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नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के भीतर देश के अलग-अलग राज्यों में कुल 16,577 नए केस सामने आए हैं।
इस दौरान 12179 मरीज ठीक हुए जबकि 120 मरीजों की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई। नए मरीज मिलने के बाद देश में कोरोना वायरस के कुल केस बढ़कर 1,10,63,491 और मृतकों की संख्या 1,56,825 तक पहुंच गई है।
हालांकि देश में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है और अभी तक 1,07,50,680 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके बाद अलग-अलग राज्यों में केवल 1,55,986 ही एक्टिव केस बचे हैं।
वहीं कोरोना वायरस के खिलाफ देश में टीकाकरण अभियान भी तेजी से चल रहा है और अभी तक 1,34,72,643 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन दी जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 1 मार्च से कोरोना वायरस टीकाकरण का दूसरा दौर शुरू किया जाएगा।
आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। शुक्रवार को अकेले मुंबई में कोरोना वायरस के 1145 नए मरीज मिले। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बीएमसी ने सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य करते हुए कोरोना वायरस की रोकथाम के नियमों को कड़ा कर दिया है।
बीएमसी कमिश्नर ने हाल ही में बयान दिया कि आने वाले दो हफ्ते मुबंई के लिए बेहद अहम हैं और इस दौरान कोरोना वायरस प्रोटोकॉल को लेकर सख्ती बढ़ाई जाएगी। महाराष्ट्र के कुछ जिलों में आंशिक लॉकडाउन पहले ही लागू कर दिया गया है। -
विदेश मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को कहा गया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच कल दोपहर बाद करीब डेढ़ घंटे तक फोन पर बात हुई. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने एलएसी के पास पूर्वी लद्दाख के हालात और भारत-चीन से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की.
चीन के साथ पूर्वी लद्दाख से लगते वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अब तनाव धीरे-धीरे कम हो रहा है. पैंगोंग त्सो लेक के उत्तर और दक्षिण तट के पास ‘डिसइंगेजमेंट’ (सैनिकों की वापसी) पूरा हो चुका है. इस बीच भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की उनके चीनी समकक्षीय विदेश मंत्री वांग यी के साथ गुरुवार को करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई.
विदेश मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को कहा गया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच कल दोपहर बाद करीब डेढ़ घंटे तक फोन पर बात हुई. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने पूर्वी लद्दाख से लगते एलएसी के हालात और भारत-चीन से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों ने कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से बातचीत को बनाए रखा. इसकी वजह से हालात बेहतर हुआ है और दोनों पक्ष इस महीने की शुरुआत में सफलतापूर्वक पैंगोंग त्सो झील के आसपास सैनिकों की वापसी करने में सफलता मिली.
बयान में आगे कहा गया- विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले एक साल के दौरान द्विपक्षीय संबंधों पर इसका बुरी तरह से असर पड़ा है. जयशंकर ने आगे कहा कि सीमा विवाद के समाधान में लंबा समय लग सकता है लेकिन हिंसा के चलते शांति और भाईचारे के संबंध पर बुरा असर रहेगा. जयशंकर ने कहा कि जैसे ही एक बार सभी संघर्ष वाली जगहों से सैनिकों की वापसी हो जाती है उसके बाद दोनों पक्षों की तरफ से उस इलाके की सीमा पर सैनिकों को कम करने और शांति व भाईचारे की फिर से बहाली की दिशा में काम किया जाएगा.
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पिछले साल पांच मई में पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक संघर्ष के बाद सैन्य गतिरोध शुरू हुआ था. इसके बाद भारत और चीन ने बड़ी संख्या में जवानों और हथियारों की तैनाती की. हालांकि पिछले दिनों भारत और चीन में गतिरोध खत्म करने के लिए सहमति बनी. इसके बाद दोनों देशों की सेनाओं ने ऊंचाई वाले क्षेत्र में स्थित पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से सैनिकों और हथियारों को पीछे ले गए. डिसइंगेजमेंट के दूसरे चरण के लिए पिछले दिनों भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की बैठक हुई. 10वें दौर की बैठक में भारत ने तनाव कम करने के लिए हॉट स्प्रिंग्स, गोग्रा और डेपसांग क्षेत्रों से सैनिकों की जल्द वापसी पर जोर दिया. हालांकि जानकार मानते हैं कि डेपसांग प्लेन में डिसइंगेजमेंट आसान नहीं है. -
नई दिल्ली : भारत बंद पूरे देश में कल यानि 26 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया गया है। देश भर में जारी किसान आंदोलन के बीच कल पूरे देश में भारत बंद किया जाएगा। देशभर के 8 करोड़ से अधिक व्यापारी 26 फरवरी को होने वाले भारत बंद में शामिल होंगे।
देश के आठ करोड़ व्यापारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसी के साथ ट्रांसपोर्टरों के संगठन ने भी इसी दिन ‘चक्का जाम’ का ऐलान किया है। इस दौरान देश भर में सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक चक्का जाम रहेगा। इससे लोगों को परेशानी हो सकती है।
किस मांग को लेकर है भारत बंद ?
