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महासमुंद : आज से जिले के ग्रामों में रोका छेका अभियान प्रारम्भ

द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा

 

किसान रोका-छेका एवं फसल चक्र परिवर्तन में आगे आकर लाभ उठायें

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महासमुंद : जिले में खरीफ फसल की सुरक्षा व किसानों की आय में वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ की कृषि की पारंपरिक पद्धति रोका-छेका अभियान की शुरुआत ज़िले में आज गुरुवार 01 जुलाई से ग्राम स्तर तथा शहरों से हुई। अलग-अलग जगहों पर क्षेत्रीय विधायक, पंच, सरपंचों ने की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में खरीफ फसल को खुले पशुओं द्वारा चराई से बचाने के लिए रोका-छेका अभियान का शुभारंभ किया। खल्लारी विधायक श्री द्वारिकाधीश यादव ने ग्राम सोहागपुर एवं महासमुन्द विधायक श्री विनोद चन्द्राकर ने ग्राम गोपालपुर एवं बसना विधायक श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह ने गनेकेरा में रोका-छेका कार्यक्रम एवं वृक्षारोपण का शुभारंभ किया।

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लोक निर्माण, गृह एवं प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने बुधवार को महासमुंद संजय कानन उद्यान में वृक्षारोपण कार्यक्रम में सरपंचों के सम्मान एवं किसानों से मुलाक़ात कर बताया कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना मे धान के बदले वृक्ष लगाने पर तीन साल तक दस हजार रुपये प्रति एकड़ देने की व्यवस्था की गई है। सरकार वृक्षारोपण को वैकल्पिक खेती के रूप में प्रोत्साहन दे रही है। इसका भरपूर लाभ उठाए और अपने अन्य किसान भाइयों को फसल चक्र परिवर्तन का लाभ उठाने प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि खरीफ फसल को खुली चराई से बचाने के लिए 01 जुलाई से रोका-छेका अभियान प्रारंभ है। रोका छेका में मवेशियों को गौ-शालाओं में रखा जाए। मंत्री श्री साहू ने बातचीत में सरपंच  एवं  किसानों से कहा कि पुनः इस पद्धति के अमल में लाने से किसान बारहमासी फसल ले पायेंगे तथा पशुधन की भी बेहतर देखभाल की जा सकेगी।

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खल्लारी विधायक श्री द्वारिकाधीश यादव ने आज ग्राम सुहागपुर में रोका-छेका  कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसी प्रकार पिथौरा के ग्राम भुरकोनी में रोका-छेका एवं वृक्षारोपण किया गया। ग्राम  पंचायत सीमा के भीतर निर्मित गौठान के अंतर्गत आज गुरुवार 01 जुलाई  2021 से पशुपालकों द्वारा मवेशियों को खुले में नहीं चराने का संकल्प लिया गया। जिसके अनुसार ग्राम स्तर पर पंच, सरपंच, जनप्रतिनिधि, ग्राम के गणमान्य नागरिक, ग्रामवासी और चरवाहे मिलकर ग्राम में रोका छेका की व्यवस्था करेंगे, जिससे गौठान का भी सदुपयोग सुनिश्चित होगा। नगरीय क्षेत्रों को भी आवारा पशु से मुक्त, साफ-सुथरा एवं दुर्घटना मुक्त रखने के लिए ज़िले के सभी नगरीय निकायों में ‘‘रोका-छेका अभियान’’ चलाया जाएगा। इस दौरान पशुपालकों से अपने आसपास के वातावरण तथा शहर को स्वच्छ, साफ-सुथरा तथा दुर्घटना मुक्त रखने के के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसी प्रकार आज जिले के विभिन्न गांवों इनमें एमके बाहरा, तिलाईदादर, बांदुमुड़ा, गड़बेड़ा, रायतुम, रूमेकेल, परसापाली, डुमरपाली, पथ्थरी सहित अन्य गौठान ग्रामों में रोका-छेका एवं वृक्षारोपण किया गया।

 

 

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