रही है। सूरजपुर के आदर्ष गौठानों में बाड़ी विकास के कार्य से महिलाओं को जोड़कर उन्हें स्वरोजगार की मुख्य धारा में संलग्न किया गया है, वहीं ग्राम पंचायत में स्कूल तथा आंगनबाड़ियों में इन्हीं बाड़ियों से सब्जियाॅ उपलब्ध कराई जा रही है जिससे सुपोषित सूरजपुर के सपने को सफल होते देखा जा सकता है। महिलाएॅ आज आत्मनिर्भर होकर पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं और ग्रामीण विकास हेतु अपना योगदान भी साझा कर रही हैं, इस बदलाव से ग्रामीण ढांचे में असामान्य बदलाव देखा जा सकता है, जहाॅ महिला विकास और बच्चों के स्वास्थ्य का पूर्ण ध्यान रखा गया है वहाॅ विकास की धारा सतत् प्रवाहमान दिखाई पड़ती है।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा बाड़ी विकास हेतु महिला संगठनों एवं समूहों पर विष्वास जताते हुए उन्हें प्राथमिकता देने के निर्देष दिये जिससे प्रषासन की पहल तथा गौठान प्रबंधन समितियों के प्रयासों से आदर्ष गौठानों में आदर्ष बाड़ियों का निर्माण कराया गया है। इन बाड़ियों का मुख्य उद्देष्य स्वच्छ, सुपोषित, पीड़कनाषी रहित फल-सब्जियों का उत्पादन कर अन्य कृषकों हेतु उदाहरण प्रस्तुत करना और सबसे अग्रणी उद्देष्य महिला समूहों को वर्ष भर रोजगार प्रदान करना साथ ही स्कूली बच्चों को वर्ष भर मध्यान्ह भोजन हेतु हरे साग-भाजी व पोषण युक्त फलाहार की व्यवस्था करना है।गौरतलब है कि बाड़ियों हेतु चयनित भूमि सालों से बंजर पड़ी थी, लेकिन जिले के गौठान प्रबंधन समितियों की महिलाओं ने प्रषासन के सहयोग से सही उर्वरक और मृदा परीक्षण के माध्यम से मेहनतकष संकल्प के कारण आज यहाँ की भूमियाँ पालनहार हो गयी हैं। गौठान प्रबंधन समितियों के द्वारा बताया गया कि ‘‘आदर्ष बाड़ी में उन्होने अदरक, हल्दी, लौकी, टमाटर, गाजर, मटर, मिर्च, बैगन, आलू, चुकंदर, धनिया, गेंदा, ग्लेडियोलस आदि की खेती की है। सूरजपुर जिले के सभी 11 आदर्ष गौठान प्रबंधन समितियों के द्वारा अबतक कुल 66112 रूपये के फल-सब्जियों का विक्रय ग्रामों के स्कूलों व आंगनबाड़ियों को मध्यान्ह भोजन हेतु किया जा चुका है। - बेमेतरा :- कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कामकाज की समीक्षा की। बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से रबी फसल के नुकसान के आंकलन करने के निर्देश राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने संयुक्त जिला कार्यालय के दृष्टि सभाकक्ष में आयोजित बैठक के दौरान उन्होने अधिकारियों से विवादित-अविवादित नामांतरण के प्रकरण बंटवारा, सीमांकन, इसके अलावा भू-अर्जन के प्रकरणों की जानकारी ली। जिलाधीश ने बेमेतरा शहर मे पौनी-पसारी योजना के तहत दुकानो का निर्माण करने के निर्देश दिए, इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, संयुक्त कलेक्टर श्रीमति ज्योति सिंह, एस.डी.एम. बेमेतरा - श्री जगन्नाथ वर्मा, बेरला- श्री दुर्गेश वर्मा, नवागढ़- श्री डी.आर.डाहिरे, डिप्टी कलेक्टर द्वय श्री संदीप ठाकुर, डी.एस. उईके, सीएमओ बेमेतरा होरी सिंह ठाकुर एवं सभी तहसीलदार -नायब तहसीलदार एवं नगरीय निकाय के सी.एम.ओ. उपस्थित थे।बैठक में कलेक्टर ने एसडीएम एवं तहसीलदारों से पटवारियों को उनके निर्धारित मुख्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने भू- अर्जन, न्यायालयीन प्रकरणों, सीमाकंन के प्रकरणों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिले में शासकीय भूमि पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण होने पर उसे हटाने कि कार्यवाही करने के लिए राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में इसके अलावा खसरा, बी-वन नकल प्रदाय की समीक्षा की। कलेक्टर ने अपील संबंधित आवेदनों के निराकरण तथा विवादित मामलों का भी समय पर निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा बैठक में धारा 170 (ख), भू-अर्जन, अभिलेखों का अद्यतीकरण, भू-राजस्व एवं विभिन्न करों की वसूली की स्थिति, भू-भाटक का निर्धारण, पंचायत उपकर, शाला भवन उपकर, डायवर्सन, टैक्स वसूली, आरसीसी की वसूली आदि विषयों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। राजस्व पुस्तक परिपत्र भाग 6-4 के प्राकृतिक आपदा से संबंधित पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि के प्रकरण शीघ्र तैयार करने निर्देश दिए। प्रकरण तैयार करते समय अधिकारी अपनी संवेदनशीलता का परिचय दें। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि मैदानी क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की जांच अवश्य करें। लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत नागरिक सेवाओं के अंतर्गत लंबित आवेदनों के निराकरण की समीक्षा की
- लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक संपन्नकोरिया : कलेक्टर श्री डोमन सिंह की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रोरेट के प्रथम तल स्थित सभाकक्ष में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में वित्तीय वर्श 2016-17 से वर्श 2019-20 तक डीएमएफ के तहत स्वीकृत, प्रगतिरत एवं अप्रारंभ कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्हेांने वित्तीय वर्श 2016-17 के 05 कार्य, वर्श 2017-18 के 21 कार्य एवं वर्श 2018-19 के 02 कार्यों के पूर्ण न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए 8 दिवस के भीतर सभी कार्य पूरे करने तथा वर्श 2019-20 के 65 प्रगतिरत कार्यों को 20 मार्च तक पूर्ण करने के निर्देष दिये। इसी तरह उन्होंने जिले में स्थापित विकासखण्डवार हैण्डपंपों, नल जल प्रदाय योजना, स्थल जल प्रदाय योजना, वाटर प्यूरिफिकेषन प्लांट (वाटर एटीएम), नलकूप खनन, आयरन रिमूवल प्लांट, फ्लोराईड रिमूवल प्लांट, सोलर ड्यूल पंप आदि की अद्यतन स्थित की जानकारी ली और संबंधितों को आवष्यक निर्देष दिये।बैठक में कलेक्टर ने कहा कि गर्मी में पेयजल की समस्या न हो। इसके लिए उन्होंने जलस्तर नीचे आने वाले हैंडपंपों में राईजर पंप लगाने के निर्देष दिये। इसी क्रम में उन्होंने आंगनबाडी केंद्रों, स्कूलों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर लगे हैण्डपंपों की जानकारी ली तथा प्राप्त षिकायतों का त्वरित निराकरण करने कहा।बैठक में कलेक्टर ने जल जीवन मिषन पर चर्चा करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में पाइप लाइन के माध्यम से ‘हर घर नल से जल‘ उपलब्ध कराने की योजना हेतु निर्देषित किया। उन्होंने पेयजल की समस्या के स्थायी समाधान हेतु लांग टर्म साल्यूषन के प्रस्ताव तैयार करने निर्देषित किया। उन्होंने वाटर रिचार्ज के लिए विषेश ध्यान देते हुए लांग टर्म उपाय हेतु बोल्डर चेक, तालाब, कुंआ, स्ट्रेचर ट्रैंच, ट्रैंच, गली प्लगिंग, नाला बंधान आदि जैसे उपायों के प्रस्ताव देने कहा। दूरस्त अंचल के ग्रामों में जहां पानी की समस्या है पानी टंकी बनाकर सिंगल फेस पंप से वाटर सप्लाई देने के भी निर्देष दिये। इस अवसर पर पीएचई के कार्यपालन अभियंता ने जिले के जलस्तर नीचे चले जाने वाले संभावित 117 गांवों के लिए पर्याप्त मात्रा में राइजर पाइप उपलब्ध होने की जानकारी दी। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता, एसडीओ, इंजिनियर सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
- सह-पुराततत्वविदों की टीम पहुंची जशपुर, पुरातात्विक महत्व के अवशेषों को सहजने जिला प्रशासन की पहलजशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में आज जिला ग्रंथालय के सभाकक्ष में पुरातत्व संघ की एक विशेष बैठक हुई। इस बैठक में सह-पुरातत्वविदों की टीम के लोग भी शामिल थे। बैठक में एक माह के भीतर पुरातत्व संग्राहलय की स्थापना किए जाने का निर्णय लिया गया। सह-पुरातत्वविदों की टीम जिला प्रशासन के सहयोग से जिले के विभिन्न पुरातात्विक महत्व के स्थलों का भ्रमण कर वहां प्राप्त होने वाले अवशेषों एवं टूल्स को संग्रहित करेगी। जिसे पुरातत्व संग्राहलय में प्रदर्शित किया जाएगा।
कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने जिले के लोगों से जिनके पास पुरातात्विक महत्व की,मूर्ति एवं अन्य सामग्री को पुरातत्व संग्रहालय जशपुर को देने की अपील की है। जिसे पुरातत्व सग्राहलय में संरक्षित कर प्रदर्शित किया जाएगा। संग्राहलय को दान देने वाले व्यक्ति का नाम भी उस सामग्री के साथ उल्लेखित किया जाएगा। बैठक में सह-पुरातत्वविद बालेश्वर कुमार बेसरा एवं अंशुमाला तिर्की सहित टीम के अन्य सदस्यों ने जशपुर जिले के पुरातात्विक महत्व के स्थलों, आदिमानवों से जुड़ी सामग्रियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जशपुर के जयमरगा पहाड़ी की कंदराओं में आदिमानव के आवास की निशानियां मिली है। यह इलाका पर्यटन की दृष्टि से अच्छा है। उन्होंने बताया कि जिले के कई ऐेसे स्थान हैं, जो आदिमानवों के रहवास के केन्द्र रहे हैं। उन्होंने पड़ोसी राज्य के सीमडेगा से लेकर जशपुर इलाके तक की पहाड़ियों एवं जंगलों को आदिमानवों के रहवास का प्रमुख केन्द्र बताया। उन्होंने बताया कि इस इलाके में पुरापाषाणकाल से लेकर नवपाषाण काल तक के कई ऐसे अवशेष मिले हैं। इस अवसर पर सह-पुरातत्वविद की टीम ने सिमडेगा से लेकर जशपुर इलाके के कई स्थलों से एकत्र टूल्स का प्रदर्शन करते हुए इसके बारे में जानकारी दी।
बैठक में को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि जशपुर जिले में कई ऐसे स्थान हैं, जो पुरातात्विक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा विशेष रूप से जशपुर जिले में इन्हीं महत्वपूर्ण स्थलों के सूक्ष्म अध्ययन के लिए टीम को आमंत्रित किया गया है। यह टीम एक माह तक जशपुर के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कर पुरातात्विक महत्व के स्थलों एवं पुरापाषाणकाल मध्यपाषाण काल एवं नव पाषाण काल के अवशेषों को संग्रहित करेगी। उन्होंने वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव, एनईएस काॅलेज के प्राचार्य डाॅ.विजय रक्षित सहित समस्त एसडीएम, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, आदिमजाति कल्याणविभाग के अधिकारियों से पुरातत्व अन्वेषण टीम को आवश्यक सहयोग देने की बात कही। बैठक में अधिवक्ता श्री रामप्रकाश पाण्डेय, पत्रकार श्री विश्वबंधु शर्मा ने भी जिले के पुरातात्विक महत्व के स्थलों के बारे में अपने विचार रखे। बैठक में एसडीएम श्र्री दशरथ राजपूत, योगेन्द्र श्रीवास, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन.कुजूर, संकल्प प्राचार्य श्री विनोद गुप्ता, मिथलेश पाठक, राजेन्द्र प्रेमी, सौरभ सिंह, उमेश साहू, सहित लोग उपस्थित थे। - जिले के पर्यटन स्थलों सहित महत्वपूर्ण स्थानों के फोटोग्राफी एवं विडियोंग्राफी की दी जानकारीमहासमुंद : जिला प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स क्लाइबिंग एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की टीम द्वारा जिले के पर्यटन स्थलों को फोटो टेकिंग व वीडियोग्राफी के माध्यम से पर्यटकों को जानकारी उपलब्ध कराएगी।इस कड़ी में महासमुन्द जिले के पर्यटन स्थलों को महासमुन्द कलेक्टर सुनील जैन जी के मार्गदर्शन एवं डॉ. रवि मित्तल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के समन्वय में जिले के विभिन्न पर्यटन स्थल, पुरातात्विक स्थल, सांस्कृतिक महत्व के स्थलों सहित ऐसे स्थलों की विडियोंग्राफी एवं फोटोग्राफी कराई गई है, जिन्हें भविष्य में पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जा सकता है। स्पोर्ट्स क्लाइबिंग एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की टीम के सदस्य आज यहां कलेक्टर कक्ष में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन से मुलाकात की। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।