जीएसटी(GST) व्यवस्था को सरल बनाने की मांग को लेकर व्यापारियों के शीर्ष संगठन द कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(कैट) ने 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान (Bharat Bandh 2021) किया है।
इसी के साथ सड़क परिवहन क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था ऑल इंडिया ट्रांसपोटर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) ने कैट के समर्थन में इसी दिन ‘चक्का जाम’ का ऐलान किया है। इसकी वजह से 26 फरवरी को सभी व्यावसायिक बाजार बंद रहेंगे।
ट्रांसपोर्टरों का चक्का जाम, सुबह 6 से शाम 8 के बीच ट्रासपोर्ट रहेगा बाधित
ट्रांसपोर्टरों संगठन भी इस दौरान हड़ताल में शामिल होंगे। सभी राज्य स्तरीय-परिवहन संघों ने भारत सरकार द्वारा पेश किए गए नए ई-वे बिल कानूनों के विरोध में कैट का समर्थन किया है।ट्रांसपोर्ट संगठनों ने कार्यालयों को इस दौरान पूरी तरह बंद रखने की घोषणा की है। किसी भी प्रकार की माल की बुकिंग, डिलीवरी, लदाई/उतराई बंद रहेगी। सभी परिवहन कंपनियों को विरोध के लिए सुबह 6 से शाम के 8 बजे के बीच अपने वाहन पार्क करने के लिए कहा है।
देश भर में 1500 जगहों पर धरना
कल देश भर में 1500 जगहों पर व्यापारी संगठनों का धरना होगा। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी परिषद से माल एवं सेवा कर (GST) के कठोर प्रावधानों को समाप्त करने की मांग को लेकर 26 फरवरी को देश भर में 1500 स्थानों पर धरना भी दिया जाएगा. देश भर के सभी बाजार बंद रहेंगे और सभी राज्यों के अलग-अलग शहरों में विरोध स्वरूप धरना का आयोजन किया जाएगा।
देशभर के व्यापारी संगठनों की हड़ताल
इस भारत बंद में देश भर के ट्रांसपोर्ट सेक्टर के अलावा बड़ी संख्या में कई राष्ट्रीय व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया है, जिसमें खास तौर पर ऑल इंडिया एफएमसींज़ी डिस्ट्रिब्युटर्ज़ फेडरेशन, फेडेरेशन ऑफ अलूमिनियीयम यूटेंसिलस मैन्यूफैकचररस एंड ट्रेडर्ज एसोसिएशन, नार्थ इंडिया स्पाईसिस ट्रेडर्स एसोसिएशन, आल इंडिया वूमेंन एंटेरप्रिनियर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया कम्प्यूटर डीलर एसोसीइएशन, आल इंडिया कॉस्मेटिक मनुफक्चरर्स एसोसिएशन आदि संगठन शामिल हैं। -
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुजरात के अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम का उद्घाटन किया. मोटेरा का ये स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसमें 1 लाख 10 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है.
अहमदाबाद: भारत और इंग्लैंड के चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच आज मोटेरा स्टेडियम में खेला जाएगा. इससे पहले आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुजरात के अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम का उद्घाटन किया. मोटेरा का ये स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसमें 1 लाख 10 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है.
आज भारत के खेल जगत का स्वर्णिम दिन- अमित शाह
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, खेल मंत्री किरेन रिजिजू और बीसीसीआई सचिव जय शाह मौजूद रहे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, ''आज भारत के खेल जगत का स्वर्णिम दिन है. आज भारत के राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से लौह पुरुष भारत रत्न सरदार पटेल जी के नाम से जोड़कर एक बड़े स्पोर्ट्स एन्क्लेव का भूमि पूजन हुआ है.''
अमित शाह ने आगे कहा, ''सरदार पटेल स्पोर्ट्स एंक्लेव में विश्व की सभी खेलों की व्यवस्था यहां होगी. देश और दुनिया के सभी खेलों के सभी खिलाड़ियों की ट्रेनिंग और रहने की व्यवस्था यहां होगी.'' उन्होंने कहा, ''यहां तीन हजार बच्चों के एक साथ खेलने और रहने की व्यवस्था होगी.''
सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव का भी हुआ भूमि पूजन- शाह
अमित शाह ने बताया, ''सरदार पटेल स्पोर्ट्स एनक्लेव, नरेन्द्र मोदी स्टेडियम और नारायणपुरा में बनने वाला स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ये तीनों मिलाकर किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने वाले सभी खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने की पूरी व्यवस्था एक ही शहर में एक ही स्थान पर होगी.'' उन्होंने कहा, ''सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव का भी आज भूमि पूजन किया है. हमारे देश को जरूरत है कि हमारे देश के युवा अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में दिखाई दें और मेडल जीतें. मोदी जी ने इस स्पोर्ट्स एन्क्लेन को बनाकर इस क्षेत्र को बहुत बड़ा उपहार दिया है.''
मोटेरा स्टेडिटम की खास बातें-
ये स्टेडियम 63 एकड़ में बना है. स्टेडियम में चार ड्रैसिंग रुम और तीन प्रैक्टिस ग्राउंड हैं.
यहां इनडोर और आउटडोर दोनों प्रैक्टिस की सुविधा है.
यहां का ड्रेनेज सिस्टम इतना आधुनिक है कि बारिश बंद होने के आधे घंटे बाद ही मैच शुरू हो सकता है.
देश का ऐसा पहला स्टेडियम है जहां खास तरह की LED लाइट भी लगाई गई है.
