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- बलरामपुर : राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों के लिए संयुक्त कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया। कार्यशाला में विशेष रूप से सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम 2003 के बारे में जानकारी दी गई। स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम तथा कोटपा अधिनियम 2003 के बारे में बताया गया। कार्यशाला में प्रशिक्षक ने तम्बाकू उत्पादों से होने वाले रोग तथा शरीर एवं पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दी। तम्बाकू एवं इसके सह उत्पादों का सेवन सेहत के लिए बहुत अधिक हानिकारक है। कार्यशाला में जिला चिकित्सा अधिकारी श्री बसंत सिंह ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से तम्बाकू उत्पादों का त्याग, लोगों को तम्बाकू सेवन न करने हेतु जागरूक करने की शपथ दिलायी।
कार्यशाला में खाद्य एवं औषधि सुरक्षा अधिकारी श्री नितेश मिश्रा ने कोटपा अधिनियम 2003 की विस्तारपूर्वक जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि तम्बाकू उत्पादन के सेवन एवं प्रयोग के कारण प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है। विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में मुख कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ी है, जिसका सीधा संबंध तम्बाकू उत्पाद के उपयोग से है। कोटपा एक्ट 2003 के अन्तर्गत सरकारी संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में तम्बाकू उत्पादों का प्रयोग निषेध तथा सरकारी एवं सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर आर्थिक दण्ड देने का प्रावधान है। तम्बाकू उत्पादों के पैकेटों में इससे होने वाले दुष्प्रभाव की चेतावनी चित्र सहित उल्लेखित करने संबंधी प्रावधान भी कोटपा एक्ट में शामिल हैं। पुलिस विभाग सक्रियता के साथ एक्ट में उल्लेखित प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही कर सकती है। दन्त चिकित्सक डाॅ. रंजना खाखा ने तम्बाकू का सेवन करने वाले व्यक्तियों के आदतों, निकोटिन के प्रयोग से दिमाग को होने वाली शांति तथा छोड़ने के प्रयासों के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट का सेवन करने से पीने वाले व्यक्ति के साथ ही आस-पास के लोगों को भी हानि पहुंचती है। विशेषकर गर्भवती महिलाएं एवं छोटे बच्चों पर इसका सर्वाधिक दुष्प्रभाव देखा गया है। गुटखा, तम्बाकू के सेवन से मुख का कैंसर होता है।
पिछले कुछ वर्षों से मुख कैंसर के मरीजों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। तम्बाकू उत्पादों के इतने अधिक दुष्प्रभाव हैं कि इसका त्याग करना चाहिए तथा आप सभी इसके बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाएं। जिला कार्यक्रम प्रबंधक स्मृति एक्का ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने को कहा। तम्बाकू एवं उसके सह उत्पादों का शरीर में इतना अधिक दुष्प्रभाव है, जिसकी जानकारी लोगों को होनी चाहिए। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। तम्बाकू उत्पादों के सेवन को रोकने के लिए सभी विभागों को संयुक्त रूप से सहयोग करना है, ताकि बड़ी संख्या में लोगों को तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसी उद्देश्य से जिला चिकित्सालय में नशा मुक्ति केन्द्र स्थापित है जहां विभिन्न पद्धतियों द्वारा नागरिकों को तम्बाकू उत्पादों का त्याग करने में सहयोग किया जाता है। कार्यशाला पश्चात् संयुक्त टीम बनाकर सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू उत्पादों के प्रयोग तथा सरकारी सस्थानों के 100 मीटर के भीतर तम्बाकू उत्पादों के प्रयोग पर निषेध के विरूद्ध कार्यवाही का प्रतीकात्मक प्रदर्शन भी किया गया। -
बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज कृषि प्रधान जिला है तथा लोगों के आजीविका का प्रमुख साधन कृषि है। जिले में कृषि आधारित व्यवसायों के आपार संभावनाओं तथा महिलाओं को उद्यमिता से जोड़ने के लिए विकासखण्ड वाड्रफनगर के बसंतपुर में ममता खाद्य तेल प्रसंस्करण सहकारी समिति की स्थापना की गई है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. के संयुक्त प्रयास एवं कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्यौगिकी विभाग के सहयोग से तेल प्रसंस्करण केन्द्र की स्थापना की गई है। जिसका संचालन एन.आर.एल.एम. के स्व सहायता समूह के महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बड़े भौगोलिक क्षेत्र में सरसों वृहद स्तर पर उत्पादन किया जाता है। इसीलिये क्षेत्र में सरसों से तैयार होने वाले उत्पादों के व्यवसाय की संभावनाएं देखी जा रही थी। महिलाओं द्वारा स्थापित सरसों तेल प्रसंस्करण का यह उद्योग इसी संभावनाओं को पूरा करने के दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। बसंतपुर एवं आसपास के गांवों के स्व सहायता समूह की महिलाओं ने आपस में मिलकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार देने का प्रयास किया है। महिलाएं तेल प्रसंस्करण उद्योग के स्थापना से बहुत अधिक उत्साहित हैं। महिलाओं का कहना है कि हम सभी घर से बाहर निकली हैं तथा तेल उत्पादन के साथ ही उसकी मार्केटिंग तथा प्रचार-प्रसार कर रही हैं। इन कार्यों से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है तथा हमें विश्वास है कि हम महिलाओं के सामूहिक प्रयास से यह उद्योग निश्चित रूप से सफल होगा। वर्तमान में हम प्रतिदिन लगभग 110 लीटर शुद्ध कच्ची घानी सरसों तेल का उत्पादन कर रही हैं, जिसे जिले के छात्रावासों, आंगनबाड़ियों तथा स्कूलों के लिए विक्रय किया जा रहा है। आगे इसका प्रचार-प्रसार कर वृहद स्तर पर व्यवसाय का विस्तार किया जाएगा।
