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नई दिल्ली
भाजपा के पूर्व नेता एवं प्रख्यात पत्रकार अरुण शौरी की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें पुणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनका इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने सोमवार को यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि 78 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री रविवार देर रात बेहोश हो गए जिसके बाद उन्हें यहां रुबी हॉल क्लिनिक ले जाया गया।
अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि सभी आवश्यक जांच कर ली गई हैं और उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। वह होश में हैं। -
नई दिल्ली :वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह तीन महीने के बाद नवंबर में फिर से एक लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार किया। नवंबर में जीएसटी संग्रह एक साल पहले इसी माह की तुलना में छह प्रतिशत बढ़कर 1.03 लाख करोड़ रुपये रहा।
इससे पहले अक्टूबर में जीएसटी संग्रह 95,380 करोड़ रुपये था। पिछले साल नवंबर में 97,637 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार इस बार नवंबर में केंद्रीय जीएसटी से वसूली 19,592 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी से 27,144 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी से 49,028 करोड़ रुपये और जीएसटी उपकर से वसूली 7,727 करोड़ रुपये रही। एकीकृत जीएसटी में से 20,948 करोड़ रुपये आयात से वसूल हुए। इसी तरह उपकर की वसूली में 869 करोड़ रुपये आयातित माल पर उपकर से प्राप्त हुए।
इससे पहले सितंबर और अक्टूबर महीने में जीएसटी संग्रह में सालाना आधार पर गिरावट आयी थी। बयान में कहा गया कि नवंबर में घरेलू लेन-देन पर जीएसटी संग्रह में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। यह इस साल जीएसटी राजस्व में सबसे अच्छी मासिक वृद्धि है। -
ओड़िसा के जाजपुर जिला में सन 1936 से उर्दू प्राइमरी स्कूल संचालित हो रहा था ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के द्वारा अल्पसंख्यक समाज के द्वारा दान किये गएजमीन संचालित हो रहा था स्कूल को हैं उन्होंने इसको वही संचालित हाई स्कूल में मर्ज कर दिया गया है जिसका मुस्लिम समाज के द्वारा भारी विरोध किया जा रहा है जबकि शासकीय गाइडलाइन का पालन किया जय तो यह स्कूल से पीसीबी स्कूल से दुरता 500 मीटर है फिर भी इसे उक्त स्कूल में संलग्न कर दिया गया है
हाई स्कूल जाने के लिए व्यस्त सड़क से छोटे बच्चो को गुजरना पड़ता है और रोड क्रॉस करके जाना पड़ता है जिससे कभी भी कोई दुर्घटना होम की सम्भावना बानी रहती है व्यस्त रोड होने के कारण और हर दिन या हाईवा बस ट्रक और भरी वाहनों का आना जाना लगा रहता है जिससे दुर्घटना की सम्भावना बच्चो के पलको को रहती है ,प्राइमरी स्कूल के इतने छोटे बच्चे 500 मीटर इतना वयस्त रोड में आना - जाना जानलेवा साबित हो सकता है इसीलिए कोई भी बच्चे के पालक अपने बच्चो को उसी प्राइमरी स्कूल में ही पढ़ना चाहते है और जाजपुर के पालक अपनी गोहर जिला कलेक्टर - डीपीसी, डिस्टिक एजुकेशन ऑफीसर कोई भी इनकी विवषता को नहीं समझ रहा है ! जाजपुर के निवासी मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से अपनी गुहार लगाने वाले हउर्दू उर्दू प्राइमरी स्कूल को अन्यत्र स्थान्तरित करने से बच्चो के पलको में भारी विरोध ! -
राज्य सभा सांसद छाया वर्मा ने छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की !
नयी दिल्ली. राज्यसभा में कांग्रेस की सदस्य श्रीमती छाया वर्मा ने ने छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की तो राजयसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसे ‘‘बहुत ही प्यारी भाषा’’ बताया.
विशेष उल्लेख के जरिये उठाए गए इस मुद्दे में छाया ने छत्तीसगढ़ी में कहा ‘‘छत्तीसगढ़ को अस्तित्व में आए 19 साल हो गए हैं. लेकिन अब तक छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया.’’ छाया ने कहा ‘‘छत्तीसगढ़ी भाषा का व्याकरण है और लोग इसमें एमए, एम फिल कर रहे हैं लेकिन इस भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किए जाने की वजह से उन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही है.’’