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नई दिल्ली : तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का आंदोलन बुधवार को 91वें दिन में प्रवेश कर गया है।
इस बीच दिल्ली-एनसीआर 3 अन्य बॉर्डर टीकरी, शाहजहांपुर और गाजीपुर बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान कृषि कानून रद कराने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं।
वहीं, जयपुर दौरे के दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत मंगलवार को एलान किया है कि गेंहू की फसल कटने के बाद 40 लाख ट्रैक्टर दिल्ली कूच करेंगे।
बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत मंगवलार को राजस्थान के दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने यहां दो जिलों में किसानों को संबोधित किया । चूरू के सरदारशहर में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन आने वाले बरसात के मौसम में भी जारी रहेगा।ये आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं ले लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कानून बनाने तक किसान संघर्ष करेंगे। फसल कटाई के बाद किसान दिल्ली कूच करेंगे।
इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि अब 40 लाख ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे । उन्होंने कहा कि सभी 40 लाख ट्रैक्टर 19 साल पुराने होंगे, क्योंकि केंद्र सरकार ने पुराने ट्रैक्टरों के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है।उन्होंने आरोप लगाया कि नये ट्रैक्टर खरीदने को किसान को मजबूर करने के लिए रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश में जातिवाद समीकरण बहुत गहरे हैं, इसलिए राजनीतिक और जातिवाद की बात नहीं की जाए, सिर्फ किसान की बात हो। किसान की कोई जाति नहीं होती।उन्होंने किसानों से कहा कि आप आंदोलन को जिंदा रखिए । उन्होंने कहा कि हल चलाने वाला अब हाथ नहीं जोड़ेगा। किसानों से कहा कि अब अगर किसी अधिकारी के पास जाओ तो यही नारा बोलना।
केंद्र को कोसा
उन्होंने केंद्र सरकार को लूटेरों की सरकार बताते हुए कहा कि देश के किसान और मजदूर को चंद पूंजीपतियों का गुलाब बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है । अनाज को पूंजिपतियों की तिजोरी में बंद करने का तानाबाना बुन दिया गया है। केंद्र सरकार चाहती है कि खेती किसान करे अैर मुनाफा उनकी चहेती कंपनियां कमाएं।
बता दें कि राकेश टिकैत की यात्रा का पूरा कार्यक्रम कांग्रेस और माकपा नेताओं की ओर से तय किया गया। इस मौके पर कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया और वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी ने भी किसानों को संबोधित किया । -
टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को 14 फरवरी को गिरफ्तार किया था.दिशा की पुलिस ने 4 दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी.
नई दिल्ली : टूलकिट केस में गिरफ्तार पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि (Disha Ravi) को पटियाला हाउस कोर्ट से जमानत मिल गई है. उन्हें एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत मिली है. दिशा की पुलिस ने 4 दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी.गौरतलब है कि इससे पहले, सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने दिशा रवि को एक और दिन की पुलिस कस्टडी (Police Custody) में भेजने का आदेश दिया था. दिल्ली पुलिस ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी मांगी थी.
दिशा रवि को पटियाला हाउस कोर्ट में सोमवार को पेश किया गया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special cell) ने कोर्ट से कहा था कि इस मामले में शांतनु और निकिता जैकब दो आरोपी हैं. शांतनु को वहां की कोर्ट ने 10 दिन का ट्रांजिट बेल दिया है. वहीं निकिता जैकब को हाईकोर्ट से ट्रांजिट बेल मिला हुआ है. दिशा रवि ने उसके ऊपर लगाए गए सारे आरोप शांतनु और निकिता पर डाल दिए हैं. लिहाजा दिल्ली पुलिस के सामने कोई सभी आरोपियों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को 14 फरवरी को गिरफ्तार किया था. 21 साल की यह एक्टिविस्ट फ्राइडे फ़ॉर फ्यूचर कैम्पेन की फॉउंडरों में से एक हैं. बता दें कि 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने टूलकिट को लेकर केस दर्ज किया था. आरोप है कि दिशा रवि ने किसानोम से जुड़ी टूलकिट को एडिट किया उसमें कुछ चीज़ें जोड़ी और उसके आगे भेजा था. दिशा बेंगलुरु के प्रतिष्ठित वुमंस कॉलेज में शामिल माउंट कार्मेल की स्टूडेंट है. -
नई दिल्ली : देश में जहां एक तरफ गर्मी का एहसास शुरू हो गया है वहीं कई राज्यों में बारिश, बर्फबारी और ओले गिरने के आसार जताए गए हैं, जिसके बाद एक बार फिर से मौसम करवट लेगा।
दरअसल, हिमालयी क्षेत्र से आए पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) के चलते देश के कई राज्यों में गरज के साथ बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है।
आज यानी 23 फरवरी से 24 फरवरी तक उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान जताया गया है। वहीं मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में जम्मू- कश्मीर और लद्दाख में गरज के साथ बारिश और बर्फबारी होने की संभावना बनी हुई। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के चलते कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और गरज के साथ छिटपुट बारिश का अलर्ट जारी है।
दिल्ली, यूपी, बिहार का मौसम
वहीं राजधानी दिल्ली में सुबह-शाम की ठंड बरकरार है। दिल्लीवासियों को लगभग ठंड से राहत मिल चुकी है। वहीं प्रदूषण की स्थिति यहां पर लगातार 'खराब श्रेणी' में दर्ज की जा रहा है तो हरियाणा, बिहार यूपी और झारखंड में भी सुबह-शाम की ठंड रह गई है। लोगों को दिन में पड़ रही धूप से एहसास होने लगा है कि अब गर्मी की शुरुआत हो चुकी है।
कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में बारिश का अलर्ट
उधर, बंगाल की खाड़ी से आने वाली तेज हवाओं के कारण दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में ओले गिर सकते हैं। सोमवार और मंगलवार को दक्षिण भारत के कई राज्यों में गरज के साथ बारिश होने से मौसम का मिजाज बदल सकता है।आइएमडी के अनुसार, आंध्र प्रदेश, यनम, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों के छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
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पुडुचेरी फ्लोर टेस्ट के बाद विधानसभा स्पीकर ने एलान किया कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है. कांग्रेस के पांच विधायकों और सहयोगी डीएमके के एक विधायक के इस्तीफा देने के बाद नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई थी.
पुडुचेरी फ्लोर टेस्ट : केंद्र शासित राज्य पुडुचेरी में आज फ्लोर टेस्ट के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई है. विधानसभा में मुख्यमंत्री नारायणसामी ने विश्वास मत खो दिया. फ्लोर टेस्ट से पहले ही विधानसभा से कांग्रेस के विधायकों ने वॉक आउट कर दिया था. अब सीएम नारायणसामी उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. पुडुचेरी में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं.
अल्पमत में आ गई थी नारायणसामी सरकार
फ्लोर टेस्ट के बाद विधानसभा स्पीकर ने एलान किया कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है. कांग्रेस के पांच विधायकों और सहयोगी डीएमके के एक विधायक के इस्तीफा देने के बाद नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई थी.
