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नई दिल्ली/पटना : केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह की रविवार (07 जून) को शाम में बिहार में डिजिटल रैली है। इसके जरिए अमित शाह पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच चुनावी आगाज करने जा रहे हैं और उन्हें बूथ लेवेल तक तैयारी करने का संदेश देने जा रहे हैं लेकिन इस बीच बिहार एनडीए के एक बड़े घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बयान देकर खलबली मचा दी है। उन्होंने कहा है कि आगामी चुनाव में नेतृत्व किसके हाथों में होगा यह बीजेपी तय करेगी। अमित शाह की डिजिटल रैली को चुनावी प्रचार की शुरुआत भी माना जा रहा है लेकिन चिराग पासवान के बयान के अलग-अलग मतलब निकाले जाने लगे हैं। पासवान ने कहा कि वो हर फैसले में बीजेपी के साथ हैं। चाहें नीतीश कुमार का नेतृत्व जारी रखना हो या उसे बदलने की बात हो, वो बीजेपी के साथ रहेंगे।
चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान, जो केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री हैं, ने भी कुछ दिनों पहले नीतीश कुमार सरकार के प्रवासी मजदूरों की वापसी नहीं कराने के फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार इस संकट से निपटने में अच्छी तरह से कारगर नहीं रही।
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कहा, “चेहरा कौन होगा? गठबंधन का नेता कौन होगा? यह कुछ ऐसा है जो उसके सबसे बड़े घटक भाजपा को तय करना है। भाजपा जो भी निर्णय लेगी उसमें लोजपा दृढ़ता के साथ खड़ी रहेगी। अगर वे (भाजपा) नीतीश कुमार जी के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। तब भी हम उनके साथ हैं, अगर वे बदलाव का मन बनाना चाहते हैं, तब भी साथ हैं। भाजपा जो भी फैसला लेगी, हम समर्थन करेंगे।”
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के घूरपुर थाने में तैनात एक दारोगा की करतूत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए उसे सस्पेंड करने के निर्देश दिए, जिसके तुरंत बाद एसएसपी प्रयागराज ने दारोगा को सस्पेंड करते हुए मामले की जांच शुरु कर दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रयागराज जिले के घूरपुर इलाके में साप्ताहिक सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होने पर घूरपुर थाने में तैनात दारोगा सुमित आनन्द ने सरकारी गाड़ी से किसानों की सब्जियों को रौंद डाला। यह देख लोग स्तब्ध रह गए और जान बचाकर इधर-उधर भागने लग गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान कई सब्जी विक्रेता गाड़ी के नीचे आने से बाल-बाल बचे। इस घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस घटना से सब्जी मंडी के दुकानदारों में भारी आक्रोश है। घूरपुर बाजार में सप्ताह में दो दिन बुधवार और शनिवार को सब्जी मंडी लगती है। जिसमें सब्जी उत्पादक किसान आकर सब्जी बेचते हैं।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसएसपी प्रयागराज सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने मामले पर संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से सुमित आनन्द को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके साथ ही उसके खिलाफ जांच भी बैठा दी है। बता दें कि, इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी पुलिसकर्मी को तत्काल सस्पेंड करने के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर जाकर सभी सब्जी विक्रेताओं के नुकसान की पूरी भरपाई करने के आदेश दिए थे।
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि 11 किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है और अन्य के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इतना ही नहीं शाम को एसपी यमुनापार चक्रेश मिश्रा खुद घूरपुर पहुंचे और प्रभावित किसानों से दारोगा के कृत्य के लिए माफी मांगी। -