महिलाएं बताती हैं कि उद्योग के लिए कच्चा माल के रूप मे सरसों बीज स्थानीय हाॅट बाजारों तथा कृषकों से खरीदा जाता है। तत्पश्चात् प्रसंस्करण केन्द्र में सरसों का तेल तैयार कर शेष सह उत्पाद के रूप में प्राप्त खली का भी विक्रय किया जाता है। खली का उपयोग पशुओं के लिए चारे के रूप में किया जाता है, जिसकी भी बड़ी मांग है। महिलाओं ने बताया कि सरसों तेल विक्रय से उन्हें अच्छी आय प्राप्त हो रही है तथा आगेे इसे और अधिक विस्तार करने के लिए प्रयासरत् हैं। वर्तमान में तेल 01 लीटर एवं 05 लीटर की पैकिंग में उपलब्ध है, जिसे आकृति कच्ची घानी प्रीमियम सरसों का तेल नाम दिया गया है। महिलाएं बताती हैं कि छात्रावासों, आंगनबाड़ियों एवं स्कूलों में तेल के उपयोग पश्चात् हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। यह हमारे लिए गर्व की बात है तथा आगे भी समर्पित भाव से अपने उद्योग के प्रगति के लिए कार्य करते रहेंगे।
समूह की सदस्य श्रीमती कंचन पोर्ते ने बताया कि उद्योग के स्थापना के समय हमें तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया था, वर्तमान में जिसका हमें बहुत लाभ हो रहा है। उन्होंने बताया कि निम्न स्तर की तकनीकी समस्या के लिए हम तकनीकी विशेषज्ञों के साथ वीडियो काॅल के माध्यम चर्चा कर उसका निराकरण करते हैं। समूह की अध्यक्ष श्रीमती सीता यादव बताती हैं कि जब उद्योग की स्थापना का प्रस्ताव आया तो हम सभी महिलाओं ने एक स्वर में हामी भरी थी, प्रशासन के ऐसे साकारात्मक प्रयासों से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है। प्रशासन ने हमें मौका दिया जिसे हम सभी महिलाएं मिलकर सही साबित करेंगी। उद्योग के क्षेत्र महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से न केवल जिले का बल्कि पूरे प्रदेश का नाम आगे बढ़ेगा। - कोरिया : जिले के विकासखण्ड खड़गवां के ग्राम पंचायत पैनारी में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान में अनियमितता पाये जाने के कारण दुकान को निरस्त कर शासकीय उचित मूल्य दुकान मेण्ड्रा में संलग्न कर दिया गया है। इसी तरह ग्राम पंचायत गिद्धमुड़ी में शासकीय उचित मूल्य दुकान को निरस्त कर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति खड़गवां में, ग्राम पंचायत बरमपुर में दुकान को निरस्त कर ग्राम पंचायत अखराडांड़ में, ग्राम पंचायत बंजारीडांड़ में दुकान को निरस्त कर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बंजारीडांड़ में एवं ग्राम पंचायत गढ़तर में दुकान को निरस्त कर ग्राम पंचायत ठग्गांव में संलग्न किया गया है।
पुनः आबंटन की कार्यवाही हेतु आदिम जाति सहकारी समिति, बहुउद्देशीय सहकारी समिति, महिला स्वयं सहायता समूह, वन सुरक्षा समिति एवं अन्य समितियों से 02 मार्च से 16 मार्च 2020 तक कार्यालयीन समय पर आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदन पत्र खड़गवां अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के कार्यालय में प्रस्तुत किये जा सकते है। आवेदन पत्र के साथ दुकान संचालन हेतु पंजीयन प्रमाण-पत्र, बैंक खाते आदि से संबंधित जानकारी देनी होगी। - कोरिया : छत्तीसगढ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा सत्र 2019-20 में आयोजित हाईस्कूल परीक्षा 03 मार्च से 26 मार्च एवं हायर सेकेण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा 02 मार्च से 31 मार्च तक प्रातः 9 बजे से 12.30 बजे तक जिले में निर्धारित विभिन्न परीक्षा केंद्रों के माध्यम से संपन्न होगी। इस हेतु कलेक्टर श्री डोमन सिंह द्वारा परीक्षा केन्द्रों में नकल रोकने एवं परीक्षा के सुव्यवस्थित संचालन हेतु जिला स्तरीय उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। प्रत्येक उड़नदस्ता दल परीक्षा के दौरान आबंटित परीक्षा केन्द्रों का आकस्मिक सघन जांच एवं निरीक्षण करेंगे। उन्होंने उड़नदस्ता दल प्रभारियों को उन्हें आबंटित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रतिदिन जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
- सूरजपुर : कायाकल्प योजना के तहत जिले के जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 23 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों में इस योजना के तहत अस्पतालों का सौंदर्यीकरण का कार्य दिसंबर 2019 से किया जा रहा है, जिसमें कायाकल्प चेकलिस्ट के आधार पर सात सूचकांकों 1. अस्पताल अपकीय 2. सनिटेशन हाईजीन 3. बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेन्ट 4. इन्फेक्शन कन्ट्रोल 5. सपोर्ट सर्विस 6. हाईजीन प्रमोशन 7. वियोण्ड अस्पताल बाउन्ड्री के आधार पर अस्पतालों का आकलन किया जाता है, जिसमें प्रथम चरण में 61 अस्पतालों ने भाग लेकर आॅनलाइन एन्ट्री पूर्ण की। द्वितीय चरण जनवरी 2020 में इन अस्पतालों का इन्टर्नल फाईनल असिस्टमेंट किया गया, जिसमें 61 अस्पतालों ने अपनी जगह बनाई रखी।
तृतीय चरण फरवरी 2020 में पियर असिस्मेंट अन्तर जिले के अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा मानक सूचकांकों के आधार पर निरीक्षण किया गया, जिसमें जिले के कुल 27 अस्पतालों ने 70 प्रतिशत के अधिक अंक अर्जित किये। चतुर्थ चरण में एक्सटर्नल फाईनल असिस्मेंट कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा गठित टीम के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 15 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों का किया जा रहा है। जिले एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का आंकलन राज्य द्वारा गठित टीम के द्वारा मार्च 2020 के अंत में किया जावेगा। -
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा त्वरित रिपोर्ट प्राप्त करने राजस्व व कृषि विभाग के अधिकारियों का किया गया है दल गठन
अबतक ओलावृष्टि से लगभग 218 कृषकों की 160 हेक्टेयर फसलों का प्रभावित होना पाया गया है
सूरजपुर : किसानों के हितार्थ राज्य शासन के निर्देषानुसार दिसम्बर माह से फरवरी माह तक हुए ओलावृष्टि से किसानों को आर्थिक क्षति से राहत दिलाने के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा एस.डी.एम. भैयाथान श्री प्रकाष सिंह राजपूत को प्रभावित किसानों सहित फसलों के रकबे का सर्वे कराने निर्देष दिया गया था। इसी संबंध में तहसीलदार ओड़गी, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी के संयुक्त दल एवं कृषि विभाग के अमले के द्वारा किसानों के प्रभावित फसलों के रकबे का सर्वे कर सत्यापन किया गया है।