हाल ही में यहां उपराज्यपाल किरण बेदी को जिम्मेदारी से मुक्त कर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसई सौंदराजन को अत्यधिक ज़िम्मेदारी पुडुचेरी की सौंपी गई है. जिसके बाद 22 फरवरी को मुख्यमंत्री नारायणसामी को फ्लोर टेस्ट देने को कहा गया था. केंद्र शासित राज्य पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन लग गया है.
बता दें कि कांग्रेस जब 2016 में विधानसभा चुनाव जीत कर सत्ता में आई थी तो उसके पास कुल 15 विधायक थे साथ ही सहयोगी DMK के 4 और एक निर्दलीय उम्मीदवार का साथ था.
नारायणसामी का केंद्र सरकार पर हमला
इससे पहले विधानसभा में सीएम नारायणसामी ने कहा कि पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी और केन्द्र सरकार ने विपक्षियों के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की. हमारे विधायकों की एकजुटता की वजह से हम पिछले पांच सालों से सरकार चला रहे हैं. केन्द्र ने हमारी तरफ से अनुरोध के बावजूद फंड ना देकर पुदुचेरी की जनता को धोखा दिया है. -
नई दिल्ली : देश में एक बार फिर से कोरोना के सक्रिय मामलों में तेजी आने लगी है। बीते सात दिनों से देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केस में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हुई है।
इससे एक बार फिर से कोरोना से लोगों को डर लगने लगा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केस फिर से बढ़े हैं। इसके साथ ही बीते 24 घंटों में एक बार फिर से 14 हजार नए मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र ने बढ़ाई सरकार की चिंता
इस बीच, महाराष्ट्र में अचानक कोरोना वायरस के मामलों में उछाल देखने को मिला है। इस वजह से महाराष्ट्र में एक बार फिर से लॉकडाउन की वापसी हुई है। बीते एक दिन में महाराष्ट्र में करीब सात हजार नए मामले सामने आए हैं, जिससे सरकार की चिंता बढ़ गई है। महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना मामलों की संख्या 7,000 को छू गई और अकेले मुंबई में ये 1,000 के करीब पहुंच गई।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगले आठ दिन तय करेंगे कि क्या राज्य में लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के अमरावती जिले में आज से एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। पुणो में भी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान को बंद करने का आदेश दिया गया है।
देश में कोरोना की रफ्तार में आई तेजी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ो के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 14,199 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 83 लोगों की मौत हुई है।स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के अब तक कुल 1 करोड़ 10 लाख 5 हजार 850 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, इसमें से 1 करोड़ 6 लाख 99 हजार 410 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। देश में फिलहाल सबसे ज्यादा चिंता कोरोना के सक्रिय मामलों के बढ़ने को लेकर है, जो 1 लाख 50 हजार 55 है। भारत में कोरोना से अब तक कुल 1 लाख 56 हजार 385 लोगों की मौत हो चुकी है।
सक्रिय मामलों में लगातार तेजी
देश में कोरोना के सक्रिय मामले सबसे बड़ी चिंता है। बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 4,421 एक्टिव केस बढ़े हैं जिससे एक्टिव दर बढ़कर 1.36% हो गई है। देश में बीते 24 घंटों में कोरोना से 9,695 लोग ठीक हुए हैं, इससे रिकवरी दर 97.22% हो गई है। भारत की कोरोना मृत्यु दर फिलहाल 1.42% है।
देश में 21.15 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट
देश में कोरोना की जांच का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। देश में अब तक 21.15 करोड़ से ज्यादा कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में 21 फरवरी, 2021 तक 21,15,51,746 सैंपलों की जांच हो चुकी है, जिनमें से 6,20,216 टेस्ट एक दिन में किए गए हैं।देश में अब तक 1.11 करोड़ से अधिक टीकाकरणदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक 1 करोड़ 11 लाख 16 हजार 854 लोगों को टीका लगाया चुका है। इसमें से बीते 24 घंटों में 35 हजार 681 लोगों को टीका लगाया गया है। -
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘केंद्र और राज्यों को देश की प्रगति के लिए मिल कर काम करना होगा... आर्थिक प्रगति के लिए सरकार को निजी क्षेत्र का सम्मान करना होगा और उसे समुचित प्रतिनिधित्व भी देना होगा.’’
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने पड़ चुके कानूनों को निरस्त करने और कारोबार के लिए व्यवस्था अधिक सुगम बनाए जाने की जरूरत पर बल देते हुए शनिवार (20 फरवरी) को कहा कि मजबूत आर्थिक वृद्धि प्राप्त करने के लिए केंद्र और राज्यों का एकजुटता के साथ काम करना जरूरी है. पीएम मोदी ने नीति आयोग (NITI Aayog) की संचालन परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि निजी क्षेत्र को भी सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान में भाग लेने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र और राज्यों को देश की प्रगति के लिए मिल कर काम करना होगा... आर्थिक प्रगति के लिए सरकार को निजी क्षेत्र का सम्मान करना होगा और उसे समुचित प्रतिनिधित्व भी देना होगा.'' उन्होंने कहा कि इस बार के बजट का जिस तरह से स्वागत हुआ है वह इस बात का संकेत है कि देश विकास की राह पर अधिक तेजी से आगे बढ़ना चाहता है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पहलों से हर किसी को राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान करने का अवसर मिलेगा.
प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि तिलहन जैसे उत्पादों का उत्पादन बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि खाद्य तेल आदि के आयात पर निर्भरता कम हो. उन्होंने कहा, "किसानों को दिशा दे कर ही इसे हासिल किया जा सकता है."