तीन मिनट के अपने विशेष उल्लेख के समापन पर छाया ने कहा ‘‘जय जोहार जय छत्तीसगढ़.’’ तब सभापति एम वेंकैया नायडू ने भी मुस्कुराते हुए कहा ‘‘जय जोहार’’. उन्होंने कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा को सुना है और यह ‘‘बहुत ही प्यारी भाषा है.’’ -
हैदराबाद में एक वेटनरी डॉक्टर के साथ हुई घटना ने हम सबको एक बार फिर झकझोर दिया है। समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बहस फिर खड़ी हो गई है। इस बहस के बीच मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस मुख्यालय में पदस्थ महिला पुलिस अफसर पल्लवी त्रिवेेदी ने सोशल मीडिया पर एक अपील जारी की है, जो अब वायरल हो चुकी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पल्लवी त्रिवेेदी 'वेबदुनिया' से बातचीत में कहती हैं कि हैदराबाद की जघन्य घटना के वे एकदम व्यथित हो गईं और उन्होंने अपना फर्ज निभाते हुए एक अपील जारी की है।
'वेबदुनिया' के इस सवाल पर कि क्या आने वाले समय में इस अपील को लेकर वे कोई मुहिम शुरू करेगी? इस पर पल्लवी कहती हैं कि अभी तो उन्होंने इस तरह कुछ सोचा नहीं था लेकिन अब 'वेबदुनिया' के सवाल के बाद अब इस दिशा में एक अभियान शुरू करने के लिए प्रयास करेंगी। वे कहती हैं कि वे पुलिस सेवा में हैं और वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर और उनकी अनुमति के बाद ही आगे की प्लानिंग के बारे में कुछ कह पाएंगी। 'वेबदुनिया' से बातचीत में वे कहती हैं कि पूरे समाज को इस दिशा में आगे आना चाहिए।पल्लवी त्रिवेदी की अपील : आज मैं एक लड़की, एक जिम्मेदार नागरिक और एक पुलिस अधिकारी होने के नाते कुछ प्रिवेंटिव एक्शन व जरूरी कदम सभी को सजेस्ट करना चाहती हूं, जो हर हालत में हर लड़की और उनके परिजनों तक पहुंचें।
1- नाबालिग लड़कियों के केस में पैरेंट्स और स्कूल प्रबंधन की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी होती है। नासमझ बच्ची अपने साथ हुई घटना को न ठीक से समझ सकती है और न बता सकती है। इसलिए हर वक्त उसे सुरक्षित निगरानी में रखना बेहद जरूरी है। खासकर पुरुष स्टाफ जैसे ड्राइवर, सर्वेंट, रिश्तेदार, ट्यूशन टीचर वगैरह के साथ अकेला न छोड़ें और न ही उनसे बच्ची के कपड़े बदलने या नहलाने जैसे कार्य कराएं। उसे 3 साल की उम्र से ही अच्छे और खराब स्पर्श की ट्रेनिंग दें। इसे अपने मौलिक कर्तव्य की तरह निभाएं।2- 8 साल की उम्र में बच्ची को अश्लील हरकतों और रेप का अर्थ समझा दें। बार-बार समझाएं जिससे कि उसे इसकी समझ पैदा हो जाए और अकेले असुरक्षित जाने के खतरों से लगातार आगाह करते रहें। उसे बताएं कि कोई पुरुष अगर अश्लील इशारे करे, पोर्न वीडियो भेजे या दिखाने की कोशिश करे, उसके सामने अपना लिंग छुए या दिखाए या मास्टरबेट करे तो फौरन आकर पैरेंट्स को बताए। यही हरकतें उसके पोटेंशियल बलात्कारी होने का लक्षण हैं। और वो आपसे ये सब शेयर कर सके इसके लिए उसके दोस्त बनिए। डांट-डपट करके उसे ये बातें बताने से हतोत्साहित न करें।
3- किशोर लड़कियों को अकेले निकलने से न रोकें किंतु उसे जरूरी सेफ्टी मेजर्स के बारे में बताएं। उसके साथ रेप के केसेस डिस्कस करें और उसके मोबाइल में वन टच इमरजेंसी नंबर रखें, जो आवश्यक रूप से पुलिस का हीहो। उसके बाद वह परिजनों को कॉल कर सकती है। स्प्रे, चाकू, कैंची, सेफ्टी पिन, मिर्च पाउडर उसके बैग में अनिवार्य रूप से रहे। यह आदत जितनी जल्द विकसित कर दें, उतना बढ़िया। इसका डेमो देकर उसे ट्रेंड करवा दें। रिहर्सल आवश्यक है अन्यथा हथियार होते हुए भी घबराहट में उसका उपयोग नहीं हो पाता।