दल द्वारा किये जा रहे सर्वे कार्य में सूरजपुर जिले के विकासखंड ओड़गी में सर्वे करने पर ग्राम पंचायत कुबेरपुर, नवगई, खालबहरा, सपहा, नवाटोला, में पहुॅच कर भौतिक रूप से निरीक्षण किया गया जिसमें अबतक 218 किसानों की फसल ओलावृष्टि से प्रभावित पाई गई है। जिसका कुल रकबा लगभग 160 हेक्टेयर है। सर्वे में कृषकों की फसल जिसमें अरहर, सरसों, जौ, गेहुॅ, सन, साग-सब्जी एवं मटर की फसल ओलावृष्टि से प्रभावित होना पाया गया है। इसके साथ ही राज्य शासन की मंषानुरूप सभी कृषको को राहत पहुॅचाये जाने के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के मार्गदर्षन में जिले में राजस्व एवं कृषि विभाग का अमला निरंतर सर्वे कार्य में जुटा हुआ है। -
सूरजपुर : कायाकल्प योजना के तहत जिले के जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 23 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों में इस योजना के तहत अस्पतालों का सौंदर्यीकरण का कार्य दिसंबर 2019 से किया जा रहा है, जिसमें कायाकल्प चेकलिस्ट के आधार पर सात सूचकांकों 1. अस्पताल अपकीय 2. सनिटेशन हाईजीन 3. बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेन्ट 4. इन्फेक्शन कन्ट्रोल 5. सपोर्ट सर्विस 6. हाईजीन प्रमोशन 7. वियोण्ड अस्पताल बाउन्ड्री के आधार पर अस्पतालों का आकलन किया जाता है, जिसमें प्रथम चरण में 61 अस्पतालों ने भाग लेकर आॅनलाइन एन्ट्री पूर्ण की।द्वितीय चरण जनवरी 2020 में इन अस्पतालों का इन्टर्नल फाईनल असिस्टमेंट किया गया, जिसमें 61 अस्पतालों ने अपनी जगह बनाई रखी। तृतीय चरण फरवरी 2020 में पियर असिस्मेंट अन्तर जिले के अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा मानक सूचकांकों के आधार पर निरीक्षण किया गया, जिसमें जिले के कुल 27 अस्पतालों ने 70 प्रतिशत के अधिक अंक अर्जित किये। चतुर्थ चरण में एक्सटर्नल फाईनल असिस्मेंट कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा गठित टीम के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 15 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों का किया जा रहा है। जिले एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का आंकलन राज्य द्वारा गठित टीम के द्वारा मार्च 2020 के अंत में किया जावेगा। - सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी की अध्यक्षता में मां बागेश्वरी देवी लोक न्यास ट्रस्ट कुदरगढ़ चैत्र नवरात्र मेला संबंधी 29 फरवरी 2020 को समय 12 बजे से सामुदायिक भवन कुदरगढ़ में बैठक आयोजित की गई है। बैठक में निर्धारित एजेंडा चैत्र नवरात्र मेला की तैयारी, साफ सफाई व मरम्मत कार्य, पेयजल व्यवस्था हेतु संसाधन, विद्युत व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, जलाउ लकड़ी एवं बांस बल्ली उपलब्धता, सड़क एवं मेला परिसर के साफ-सफाई, ट्रैक्टर, ट्राली एवं साफ-सफाई कर्मचारियो की उपलब्धता वाहन बैरियर, दुकान हेतु भूमि आवंटन एवं ज्योति कलश के संबंध में चर्चा की जायेगी तथा अध्यक्ष महोदय के अनुमति पश्चात अन्य विषय पर चर्चा की जाएगी।
- सूरजपुर : जिले के संवेदनषील कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मुक्तानंद खुटे ने अपने विभागीय अमला को बाल विवाह को सजगता से रोकने के निर्देश जारी किये है। ग्रामीण अब टोल फ्री नं0 1098 के माध्यम से बाल विवाहों की सूचना देने लगे है। वर्तमान में संयुक्त टीम ने तीन नाबालिक बालिका समेत 4 बाल विवाह रोके है।
जिले के दुरुस्त क्षेत्र ओड़गी विकास खण्ड के करौटी बी में एक 15 वर्षिय बालिका एवं 20 वर्षिय बालक के बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुई थी जिसमें तत्काल कार्यवाही करते हुए संयुक्त टीम जिला बाल संरक्षण इकाई, परियोजना अधिकारी ओड़गी, चैंकी प्रभारी चेन्द्रा, चाईल्ड लाईन की टीम गांव में पहुंची जहां पर 15 वर्षिय बालिका को अन्यत्र भेज दिया गया था और उसके पिता भी अन्यत्र थे। समझाईष देने पर दोनों प्रस्तुत हुए एवं परिजन भी इस विवाह को बालिका के 18 वर्ष पूर्ण होने के बाद करने को सहमत हुए, वही उसी ग्राम का एक 20 वर्षिय बालक का मण्डप लगा हुआ था, उसे भी समझाईष दी गई की बालक 21 वर्ष पूर्ण किये बिना विवाह नहीं कर सकता। बालक बीएससी का छात्र है, समझाईष पर घर वाले अपने मण्डप को उखाड़ दिये और विवाह नहीं करने का संकल्प लिया।
बाल विवाह रोकने में जिला बाल संरक्षण इकाई से मनोज जायसवाल, जैनेन्द्र दुबे, श्रीमती अंजनी साहू एवं पवन धीवर महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारी ओड़गी श्रीमती निलांजना प्रजापति एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चैंकी चेन्द्रा से चैकी प्रभारी श्री एल0पी0 गुप्ता, बमबल चैधरी, चाईल्ड लाईन ओड़गी से श्रीमती राधा यादव, कुमारी अनवरी खातुन उपस्थित थे। -
जनपद स्तर पर जनगणना प्रगणक एवं पर्यवेक्षकों को दिया गया प्रषिक्षण
जनगणना कार्य से संबंधित पहलुओं का बिन्दुवार दी गई जानकारी
सूरजपुर : कलेक्टर एवं प्रमुख जनगणना अधिकारी श्री दीपक सोनी के निर्देषन एवं अपर कलेक्टर एवं जिला जनगणना अधिकारी श्री एस0एन0 मोटवानी के मार्गदर्षन में जनपद पंचायत भैयाथान के सभागार में संपन्न हुई। जनगणना 2021 के प्रथम चरण के कार्यो से संबंधित बारिकियों जैसे भवन नंबरिंग, नजरी नक्षे की मूल बातें, कच्चा, पक्का मकान, लोकेषन कोडिंग, संकेत सूची, मानचित्र दिषाएं, नजरी नक्षा तैयार करने चरणबद्ध तरीके तथा जनगणना मकानो के प्रकार एवं अन्य पहलुओ के बारे में बिन्दुवार जानकारी दिया गया। जनगणना कार्य जिले के मास्टर ट्रेनर नसीम अली अन्सारी के द्वारा जनपद स्तरीय अधिकारियों को विस्तारपूर्वक बताया गया।