उन्होंने कहा कि खाद्य वस्तुओं के आयात पर खर्च होने वाला धन किसानों के खाते में तो जा ही सकता है. मोदी ने लोगों पर नियम कायदों के अनुपालन का बोझ कम करने की आवश्यकता भी जतायी. प्रधानमंत्री ने इस संदर्भ में राज्यों से समितियां बना कर ऐसे नियम—कायदों को छांटने को कहा जिनकी नयी प्रौद्योगिकी के इस दौर में कोई उपादेयता नहीं रह गयी है. -
श्रीनगर : कश्मीर घाटी में पिछले 16 घंटों के भीतर तीसरी आतंकी वारदात पेश आई है। आतंकवादी ने मध्य कश्मीर के जिला श्रीनगर के भगत बरजुल्ला इलाके के मुख्य बाजार में खड़े एक पुलिसकर्मी पर गोलियां बरसाकर उसे शहीद कर दिया।
हमले को अंजाम देने वाले आतंकी का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। फिरन के भीतर एके-47 छिपाए आतंकी बड़ी आसानी के साथ बाजार पहुंचता है और वहां एक दुकान के बाहर खड़े पुलिसकर्मी पर गोलियां बरसाकर वापस भाग जाता है।
गोलीबारी की इस घटना के बाहर बाजार में हड़कंप मच गया। दुकानदार अपनी दुकानें छोड़कर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इससे पहले की बाजार में मौजूद दूसरे सुरक्षाकर्मी गोलीबारी का जवाब देते हमलावार मौके से फरार हो गया। इस बीच पुलिसकर्मियों को बोन एंड ज्वाइंट अस्पताल पहुंचाया गया। उनकी हालत काफी गंभीर थी। इलाज के दौरान ही दोनों जवानों ने दम तोड़ दिया।
वहीं मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। द रजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आपको बता दें कि गत वीरवार शाम को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच शोपियां में मुठभेड़ शुरू हुई थी।
शुक्रवार तड़के सुरक्षाबलों ने इलाके में छिपे लश्कर के तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया था। दूसरी घटना तड़के ढाई बजे के करीब जिला बडगाम में पेश आई। यहां भी तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक एसपीओ शहीद हो गया जबकि एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
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पूर्व CJI जस्टिस रंजन गोगोई पर क्या यौन उत्पीड़न के आरोप लगाना किसी साजिश का हिस्सा था? क्या ये सब बेंच फिक्सिंग के लिए किया गया ? सुप्रीम कोर्ट इसी मामले की जांच कर रहा था, जिसकी सुनवाई अब बंद कर दी गई है.
पूर्व CJI जस्टिस रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) पर क्या यौन उत्पीड़न के आरोप लगाना किसी साजिश का हिस्सा था? क्या ये सब बेंच फिक्सिंग के लिए किया गया ? सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) इसी मामले की जांच कर रहा था, जिसकी सुनवाई अब बंद कर दी गई है. सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एके पटनायक को बड़ी साजिश के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया था. जस्टिस पटनायक अपनी रिपोर्ट दाखिल कर चुके हैं. SC ने कहा था कि ये पैनल जस्टिस गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों में नहीं जाएगा. सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच इसकी सुनवाई करेगी. दरअसल वकील उत्सव बैंस ने आरोप लगाया था कि सीजेआई जस्टिस गोगोई को फंसाने की साजिश रची गई थी और ये सब कुछ कॉरपोरेट ने किया था. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर सुनवाई शुरू की थी.
जानें रिपोर्ट को लेकर क्या कहा गया
न्यायमूर्ति एके पटनायक समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल 2019 में पूर्व CJI रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप साजिशन हो सकते हैं , इससे इंकार नहीं किया जा सकता. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह न्यायिक और प्रशासनिक पक्ष में CJI द्वारा उठाए गए कड़े रुख के कारण हो सकता है.जस्टिस पटनायक कमेटी की रिपोर्ट को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान से मामले का निपटारा किया. सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पूर्व जस्टिस ए के पटनायक की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी. जस्टिस पटनायक कमेटी ने अक्टूबर 2019 में अपनी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में कोर्ट को सौंप दी थी.
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई की बंद
जस्टिस पटनायक की रिपोर्ट में पूर्व CJI के खिलाफ साजिश के अस्तित्व को स्वीकार किया गया है और इसे खारिज नहीं किया जा सकता है, लेकिन पैनल विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड प्राप्त करने में असमर्थ रहा. IB के निदेशक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जस्टिस गोगोई नागरिकों पर नेशनल रजिस्टर से जुड़े मामलों में गंभीरता से विचार कर रहे हैं. IB निदेशक की रिपोर्ट कहती है कि कुछ लोग इस फैसले से नाखुश हैं. हम इस विचार के हैं कि कोई भी सच्चा उद्देश्य नहीं दिया जाएगा. मामले मे सुनवाई बंद की जाती है. रिपोर्ट को सील कवर में रखा जाना चाहिए. दो साल बीत चुके हैं और इस स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य की जांच होने की संभावना नहीं है. -
एजेंसी
उन्नाव केस : मामले की नज़ाकत को देखते हुए रात में ही लखनऊ से एडीजी लखनऊ जोन एस एन साबत और आईजी जोन लक्ष्मी सिंह उन्नाव पहुंच गई थीं. दोनों अफसरों ने रात में ही मौके का मुआयना किया और मातहतों को ज़रूरी निर्देश दिए. मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई है जो जांच पड़ताल कर रही है. एहतियातन गांव में काफी फ़ोर्स तैनात कर दी गयी है.
उन्नाव : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) जिले में तीन नाबालिग दलित लड़कियां जंगल में जानवर का चारा लेने गईं थी लेकिन वहां दो मरी मिलीं जबकि एक बेहोश मिली. परिजनों का कहना है कि तीनों लड़कियां आपस में बंधी हुई थीं. वाकया उन्नाव के बबरुहा गांव का है. बुधवार को दोपहर बाद करीब 3 बजे तीनों लड़कियां रोज़ की तरह गाँव के जंगल की तरफ जानवरों के लिए चारा लेने निकलीं थीं लेकिन देर शाम तक वापस नहीं आईं. सभी बच्चियां आपस में चचेरी बहनें हैं.
