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महासमुंद : महासमुंद जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण की तैयारी पूरी

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा 

 
मई माह के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ होगा तेंदूपत्ता संग्रहण का काम

कोविड संक्रमण के बीच अच्छी खबर महासमुंद जिले 75 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के अंतर्गत 786 फड़ों में शुरू होगा तेंदूपत्ता संग्रहण

95 हजार से ज्यादा मानक बोरा का लक्ष्य

लगभग 90 हजार संग्राहक परिवारों को मिलेगा 38.16 करोड़ रूपए का सीधा लाभ
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महासमुंद : पूरे छत्तीसगढ़ समेत महासमुंद जिले में भी तेंदूपत्ता संग्रहण यहाँ के वनवासियों के लिए एक अति महत्वपूर्ण कार्य है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा इसके संग्रहण, परिवहन एवं भंडारण के कार्य को कोविड 19 के महामारी के समय भी प्रतिबंधित नहीं किया है। महासमुंद जिले में 75 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के अंतर्गत 786 फड़ों में शुरू होगा तेंदूपत्ता संग्रहण की अधिकांश तैयारियाँ पूरी कर ली गयी है। वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह तथा वनमंडलाधिकारी एवं पदेन प्रबंध संचालक जिला लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित महासमुंद श्री पंकज राजपूत के द्वारा जिले के सभी फड़ों में फड़मंुशी और फड़ अभिरक्षकों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। तेंदूपत्ता संग्रहण के इस कार्य को कराने के लिए उप वनमंडलाधिकारी एवं परिक्षेत्र अधिकारियों को जोनल अधिकारी नियुक्त किया गया है। 75 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों में समिति प्रबंधक के साथ उप वनक्षेत्रपाल, वनपाल एवं वनरक्षक स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों को पोषक अधिकारी नियुक्त किया गया है।

तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2021 में संग्रहण लक्ष्य 95 हजार 400 मानक बोरा निर्धारित किया गया है। प्रतिमानक बोरा चार हजार रुपए की दर से लगभग 90 हजार तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार को 38 करोड़ 15 लाख रुपए का संग्रहण पारिश्रमिक राशि का भुगतान किया जाएगा। जिला यूनियन 75 समितियों के 69 लाटों में से 64 लाटों में अग्रिम क्रेता नियुक्त हुए है तथा 05 लाटो, समितियों में अग्रिम क्रेता नियुक्त नहीं होने के कारण विभागीय संग्रहण किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ में वर्ष 2021 में संग्रहण दर चार हजार रुपए प्रति मानक बोरा निर्धारित की गई है। राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य से लगभग 13 लाख आदिवासी वनवासी संग्राहक परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके संग्रहण काल मई तथा जून दो माह के भीतर संग्राहकों को 668 करोड़ की राशि संग्रहण पारिश्रमिक का वितरण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हाल ही में जिलेवार कोरोना संक्रमण की स्थिति के संबंध में की गई समीक्षा के दौरान निर्देशित किया था कि राज्य में लघु वनोपजों के संग्रहण कार्य को भी निरंतर जारी रखा जाए ताकि जरूरतमंदो को रोजगार के लिए भटकना न पड़े और उनकी अतिरिक्त आमदनी भी सुनिश्चित हो। इनमें लघु वनोपजों के संग्रहण के दौरान कोविड-19 के गाईडलाईन तथा आवश्यक सावधानियों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने भी प्रमुख सचिव वन श्री मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी तथा प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहाकरी संघ मर्यादित श्री संजय शुक्ला को सभी वन मंडलों में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

वनमंडलाधिकारी तथा प्रबंध संचालक, जिला लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित महासमुंद श्री पंकज राजपूत ने बताया कि इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुये तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य प्रारंभ होने से पहले महासमुंद जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य अधिकारी श्री अनिरुध्द कसार नोडल अधिकारी कोविड-19 द्वारा 28 अप्रैल 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप प्रबंध संचालक एवं समस्त उप वनमंडलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी, समिति प्रबंधक एवं पोषक अधिकारियों को कोविड संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक निर्देश दिया गया। साथ ही वनमंडलाधिकारी श्री पंकज राजपूत द्वारा अग्रिम नियुक्त क्रेताओं को कोरोना महामारी से बचाव एवं सावधानियों से संबंधित शासन और प्रशासन के जारी दिशा निर्देशों से अवगत कराया गया है। सभी तेंदूपत्ता फड़ों पर कोरोना वायरस के मद्देनजर सोशल डिस्टेसिंग, मास्क, सेनेटाईजर, हाथ धोने के लिए पानी साबुन, बाल्टी इत्यादि की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।



 

 

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