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महासमुंद : जिन्होंनेे कोविड-19 का पहला डोज लगवाया हैं वे निर्धारित तिथि में द्वितीय डोज अनिवार्य रूप से लगवाएं

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा


रक्तदान महादान करने वालें लोगों को करें सम्मानित: कलेक्टर श्री डोमन सिंह

सरायपाली एवं पिथौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डायलिसिस एवं सोनोग्राफी मशीन
लगाने के लिए शीघ्र कार्ययोजना प्रस्तुत करें: कलेक्टर

महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों में कोरोना के प्रकरण बढ़ रहे हैं। इसको देखते हुए राज्य शासन द्वारा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है।
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ऐसे में कोरोना संबंधी सभी सावधानियाँ बरती जाए। जिले में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण एवं बचाव के लिए कोविड-19 के गाईड लाईन का अनिवार्य रूप से पालन कराएं।

अस्पतालों में कोविड-19 के संक्रमण के सैम्पल जाॅच के लिए टेस्टिंग की सुचारू व्यवस्था की जाए तथा जाॅच और अधिक बढ़ाएं। लोगांे को समझाईश दें कि वे मास्क अनिवार्य रूप से लगाए। फिजिकल डिस्टेंसिंग रखी जाए, हाथ बार-बार धोएँ और थोड़े भी लक्षण होने पर तुरंत जाँच कराकर ईलाज कराएं।

क्योंकि कोविड-19 की थोड़ी भी लापरवाही नागरिकों के लिए भारी पड़ सकती है। इसके लिए नगरीय क्षेत्रों मेें प्रचार-प्रसार कर एनाउंसमेंट कराएं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराएं।
 
उक्त बातें आज यहाँ जिला कार्यालय के सभाकक्ष में  स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कही। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एन.के. मंडपे, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल सहित जिला चिकित्सालय एवं खंड चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम टीकाकरण अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सरायपाली एवं पिथौरा के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डायलिसिस एवं सोनोग्राफी मशीन लगाने के लिए शीघ्र कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।

उन्होंने कहा कि जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में ओड़िशा प्रांत तथा अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की सीमा पर थर्मल स्क्रीनिंग करें। संदिग्ध होने की स्थिति में मौकें पर ही उनका जाॅच करें। जिले के ओड़िशा बाॅर्डर पर आवाजाही के लिए तीन सीमाएं लगी हुई है। वहां बारी-बारी से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाएं।

बाहर से आने-जाने वालें लोगों का रजिस्टर पर नाम, पता, मोबाईल नम्बर दर्ज करें। इसके अलावा अन्य राज्यों से रेलमार्ग एवं बस मार्ग से आने वाले लोगों का भी जाॅच कराएं। इसके लिए चिकित्सकों की ड्यूटी भी वहां लगाएं। एसडीएम, तहसीलदार इन क्षेत्रों का निरीक्षण करें तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी फिडबैक लें।

कोविड-19 के वैक्सीनेशन कराने के लिए जिला चिकित्सालय तथा खण्ड चिकित्सालयांे के अलावा सभी विभाग अपना-अपना कंट्रोल रूम स्थापित करें। कोविड-19 के टीकाकरण कराने के लिए जानकारी के अभाव में जो नहीं आ पा रहें हैं, उन्हें फोन कर सूचित करें।

जो व्यक्ति वैक्सीन नहीं लगाना चाहते वे कारण सहित निर्धारित फाॅर्म में जानकारी भरकर दें। गर्भवती महिलाओं एवं 06 माह से दूध पिला रहीं हैं ऐसे माताओं का टीकाकरण न कराएं। उन्होंने कहा कि जिन लोगांे को कोविड-19 का पहला वैक्सीन लगाया गया है, उन्हें द्वितीय डोज के लिए आगामी निर्धारित तिथि दी गई है। उस तिथि को जाकर अनिवार्य रूप से वैक्सीनेशन कराएं।

कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना के तहत् जन-जन तक निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह प्रारम्भ की गई है। हाट बाजार में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाॅफ निर्धारित तिथि में वहां आने वालें मरीजों का स्वास्थ्य जाॅच, उपचार कर दवा वितरण करें।

हाट बाजार क्लिनिक योजना के तहत् वहां आने वालें मरीजों के लिए पेय जल, कुर्सी, टेबल, पंखा, बिस्तर सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करें। इसके अलावा वहां साफ-सफाई, रंगाई-पोताई, फ्लैक्स अनिवार्य रूप से लगाएं। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 06 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों तथा 15 से 49 आयु वर्ग के महिलाआंे को एनीमिया से मुक्त कराने के लिए जिले में जिला खनिज न्यास निधि के तहत् सप्ताह में तीन दिन पौष्टिक गरम भोजन महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे बच्चों एवं महिलाआंे का उपचार करें।

जिले मंे ‘‘रक्तदान-महादान’’ करने वाले लोगों को सम्मानित करने को कहा। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते लोगों में मानसिक अवसाद के मामलें बढ़ रही है। जिसके कारण लोग अवसाद ग्रस्त होकर लोगों मेें तनाव, एंजाईटी, घबराहट सहित अन्य तरह के समस्या उत्पन्न हो रही है।

इसके अलावा स्कूली एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के मानसिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे लोगों का पहचान कर जिला चिकित्सालय में प्रत्येक शुक्रवार एवं शनिवार को दोपहर 02ः00 बजे से संचालित स्पर्श क्लिनिक में काउंसिलिंग कराना चाहिए। इसी तरह नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के तहत् प्रत्येक विकासखण्ड में चैम्प प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है।


खण्ड चिकित्सा कार्यालय के चिकित्सकों को निम्हांस बैंगलुरू के अनुभवी चिकित्सकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो लोगों में हो रहे व्यवहार परिवर्तन को देखकर उनका काउंसिलिंग, परामर्श तथा उपचार करेंगे।

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