बच्चियों की भाभी का कहना है कि जब बहुत देर हो गयी और लड़कियां नहीं आईं तो उन्होंने घर के लोगों से कहा कि आज कितना चारा काट रही हैं कि तीन-चार घंटे से लौटीं ही नहीं. इनमें से एक बच्ची रौशनी के भाई का कहना है कि उन्हें जब बच्चियों के वापस नहीं आने की खबर मिली तो वह घर वालों के साथ उन्हें ढूंढने गए तो तीनों बेसुध एक खेत में आपस में बंधी हुई मिलीं.
घटना की सूचना पर बच्चियों को फौरन इलाके के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि दो लड़कियों की मौत हो चुकी है, जबकि तीसरी ज़िंदा थी लेकिन उसकी हालत गंभीर होने की वजह से उसे बेहतर इलाज के लिए कानपुर रेफर किया गया है.
घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया. दोनों लड़कियों का शव पोस्टमॉर्टेम के लिए भेज दिया गया. उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने फौरन गांव पहुंचकर मौके का मुआयना किया. उन्होंने बताया कि मौके पर काफी झाग मिला था जिससे पहली नज़र में ऐसा लगता है कि उनकी मौत ज़हर की वजह से हुई है, लेकिन पोस्टमॉर्टेम के बाद ही मौत की असली वजह साफ हो पाएगी.
मामले की नज़ाकत को देखते हुए रात में ही लखनऊ से एडीजी लखनऊ जोन एस एन साबत और आईजी जोन लक्ष्मी सिंह उन्नाव पहुंच गई थीं. दोनों अफसरों ने रात में ही मौके का मुआयना किया और मातहतों को ज़रूरी निर्देश दिए. मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई है जो जांच पड़ताल कर रही है. एहतियातन गांव में काफी फ़ोर्स तैनात कर दी गयी है. -
एजेंसी
नई दिल्ली : केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन आज दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक देश भर में रेल को रोककर अपना विरोध दर्ज कराने वाले हैं। हालांकि रेल रोको आंदोलन को लेकर किसान संगठनों में आपसी मतभेद खुलकर सामने आ चुके हैं।
यूपी गेट पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर रेल रोकी जाएगी यानी प्रोटेस्ट स्थान से किसान नहीं जाएगा रेल रोकने, जबकि किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने ऐलान किया है कि पंजाब में 32 जत्थेबंदियां, 32 जगहों पर रेल रोकेंगी। किसानों के इस आह्वान को देखते हुए रेलवे ने भी अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की है।
देशव्यापी रेल रोको आंदोलन के दौरान हजारों किसान रेल की पटरियों पर बैठें नजर आ सकते हैं। रेलवे ने इस आंदोलने को देखते हुए कई ट्रेनों को रद कर दिया है, वहीं कुछ के रूट में परिवर्तन किया है।इसके अलावा जीआरपी और आरपीएफ के जवानों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। रेलवे ने RPSF की 20 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है। यह उन राज्यों में तैनात रहेंगी, जहां रेल रोका आंदोलन का ज्यादा असर होने की संभावना है। इनमें यूपी, बंगाल, हरियाणा और पंजाब हैं।
4 घंटे लंबे देशव्यापी 'रेल रोको' के आह्वान के मद्देनजर गाजियाबाद जंक्शन पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।
हरियाणा: किसानों द्वारा 4 घंटे लंबे देशव्यापी 'रेल रोको' के आह्वान के मद्देनजर पलवल रेलवे स्टेशन पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
'रेल रोको' आंदोलन पर बोले राकेश टिकैट- यह दोपहर 12 बजे शुरू होगा और दोपहर 3-4 बजे तक चलेगा। ट्रेनें वैसे भी चल नहीं रही हैं। जितनी भी चल रही है, उनके समक्ष शांतिपूर्ण रूप से आंदोलन किया जाएगा। हम लोगों को पानी, दूध, लस्सी और फल प्रदान करेंगे। हम उन्हें अपने मुद्दे बताएंगे।
यात्री कृपया ध्यान दें
पंजाब में किसान आंदोलन के कारण, ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई है। इसको लेकर वेस्टर्न रेलवे ने कुछ ट्रेनों के बारे में जानकारी देकर यात्रियों से ध्यान देने को कहा है। वहीं, रेलवे की तरफ से जिले के बड़े अधिकारियों को भी विशेष ध्यान रखने के लिए कहा है। -
पंजाब शहरी स्थानीय निकायों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच है. कृषि कानूनों को लेकर किसानों के विरोध का सामना कर रही भाजपा भी मैदान में है.
नई दिल्ली: पंजाब में 117 शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. कृषि कानूनों के विरोध के बीच हुए चुनाव में कांग्रेस को बंपर को फायदा होता नजर आ रहा है. अभी तक आए नतीजों के मुताबिक कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी के लिए पंजाब शहरी निकाय चुनाव के नतीजे हैरान करने वाले हैं. कुछ एक निकायों में तो बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है. वोटों कि गिनती सुबह आठ बजे से हो रही है.
इस चुनाव में कुल 2,252 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है. वोटों की गिनती के लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. बूथ कैप्चरिंग और झड़प के आरोपों के बीच, राज्य में 14 फरवरी को 39,15,280 मतदाताओं के मत डालने के साथ 71.39 प्रतिशत मतदान हुआ था.