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार की शिकायत पर शुक्रवार (5 जून) को वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ के खिलाफ कथित तौर पर ‘‘सार्वजनिक गड़बड़ी पैदा करने वाले बयान देने’’ के लिए प्राथमिकी दर्ज की।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, क्राइम ब्रांच को दी गई शिकायत में भाजपा प्रवक्ता नवीन कुमार ने वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ पर आरोप लगाया कि वह यूट्यूब पर ‘‘द विनोद दुआ शो’’ के माध्यम से ‘‘फर्जी सूचनाएं फैला’’ रहे हैं। विनोद दुआ ने कहा, ‘‘पुलिस ने अभी तक मुझसे संपर्क नहीं किया है। इस समय मैं इस पर प्रतिक्रिया नहीं दे सकता।’’ कुमार ने दुआ पर दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान ‘‘गलत रिपोर्टिंग’’ करने के आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि दुआ ने कहा था, ‘‘केंद्र सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं किया।’’ कुमार ने यह भी आरोप लगाए कि दुआ ने प्रधानमंत्री को ‘‘कागजी शेर’’ बताया था।
नवीन कुमार की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि भादंसं की धारा 290, 505 और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। -
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच शुक्रवार सुबह खबर आई कि झारखंड और कर्नाटक में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, झारखंड के जमशेदपुर में आज सुबह 6.55 पर भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 बताई गई तो वहीं कर्नाटक के हिम्पी में भी आज सुबह 6.55 पर धरती हिलने लगी, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई, लेकिन अब खबर आ रही है कि कर्नाटक के हिम्पी में कोई भी भूकंप नहीं आया था, यह सॉफ्टवेयर द्वारा गलत अलार्म दिया गया था।
कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र बेंगलुरु के वैज्ञानिक अधिकारी जगदीश ने कहा कि हम्पी में भूकंप की कोई घटना दर्ज नहीं की गई है, यह अवलोकन तुंगभद्रा बांध भूकंपीय वेधशाला, होस्पेट से किया गया है। कभी-कभी सॉफ्टवेयर के अलार्म का मतलब भूकंप का विश्लेषण स्पाइक्स से होता है और तब यह एक अमान्य रिपोर्ट देता है। यह एक ऐसी रिपोर्ट है जो राउंड पर होती है, इसे ऑटो-ट्रिगर घटना कहा जाता है, जो सॉफ्टवेयर द्वारा स्वचालित रूप से होती है। -
गुजरात में होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायक बृजेश मेरजा ने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि, राज्य से चार राज्यसभा सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने हैं।
विधानसभा सचिव ने पुष्टि की कि विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने बृजेश मेरजा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। मेरजा ने मोरबी सीट से चुनाव जीता था। विधायक के तौर पर इस्तीफा देने से पहले मेरजा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। पिछले तीन दिन में इस्तीफा देने वाले वह कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं। इससे पहले कांग्रेस विधायक अक्षय पटेल और जीतू चौधरी ने बुधवार शाम को इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले मार्च में भी कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था।
बता दें कि, गुजरात में 19 जून को राज्यसभा की चार सीटों के लिए चुनाव होना है। इसे पहले यह चुनाव 26 मार्च को आयोजित किया जाना था। लेकिन, कोरोनो वायरस महामारी के कारण अनिश्चित काल के लिए इसे स्थगित कर दिया गया और बाद में देशव्यापी लॉकडाउन लागू कर दी गई। भाजपा ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस की तरफ से दो उम्मीदवार मैदान में है। विधायकों के संख्याबल के आधार पर भाजपा के दो और कांग्रेस का एक सांसद चुना जाना तय है, जबकि एक सीट पर दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखी जा सकती है। -
केरल में पिछले महीने के आखिर में गर्भवती हथिनी की निर्ममता पूर्वक की गई हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के मीडिया सलाहकार अमर प्रसाद रेड्डी ने यह जानकारी दी। अमर प्रसाद रेड्डी ने ट्वीट किया, 'केरल में हथिनी की हत्या के मामले में अमजद अली और तमीम शेख की गिरफ्तारी हुई है। मैं राज्य के मुख्यमंत्री से इस मामले में बिना धर्म, जाति या पंथ के देखे पारदर्शी जांच की मांग करता हूं।'
केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने ट्वीट कर हथिनी के हत्यारों को सजा दिलाए जाने की बात कही थी। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया था कि जांच जारी है और तीन संदिग्धों पर फोकस है। पुलिस और वन विभाग संयुक्त रूप से इस घटना की जांच कर रहे हैं। जिला पुलिस प्रमुख और जिला वन विभाग के अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया। हम वो हरसंभव करेंगे जिससे हत्यारों को सजा मिल सके। मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि आपमें से कई लोग हमारे पास आए। हम आपको यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आपकी चिंता व्यर्थ नहीं जाएगी। इंसाफ की जीत होगी। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग इस हादसे का इस्तेमाल कर घटिया कैंपेन कर रहे हैं।
हथिनी को खिलाया था पटाखे से भरा अन्नानास
साइलेंट वैली जंगल में हथिनी को पटाखे से भरा हुआ अन्नानास खिला दिया गया था। यह उसके मुंह में फट गया और एक सप्ताह बाद 27 मई को उसकी मौत हो गई। इस दौरान वह काफी समय तक एक नजदीकी तलाब में खड़ी रही थी। वन विभाग ने इस मामले में कहा है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए वह कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगा। विभाग ने कहा, 'हथिनी के शिकार के लिए दर्ज मामले में कई संदिग्धों से पूछताछ की गई है। इस संबंध में गठित एसआईटी को अहम सुराग मिले हैं। वन विभाग दोषियों को अधिकतम सजा दिलवाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगा।'
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नई दिल्ली : कोरोना का खौफ से लोग काफी डरे हुए हैं। गुरुवार को शहर के जैन मोहल्ला निवासी वृद्धा कमलेश देवी का शव चार कंधों के बजाय रेहड़ी पर श्मशान घाट पहुंचाया गया। जहां गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में पहुंचे लोग कंधा देने को राजी नहीं हुए थे। शहर के जैन मोहल्ला निवासी 65 वर्षीय कमलेश देवी के पति ओमप्रकाश गर्ग की पहले ही मौत हो गई थी, जबकि कमलेश देवी कई दिनों से बीमार चल रही थीं। जिन्होंने गुरुवार दोपहर हार्ट फेल होने के कारण दम तोड़ दिया। जिसकी जानकारी होते ही परिवार के लोग इकट्ठा हुए और अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए।
जहां पहले चार कंधों पर शवयात्रा निकालने की तैयारी की गई, लेकिन कोरोना वायरस की दहशत के चलते कोई कंधा देने को राजी नहीं हुआ। जिसके बाद वृद्धा के इकलौते बेटे विकास ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर शव को रेहड़ी में शमशान घाट तक पहुंचाने का निर्णय लिया। जहां परिवार व समाज के चंद लोगों के साथ मिलकर वृद्धा कमलेश देवी का शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे और गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
साभार : LIVEHINDUSTAN से -
देश के दो अलग अलग राज्य भूकंप के झटकों से दहल उठे। शुक्रवार सुबह झारखंड के जमशेदपुर और कर्नाटक के हम्पी में भूंकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग सहम गए। हालांकि इस दौरान किसी तरह के नुकसान की अभी तक कोई खबर नहीं मिली है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक कर्नाटक में आए भूकंप की तीव्रता 4.0 तो झारखंड में 4.7 तीव्रता रही। देश के दो अलग-अलग हिस्सों में मौजूद इन शहरों के बीच की दूरी करीब 1800 किमी. है, लेकिन दोनों ही जगहों पर एक ही वक्त भूकंप आया। सुबह सबुह आए आए झटकों से दहशत का माहौल बन गया। डर से कुछ लोग जरूर घरों से बाहर निकल आए।
दो दिन पहले भी दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र दक्षिण पूर्व नोएडा रहा था। बता दें कि पिछले 55 दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाके में छह बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। -
नई दिल्ली : रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स में इंवेस्टमेंट के लिए विदेशी निवेशकों का तांता लगा हुआ है। बीते 6 हफ्तों में कंपनी को छठा बड़ा इंवेस्टमेंट मिला है। आबू धाबी की मुबाडाला इंवेस्टमेंट कंपनी (Mubadala Investment Company) ने 1.85% इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 9,093.60 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। मुबाडाला ने जियो प्लेटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपए आंकी है।