प्रषिक्षण में बताया गया कि प्रगणकों को प्रथम चरण का सर्वेक्षण, मकान सूचीकरण एवं ग्राम रजिस्टर भरने के लिए बिन्दुवार जानकारी दी गई साथ ही मकान मालिक अथवा परिवार के मुखिया या जानकार सदस्य से प्रेमपूर्वक डाटा एवं पहचान के दस्तावेज मांगने हेतु कहा गया जिसे सार्थक जानकारी प्राप्त किया जा सके। प्रषिक्षण में प्रगणक एवं पर्यवेक्षक मिलाकर कुल उपस्थिति 223 लोगो को ब्लाक का गठन, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने हेतु, अधारणाएं, अनुसूची के सभी 14 प्रष्नों को विस्तार से बताया गया इस जनगणना में प्रथम चरण में ही राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का अद्यतन मोबाईल एप्प के माध्यम से प्रगणक के द्वारा किया जायेगा। मास्टर ट्रेनर द्वारा द्वारा मोबाईल एप्प के माध्यम से अपने अधीन मकान सूची ब्लाक का नजरी नक्षा, टरमिनल सीमा बिन्दु एवं लैण्डमार्क की सहायता से करने की प्रक्रिया का प्रषिक्षण दिया गया। इस जनगणना की पूरी व्यवस्था एवं निगरानी जनगणना नियंत्रण एवं निगरानी पद्धति (सीएमएमएस) पोर्टल के माध्यम से किया जाना है।
भारत की जनगणना 2011 को आधार मानकर जनगणना 2021 के उद्देष्य समय-सीमा और प्रक्रिया के बारे में बताया गया कि नये जनगणना 2021 में मोबाईल एप्प के द्वारा पहली बार डाटा संग्रहण किया जायेगा। प्रगणकों का मोबाईल नंम्बर, ईमेल आई0डी0, पहचान पत्र अपडेट कराया गया। संपूर्ण जनगणना प्रक्रिया का नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण आॅनलाईन पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा। जनगणना की कानूनी प्रावधान जनगणना अधिनियम 1948 एवं जनगणना नियम 1990 के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। प्रथम चरण की जनगणना छत्तीसगढ़ में 25 अप्रैल से 10 जून तक कुल 25 दिन चलेगा जिसमें भवन एवं मकानों पर नम्बरिंग, मकानों की सूचीकरण, मकानों की सूची को तैयार करना एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने का कार्य किया जायेगा। प्रथम चरण में प्रत्येक भवन की स्थिति परिवार के पास उपलब्ध सुविधाएं एवं परिवार द्वारा धारित परिसंपतियों का डाटा संग्रहण किया जायेगा। द्वितीय चरण का जनगणना 09 फरवरी 2021 से 28 फरवरी 2021 तक किया जायेगा। जनगणना संदर्भ तिथि 01 मार्च 2021 निर्धारित की गई है।
प्रषिक्षण में बताया गया कि जनगणना महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्य है। जनगणना देष में सभी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए आधार है जो स्थानीय प्रतिनिधियों के चुनाव से प्रारंभ होकर भारत के प्रथम नागरिक तक जाता है यह प्रभावी लोक प्रषासन का कार्य करता है तथा योजना एवं नीतियों के लिए मूल्यवान बेंचमार्क जानकारी प्रदान करता है। जनगणना से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही विकास और लोक कल्याण की योजनाएं तैयार की जानी है। संबंधित अधिकारी जनगणना से संबंधित सभी प्रपत्रो का स्वयं जांच करे एवं अपने अधीनस्थ सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का सहयोग एवं मार्गदर्षन करें। इस दौरान एस0डी0एम0 भैयाथान, तहसीलदार, चार्ज अधिकारियों के जनगणना लिपीक एवं आॅपरेटर उपस्थित थे। -
कलेक्टर के निर्देषों के अनुरूप कृषक हितार्थ सेवाओं को आसान बनाने मुहिम प्रारंभ
सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में शत् प्रतिषत किसानों को क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए 27 से 29 फरवरी 2020 तक जनपद पंचायत ओड़गी एवं प्रेमनगर में षिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 27 फरवरी 2020 को जनपद पंचायत ओड़गी में आयोजित किये गये षिविर में किसानों के द्वारा 122 आवेदन एवं जनपद पंचायत प्रेमनगर में 140 किसानों ने आवेदन जमा किया, जिसे बैंक को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने हेतु भेजा गया है। इस षिविर में संबंधित एस0डी0एम0, तहसीलदार के मार्गदर्षन में पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकार,, सचिव के माध्यम से सभी किसानों को भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में जोड़ने के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें किसानों को बताया गया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों को लाभ पंहुचाया जा सकें। जिसके लियें किसानों को आसानी से कृषि ऋण से लाभ दिलाने के लिए विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य शत प्रतिशत किसानों को क्रेडिट कार्ड के दायरे में लाना है, जिससे कृषक उन्नत कृषि तकनीक अपनाकर लाभ कमा सकें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को तीन किस्तों में रुपये 6000 की सहायता राशि दी जानी है।
बैंकों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु विकासखण्ड स्तर पर षिविर का आयोजन किया गया है। विकासखण्ड प्रेमनगर एवं ओड़गी में 27 से 29 फरवरी 2020 तक, विकासखण्ड प्रतापपुर एवं सूरजपुर में 02 से 04 मार्च 2020 तक, विकाखण्ड भैयाथान एवं रामानुजनगर में 05 से 07 मार्च 2020 तक षिविर का आयोजन कर किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जायेगा।
इस कार्यक्रम से उद्यानिकी फसल के किसान तथा पशुपालन एवं मछली पालन से जुड़े किसान भी आसानी से किसान क्रेडिट कार्ड बनवा कर इस योजना का अधिक से अधिक लाभ ले सकते है। इस संबंध में संबंधित जनपद के कृषक, संबंधित जनपद के कृषि विस्तार अधिकारी, सचिव, पटवारी से संपर्क कर किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में विस्तृत जानकारी ले सकते है। कलेक्टर श्री दीपक सोनी के मार्गदर्शन में अग्रणी जिला प्रबंधक श्री आर0के0 नायक द्वारा जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। - सूरजपुर : जवाहर नवोदय विद्यालय बसदेई में आज विज्ञान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय के प्राचार्य श्री डी.के. साहू एवं विज्ञान के वरिष्ठ षिक्षकों द्वारा दीप प्रज्वलन कर तथा माँ सरस्वती एवं रमन प्रभाव के खोजकर्ता डाॅ. सी.वी. रमन के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कु0 आस्था शर्मा ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में डाॅ. सी.वी. रमन के जीवन पर प्रकाष डाला। कु. मान्यता गुप्ता कक्षा 8 वीं ने कोरोना वायरस के बारे में जानकारी देते हुए सभी को जागरूक रहने हेतु प्रेरित किया। विद्यालय के वरिष्ठ षिक्षक एवं भौतिक विज्ञान के व्याख्याता श्री डी.आर. चंद्रा द्वारा रमन प्रभाव को बहुत ही सरल ढंग से व्याख्या कर उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया। उन्होंने हमारे जीवन में रमन प्रभाव के अनुप्रयोग संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान की।
विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा नाटक के माध्यम से वैज्ञानिक प्र्रगति के सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों पहलुओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। रसायन शास्त्र के व्याख्याता श्री डी. आर.कंवर के मार्गदर्षन में एक प्रयोग प्रदर्षित किया गया जिसमें आयरन सल्फाइड को हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में मिलाकर हाइड्रोजन सल्फाइड गैस बनाया गया जिसमें सड़े अंडे की गंध आती है। इसके माध्यम से हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का बनना समझाया गया। प्रयोग के दौरान छात्र-छात्राओं से प्रष्न पूछकर उनमें विज्ञान के प्रति उत्सुकता जगाते हुए उत्साह का संचार किया गया। विज्ञान की षिक्षिका श्रीमती अनिता नागलोट के निर्देषन में एक अनूठा प्रयोग किया गया। इस प्रयोग में एक कोरे चार्ट पेपर लेकर उसमें पानी जैसे एक द्रव पदार्थ से ब्रष द्वारा पुताई किया गया। परिणामस्वरूप उस कोरे कागज में ‘‘हैप्पी साइंस डे’’ लिखा हुआ दिखाई दिया। श्रीमती नागलोट मैडम द्वारा जानकारी दिया गया कि उस चार्ट पेपर पर पहले से फिनाफथिलीन सूचक का प्रयोग कर ‘‘हैप्पी साइंस डे’’ लिख दिया गया था जो दिखाई नहीं दे रहा था। जब उस पर सोडियम हाइड्राक्साइड क्षार से ब्रष किया गया तो गुलाबी रंग में ‘‘हैप्पी साइंस डे’’ लिखा हुआ प्रदर्षित हुआ।
अंत में विद्यालय के प्राचार्य श्री डी.के.साहू ने सभी को विज्ञान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए अपने आसपास की घटनाओं को वैज्ञानिक तरीके से समझने एवं समस्याओं को वैज्ञानिक तरीके से चिंतन करते हुए नवाचार का प्रयोग कर सुलझाने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन कु. संजना गुप्ता एवं कु. पलक मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की वरिष्ठ षिक्षिका श्रीमती सुनिता गुप्ता, श्रीमती ए.के.टोप्पो,श्री जे.के.रथ, श्री एम.के.श्रीवास्तव, श्री ए.के. बड़ा सहित विद्यालय के सभी षिक्षक-षिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। - सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा वृक्षारोपण कार्य, बांस के ट्री गार्ड निर्माण की प्रगति, वन धन योजनान्तर्गत भवन निर्माण कार्य के प्रगति, जंगली हाथी एवं अन्य जंगली पषुओं के द्वारा जनहानि/फसलों के क्षति का मुआवजा राषि वितरण, जिले में अवैध कटाई के प्रकरणों पर त्वरित कार्यवाही एवं अवैध कटाई रोकने के उपाय जैसे एजेण्डों को लेकर 02 मार्च 2020 दिन सोमवार को दोपहर 12 बजे से संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में वन विभाग की समीक्षा बैठक ली जायेगी। जिसमें वनमण्डलाधिकारी को सूचित करते हुए वन विभाग के सभी अनुविभागीय अधिकारी वन, वन परिक्षेत्राधिकारी एवं सहायक वन परिक्षेत्राधिकारी के साथ-साथ अनुविभागीय अधिकारी वन विकास निगम को उक्त तिथि को दोपहर 12 बजे से उपस्थित होने कहा गया है।
- सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देशन में अपर कलेक्टर से प्राप्त जानकारी अनुसार प्राकृतिक आपदा पीड़ित के 01 हितग्राही जो विकासखण्ड भैयाथान ग्राम दर्रीपारा से मृतिका स्व0 धनेष्वरी सोनी पति स्व0 ईष्वर प्रसाद सोनी जाति सोनार की मृत्यु 12 सितंबर 2019 को आकाषीय बिजली गांज गिरने से मृत्यु हो जाने के कारण विपत्तिग्रस्त व्यक्ति मृतिका के निकटतम वारिस उसकी पुत्र सत्यवान सोनी पिता राजेष कुमार को, चार-चार लाख रूपये आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत किया गया है। यह राशि आबंटन की प्रत्याशा में मांग संख्या 58 शीर्ष 2245 प्राकृतिक आपदा राहत के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 में आबंटन की प्रत्याशा में विकलनीय होगा।
- क्रेडा द्वारा भावी इंजीनियरों को जागरुक करने कार्यशाला का आयोजन
दुर्ग 27 फरवरी 2020/ : नई पीढ़ी को ऊर्जा के महत्व और संरक्षण के बारे में जागरुक करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण के दुर्ग जोन कार्यालय द्वारा श्री शंकराचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट जुनवानी भिलाई, भारती इंजीनियरिंग कॉलेज पुलगांव चैक, दुर्ग और भिलाई इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कार्यशाला आयोजित की गई। इन कार्यशालाओं में इलेक्ट्रिकल और मेकेनिकल शाखा के भावी इंजीनियरों ने जाना कि वर्तमान और भविष्य की जरूरत के हिसाब से नवीनीकरण ऊर्जा के स्रोत के प्रति जागरूकता कितनी जरूरी है। क्रेडा के जिला प्रभारी श्री टी. आर. ध्रुव ने कार्यशाला में बताया कि परंपरागत बिजली उत्पादन की अपेक्षा सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, समुद्र तटों पर ज्वारीय ऊर्जा आदि का उपयोग कर पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी।
कार्यशाला में बताया गया कि छत्तीसगढ़ में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। जीवाश्म ईंधनों के इस्तेमाल से उत्पन्न कार्बनडाई ऑक्साइड के अत्यधिक उत्सर्जन से आज विश्व के सामने ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज जैसी विकराल समस्याएं उत्पन्न हुई हैं।ऐसे में विश्व भर की आबादी की ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बायो एनर्जी और हाइड्रो पावर बेहतर विकल्प के रूप में हमारे सामने हैं। कार्यशाला में छात्रों ने कार्यशाला में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, उन्होंने न केवल देश की ऊर्जा जरूरतों को समझा बल्कि पर्यावरण की रक्षा में नवीनीकरण योग्य ऊर्जा का महत्व भी जाना।