4- वयस्क लड़कियां भी पर्स में ऊपर बताए हुए हथियार अनिवार्य रूप से रखें व जरूरत पड़ने पर बिना घबराए उनके इस्तेमाल में कुशल हो। इन हथियारों के साथ एक तेज आवाज वाली सीटी रखें। अपराध के वक्त तेज शोर से अक्सर अपराधी भाग जाते हैं। अगर कोई ऐसी डिवाइस हो या बन सकती हो, जो एक बटन दबाते ही इतना तेज विशेष आवाज का सायरन बजाए, जो आसपास के सारे क्षेत्र में गूंज जाए और जिसकी आवाज को सिर्फ रेप होने की आशंका के रूप में यूनिवर्सल साउंड माना जाए तो कृपया इसकी जानकारी दें। और अगर नहीं है और कोई व्यक्ति या कंपनी इसे बना सकती है तो इसे सभी नागरिकों की तरफ से मेरा आग्रह मानकर बना दे। यह बेहद प्रभावी सिद्ध होगी।
5-पुलिस कंट्रोल रूम व किसी भी पुलिस अधिकारी का नंबर हमेशा अपने पास रखें और सबसे पहले उन्हें डॉयल करें। पुलिस की छवि आपके मन में जो भी हो, पर याद रखें कि महिलाओं के अपराधों में पुलिस बेहद तत्परता से काम करती है व आपकी सबसे निकट का पुलिस वाहन शीघ्र आपके पास पहुंच जाएगा। पुलिस एप अपने मोबाइल में रखें व अपनी लोकेशन भेजें। अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर स्टाफ व अधिकारियों से परिचय करें। पुलिस वाकई आपकी दोस्त है। यह आप महसूस करेंगी।6- मैं चाहती हूं कि लड़कियों के लिए यह देश और दुनिया इतनी सुरक्षित हो कि वे आधी रात को भी बेखटके सड़कों पर घूम सकें लेकिन यथार्थ इतना सुंदर नहीं है। इसलिए अकेले देर रात सूनी सड़कों पर आवश्यकता होने पर ही निकलें। पुलिस हर कदम पर आपके साथ तैनात नहीं हो सकती और अपराधी व दरिंदे लड़कों को रातोरात सुधारा नहीं जा सकता। इसलिए क्लब या पार्टी से देर रात लौटें तो अपनी सुरक्षा का ध्यान पहले रहे। कैब या टैक्सी करने पर तुरंत लाइव लोकेशन घर वालों को दें व उसका फोटो भी भेजें। यह बात उस ड्राइवर को भी मालूम हो।
7- एक महत्वपूर्ण बात यह कि अगर अपराधी अकेला है तो उसे हैंडल किया जा सकता है। अगर वह रेप अटेम्प्ट करता है तो बिना घबराए उसके टेस्टिकल्स हाथों से पकड़कर जितनी मजबूती से हो सके, दबा दें। इससे वह कुछ मिनटों के लिए अशक्त हो जाएगा और लड़की को बच निकलने या उस पर आक्रमण करने का वक्त मिल जाएगा। गैंग रेप की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में लड़की जरूर बेबस हो सकती है, मगर ऐसे में पुलिस को त्वरित सूचना मदद करेगी।8- मार्शल आर्ट या अन्य कोई सुरक्षात्मक आक्रमण कला सिखाना अपनी बच्चियों के लिए to do लिस्ट में अनिवार्यत: शामिल कर लें।
9- बच्चों की सही काउंसलिंग और अपराधों से बचाव के उपाय आप न जानते हों तो बेझिझक पुलिस थाने या किसी एनजीओ की मदद लें। आपके स्कूल, क्लास, कोचिंग, मोहल्ले में आकर आपके लिए काउंसलिंग सेशन आयोजित हो जाएगा।
10- सबसे महत्वपूर्ण बात सबसे अंत में ये कि समाज को स्त्रियों के लिए सुरक्षित बनाएं और इसके लिए अपने घरों, मोहल्ले व समाज के लड़कों को बचपन से ही शिक्षित करें। उनकी विकृत मानसिकता न हो इसके लिए अपने लड़कों की गतिविधियों पर 10-12 साल की उम्र से नजर रखें। उसके मोबाइल पर, उसके दोस्तों पर, उसकी आदतों पर लगातार नजर रखें व उससे लगातार बात करें। हर रेप घटना पर उससे चर्चा करें। उसे संवेदनशील बनाएं और स्त्रियों के प्रति सम्मान करना सिखाएं। यह शिक्षा अमीरी, गरीबी, धर्म, जाति, क्षेत्र के भेद से परे हर मां बाप को अपने लड़कों को देनी होगी।