भेंट के दौरान बताया गया कि जिले के सुअरमार गढ़ , 400 वर्ष पुराना बाम्हनसरा का वट वृक्ष, कोमाखान जमीदारी का किला राजमहल,कसेकेरा महादेवा, घुचापाली चंडी मन्दिर , नवजीवन केन्द्र , चंडी मंदिर बिरकोनी, का क्लाइबिंग कर फोटोज ट्रैकिंग का कार्य किया गया है। इसके लिए रायपुर के 9 कंटेंट क्रिएटर गजल चौहान,गीतांजलि सिंह चौहान, राहुल हियाल,अभितांशु सोनी,अभिषेक ठाकुर, दीपक कुमार पटेल, सैयद अर्शन हुसैन,सन्दीप राठौर,राजीव सोनी जो अपनी विधाओं के विशेषज्ञ हैं अपनी टीम के साथ ग्राफिक्स की। इसी के साथ खल्लारी, सिरपुर,शिशुपाल पर्वत ,सिघोड़ा मंदिर, गढ़फुलझर सहित आसपास के पुरातत्विक व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तथा विहान समूह के कार्यों के प्रचार प्रसार के लिए संस्था काम कर रही है पूरे टीम का नेतृत्व राजेश लोया के नेतृत्व में ऐतिहासिक स्थलों के भृमण पर क्षेत्र के इतिहासकार विजय शर्मा ने पुरातात्विक महत्व व पर्यटन की संभावना के बारे में टीम को अवगत कराया गया। इस दौरान श्री रेखराज शर्मा, श्री संदीप ताम्रकर भी उपस्थित थे।
- महासमुंद : स्व सहायता समूह यह नाम आपने सुना ही होगा, काफी समय से समूह गठन कि अवधारणा पर कार्य किया जा रहा हैद्य जिसमे 10 या इससे अधिक महिलाओ को मिलाकर एक समूह बनता हैद्यसमूह बनने के बाद महिलाये आपस मे बैठकर समूह एवं सदस्यों द्व्रारा किये जा रहे गतिविधि एवं बचत पर चर्चा करती हैद्य जैसे- जैसे समूह पुराना होता जाता है, वैसे ही समूह को शासन कि विभिन्न योजनाओ का लाभ भी मिलने लगता हैद्य वर्त्तमान मे महिला समूहों को गौठान एवं गृह उद्योग से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक रूप से बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा हैद्यमहासमुंद जिले मे छ.ग. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत सरायपाली और महासमुंद विकासखंड से 16-16 थ्स्ब्त्च् को चयनित कर ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्था (आर्सेटी) महासमुंद मे 6 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन 24 फरवरी को किया गया, जिसमे स्वसहायता समूह के सदस्यों मे से ही पढ़ी लिखी महिलाओ को महिला समूहों मे ही जाकर समूह के वित्तीय लेख, प्रबंधन, सूक्ष्म ऋण योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना , प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा, अटल पेंशन योजना, बैंक से सम्बंधित ऋण लेने हेतु आवेदन करना तथा प्राप्त ऋण का बैंक मे नियमित वापसी करने, बैंक मे समूह एवं ग्राम संगठन के खाते खोलने तथा अन्य वित्तीय साक्षरता प्रदान करने हेतु प्रशिक्षण दिया गयाद्य जिससे ग्रामीण महिलाओ मे वित्तीय जानकारी को उनके ग्राम मे पहुच कर आसानी से उपलब्ध किया जा सके।प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम मे जिला महासमुंद कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल, प्रशिक्षण मे शामिल सदस्यों से मिलने पहुचेद्य देना आरसेटी संचालक श्री संजीव प्रकाश ने आर्सेटी द्वारा 6 दिवसों मे दिये गए प्रशिक्षण की जानकारी प्रदान करते हुए एफएलसीआरपी द्वारा किये जाने वाले कार्यो के बारे मे संक्षिप्त परिचय दिया। कलेक्टर द्वारा उपस्थित सदस्यों से प्राप्त प्रशिक्षण के बारे मे जानकारी भी लिए तथा अपने विचार भी रखेद्य समूह द्वारा एकता से कार्य करने पर जीवन मे निश्चित ही बदलाव लाया जा सकता है, जिसके लिए शासन समूहों को विभिन्न आजीविका गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास भी कर रही है। जिला पंचायत सीईओ द्वारा सभी सदस्यों को अपने कार्यक्षेत्र के ग्रामो मे अच्छे से कार्य करने हेतु शुभकामनाएं भी दिये। जिले के मुखिया को अपने बीच उपस्थित देखकर सदस्यों में अत्यधिक उत्साह देखा गया।कार्यक्रम के अंत मे एफएलसीआरपी सदस्यों को सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र कलेक्टर एवं जिला सीईओ द्वारा द्वारा वितरित किया गया तथा प्रशनावली प्रतियोगिता मे प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त सदस्यों को ईनाम भी वितरण किया गया। कार्यक्रम मे लीड बैंक ऑफिसर श्री अरुण मिश्रा, जिला पंचायत से छत्स्ड प्रभारी एवं क्च्ड एवं आर्सेटी के कर्मचारी भी उपस्थित रहे।