रिलायंस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार आबू धाबी की मुबाडाला इन्वेस्टमेंट कंपनी ने जियो में 1.85 फीसदी हिस्सेदारी के बदले में 9,093.6 करोड़ रुपए के निवेश का फैसला किया है। यह रिलायंस जियो में पिछले छह सप्ताह में छठा बड़ा विदेशी निवेश है। उल्लेखनीय है कि जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की 'होली ओन्ड सब्सिडियरी' है। ये एक 'नेक्स्ट जनरेशन' टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “Wholly owned subsidiary” बनी रहेगी।
रिलायंस के जियो प्लेटफार्म में इससे पहले फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा, जनरल अटलांटिक और केकेआर ने निवेश किया था। इन 5 कंपनियों ने संयुक्त रूप से कुल 78,562 करोड़ रुपए का निवेश किया था। अब मुबाडाला के नौ हजार करोड़ से अधिक के निवेश के बाद कुल निवेश राशि 87,655 करोड़ रुपए की हो गई है। -
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गरीबों, किसानों और मजदूरों को छत्तीसगढ़ सरकार ने हर संभव मद्द पहुंचाई है। कोरोना के संकट के दौरान भी मद्द का यह सिलसिला अनवरत रूप से जारी रहा है। हमारी सरकार की नीयत सही है, इसलिए हमें सफलता और जन सहयोग मिल रहा है। कोरोना संकट काल में छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रवासी श्रमिकों और जरूरतमंदों की जिस तरह से बढ़-चढ़कर मद्द की है। उसकी सर्वत्र सराहना हुई है। जरूरतमंदों की मद्द में राज्य के स्वयं सेवी, समाज सेवी संस्थाओं, दान दाताओं एवं सक्षम लोगों के साथ-साथ श्रमिक तबके तक के लोगों ने अपनी स्व-स्फूर्त भागीदार बने है। मुख्यमंत्री बघेल कल अपने निवास कार्यालय में राज्य के विभिन्न अंचलों से आए युवा संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार समाज के सभी वर्गों के बेहतरी के लिए काम कर रही है। गरीबों, मजदूरों और किसानों के हितों का ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने युवा संगठनों के पदाधिकारियों से छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों को गांव-गांव घर-घर तक पहुंचाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के गरीब तबके के लोग विकास की मुख्य धारा में शामिल हो और उनके जीवन स्तर में बदलाव आए, यह सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बीते डेढ़ सालों में किसानों और श्रमिकों को हर संभव मद्द दी है। धान खरीदी, कर्ज माफी, फसल बीमा और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों के जेबों मे सीधे राशि पहुंचायी गई है। मनरेगा के माध्यम से मजदूरों को निरंतर काम और मजदूरी दी जा रही है। तेन्दूपत्ता संग्रहण और लघु वनोपजों की खरीदी की एवज में संग्राहक परिवारों को करोड़ों रूपए की राशि दी गई है।यही वजह है कि कोरोना संकटकाल में भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था गतिशील रही है। अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ व्यापार और कारोबार के मामले में अग्रणी रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की जन हितैषी नीतियों का ही यह परिणाम है कि समाज के हर तबके का, हर वर्ग का व्यक्ति को लग रहा है कि यह उनकी अपनी सरकार है और वह शिद्दत से छत्तीसगढ़ राज्य के विकास में अपनी भागीदारी निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र का एक छोटा सा सेमरी गांव है। इस गांव में मनरेगा में मजदूरी करने वाले ग्रामीणों ने चंदा करके 22 हजार 100 रूपए की राशि राज्य में कोरोना पीड़ितों एवं जरूरतमंदों के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दी है। मजदूरों द्वारा स्वेच्छा से दी गई यह राशि उनकी संवेदनशीलता, सामाजिक सरोकार और दानशीलता की मिसाल है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोरोना संकटकाल में कृषि क्षेत्र की गतिविधियों को विशेष रियायत देकर चालू रखा गया। मनरेगा के काम को भी हमने विरोध के बावजूद जारी रखा ताकि गांव के जरूरतमंदों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट न उत्पन्न होने पाए। छत्तीसगढ़ राज्य में मनरेगा के जरिए प्रतिदिन औसतन 25 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराने का उल्लेखनीय काम किया गया है। समाज के सभी वर्गों के पास धन राशि की निरंतरता बने रहने के कारण व्यवसाय अप्रभावित रहा। लॉकडाउन के दौरान भी व्यापारियों और व्यवसायियों के कारोबार में काई प्रभाव नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने कोरोना संकटकाल के दौरान 56 लाख से अधिक बीपीएल परिवारों को तीन