अगर पैरेंट्स खुद अनपढ़ व जागरूक नहीं हैं तो जिम्मेदार नागरिक अपने आसपास के क्षेत्रों में, स्कूलों में लड़कों के लिए समय-समय पर ऐसे सेशन आयोजित कर सकते हैं। इसके साथ ही लड़कों में अपराध के दंड के विषय में भी भय जागृत करें। अगर कोई लड़का आपके परिवार अथवा आस-पड़ोस में सेक्समेनियक है तो उसे साइकियाट्रिस्ट को दिखाएं। उसे वयस्क होने के बाद म्युचुअल कंसेंट से सेक्स के बारे में समझाएं। यदि कोई आवारा, शराबी लड़के आपकी नजरों में हों तो जरूर पुलिस को खबर करें।
यह सब आज करना शुरू करेंगे तो रातोरात कुछ नहीं बदलेगा लेकिन लगातार प्रयासों से असर जरूर दिखेगा, क्योंकि कोई परिवार नहीं जानता कि अगली बार किसके घर की स्त्री इस हादसे की शिकार होगी। प्लीज इसे बेहद बेहद गम्भीरता से लें। अगर आप ये सब कर रहे हैं तो कृपया अपना फर्ज समझकर दूसरों को भी समझाएं। स्त्रियों के लिए एक बेहतर समाज बनाने में हम सब की आहुति लगेगी। प्रदर्शन करें, धरने दें, कड़ी सजा की मांग करें, केंडल मार्च करें लेकिन खुद के कर्तव्य नहीं भूलें।
प्लीज इसे अधिक से अधिक शेयर करें, कॉपी करें, इसमें कुछ जोड़ना चाहें तो जोड़ दें लेकिन ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसे पहुंचाएं।
ये बेहद जरूरी है। हम यूं सिर्फ क्षोभ में भरे व्यथित होकर बैठे नहीं रह सकते। मैं इसे बार-बार पोस्ट करूंगी। हमप्रियंका को भूल नहीं सकते। कभी नहीं!वेब दुनिया से साभार -
रांची : झारखड़ विधानसभा के प्रथम चरण के मतदान के दौरान यहां चैनपुर के कोसियारा गांव में भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों के बीच झड़प की सूचना मिली है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी के.एन. त्रिपाठी ने भाजपा प्रत्याशी आलोक चौरसिया और उनके समर्थकों पर बूथ लूटने का आरोप लगाया है। वहीं पहले चरण में डाल्टनगंज विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी द्वारा कथित तौर पर मतदान के दिन पिस्तौल लगाने के मामले को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने कहा है कि इस घटना को लेकर वहां के जिला निर्वाचन पदाधिकारी को संबंधित वीडियो क्लिपिंग भेज दी गई है। साथ ही उनसे इस बाबत कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में एक घंटे में रिपोर्ट आयोग के पास आएगी। उसके बाद विस्तृत जानकारी दी जा सकेगी।अभी तक के वोटिंग पैटर्न पर चौबे ने कहा कि एक दो घटनाओं को छोड़कर प्रदेश के 6 जिलों में फैले 13 विधानसभा इलाकों में वोटिंग शांतिपूर्ण तरीके से हो रही है।पलामू में कथित तौर पर कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवारों ने एक दूसरे पर धमकाने का आरोप लगाया है। उसी बीच कांग्रेस के प्रत्याशी त्रिपाठी द्वारा पिस्तौल निकालने का एक वीडियो वायरल हुआ है।
सामने आई तस्वीरों में डालटनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी के.एन.त्रिपाठी रिवाल्वर लहराते नजर आ रहे हैं। इस बीच चुनाव आयोग ने घटना का संज्ञान लिया है और जिला प्रशासन से इस बाबत रिपोर्ट मांगी है।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा समर्थकों ने के. एन. त्रिपाठी को बूथ पर जाने से रोका, जिसके बाद दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच झड़प शुरू हो गई। हालांकि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने मामला शांत कराने की कोशिश की।एजेंसी -
दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के द्वारा नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर लोकसभा में हंगामा जारी है. शुक्रवार को प्रज्ञा ठाकुर ने लोकसभा में माफी मांगी लेकिन उसके बाद भी हंगामा जारी रहा. हैदराबाद से सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा में भड़क गए और उन्होंने पूछा कि सरकार बताए कि नाथूराम गोडसे देशभक्त था या फिर कातिल था?
