महासमुन्द : कलेक्टर एकाएक पहुंचे ग्राम बेलसोंडा के स्कूल
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए नवाचार माॅडलों को देख कलेक्टर ने की तारीफ
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह आज एकाएक सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलसोंडा पहुंचे। उन्होंने वहां नीति आयोग के जरिए संचालित अटल टिंकरिंग लैब (ए.टी.एल.) के विद्यार्थियों और उनके मेंटर से बातचीत की। उन्होंने अटल ंिटंकरिंग लैब एवं कम्प्यूटर लैब का अवलोकन किया।

इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए नवाचार माॅडलों को बड़े ही ध्यान से देखा और बनाए गए माॅडल के कार्य करने की पद्धति के बारें में पूछा। बनाए गए नवाचार माॅडलों की श्री सिंह ने काफी तारीफ की।
उन्होंने कहा कि इस लैब का मकसद विद्यार्थियों के बीच नवाचार, इनोवेशन, क्रिएटिविटी और वैज्ञानिक पहलुओं को बढ़ावा देना है। प्राचार्य श्रीमती शोभा सिंह देव ने जानकारी देते हुए बताया कि एक्सीडेंट डिटेक्टर सेंसर का माॅडल नई दिल्ली के लिए प्रदर्शन हेतु चयन हुआ था। इस माॅडल पर चैथा स्थान मिला था। कलेक्टर ने इसके लिए स्कूल के सभी स्टाॅफ सहित विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह को बच्चों ने बताया कि उन्होंने यहां कोडिंग की शिक्षा प्राप्त की है। कलेक्टर को उन्होंने स्कूल की हर गतिविधि को आॅनलाईन करने की ईच्छा बताई। ए.टी.एल. के प्रभारी द्वारा वेब पोर्टल के लिए जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई है। वेब पोर्टल में स्कूल की समस्त गतिविधियों को अपलोड भी किया जा रहा है।
योजना प्रभारी श्री जगदीश सिन्हा ने कलेक्टर को जानकारी देते हुए बताया कि वे लोग जन समुदाय के समस्याओं को बच्चों को बताते है। बच्चें उन समस्याओं के समाधान का विचार (आईडिया) लाते है। उसे तकनीक का सहारा लेकर प्रोजेक्ट तैयार करते है। उन्होंने बताया कि बच्चों ने कई प्रोजेक्ट बनाए है। अटल टिंकरिंग लैब में लगभग 250 बच्चें जुड़े हुए है। शुरूआत में इसमें 20 विद्यार्थी जुड़े थे। बाद मंे धीरे-धीरे विद्यार्थी जुड़ते गए।
विद्यार्थियों द्वारा कई चीजों का अन्वेषण किया गया है। इनमें एयर पाॅल्यूशन मीटर, थीफ अलर्ट सिस्टम, स्मार्ट पार्किंग मैनेजमेंट, स्माार्ट ब्रिज, स्मार्ट जीपीएस ट्रैकर, फायर सेंसिंग अलार्म, स्मार्ट वेस्ट कलेक्शन सिस्टम, ओवर वेट डिटेक्शन सिस्टम, सोलर ट्रेकिंग, स्माार्ट स्टीक, गैस लिकेज, स्मार्ट स्ट्रीट लाईट एवं वायरलेस पम्प स्टार्टर आदि शामिल है।
वर्तमान में कृषि को तकनीक के साथ जोड़कर बहुआयामी प्रोजेक्ट विद्यार्थियों द्वारा तैयार किया गया है। कक्षा 12वीं विज्ञान विषय में अध्ययनरत् कु. पायल चन्द्राकर का एक्सीडेंट डिटेक्टर सेंसर का माॅडल नई दिल्ली के लिए चयन हुआ था। जिसमें उन्हें चैथा रैंक प्राप्त हुआ था। इसी तरह कु. पूनम साहू, मोनिका साहू, सरिता साहू, विशाल चन्द्राकर एवं रूपेश साहू के द्वारा किए गए नवाचार माॅडल का सराहना करते हुए उन्हें और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।
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