कार्यशाला में बताया गया कि विश्व में नवीनीकरण योग्य ऊर्जा की इंस्टॉलेशन केपेसिटी ( वर्ष 2017 के अनुसार ) 921 गीगा वाट है। जिसमें से 70 गीगावाट भारत का हिस्सा है। भारत सरकार का लक्ष्य है। वर्ष 2022 तक इसे 175 गीगावाट करने का है। जिसमें से 100 गीगावाट सोलर,60 गीगावाट विंड पावर,10 गीगावाट बायो एनर्जी और 5 गीगावाट हाइड्रो पावर का हिस्सा है।
क्रेडा से मिली जानकारी के मुताबिक सोलर एनर्जी के इस्तेमाल में छत्तीसगढ़ राज्य में दुर्ग जोन सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इसी प्रकार सरकारी उपक्रम और कार्यालय, व्यावसायिक प्रतिष्ठान ,घरों आदि में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल में भारत विश्व भर में पहले नंबर पर है। कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा प्रेजेंट एनर्जी सिनेरियो, बेसिक्स ऑफ थर्मल एंड इलेक्ट्रिकल एनर्जी, एनर्जी एफिशिएंट टेक्निक और ऊर्जा बचाने के तरीकों की केस स्टडी के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। इसके अलावा वर्तमान में ऊर्जा की आवश्यकता के बारे में जानकारी देते हुए भारत में प्रति व्यक्ति ऊर्जा खपत एवं विश्व के अन्य देशों में ऊर्जा के उपभोग (खपत) तुलनात्मक जानकारी दी गई तथा भविष्य में ऊर्जा की आवश्यकता एवं पूर्ति हेतु विकल्प के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। इसके अलावा ऊर्जा के नवीन स्त्रोत में क्रेडा द्वारा निरंतर किये जा रहे प्रयासो के बारे में सभी उपस्थित इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों एवं शिक्षक को अवगत कराया गया। प्रमुख वक्ता के रूप में श्री एम.सी. जैन, आर. पी. एस. कुसवाहा एवं धर्मेन्द्र विश्वकर्मा एनर्जी आडिटर द्वारा ऊर्जा संरक्षण के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला गया। - दुर्ग 27 फरवरी 2020/ : मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित किए जाने वाले सामूहिक विवाह हेतु पात्र जोड़ों से आवेदन-पत्र आमंत्रित किए गए है। योजना के तहत छत्तीसगढ़ के मूल निवासी तथा खाद्यान्न एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के तहत प्राथमिकता एवं अंत्योदय कार्डधारी परिवारों की अधिकतम 02 बेटियों का विवाह कराए जाने का प्रावधान है। इस हेतु विवाह योग्य लड़कियों की आयु न्यूनतम 18 वर्ष एवं लड़कों की आयु न्यूनतम 21 वर्ष होना अनिवार्य है। साथ ही लड़का एवं लड़की का अविवाहित होना आवश्यक है। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जाकर निर्धारित प्रारूप में मूल निवासी, राशन कार्ड धारक, जन्म प्रमाण-पत्र/अंकसूची जिसमें जन्म तिथि का उल्लेख हो तथा अविवाहित होने संबंधी शपथपत्र आदि अभिलेखों के साथ आवेदन किया जा सकता है।उल्लेखनीय है कि उपरोक्त योजना के तहत शासन द्वारा नव विवाहित जोड़ों का शासकीय व्यय पर विवाह संपन्न कराया जाता है। इसके अतिरिक्त शासन द्वारा प्रत्येक नव विवाहित जोड़े को विभिन्न प्रकार की उपहार सामग्रियाॅं जैसे - वैवाहिक वस्त्र, मंगलसूत्र एवं चांदी की बिछिया, जीवनोपयोगी बर्तन सामग्रियाॅ तथा फर्नीचर आदि प्रदान किए जाते है। उपरोक्त पात्रता धारी परिवार इस योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु निःशुल्क आवेदन कर सकते है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में माह मार्च 2020 के प्रथम अथवा द्वितीय सप्ताह में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवेदन पत्र संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों तथा बाल विकास परियोजना अधिकारियों से प्राप्त किए जा सकते है। विवाह आयोजन तिथि के 03 दिवस पूर्व तक ही निर्धारित प्रारूप में आवश्यक अभिलेखों सहित प्रस्तुत आवेदन पत्रों पर विचार किया जा सकेगा।
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महासमुन्द 27 फरवरी 2020/ : भाग-दौड़ की जिन्दगी के चलते अधिकांश के पास वक्त की कमी,ऊपर से बदलते मौसमी परिवेश में अनियमित खान-पान, ऐसे में देखा जाता है कि नई पीढ़ी में आयरन और फोलिक एसिड की कमी हो जाती है। जागरूकता के अभाव में कमियों किशोर-किशोरियों का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित हो जाता है। इन्हीं समस्याओं से निपटने अब स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसके लिए जिले में ‘न्यूट्रीशियन इन्टरनेशनल संस्था‘ के समन्वय से तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिसमें ‘राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम‘ अंतर्गत ‘साप्ताहिक आयरन और फोलिक एसिड कार्यक्रम‘ के संचालन के लिए सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों सहित संबंधित संकुल समन्वयक एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
‘न्यूट्रीशियन इन्टरनेशनल संस्था‘ की संभागीय समन्वयक सुश्री अल्का द्विवेदी से मिली जानकारी के मुताबिक बेलसोंडा क्षेत्र में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 25 फरवरी से शुरू किया गया। पहले दिन सरायपाली और बसना एवं 26 फरवरी को पिथौरा और महासमुंद विकासखंड के प्रशिक्षणार्थियों को आयरन एवं फोलिक एसिड के संबंध में आवश्यक जानकारी दी गई। इसी तरह 27 फरवरी को आयोजित होने वाले कार्यशाला में बागबाहरा के प्रशिक्षणार्थी शामिल होंगे।जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे के मार्गदर्शन में जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों में समय-समय पर अद्यतन जानकारी और प्रशिक्षण दिया जाता है। ”साप्ताहिक आयरन और फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम” स्कूल जाने वाले किशोर लड़कियों-लड़कों और सामान्य किशोरों में एनीमिया की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा शुरू किया गया है।