प्रज्ञा ठाकुर के बाद जब सदन में बवाल हुआ तो सांसदों ने अपनी बात रखी. तभी असदुद्दीन ओवैसी खड़े हुए और कहा, ‘2 फरवरी 1948 को लोकसभा स्पीकर ने राजनीतिक हिंसा की निंदा की थी. मैं सिर्फ सरकार से जानना चाहता हूं कि नाथूराम गोडसे कातिल था या देशभक्त था?’ उन्होंने कहा कि सांसद को कहना चाहिए कि नाथूराम गोडसे देशभक्त नहीं था, आतंकवादी था. -
एजेंसी
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से एक वीडियो निकलकर सामने आया है जहाँ एक बाल्टीभर पानी में 1 लीटर दूध को मिलाकर 80 से ज्यादा बच्चो में बांटा जा रहा है पूरा मामला जिले के सलईबनवा प्राथमिक स्कूल का है। यहां सरकारी मानक के अनुसार मिड डे मील में बच्चों को एक-एक गिलास दूध दिया जाता है। लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि बच्चों को जो दूध दिया जा रहा है उसमें बड़ी मात्रा में पानी मिलाया गया है। दूध में इतनी पानी की मात्रा है कि देखने में ही आपको पता चल जाएगा की यह दूध नहीं पानी है। इसे पीने न पीने से कोई फर्क नहीं पड़ता। दूध में कितना पानी मिलाया गया है आप अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि एक लीटर दूध से ही प्राथमिक स्कूल के 81 बच्चों का पेट भर दिया जाता है।
यहां बच्चों को बुधवार के दिन के लिए तय भोजन के हिसाब से खिचड़ी और दूध दिया जाना था। हद तब हो गई जब यहां बच्चों को दूध देने से पहले एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 81 बच्चों को बांट दिया गया।
वहीं इस मामले का वीडियो सामने आने के बाद अधिकारियों तक सूचना पहुंची। इस पर प्राथमिक स्कूल में दोबारा बच्चों को दूध बाँटा गया। वहीं, एबीएसए ने प्राथमिक स्कूल सलईबनवा पर पहुँचकर दोषी शिक्षामित्र को कार्य मुक्त कर दिया है। दूध में पानी मिलाने का वीडियो सामने आने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। -
एजेंसी
नई दिल्ली: देश में बेरोजगारी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इंजीनियर, ग्रेजुएट और डिप्लोमा धारक भी सफाई कर्मी बनने को तैयार हैं। जी हां आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि कोयंबटूर नगर निगम में 549 सेनेटरी वर्करों के पदों के लिए कुल 7000 इंजीनियरों, ग्रेजुएट्स और डिप्लोमा धारकों ने आवेदन किया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, निगम ने 549 ग्रेड-1 सफाई कर्मी के पदों के लिए आवेदन मांगे थे और 7,000 आवेदकों ने तीन दिवसीय साक्षात्कार और प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए आवेदन किया है। अधिकारी ने बताया कि इन पदों पर करीब 70 फीसदी ऐसे उम्मीदवारों ने आवेदन किया जो इंजीनियर, पोस्ट ग्रेजुएट, ग्रेजुएट और डिप्लोमा की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं। कुछ आवेदक ऐसे भी हैं जो निजी कम्पनियों में कार्यरत थे, लेकिन सरकारी नौकरी ने उन्हें आकर्षित किया क्योंकि इन पदों के लिए शुरुआती वेतन 15,700 रुपए है।
अधिकारी के मुताबिक, कई ग्रेजुएट आवेदकों को योग्यता के अनुसार नौकरी नहीं मिली थी और निजी कंपनियो में वेतन के रूप में केवल 6,000-7,000 रुपए के साथ परिवार का समर्थन करने के लिए काम करना पड़ा रहा है और 12 घंटे तक बिना नौकरी की सुरक्षा के साथ काम करना पड़ता है। दूसरी ओर, सेनिटरी वर्कर्स की नौकरी में सुबह के तीन घंटे और शाम के तीन घंटे के काम के समय के साथ लगभग 20,000 रुपए का वेतन मिलता है, जो उन्हें अवकाश के दौरान अन्य छोटे काम करने का विकल्प भी प्रदान करता है। निगम के पास अब 2,000 स्थायी और 500 संविदा सफाई कर्मचारी हैं। -