माह का 105 किलो चावल निःशुल्क उपलब्ध कराया है। बिना राशनकार्डधारी और प्रवासी श्रमिक परिवारों के प्रति सदस्य के मान से पांच-पांच किलो चावल दिए जाने की व्यवस्था की है। इसका उद्देश्य यह है कि राज्य में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए। छत्तीसगढ़ राज्य के सुदूर बस्तर वनांचल के गांव-गांव से लेकर सरगुजा के सीमावर्ती गांव और घरों तक सरकार ने मद्द पहुंचायी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर प्रदेश सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों एवं जरूरतमंदों की मद्द के लिए किए गए प्रयासों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में लौटकर आने वाले स्थानीय श्रमिकों सहित यहां से होकर अपने गृह राज्य जाने वाले अन्य राज्यों के श्रमिकों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करायी गई। शासन-प्रशासन और जन सहयोग से राज्य में जगह-जगह श्रमिकों के लिए भोजन, चाय-नाश्ते की व्यवस्था के साथ ही जरूरतमंद श्रमिकों को चरण पादुका भी मुहैया करायी गई। अन्य राज्यों के श्रमिकों को राज्य की सीमा तक सकुशल पहुंचाने का प्रबंध भी किया गया।उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी के सहयोग से राज्य में कानून व्यवस्था बनी रही। उन्होंने कहा कि आप सबने यह देखा और सुना होगा कि अन्य राज्यों में अपनी जरूरतों एवं मजबूरियों के चलते घर से निकलने वालों पर पुलिस ने लाठियां भांजी। लोगों को तरह-तरह की प्रताड़नाएं दी। लोगों को पुलिस की बर्बरता का शिकार होना पड़ा। छत्तीसगढ़ राज्य इससे अछूता रहा। छत्तीसगढ़ के प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों ने जरूरतमंद लोगों की हरसंभव मद्द की। प्रवासी श्रमिकों को हमने मेहमान मानकर हर तरह की सुविधाएं मुहैया करायी।
युवा संगठनों के पदाधिकारियों ने इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके सरकार की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना संकट की विषम परिस्थिति में छत्तीसगढ़ सरकार के काम-काज से पूरा राज्य गौरवान्वित हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रमिकों और पीड़ित लोगों की संवेदनशीलता के साथ मद्द की है। युवा संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को देश का लोकप्रिय मुख्यमंत्री चुने जाने पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने, मनरेगा के माध्यम से जरूरतमंदों को रोजगार मुहैया कराने तथा राज्य में कारोबार उद्योग एवं कारोबार को रियायत देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया। -
भोपाल : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि तूफान निसर्ग अब कमजोर पड़ता जा रहा है, मगर इसके प्रभाव से महाराष्ट्र के कई जिलों और मध्य प्रदेश में बीस से ज्यादा जिलों में बारिश हो रही है। ये स्थिति अगले 24 घंटों तक बनी रहेगी। एमपी के अलावा इससे सटे छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार भी निसर्ग से प्रभावित होंगे। इन राज्यों में कई स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।
तूफान निसर्ग से सबसे अधिक महाराष्ट्र का रायगढ़ ज़िला प्रभावित हुआ है। रायगढ़ में कई स्थानों पर कच्चे मकान, झोपड़े नष्ट होने की खबरें हैं। बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। NDRF के महानिदेशक सत्य प्रधान ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें राहत कार्य के लिए रायगढ़ गई। महाराष्ट्र में कुल 20 टीमें तैनात हैं, 7-7 टीमें रायगढ़ और मुंबई में राहत कार्य के लिए काम कर रही हैं। -
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के संकट से निपटने को लेकर मोदी सरकार पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हमला बोला है। कारोबारी राजीव बजाज से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘वर्ल्ड वॉर के दौरान भी कोई लॉकडाउन नहीं हुआ था।’ राहुल ने कहा कि मैं नहीं मानता कि किसी ने भी सोचा होगा कि इस तरह से दुनिया लॉकडाउन हो जाएगी। विश्व युद्ध के दौरान भी दुनिया इस तरह से लॉकडाउन नहीं हुई थी। तब भी चीजें खुली हुई थीं। यह पूरी तरह से अलग और चीजों को बर्बाद करने वाला था।
