महामसुन्द : ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी साबित हो रही गोधन न्याय योजना : कलेक्टर श्री सिंह
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आदर्श गौठान बम्हनी का किया निरीक्षण
महामसुन्द : शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी के तहत गोठानों की गतिविधियों में विस्तार करते हुए गोधन न्याय योजना से बने गौठानों में पशुपालकों और गोबर विक्रेताओं से गोबर क्रय किया जा रहा है। इसके कारण गांव, गरीब एवं किसानों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ गौ संरक्षण में लाभ मिल रहा है।

फसलों के अकस्मात चराई से भी निजात मिल रही है। शासन की इस योजना से गौ-पालक प्रोत्साहित हो रहे हैं। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में निर्मित वर्मी एवं सुपर कम्पोस्ट खाद की शासन की ओर से निर्धारित विक्रय दर खुले बाजार की अपेक्षा कम है।

इससे कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता युक्त खाद किसानों के लिए उपलब्ध है। शासन की किसान हितैषी सुराजी गांव योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में प्रभावी है और गांव में खुशहाली ला रही है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी के आदर्श गौठान पहुंचकर योजना के क्रियान्वयन की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं के जीवन स्तर को उन्नत बनाने के लिए उन्हें विभिन्न गतिविधियों से जोडऩे की जरूरत है। गांव के गौठान को मल्टीएक्टीविटी केन्द्र के रूप में विकसित करें और इसके लिए समूह की महिलाओं के रूचि के अनुसार अन्य गतिविधियां भी संचालित करें।
गौठान में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्रीमती अल्का सोनी ने बताया कि गौठान में 1348.50 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट एवं 933.20 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है। यहां पर दो महिला स्व-सहायता समूह द्वारा सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। जिसमें से एक महिला स्व-सहायता समूह को एक लाख 70 हजार रूपए की राशि उन्हें प्राप्त हो गई है और शेष राशि भी मिलने वाली है।
इसी प्रकार दूसरे महिला स्व-सहायता समूह को खाता क्रमांक सही नहीं होने के कारण उन्हें राशि प्राप्त नहीं हुई है। इस पर कलेक्टर ने उनके खाता क्रमांक को तत्काल सुधार कराने के निर्देश दिए। जिससे कि उन्हें राशि प्राप्त हो सके। कलेक्टर ने समूह की महिलाओं को खाद निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया।
इसके अलावा समूह की महिलाओं को गौठान की बाड़ी में जिमीकंद, हल्दी एवं अदरक की खेती करने के लिए कहा। समूह की महिलाएं आंगनबाड़ी तथा मध्यान्ह भोजन के लिए पापड़, बड़ी एवं अचार बनाकर मल्टीएक्टीविटी गतिविधि से जोडऩे के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि जितना जल्दी हो सके वर्मी कम्पोस्ट बनाएं। समूह की महिलाओं ने बताया कि यहां फेसिंग तार का निर्माण भी किया जा रहा है। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा, पशु चिकित्सक सेवाएं के उप संचालक डॉ. डी.डी. झारिया, कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वयक डॉ. एस.के. वर्मा उपस्थित थे।
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