अबोहर नगर निगम चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफकुल वार्ड- 50कांग्रेस- 49अकाली दल- 1बीजेपी- 0आप- 0
होशियारपुर नगर निगम चुनाव के नतीजेकुल वार्ड- 50कांग्रेस- 41बीजेपी- 4आप- 2अकाली दल- 0निर्दलीय- 3 -
नई दिल्ली : किसान आंदोलन से जुड़े स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिशा रवि को पहले से अंदेशा था कि उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत केस दर्ज हो सकता है। यूएपीए के तहत कार्रवाई के डर से ही दिशा ने ग्रेटा से टूलकिट को डिलीट करने के लिए कहा था, क्योंकि उस टूलकिट में दिशा का नाम भी शामिल था।
पुलिस ने दावा किया कि थुनबर्ग ने दिशा के अनुरोध के बाद कथित रूप से ट्वीट को हटा दिया और बाद में टूलकिट का एक संपादित संस्करण साझा किया। पुलिस ने यह भी दावा किया कि टूलकिट का संपादन 22 वर्षीय दिशा द्वारा ही किया गया था।
टूलकिट हटाने के बाद ग्रेटा और दिशा के बीच वॉट्सऐप पर बात हुई थी। दिशा ने ग्रेटा से कहा था कि क्या हम कुछ देर के लिए कुछ न बोलें। मैं वकील से बात करने वाली हूं। मुझे अफसोस है, लेकिन हमारा नाम इसमें है। हमारे खिलाफ यूएपीए लगाया जा सकता है।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद, दिल्ली की एक अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने यह टूलकिट को ट्विटर पर साझा किया था। पुलिस ने दावा किया कि बेंगलुरु से गिरफ्तार दिशा रवि ने टेलीग्राम ऐप के माध्यम से पर्यावरण कार्यकर्ता थनबर्ग को टूलकिट भेजा था।
टूलकिट में ट्विटर के जरिये किसी अभियान को ट्रेंड कराने से संबंधित दिशानिर्देश और सामग्री होती है। इस टूलकिट में ट्विटर पर किसनों के मुद्दे को बड़ा बनाने और भारतीय दूतावासों के बाहर विरोध करने सहित विभिन्न कदमों की जानकारी दी गई थी। इसमें सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन में यूज होने वाले हैशटैग का भी जिक्र था। इसके अलावा किस दिन क्या ट्वीट्स करने से फायदा होगा इसकी भी जानकारी टूलकिट में दी गई थी। -
भोपाल : मध्य प्रदेश में आज सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। सीधी में 54 यात्रियों से भरी बस नहर में गिर गई। नहर से अबतक सात लोगों को बचाया गया है।
प्रदेश मंत्री तुलसी सिलावट ने हादसे में 38 लोगों की मौत की पुष्टी की है। बाकी बचाव कार्य जारी है। ये हादसा रीवा-सीधी बॉर्डर के पास छुहियाघाटी में हुआ।
बाणसागर परियोजना की ये नहर है, जिसमें बस गिरी है। नहर से निकाले लोगों की पहचान अभी नहीं हुई है। बाकी यात्रियों की तलाश जारी है। एक टीम मौके पर मौजूद है, ऑपरेशन चल रहा है।
जिस समय यह हादसा हुआ उस वक्त बस सीधी से सतना जा रही थी। बताया जा रहा कि ड्राइवर के बस से नियंत्रण खोने पर यह हादसा हुआ।
रिपोर्ट की मानें तो नहर इतनी गहरी है कि बस पूरी तरह उसमें डूब गई है। क्रेन के जरिए बस को बाहर निकालने की कोशिश की जारी है। बाणसागर डैम से निकलने वाले पानी को बंद करा दिया गया है। ताकी बस को तेज बहाव से रोका जा सके।
बताया गया है कि बस में बघवार, चोरगढ़ी समेत आसपास के भी यात्री सवार थे। बस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी कलेक्टर से बातचीत की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नहर काफी गहरी है। हमने तत्काल बांध से पानी बंद करवाया और राहत और बचाव दलों को रवाना किया। कलेक्टर, एसपी और एसडीआरपीफ (SDRF) की टीम वहां पहुंच गई है। बस निकालने के प्रयास हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्य करने वाली टीम से वह लगातार संपर्क में बने हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हादसे में 7 लोगों को बचाया जा चुका है।
1 लाख 10 हजार घरों में गृह प्रवेश का कार्यक्रम रुका
बता दें कि आज प्रदेश में 1 लाख 10 हजार घरों में गृह प्रवेश का कार्यक्रम सम्पन्न होने वाला था, जिसे इस हादसे के चलते कैंसल कर दिया गया है। मुख्यंमंत्री ने कहा कि उन्हें सुबह 8 बजे ही इस हादसे की सूचना मिली कि सीधी जिले के बाणसागर नहर में यात्रियों से भरी एक बस नहर में गिर गई है। इसलिए यह कार्यक्रम करना उचित नहीं होगा।
तुलसी सिलावट ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
मध्य प्रदेश के मंत्री तुलसी सिलावट ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना ने पूरे प्रदेश के दिल और दिमाग को झकझोर कर रख दिया है। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुबह से ही हादसे की मिनट टू मिनट डिटेल ले रहे हैं। आगे उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार, हम सीधी जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित अधिकारियों से बातचीत करने के बाद तो पता चला है कि लगभग 38 शव वहां मिल चुके हैं।
इस हादसे के बाद पास के ग्रामीण और अन्य लोग बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटे हुए हैं। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही बस में सवार लोगों के स्वजन भी मौके पर पहुंच रहे हैं। -