आर्थिक सुस्ती को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि कोरोना के संकट से पहले ही अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में थी। वायरस से पहले ही बेरोजगारी देश में एक बड़ी समस्या बन चुकी थी। अब कोरोना वायरस ने इस संकट को और बढ़ा दिया है। राहुल गांधी की इस टिप्पणी के जवाब में कारोबारी राजीव बजाज ने लॉकडाउन को गलत बताते हुए दावा किया कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश था, जहां लोगों को बाहर निकलने तक की अनुमति नहीं दी गई।
बजाज ने कहा कि भारत में जिस तरह से लॉकडाउन लागू किया गया, वह बेहद दर्दनाक था। मैंने दुनिया में किसी से भी इस तरह के लॉकडाउन के बारे में नहीं सुना। विश्व भर में मेरे दोस्तों और परिजनों को बाहर निकलने की आजादी थी। राजीव बजाज ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के संदर्भ में भारत ने पश्चिमी देशों की ओर देखा और कठिन लॉकडाउन लगाने का प्रयास किया जिससे न तो संक्रमण का प्रसार रुका, उल्टे अर्थव्यवस्था तबाह हो गई।
राहुल गांधी के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किए गए संवाद में बजाज ने यह भी कहा कि बहुत सारे अहम लोग बोलने से डरते हैं और ऐसे में हमें सहिष्णु और संवेदनशील रहने को लेकर भारत में कुछ चीजों में सुधार करने की जरूरत है। लॉकडाउन से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश हमने पश्चिम खासकर सुदूर पश्चिम की तरफ देखा और पूर्व की तरफ नहीं देखा। उन्होंने कहा, ‘हमने कठिन लॉकडाउन लागू करने का प्रयास किया जिसमें खामियां थीं। इसलिए मुझे लगता है कि हमें आखिर में दोनों तरफ से नुकसान हुआ। इस तरह के लॉकडाउन के बाद वायरस मौजूद रहेगा। आप इस वायरस की समस्या से नहीं निपट पाए…. लेकिन इसके साथ अर्थव्यवस्था तबाह हो गई।’ -
मुंबई। बॉलीवुड के लिए साल 2020 बिल्कुल अच्छा साबित नहीं हो रहा है। इरफान खान, वाजिद खान और ऋषि कपूर के निधन के बाद अब एक और बुरी खबर आई है। बॉलीवुड के मशहूर फिल्ममेकर बासु चटर्जी का निधन हो गया है। वह 90 साल के थे। उन्होंने कई बड़ी फिल्मों का निर्देशन किया है। जिनमें 'रजनीगंधा', 'बातों बातों में', 'एक रुका हुआ फैसला', 'चितचोर' शामिल हैं। उनके निधन की खबर की पुष्टि न्यूज एजेंसी पीटीआई से IFTDA (इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन) ने की है।
जानकारी के मुताबिक उनका उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया है। इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पंडित ने ट्वीट कर कहा, 'मुझे ये बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि महान फिल्मकार बासु चटर्जी का निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे सातांक्रूज में होगा। ये फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी क्षति है। सर आपकी याद आएगी।' -
नई दिल्ली। भारत में कोरोना संकट के बीच गुजरात में आगामी राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में तैयारी शुरू हो गई है। 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दो विधायकों अक्षय पटेल और जीतू भाई चौधरी ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तीसरे विधायक ने कहा है कि वह भी इस्तीफा देने जा रहे हैं। कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफा देने का बाद अब गुजरात में राज्य सभा सीटों का चुनाव रोचक हो गया है।
विधायकों के इस्तीफे की पुष्टि गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने की है। गुरुवार को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के दो विधायक अक्षय पटेल और जीतू भाई चौधरी ने स्वेच्छा से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है और मैंने इसे स्वीकार कर लिया है। बता दें कि अक्षय पटेल करजन सीट से और जीतू भाई चौधरी कपराडा सीट से कांग्रेस के विधायक थे। इस बीच कांग्रेस का मानना है कि काफी लंबे समय से उनका एक और विधायक संपर्क में नहीं है, अपुष्ट रिपोर्ट के मुताबिक वह भी कभी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। -
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से चर्चा कर जानी उद्योगों की समस्याएं :समाधान के लिए हर संभव सहयोग का दिया आश्वासन
छत्तीसगढ़ इंडस्ट्रियल हब बने, स्थानीय लोगों को रोजगार औरराज्य सरकार को उद्योगों से मिले राजस्व