जिसमें विषय संबंधी सहायता, प्रशिक्षण सामग्री, आईईसी सामग्री के बारे में भी जानकारी प्रदान की जा रही है। उपयोगकर्ता मार्गदर्शिका, प्रारूपों और कार्यक्रम परिचालन की रूपरेखा के अनुरूप अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। विशेषकर गरीबी रेखा के नीचे एवं वंचित वर्ग के लोगों में जागरूकता के साथ ध्यानाकर्षण की आवश्यकता महसूस की जा रही है। स्वास्थ्य एवं शिक्षा दोनों विभागों के आपसी समन्वय व प्रशिक्षक संस्था द्वारा दिए गए प्रशिक्षण से इन क्षेत्रों में भी जागरूकता लाई जा सकेगी और यह अभ्यास किशोर-किशोरियों में पाई जाने वाली आयरन और फोलिक एसिड की कमी को दूर करने में कारगर साबित होगा। विशेषज्ञों की राय में इन तत्वों की कमी होने से कार्य संपादन क्षमता घटती है, पढ़ाई में ध्यान की कमी, भूख कम लगना, शारीरिक एवं मानसिक विकास में बाधा, प्रतिरक्षण शक्ति में कमी के साथ किशोरियां जब वयस्क होती हैं तो प्रसव के दौरान कई जटिलताएं भी सामने आती हैं। -
महासमुन्द 27 फरवरी 2020/ : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र प्रेषित कर लिखा है कि जिले में गत 24 एवं 25 फरवरी 2020 को असामयिक वर्षा, आंधी, तूफान से हुई क्षति का तत्काल सर्वेक्षण एवं आकलन कर प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि दिलाने के निर्देश दिए है।पत्र के माध्यम से उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को कहा है कि तत्काल अपने-अपने तहसील क्षेत्र के राजस्व अमलों तथा कृषि विभाग के अमलों का संयुक्त टीम गठित कर वर्षा से हुए क्षति का सर्वेक्षण एवं क्षति का आकलन रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर प्राप्त करें तथा नियमानुसार राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत प्रभावित किसानों, व्यक्तियों को मुआवजा राशि का वितरण करने की कार्रवाई करें। -
महासमुन्द 27 फरवरी 2020/ : शासन की विभिन्न योजनाओं का अधिक से अधिक हितग्राहियों तक लाभ पहुचाने के उददेश्य से जिला प्रशासन की पहल पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ’’बिहान’’ के माध्यम से सभी विकासखंडों में क्रेडिट एवं आजीविका मेला का आयोजन 19 फरवरी से 05 मार्च 2020 तक अलग-अलग तिथियों में आयोजित किया जा रहा है। आजीविका मेले के लिए विकासखंड महासमुन्द में 20, बागबाहरा में 10, पिथौरा में 10, बसना 20 एवं सरायपाली में 20 कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। आजीविका मेले में स्व-सहायता समूह तथा गांव के बेरोजगार युवाओं को विभिन्न शासकीय योजनाओं से जोडने का प्रयास किया जा रहा है जिससे उन्हें स्व-रोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। क्रेडिट एवं आजीविका मेला में बैंक लिकेंज के नए प्रकरण तथा लंबित प्रकरणों को स्वीकृत कर वितरित करने, समूह के खाता खोलने से संबंधित कार्य किया जा रहा है।
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना के तहत गौठान ग्राम को प्राथमिकता के साथ कैम्प आयोजन के लिए चिन्हांकित किया गया है। जिससे गांव में ही स्व-सहायता समूह को विभिन्न विभागों जैसे उद्यानिकी विभाग से नर्सरी तथा सब्जी-भाजी का कार्य, कृषि विभाग द्वारा जैविक खेती को आगे बढ़ाने के लिए जैविक खाद एवं कीट नाशक का निर्माण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मतस्य विभाग द्वारा मछली पालन एवं पशु चिकित्सा विभाग द्वारा स्व-सहायता समूहों के आय के साधन में वृद्धि करने के लिए गाय, भैंस, बकरी एवं मुर्गी पालन के लिए योजना बद्व तरीके से प्रोत्साहित किया जा रहा है। देना आर-सेटी एवं निदान के प्रतिनिधियों के माध्यम से स्व-सहायता समूहों को विभिन्न प्रकार के घरेलू उत्पाद वाशिंग पाउडर, साबुन, जुट बैग, बेकरी, लड्डू, आचार, पापड़, बड़ी, हेण्डवास, फिनाइल, एल.ई.डी. बल्ब एवं गोबर के उत्पाद पर निर्माण के लिए प्रशिक्षण देकर नानफार्म गतिविधियों से जोड़कर इनके दैनिक आय में बढ़ोत्तरी किए जाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है।
आजीविका मेले में समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शनी के माध्यम से विक्रय के लिए स्टॉल बिहान बाजार लगाया जा रहा है। इससे महिलाओं को आजीविका एवं स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाने का सतत् प्रयास किए जा रहे हैं। स्व-सहायता समूह के महिलाएॅं एवं ग्रामीण इलाकां के बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए डी.डी.यू.जी.के.वाय. आरसेटी काउसलिंग उपरांत चयन कर विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रेरित किए जाने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा सतत् रूप से किया रहा है। -
महासमुन्द : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने परीक्षाओं के सुचारू रूप से संचालन एवं छात्र-छात्राओं की परीक्षाओं की तैयारी में व्यवधान ना हो इसे दृष्टिगत रखते हुए ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग को छत्तीसगढ़ कोलाहल नियंत्रण अधिनियम, 1985 की धारा 18 के तहत 27 फरवरी 2020 से 05 मई 2020 तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग पर जिला महासमुन्द क्षेत्रांतर्गत प्रतिबंध लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर द्वारा जारी परीक्षा कार्यक्रम 2020 के तहत हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल मुख्य परीक्षा एवं हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम परीक्षा 02 मार्च से 31 मार्च2020 तक एवं विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं 03 मार्च से 04 मई 2020 तक आयोजित की जाएगी। अगर इस बीच ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग किए जाएंगे तो विद्यार्थियों को व्यावधान उत्पन्न होगा। उन्होंने विशेष परिस्थियों एवं शासकीय कार्यों के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग करने की अनुमति संबंधित अनुभाग के अनुभागीय दण्डाधिकारी उपरोक्त अधिनियम में उल्लेखित शर्तों के अधीन दे सकते है। -
सूरजपुर : सरगुजा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं विधायक श्री खेलसाय सिंह के द्वारा 26 फरवरी 2020 को वनमण्डलाधिकारी श्री भगत की उपस्थिति में ग्राम पंचायत रामतीर्थ का पहुॅच मार्ग रामतीर्थ से जगतपुर तक, ग्राम पंचायत पंचवटी का पहुंच मार्ग पंचवही से जगतपुर तक, ग्राम पंचायत अर्जुनपुर का पहुॅच मार्ग तिवरागुड़ी इमलीपारा से भरूहामुडा तक, ग्राम पंचायत गणेषपुर का पहुंच मार्ग भगवानपारा से झोंक नदी तक 1 किलोमीटर, ग्राम पंचायत रामेष्वरम् का पहुंच मार्ग रामेष्वरम् से मोहनपुर तक का भूमि पूजन किया गया।