नई दिल्ली : कोविड-19 महामारी से एक वर्ष से अधिक समय से जूझ रही दुनिया के लिए भारत एक फरिश्ते की तरह सामने आया है। भारत ने इस महामारी पर न सिर्फ अपने यहां पर काबू पाने में सफलता हासिल की है बल्कि दुनिया को इससे उबारने में वो एक कारगर भूमिका निभा रहा है।
ये भूमिका भारत दो तरह से अदा कर रहा है। इसका पहला जरिया बना है भारत की बनाई वैक्सीन को दूसरे देशों को भेजना तो दूसरा जरिया बना है विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोवैक्स योजना में सार्थक रूप से सहयोग देना।
भारत अब तक मदद और कमर्शियल रूप से वैक्सीन की करीब 2.30 करोड़ खुराक दुनिया के 20 देशों को मुहैया करवा चुका है। आने वाले समय में भारत अफ्रीका और लेटिन अमेरिकी देशों को और वैक्सीन की खुराक उपलब्ध करवाएगा। इसको दुनिया भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी के नाम से जान रही है।
पाकिस्तान नहीं भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी का हिस्सा
बहरहाल, भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी की बात करें तो इसमें पाकिस्तान को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी देश शामिल हैं। पाकिस्तान को उसकी कारगुजारियों के चलते इसमें शामिल नहीं किया गया है। साथ ही पाकिस्तान की तरफ से भी भारतीय वैक्सीन को हासिल करने की कोई आधिकारिक पहल नहीं की गई है।
इसके अलावा भारत ने अपनी वैक्सीन को अब तक नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार, बांग्लादेश, फिलीपींस, इंडोनेशिया, ब्राजील भेजी है। ब्राजील के राष्ट्रपति ने तो वैक्सीन मिलने के बाद एक यादगार ट्वीट भी किया था जिसमें भगवान हनुमान को जड़ीबूटी लाते हुए दिखाया गया था।
इसमें भारत को वैक्सीन भेजने के लिए धन्यवाद कहा गया था। आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने कोवैक्स को 145 देशों को भेजने की घोषणा की है। इनमें अधिकतर वो देश हैं जो आर्थिक रूप से गरीब हैं और जो वैक्सीन का खर्च अकले नहीं उठा सकते हैं। इनमें पाकिस्तान भी शामिल है। पाकिस्तान भी कोवैक्स के मिलने का इंतजार कर रहा है।
भारत करता रहेगा आगे भी मदद
गौरतलब है कि भारत ने 21 जनवरी को वैक्सीन मैत्री के तहत कोरोना महामारी की वैक्सीन अन्य देशों में पहुंचाने की पहल की थी। इनमें वो देश शामिल थे जो छोटे और गरीब थे, जैसे डोमनिक रिपब्लिक। भारत ने ऐसे देशों को ये मदद मुफ्त मुहैया करवाई थी। भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से ये बात बेहद साफ कही गई है कि भारत आने वाले समय में भी पूरी दुनिया की मदद इस संबंध में करता रहेगा।
भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक अन्य देशों को वैक्सीन की कुल खुराक में से करीब 60 लाख से अधिक (6.47 मिलियन) खुराक मदद के तौर पर जबकि 1 करोड़ 60 से कुछ अधिक (16.5 मिलियन) खुराक कमर्शियल तौर पर मुहैया करवाई गई है।
पड़ोसी देशों को प्राथमिकता
भारत ने वैक्सीन डिप्लोमेसी में पड़ोसियों को सबसे अधिक प्राथमिकता (Neighbourhood First Policy) दी और उन्हें ये वैक्सीन मुहैया करवाई। सीरम इंस्टिट्यूट की बनाईकोविडशील्ड वैक्सीन अब तक लाखों लोगों उम्मीद बनकर विदेशों में पहुंच चुकी है। वहीं चीन की कंपनी सिनोफॉर्म की बात करें तो इसको ड्रैगन ने अब तक केवल पाकिस्तान और नेपाल को ही मुहैया करवाया है।
पाकिस्तान को तो इस वैक्सीन को लाने के लिए अपना विमान वहां पर भेजना पड़ा था, क्योंकि चीन ने अपने विमान से वैक्सीन भेजने से साफ इनकार कर दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया है कि भारत आने वाले दिनों में चरणबद्ध तरीके से वैक्सीन की और अधिक खुराक अफ्रीका, लेटिन अमेरिका, केरिकॉक (CARICOM), पेसेफिक आइसलैंड को मुहैया करवाएगा।
इन देशों को भेजी गई वैक्सीन की खुराक
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक अब तक बांग्लादेश को को 20 लाख, म्यांमार को 10.7 लाख, नेपाल को 10 लाख, भूटान को डेढ लाख, मॉरिशस को एक लाख, सिशेल्स को 50 हजार, श्रीलंका को 5 लाख, बहरीन को 1 लाख, ओमान को 1 लाख, अफगानिस्तान को 5 लाख, बारबाडोज को 1 लाख और डोमनिक रिपब्लिक को 70 हजार वैक्सीन की खुराक मुहैया करवाई जा चुकी है।
कमर्शियल तौर पर ब्राजील को करीब 20 लाख, मोरक्को को 60 लाख, बांग्लादेश को 50 लाख, म्यांमार को 20 लाख, मिस्र को 50 हजार, अल्जीरिया को 50 हजार, दक्षिण अफ्रीका को दस लाख, कुवैत को 2 लाख और यूएई को भी इतनी की खुराक मुहैया करवाई गई हैं।
भारत से मांगी थी मदद
आपको बता दें कि भारत ने जिन देशों को कोरोना वैक्सीन की खुराक मुहैया करवाई हैं वो या तो भारत की प्राथमिकता का हिस्सा थे या फिर उन्होंने भारत से इसके लिए अपील की थी। हाल ही में कनाडा ने भी भारत से कोरोना वैक्सीन की खुराक मांगी है। हालांकि विदेश मंत्रालय ने इस बारे में अब तक कुछ साफ नहीं किया है कि ये वैक्सीन अब तक वहां भेजी गई हैं या नहीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि देश में वैक्सीन की उपलब्धता और नेशनल वैक्सीन प्रोग्राम के मद्देनजर की इस पर कोई फैसला लिया जाएगा।