उद्योगपतियों ने कहा: नई सरकार बनने के बाद प्रदेश में बनाअच्छा औद्योगिक वातावरण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लॉक डाउन के बाद प्रदेश में शुरू हुए उद्योगों में कोरोना संक्रमण से बचाव की गाईड लाइन सहित सभी एहतियाती उपायों का गंभीरता से पालन करने की जरूरत पर बल दिया है। श्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में उद्योगपतियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के 60 से 70 दिनों बाद औद्योगिक गतिविधियां प्रारम्भ हुई हैं, ऐसे में यह आवश्यक है कि उद्योगों में काम करने वाले संक्रमण से सुरक्षित रहें। काम करने वालों के स्वास्थ्य की जांच सहित गाइड लाइन का पालन किया जाए और स्थानीय उद्योगों में काम करने वाले लोगों को बाहर से आने वाले लोगों के सम्पर्क से दूर रखा जाए।मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान उद्योगों की समस्याओं की जानकारी ली और उद्योगपतियों को उनके समाधान के लिए राज्य सरकार के स्तर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की यह मंशा है कि छत्तीसगढ़ इंडस्ट्रियल हब बने, यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार मिले और राज्य सरकार को भी उद्योगों से राजस्व की प्राप्ति हो। उद्योगपतियों ने चर्चा के दौरान कहा कि नई सरकार बनने के बाद प्रदेश में अच्छा औद्योगिक वातावरण बना है। अधिकारी उद्योगों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनके निराकरण का प्रयास भी कर रहे हैं।मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से कहा कि कोरोना संकट से यह सीख मिली है कि उद्योगों के संचालन में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए। स्थानीय श्रमिकों को उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण देकर उनके कौशल का उन्नयन किया जाए। साथ ही स्थानीय विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएं। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाहर से आने वाले श्रमिकों की स्किल मैपिंग करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। मैपिंग के बाद श्रमिकों की तैयार की जाने वाली सूची से उद्योगों को उनकी आवश्यकता अनुसार दक्ष श्रमिकों की सेवाएं लेने में आसानी होगी।बैठक में उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पुरानी औद्योगिक नीति के तहत स्थापित उद्योगों को उस समय की औद्योगिक नीति में दी जाने वाली रियायतों का लाभ मिलना चाहिए। उद्योगपतियों ने भूखण्डों को फ्री होल्ड करने के नियमों में संशोधन के लिए भी आग्रह किया। उन्होंने बताया कि फ्री होल्ड हेतु भूखण्ड के लिए जो सीमा निर्धारित की गई है, उससे बड़े आकार के भूखण्डों पर उद्योग स्थापित हैं इसलिए इस प्रावधान का लाभ उद्योगों को नहीं मिल पा रहा है। उद्योगपतियों ने भूमि अधिग्रहण में आ रही दिक्कतों और उद्योगों के लिए जलकर की दरों के संबंध में भी ध्यान आकर्षित किया। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों की इन समस्याओं के निराकरण के लिए गंभीरता पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।बैठक में मेसर्स श्री सीमेंट लिमिटेड के श्री रवि तिवारी, मेसर्स आर.आर. इस्पात के श्री दिनेश अग्रवाल, मेसर्स मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफायनरी प्रायवेट लिमिटेड के श्री अनिल कुमार अग्रवाल, एस.के.एस इस्पात एण्ड पावर लिमिटेड के श्री हरिहरण, मेसर्स प्रकाश इंडस्ट्रिज लिमिटेड श्री ए.के. चतुर्वेदी, मेसर्स गोपाल स्पंज एंड पावर लिमिटेड के श्री विजय आनंद झावर, मेसर्स रामा पावर एंड स्टील प्रायवेट लिमिटेड के श्री संजय गोयल, मेसर्स बजरंग एलायस लिमिटेड के श्री नरेन्द्र गोयल, मेसर्स गोयल जेनिथ एग्रो प्रायवेट लिमिटेड के श्री विरेन्द्र गोयल भी उपस्थित थे। -
नई दिल्ली: गुजरात में भरूच के दाहेज में रसायन फैक्टरी की भट्ठी में विस्फोट से लगी आग में 40 मजदूरों के झुलसने की खबर आई है। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी हुई है कि यह आग कैसे लगी।
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राजकोट: गुजरात के मोरबी जिले के एक प्राथमिक स्कूल के सहायक शिक्षक को फेसबुक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के कारण निलंबित कर दिया गया है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, यह मामला मोरबी जिले के हलवाद तालुक स्थित नवा धुवना का है.