शिवपुरी। महाराष्ट्र के नासिक जिले से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर भेजे जा रहे 20 लाख रुपए के प्याज से भरा ट्रक मध्य प्रदेश में गायब हो गया। ट्रक के फिल्मी स्टाइल में गायब होने पर हड़कंप मच गया। आनन-फानन में नासिक के प्यार व्यापारी प्रेम चंद शुक्ला मध्य प्रदेश के शिवपुरी पहुंचे और एसएसपी से शिकायत की। उन्होंने शिवपुरी के एक ट्रांसपोर्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वहीं, शिवपुरी के एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि प्याज से लदा ट्रक गोरखपुर जा रहा था, जो शिवपुरी के ही एक ट्रांसपोर्टर का है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर और ट्रक दोनों गायब हो गए थे, लेकिन जांच के बाद हमें ट्रक तो मिल गया पर उसमें से प्याज गायब थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नासिक के व्यापारी प्रेमचंद शुक्ला का प्याज का कारोबार है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रेमचंद शुक्ला को नासिक से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर प्याज भेजाना थी, इसके लिए उन्होंने शिवपुरी का एक ट्रक नंबर एमपी 09 एचएच 8318 बुक किया और उस पर 40 टन प्याज लादकर रवाना कर दिया। ड्राइवर प्याज से लदा ट्रक लेकर रवाना तो हुआ लेकिन गोरखपुर तक नहीं पहुंचा। जब ट्रक गोरखपुर नहीं पहुंचा तो प्याज मालिक व्यापारी प्रेमचंद शुक्ला ने उसकी खोजबीन शुरू की। वो ट्रक और प्याज का पता लगाते-लगाते शिवपुरी आ पहुंचे। आख़िरकार ट्रक शिवपुरी के तेंदुआ थाने में लावारिस खड़ा मिल गया, लेकिन प्याज गायब थी।
व्यापारी शिवपुरी पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल से मिलकर इस मामले में शिकायत की और शिवपुरी के रहने वाले एक ट्रक मालिक के खिलाफ प्याज चोरी करने का मामला दर्ज करने की मांग की है। शिवपुरी मंडी व्यापारी संघ के मोहम्मद इरशाद ने कहा, हम भी नासिक से आए इस व्यापारी की मदद कर रहे हैं और जिन लोगों ने यह प्याज गायब किया है उनकी तलाश में पुलिस की मदद कर रहे हैं। वहीं, शिवपुरी के एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -
हैदराबादः तेलंगाना के हैदराबाद से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां के शादनगर कस्बे में अज्ञात व्यक्तियों ने 25 साल की लेडी डॉक्टर की प्रियंका रेड्डी की हत्या आग लगाकर कर दी. उसका जला शव गुरुवार को पाया गया. घटना की जानकारी सामने आने के बाद प्रियंका रेड्डी को न्याय दिलाने की मुहिम शुरू हो गई है. इसके लिए ट्विटर पर #RIPPriyankaReddy ट्रेंड कर रहा है. दरअसल, गुरुवार को प्रियंका रेड्डी का झुलसा हुआ शव रंगा रेंड्डी जिले के शादनगर कस्बे के निकट चतनपल्ली पुल पर पाया गया. प्रियंका रेड्डी शादनगर के अपने घर से कोल्लूरू गांव में एक पशु चिकित्सालय में अपने ड्यूटी के लिए निकली थी. बुधवार को उन्होंने टोल प्लाजा के नजदीक अपनी स्कूटी पार्क की और कैब से काम पर पहुंची. रात में जब वह लौटी तो उन्होंने पाया कि उनकी स्कूटी पंक्चर है.प्रियंका ने अपनी बहन को स्थिति के बारे में बताया और यह भी जाहिर किया कि उन्हें डर लग रहा है क्योंकि आसपास सिर्फ ट्रक और अनजान लोग हैं. इस पर बहन ने उन्हें टोल प्लाजा जाने या फिर स्कूटी छोड़ कैब से आने को कहा. प्रियंका ने बहन को बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें मदद ऑफर की है और उन्होंने थोड़ी देर से कॉल बैक करने की बात कही.रिपोर्ट्स के अनुसार, बहन ने पुलिस को बताया कि कुछ ही मिनट बाद जब प्रियंका को कॉल किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आने लगा.परेशान परिवार ने पहले टोल प्लाजा पहुंच खुद प्रियंका को तलाशने की कोशिश की, जब वह नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.गुरुवार सुबह पुलिस को हैदराबाद-बेंगलुरु हाईवे के पास एक महिला का जला हुआ शव दिखाई देने की जानकारी मिली.घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर प्रियंका के परिवार से संपर्क किया जिन्होंने कपड़ों और गले के लॉकेट के आधार पर शव प्रियंका का होने की पुष्टि की. मामले में पुलिस ने जांच शुरू करते हुए सीसीटीवी खंगालना शुरू कर दिए हैं. साथ ही में इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है कि प्रियंका को किसने मदद ऑफर की थी. -
