महासमुंद : कलेक्टर श्री सिंह ने राखी स्टाॅल का किया अवलोकन, घरेलू सजावटी सामान खरीदा
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
डिप्टी कलेक्टर बहनें बिहान दीदीयों की धान, बांस आदि से बनी राखियाॅ अपने भाईयों को बांधेंगी
महासमुंद : जिला पंचायत परिसर मेें महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा हस्तनिर्मित राखियों का स्टाॅल लगाया है। इस राखी स्टाॅल में हाथों से बनायी गयी बांस, धान, रखियाॅ बीज, मोती, रुद्राक्ष एवं ऊन सूती धागा से मनमोहक आकर्षक राखियों का प्रदर्शन बिक्री हेतु किया गया है।

आज समय-सीमा की बैठक जिला पंचायत सभाकक्ष में हुई थी। बैठक के बाद कलेक्टर श्री डोमन सिंह और जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा ने स्टाॅल का अवलोकन किया। हस्तनिर्मित सामग्री भी खरीदी।

वहीं तीन डिप्टी कलेक्टर बहनें श्रीमती सीमा ठाकुर, श्रीमती ऋतु हेेमनानी और डाॅ. नेहा कपूर बड़ेे प्रेम और उत्साह से अपने भाइयों के कलाईयों के लिए राखियाॅ खरीदी।
इसके साथ ही उन्होंने बिहान दीदीयों की बनायी गयी खूबसूरत राखियों की तारीफ की। उनसे बनाने की विधियाॅ और लगने वाली सामग्रियों के बारें में भी जानकारी ली। इसके साथ ही अन्य महिला और पुरूष अधिकारी-कर्मचारियों ने भी घेरलू सजावटी सामग्री और राखियाॅ खरीदी।
समूह की महिलाओं ने कहा है कि बहनें अपने प्यारे भाई के प्रति अपने अटूट प्यार को दर्शाने के लिए उन्हें इन आकर्षक राखियों को खरीदकर भेंट दें। इसे महासमुन्द की ग्रामीण स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सावधानीपूर्वक, दस्तकारी से खूबसूरत एवं आकर्षक ढंग से बनाया एवं पिरोया गया है। आपकी स्नेह भरी खरीदी से उनकी आजीविका बढ़ाने में मदद मिलेगी और 140 से अधिक महिला और उनके परिवारों का उत्साह बढ़ाने में एक अनूठा प्रयास होगा।
बतादें कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत विकासखण्ड महासमुंद के ग्राम पंचायत कछारडीह, रायतुम, मुनगाशेर, कांपा, कोमाखान, बिरकोनी में श्री कृष्णा, उगता सूरज, राधा कृष्णा, नवा बिहान, ओम महिला, स्वाभिमान, श्री शक्ति महिला, गीता महिला, बजरंग महिला, आदिवासी महालक्ष्मी, जयदुर्गा, जय माॅ अम्बे, जय बजरंग, अन्नपूर्णा, शारदा एवं गायत्री समूह के महिला सदस्यों द्वारा राखी तैयार किया जा रहा है।
स्थानीय बाजार में समूह द्वारा बनाई गई राखीं को 10 रूपए से लेकर 50 रूपए तक बेचा जा रहा हैं। जिले के अलावा आसपास के जिलो में भी समूह महिलाओं द्वारा बनाई गई राखीं की अच्छी खासी मांग हैं।
Leave A Comment