इसके साथ ही सूरजपुर कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषानुसार ग्राम पंचायत रामतीर्थ में पारदर्षिता बनाये रखने के उद्देष्य से श्री खेलसाय के हाथों कृषकों को मक्का बीज का वितरण भी किया गया। इस दौरान श्री खेलसाय एवं श्री भगत ने किसानों ने भेंट कर चर्चा की साथ ही पहुॅच मार्गो के मजदुरों का भी उत्साहवर्धन करते हुए मजदूरी भुगतान समय पर होने के निद्रेष संबंधित अधिकारी को दिये। जिससे सभी के बीच हर्ष का माहौल रहा। इस समय जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री नरेष राजवाडे़ जिला सदस्य उषा सिंह, इस्माइल खान, गुलाब सिंह व प्रतिनिधियों के साथ अधिकारी गण व मजदूर और किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
सूरजपुर : छ.ग.शासन सामान्य प्रशासन विभाग तथा संचालनालय, खेल एवं युवा कल्याण विभाग छत्तीसगढ द्वारा उत्कृष्ट खिलाडियों को शासकीय सेवा में नियुक्ति करने की अधिसूचना मे उल्लेखित प्रक्रिया के तहत वर्ष 2019-20 के लिये उत्कृष्ट खिलाडी घोषित किये जाने हेतु खिलाडियो के आवेदन पत्र 27 फरवरी 2020 से 27 मार्च 2020 तक निर्धारित प्रारूप में आमंत्रित किया गया है। वह खेल जो ओलम्पिक, एशियाड, राष्ट्रीय मण्डलीय खेल, विश्वविद्यालयीन खेलों में सम्मिलित ह,ै उन्ही खेलो से संबंधित खिलाडियो के आवेदन पर विचार किया जायेगा। समस्त दस्तवेजों तथा खिलाडियो की पात्रता की पुष्टि पश्चात् राज्य शासन द्वारा गठित समिति द्वारा आवेदन पत्रों में विचार कर उत्कृष्ट खिलाडी घोषित किया जायेगा। उत्कृष्ट खिलाडी घोषित करने के लिए पात्रता एवं शर्ते रखी गई है, नियमों की अधिक जानकारी हेतु कार्यालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग सूरजपुर में संपर्क किया जा सकता है। आवदेन आमंत्रित करने हेतु खेल विभाग के अधिकारिक वेबसाईट पर प्रारूप प्राप्त किया जा सकता है। पात्र खिलाडीगण समस्त दस्तावेजों के साथ नियत तिथि में संचालनालय, खेल एवं युवा कल्याण, सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी स्टेडियम, जी.ई.रोड रायपुर में जमा कर सकते है।
- सूरजपुर : भारत सरकार नई दिल्ली एवं स्कूल शिक्षा विभाग छ0ग0 शासन रायपुर के निर्देशानुसार संभाग स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन विगत् दिनों पी0जी0 काॅलेज आडिटोरियम अम्बिकापुर में किया गया। जिसमें सूरजपुर जिले के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। भारतीय संसद की कार्यप्रणाली अनुसार प्रधानमंत्री, मंत्री, सांसद, पक्ष एवं विपक्ष में जोरदार बहस हुई।
जिला प्रशासन सूरजपुर के नेतृत्व में 49 छात्र-छात्राओं की टीम ने युवा संसद प्रतियोगिता में अपनी सहभागिता प्रदान की। प्रश्नकाल के दौरान देश के ज्वलन्त मुद्दे जैसे निर्भया काण्ड, बालिका शिक्षा बेरोजगारी, किसानों की आत्महत्या, मानव तस्करी, कोरोना वायरस, चिटफण्ड घोटाला को उठाया गया, जिस पर पक्ष एवं विपक्ष में जोरदार बहस हुई। ‘‘लोकतंत्र का आधार स्तंभ की संसदीय कार्यप्रणाली भारतीय संसद के दोनों सदनों से होकर आगे बढ़ता है कानून बनाने के प्रक्रिया’’ छात्र-छात्राओं ने मूर्त रूप में इन प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए स्वस्थ्य लोकतंत्र की परिकल्पना को महसूस भी किया। छात्र-छात्राओं ने विभिन्न मुद्दो पर बाकी ने अपनी राय रखते हुए जमकर बहस किया। पूरे कार्यक्रम में श्रेष्टमंत्री का पुरूस्कार प्रशान्त कुशवाहा (शास0उ0मा0वि0 करवां) को मिला वहीं दूसरी ओर श्रेष्ठ प्रश्नकर्ता का पुरस्कार बिन्दु सिंह (शास0 कन्या शिक्षा परिसर सूरजपुर) को मिला। सामुहिक रूप बेहतर प्रदर्शन के लिए सूरजपुर जिले को उप-विजेता का पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान जिले के अधिकारी, कर्मचारी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम में उनका विशेष सहयोग रहा एवं सभी ने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। - जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की विशेषपहल पर जशपुर नगर में एक ऐसे शैक्षणिक संस्थान की स्थापना आगामी शिक्षा सत्र से की जाएगी, जहां एक ही कैम्पस के भीतर आंगनबाड़ी, नर्सरी से लेकर हायरसेकेण्डरी स्तर तक की शिक्षा अंग्रेजी माध्यम में दी जाएगी। इस नए आधुनिक स्कूल का संचालन संकल्प शिक्षण संस्थान द्वारा किया जाएगा। यह स्कूल रेसिडेंसियल होगा।
कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में इस स्कूल के संचालन की प्राथमिक रूप रेखा तैयार कर ली गई है। संकल्प शिक्षण संस्थान परिसर में ही आवश्यकतानुसार भवन एवं हाॅस्टल का निर्माण किया जाएगा। यहां आंगनबाड़ी से लेकर 12 वीं तक के बच्चों को हिंदी एवं संस्कृत विषय को छोड़कर अन्य सभी विषयों की शिक्षा इंग्लिश मीडियम में दी जाएगी। यहां छात्रावास भवन के निर्माण के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रस्ताव भी शासन को प्रेषित किया जा रहा है। अध्ययन-अध्यापन के लिए शिक्षकों की पदस्थापना भी योग्यतानुसार की जाएगी। - जशपुरनगर : जशपुर जिले में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर 15 हजार 256 कृषकों से 80371.36 मीटरिक टन धान की खरीदी गई है। जिसका कुल मूल्य 145.54 करोड़ रुपए हैं। समर्थन मूल्य पर क्रय किए गए धान के एवज में कृषकों को 143 करोड़ रुपए का भुगतान उनके खाते में किया जा चुका है। 142 कृषकों के बैंक खाते का मिलान न होने एवं अन्य कारणों से लगभग ढाई करोड़ रुपए का भुगतान किए जाने की प्रक्रिया अभी लंबित है।खाद्य अधिकारी श्री कंवर ने बताया कि जिले में समर्थन मूल्य पर क्रय किए गए शत् प्रतिशत् धान के उठाव के लिए डीईओ जारी किया जा चुका है। अभी तक समितियों से उपार्जित धान का 80 फीसद हिस्सा मिलरों ने उठा लिया है। आगामी एक सप्ताह के भीतर शत् प्रतिशत् धान का उठाव एवं कस्टम मीलिंग पूरी हो जाएगी। अब तक कस्टम मीलिंग का 92.45 प्रतिशत चावल मिलर्स द्वारा जमा करा दिया गया है।