नोएडा: थाना बिसरख क्षेत्र में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के साथ बुधवार शाम को हुई मुठभेड़ में कुख्यात बदमाश उमेश पंडित गोली लगने से घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाश का एक साथी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने घायल बदमाश के पास से एक एके- 47 राइफल व कारतूस तथा एक कार बरामद की।
एसटीएफ के एसएसपी राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि एसटीएफ नोएडा यूनिट ने एक सूचना के आधार पर बिसरख थानाक्षेत्र में एक कार को जांच के लिए रोका। कार में कुख्यात बदमाश उमेश पंडित अपने साथियों के साथ अत्याधुनिक हथियार से लैस होकर जा रहा था। बदमाश ने एसटीएफ टीम को देखते ही गोलीबारी शुरू कर दी।
एसएसपी ने बताया कि एसटीएफ ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई। पुलिस बल द्वारा चलाई गई गोली उमेश पंडित को लगी और वह घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि इसकी गिरफ्तारी पर आईजी मेरठ जोन द्वारा 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
उन्होंने बताया कि उक्त बदमाश के ऊपर नोएडा, दिल्ली सहित कई जगहों पर हत्या, हत्या के प्रयास व रंगदारी के 15 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। यह बदमाश कुख्यात रणदीप भाटी गैंग का शार्प शूटर है। उन्होंने कहा कि एसटीएफ द्वारा मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए बदमाश से एके-47 की बरामदगी से यह पता चलता है कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा में सक्रिय कुख्यात गैंगस्टरों के पास अत्याधुनिक हथियार हैं। इससे पूर्व भी कई गैंगवार में अत्याधुनिक हथियारों का प्रयोग हुआ है। -
दिल्ली
उत्तर प्रदेश में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर कल रात बड़ा हादसा हो गया। उन्नाव के निकट एक तेज रफ्तार बस टायर फटने के कारण पलट गई। जिस वक्त यह हादसा हुआ तब ज्यादातर यात्री सो रहे थे। हादसे में 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बस में सवार 30 से अधिक यात्री घायल हो गए। घायलों को पुलिस की मदद से कन्नौत के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
बताया जा रहा है कि करीब 20 यात्रियों की हालत गंभीर बनी हुई है। इन्हें कानपुर रेफर किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही उन्नाव के डीएम और एसपी ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायलों से मुलाकात की, और अस्पताल प्रशासन से सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा। -
नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल की तीन और उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए सुबह 8 बजे से मतगणना जारी है. अब तक के रुझान में खड़गपुर सदर विधानसभा और करीमपुर सीट से सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) आगे चल रही है. वहीं कालियागंज से टीएमसी उम्मीदवार ने जीत हासिल कर ली है.
पिथौरागढ़ में छठे राउंड की काउंटिंग पूरी हो चुकी है. बीजेपी की चन्द्रा पंत 1446 वोट से आगे चल रही हैं. बीजेपी की चन्द्रा पंत को अभी तक 16,237 और कांग्रेस की अंजू लुंठी को 14,791 वोट मिले हैं. सपा के मनोज कुमार भट्ट को 546 वोट, नोटा को 548 वोट मिले हैं.
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एजेंसी
नई दिल्लीः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने युद्ध में घायल हुए सैनिक और उनके परिवार के सरकारी आवास में रहने की अवधि बढ़ाने के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसके तहत वह तीन महीने से एक साल तक सरकारी आवास में रह सकेंगे. बुधवार को इस संबंध में जारी एक संशोधित विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी.
इस संशोधित विज्ञप्ति को जारी किए जाने के पहले कई पूर्व सैनिकों ने सोशल मीडिया पर रक्षा मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान पर ऐतराज जताया. उस बयान में भूलवश कहा गया था कि सिंह ने युद्ध में मारे गए जवानों के परिवारों के लिए सरकारी आवास रखने की अवधि वर्तमान तीन महीने से बढ़ाकर एक वर्ष करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है.
सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों ने कहा कि इस तरह की सुविधा मृतक सैनिकों के परिवारों के लिए पहले से उपलब्ध है. वर्तमान में, नियमों के मुताबिक शहीद हुए सैनिकों के परिजन और विधवाओं को दो साल तक सरकारी आवास में रहने की सुविधा मिलती है जिसे मामले की स्थिति को देखते हुए डेढ़ साल तक के लिए बढ़ाया जा सकता है.
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मंगलवार की प्रेस विज्ञप्ति में गलती से कुछ विवरण का जिक्र हुआ और भूल के लिए गहरा खेद है .
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नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सियासी घमासन से भारत रत्न सचिन तेंदुलकर परेशान हो गए हैं. दरअसल, उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर के नाम का ट्विटर हैंडल बनाकर #iamwithdevendra tweet वायरल किया गया. सवाल उठे तो सचिन को खुद ट्विटर पर सफाई देनी पड़ी. सचिन ने कहा है कि उनके बेटे या बेटी का ट्विटर पर कोई अकाउंट ही नहीं है.
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरे बेटे अर्जुन और बेटी सारा ट्विटर पर नहीं हैं. @jr_tendulkar नाम का ट्विटर अकाउंट अर्जुन को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहा है. यह व्यक्तित्वों और संस्थानों के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण ट्वीट पोस्ट कर रहा है.'' उन्होंने ट्विटर इंडिया से अनुरोध किया कि इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए. -
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को सम्पत्ति का मालिकाना हक प्रदान करने के लिए लोकसभा में पेश किए गए विधेयक को बहुत बड़ा धोखा बताया. आम आदमी पार्टी ने मांग की कि इन क्षेत्रों में निवासियों के घरों की रजिस्ट्री विधानसभा चुनाव से पहले हो जानी चाहिए. राजधानी दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने अनाधिकृत कॉलोनियों के कुछ निवासियों को विधानसभा चुनावों से पहले और अन्य को चुनाव के बाद रजिस्ट्री की सुविधा मुहैया कराने की योजना बनाई है. आप ने कहा, ''पार्टी का मानना है कि यह विधेयक दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने के नाम पर भारी धोखाधड़ी है. बीजेपी आगामी चुनाव से पहले जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. जब तक इसमें मकानों की रजिस्ट्री सुनिश्चित नहीं की जाती है, तब तक इस विधेयक का लोगों के लिए कोई मतलब नहीं है. दिल्ली के लोग लंबे समय से अपनी रजिस्ट्री की प्रतीक्षा कर रहे हैं.''
गौरतलब है कि दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को सम्पत्ति का मालिकाना हक प्रदान करने वाला विधेयक मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया. आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने निचले सदन में अप्राधिकृत कॉलोनी निवासी संपत्ति अधिकार मान्यता विधेयक पेश किया. -
IANS की खबर
सुल्तानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने के लिए एक पुलिस उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. बता दें, कादीपुर पुलिस स्टेशन में तैनात उपनिरीक्षक आनंद गौतम ने 2016 और 2018 के बीच ये टिप्पणियां लिखी थीं, तब उन्हें चेतावनी दी गई थी. हालांकि उन्होंने चेतावनी के बावजूद उन्हें हटाया नहीं था. अब सुल्तानपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) हिमांशु कुमार ने उपनिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं.
एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रैंक के अधिकारी को कानूनी कार्रवाई शुरू करने से पहले, गौतम के ट्विटर और फेसबुक पोस्ट की समीक्षा करने के लिए कहा गया है, जिसमें प्रधानमंत्री के खिलाफ छह और आरएसएस और भाजपा के खिलाफ चार टिप्पणियां शामिल हैं.
एसपी ने कहा, 'निलंबित अधिकारी को अपने आचरण को लेकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है. जिला पुलिस का सोशल मीडिया सेल सभी पुलिस कर्मियों के सोशल मीडिया अकाउंट की समीक्षा करेगा. सभी को आपत्तिजनक पोस्ट से परहेज करने की चेतावनी जारी की गई है.' बता दें, निलंबित उपनिरीक्षक के आपत्तिजनक पोस्ट को स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा कादीपुर एसएचओ ओम वीर सिंह के संज्ञान में लाया गया, जिन्होंने दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री की छवि को भी धूमिल करने की कोशिश की.