मोरबी जिले के प्राथमिक शिक्षा अधिकारी (डीपीईओ) के कार्यालय ने सोमवार की शाम एक आदेश जारी कर सहायक शिक्षक जिग्नेश वधेर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और उन्हें पास के वांकानेर तालुका में स्थानांतरित कर दिया गया. डीपीईओ मयूर पारेख ने निलंबन आदेश में कहा, ‘सवालों के घेरे में आए शिक्षक मोरबी जिला शिक्षा समिति द्वारा संचालित श्री नवा धुनवा सरकारी प्राथमिक स्कूल के कर्मचारी हैं.’
पारेख ने अपने आदेश में कहा, ‘ऐसा संज्ञान में आया है कि उक्त कर्मचारी ने सोशल मीडिया (फेसबुक) में अप्रत्याशित पोस्ट किया था और कर्मचारियों के लिए बने आदर्श आचार संहिता का पालन करने में विफल रहे.’
पारेख ने अपने आदेश में यह भी कहा कि सहायक शिक्षक होते हुए फेसबुक प्रोफाइल में खुद को गुजरात सरकार में सेक्शन अधिकारी (एसओ) बताने के लिए गांधीनगर के सेक्टर-7 पुलिस स्टेशन ने वधेर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अधिकारी ने कहा, ‘बीते शुक्रवार को हमने शिक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया था और सोमवार को इस पर सुनवाई की थी. अपने जवाब में वधेर ने कहा था कि फेसबुक अकाउंट उनके परिवार के सदस्य चलाते थे और वे कभी-कभी ही टिप्पणी किया करते थे. अकाउंट के लिए वे ही जिम्मेदार थे. हमने उन्हें निलंबित कर दिया है और तीन सदस्यों की एक समिति की जांच बाकी है जिसका गठन हमने इस मामले को देखने के लिए किया है.’ -
नई दिल्ली : लद्दाख में भारत और चीनी सेना के बीच अभी भी तनाव बना हुआ है और दोनों तरफ से भारी संख्या में जवान आमने-सामने हैं. ऐसे में चीन की ताजा हरकतों से लगता है कि वो किसी युद्ध की तैयारी कर रहा है. दरअसल चीन के ही अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन की सेना (Peoples Liberation Army) भारत से सटे तिब्बत सीमा में पहाड़ियों पर सैन्य अभ्यास कर रही है.
चीनी सेना यह युद्ध अभ्यास रात के अंधेरे में कर रही है. ग्लोबल टाइम्स में इस खबर के छपने के बाद सोशल मीडिया में अंदेशा जताया जा रहा है कि चीन ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि किसी भी वक्त हर परिस्थिति के लिए उसकी सेना पूरी तरह तैयार रहे. हालांकि चीन की हर गतिविधि पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की भी पैनी नजर बनी हुई है.
चीनी सेना यह सैन्य अभ्यास समुद्र तल से 4700 मीटर की ऊंचाई पर कर रही है. जानकारी के मुताबिक रात में किए गए इस युद्ध अभ्यास में पूरी बटालियन ने तिब्बत की तंग्गुलिया माउंटेन की तरफ लक्ष्य साधकर अभ्यास किया.